जीभ कटने के मतलब जाने रहस्य कोई नहीं बताएगा
अक्सर दोस्तों प्राचीन काल से ही यह कहा जाता है कि जीभ का कटना शुभ नहीं होता है। हालांकि कुछ लोग यह मानते हैं कि इसके पीेछे कोई वैज्ञानिक कारण होता है। यह शुभ या अशुभ नहीं होता है। मगर मान्यताएं तो यहां पर भी मौजूद हैं । अक्सर जब हम खाना वैगरह खा रहे होते हैं। तो कई बार दांतों के बीच मे आ जाने से जीभ कट जाता है। यह एक सामान्य कारण हो सकता है। मगर इसको लेकर कई तरह की मान्यताएं भी प्रचलित हैं। जो लोग मान्यताओं पर भरोशा करते हैं। यह उनके लिए है। जो लोग इस तरह की मान्यताओं पर भरोशा नहीं करते हैं। उनको यह सब नहीं देखना चाहिए ।
कोई आपको गाली दे रहा है ।
यदि आपकी जीभ कट रही है , तो सबसे प्रचलित मान्यता यह है , कि कोई आपको गाली दे रहा है। या फिर कहें कि कोई आपके बारे मे बुरा भला कह रहा है ? हालांकि इसके अंदर कितनी सच्चाई है ? इसके बारे मे हमें कोई जानकारी नहीं है।
ग्रहदोष से प्रभावित होना ।
दोस्तों कुछ ज्योतिष इसके बारे मे यह भी मानते हैं , कि आपके उपर किसी ना किसी तरह का कोई ग्रह दोष है। और इसकी वजह से आपकी जीभ बार बार कट रही है। हालांकि यह है या नहीं , इसके बारे मे आपको अपने ज्योतिषी से परामर्श करना होगा ।
आपको पछतावा होने का संकेत ।
जीभ का कटना इस बात का भी संकेत देता है , कि आपने किसी के साथ कुछ ऐसा कर दिया । जोकि अब आपको यह लग रहा है , कि उसे नहीं करना चाहिए । आपको पछतावा हो रहा है। हालांकि यह तो आप ही जानते हैं , कि आपने क्या किया था ? और आपको क्या पछतावा हो रहा है।
नई शुरुआत का संकेत ।
ऐसा नहीं है , कि जीभ कटने को हमेशा बुरा ही बुरा माना जाता है। असल मे यह नई शूरूआत के संकेत के तौर पर भी देखा जाता है।अब आप अपनी पुरानी आदतों को छोड़कर । नई आदतें अपनाएंगे । और सब कुछ बदलने के लिए तैयार हैं ।
आत्म-नियंत्रण करना सीखें ।
इसके अलावा जीभ कटने का एक यह भी संकेत होता है , कि आप आत्मनियंत्रण करने मे असफल हो रहे हैं। आप खुद को कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं। आप अपनी भावनाओं और विचारों को नियंत्रित करने के बारे मे सोचें । और खुद के अंदर सुधार करने के बारे मे विचार करें ।
धार्मिक अनुष्ठानों मे खुद काटी जाती है जीभ ।
दोस्तों चीन के अंदर कुछ लोग धार्मिक अनुष्ठानों मे एक चाकू की मदद से अपनी जीभ को काट लेते हैं। वहां पर इस तरह की मान्यता है , कि भक्त अपनी भक्ति और समर्पण दिखाने के लिए अपनी जीभ काटते हैं। इसे एक शुभ कार्य माना जाता है क्योंकि यह दर्शाता है कि व्यक्ति सांसारिक सुखों से दूर होकर ईश्वर के प्रति समर्पित हो गया है। हालांकि अपने आप अपने दांतों से जीभ कटना कुछ जगहों पर शुभ माना जाता है।
पुनर्जन्म का संकेत ।
चीन के अंदर यह भी मान्यता है , कि यदि कोई इंसान चाकू से अपनी जीभ को काट लेता है , तो उसको अगले जन्म मे अच्छी जगह मिलने की उम्मीद होती है।
शाप से मुक्ति।
चीन के अंदर कुछ लोग अपनी जीभ को इसलिए खुद ही काट लेते हैं। क्योंकि उनका मानना होता है , कि उनको जीवन के शाप से मुक्ति मिल जाती है। प्राचीन चीन में, अपराधियों को दंडित करने के लिए जीभ काटी जाती थी। इसे एक अशुभ कार्य माना जाता था क्योंकि यह व्यक्ति की बोलने और स्वाद लेने की क्षमता को छीन लेता था।
अफ्रीका में जीभ काटने का शुभ या अशुभ होना।
दोस्तों यदि हम बात करें अफ्रीका की तो यहां पर दांतों से भी यदि जीभ कट जाती है , तो उसको शुभ माना जाता है। क्योंकि यहां पर जीभ काटने की एक अलग ही तरह की परम्परा प्रचलित है। इसके अंदर युवा लोग अपनी विरता को साबित करने के लिए खुद की अपनी जीभ को काट लेते हैं।
इसको शक्ति और साहस का प्रतीक माना जाता है।
इसके अलावा अफ्रीका के अंदर कुछ जगह पर यह भी माना जाता है , कि जीभ को काटने से इंसान के पास बुरी आत्माएं नहीं आती हैं। कुछ लोग मानते हैं कि जीभ काटने से भविष्यवाणी करने की शक्ति मिलती है।
दुनिया मे जीभ काटने की प्रथा।
जीभ काटना एक ऐसी प्रथा है जिसमें धार्मिक अनुष्ठान, तपस्या या दंड के रूप में किसी इंसान की जीभ को आधा या फिर पूरा काट दिया जाता है। यह प्रथा अलग अलग संस्कृतियों के अंदर पाई जाती हैं। जैसे कि कुछ जगहों पर यह मिलने वाले दंड के संकेत के तौर पर होती है। जैसा कि हमने आपको उपर बताया है।
। कुछ संस्कृतियों में, ऐसा माना जाता है कि जीभ काटने से देवताओं को प्रसन्न किया जा सकता है या बुरी आत्माओं को दूर किया जा सकता है। और कुछ जगहों पर अपराधियों को दंड देने के लिए इस घटिया तरीके का भी प्रयोग किया जाता है।
। भारत में, यह कुछ हिंदू संप्रदायों द्वारा एक धार्मिक अनुष्ठान के रूप में प्रचलित है। मेक्सिको की यदि बात करें तो यहां पर स्वदेशी समुदायों द्वारा एक तपस्या के रूप में प्रचलित है। और पापुआ न्यू गिनी में, इसका उपयोग अभी भी अपराधियों को दंडित करने के लिए काफी अधिक प्रयोग किया जाता रहा है।