ghoda ka vilom shabd घोड़ा का विलोम शब्द क्या है?
horse ka vilom shabd घोड़ा का विलोम शब्द, घोड़ा शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, घोड़ा का उल्टा ghoda ka vilom shabd , ghoda ka opposite in hindi
शब्द (word) | विलोम (vilom) |
घोड़ा | घोड़ी |
ghoda | ghodi |
घोड़ा का विलोम शब्द और अर्थ के बारे मे जानें
घोड़ा ( इक्वस फेरस कैबेलस ) एक प्रकार का स्तनपाई होता है। घोड़ें को इंसानों ने आज से 4000 साल पहले पालतू बनाया था।वैसे पालतू घोड़े जंगली घोड़ों से काफी अलग होते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए जंगली घोड़ें आमतौर पर वे घोड़े होते हैं जिनको कभी भी पालतू नहीं बनाया गया है।
आपको बतादें कि घोड़ों के अंदर काफी तेज गति से दौड़ने की क्षमता होती है। और अपनी इसी क्षमता के चलते घोड़े आसानी से जंगल के अंदर शिकारियों से बच सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।मादा घोड़े, जिन्हें मार्स कहा जाता है , अपने बच्चों को लगभग 11 महीने तक ढोते हैं और एक युवा घोड़ा, जिसे बछेड़ा कहा जाता है ।
और आपको बतादें कि घोड़ों की जो उम्र होती है वह 25 से 30 साल के करीब होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।इसके अलावा आज दुनिया के अंदर घोड़ों की नस्लों के बारे मे बात करें तो इनकी संख्या 300 से अधिक है और इनको अलग अलग उदेश्य के लिए विकसित किया गया है। पुलिस कार्य , कृषि , मनोरंजन और चिकित्सा आदी के अंदर घोड़ों का प्रयोग होता है। हालांकि प्राचीन काल के अंदर घोड़ों की मदद से ही युद्ध किया जाता था। आज घोड़ों की संख्या काफी कम हो चुकी है। क्योंकि घोड़ों का उपयोग काफी कम हो गया है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
यदि हम घोड़े की उंचाई की बात करें तो यह अलग तरीके से मापी जाती है। यह हाथों से मापी जाती है। एक हाथ 4 इंच (101.6 मिमी) के बराबर होता है।घोड़ों का आकार नस्ल के अनुसार भिन्न होता है, लेकिन पोषण से भी प्रभावित होता है । यदि हम एक घुड़सवारी वाले घोड़े की बात करें तो इसकी उंचाई 56 से 64 इंच की होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
नका वजन 380 से 550 किलोग्राम (840 से 1,210 पाउंड) तक हो सकता है। [25] बड़े घुड़सवारी वाले घोड़े आमतौर पर लगभग 15.2 हाथों (62 इंच, 157 सेंटीमीटर) से शुरू होते हैं और अक्सर 17 हाथों (68 इंच, 173 सेंटीमीटर) जितने लंबे होते हैं।
यदि दोस्तों हम दुनिया के सबसे बड़े और सबसे छोटे घोड़े की बात करें तो यह इस प्रकार से थे ।रिकॉर्ड पर सबसे व्यापक घोड़ा मैमथ नाम का एक शायर घोड़ा था, जिसका जन्म 1848 में हुआ था। वह 21.2 हाथ (86.25 इंच, 219 सेमी) लंबा था और इसका अधिकतम वजन 1,524 किलोग्राम (3,360 पाउंड) था। [28] अब तक दर्ज किया गया सबसे छोटा घोड़ा थम्बेलिना है, जो बौनेपन से प्रभावित एक छोटा घोड़ा है जो 17 इंच (43 सेंटीमीटर) लंबा है। इसका वजन 57 पौंड (26 किलो) है।
टट्टू और घोड़ों के अंदर काफी अंतर होता है। टट्टू आमतौर पर घोड़े से छोटे होते हैं और इनका उपयोग आमतौर पर बोझा को ढोने के लिए किया जाता है। आप इनको शहरों के अंदर देख सकते हैं। यह आपको आसानी से वजन ढोते हुए मिल जाएंगे । हालांकि इनकी संख्या भी अब काफी कम हो चुकी है। क्योंकि यातायात के दूसरे साधन आ चुके हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
गर्भकाल लगभग 340 दिनों तक रहता है, औसत सीमा 320-370 दिनों के साथ, और आमतौर पर इसका परिणाम एक बछेड़ा में होता है ।और दो बछेड़ा घोड़ा कम ही चांस के अंदर पैदा करता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए घोड़ा का बच्चा पैदा होने के कुछ समय बाद ही चलने मे सक्षम हो जाता है।
घोड़ी का एस्ट्रस चक्र लगभग हर 19-22 दिनों में होता है और शुरुआती वसंत से शरद ऋतु तक होता है। अधिकांश घोड़ी सर्दियों के दौरान एनेस्ट्रस अवधि में प्रवेश करती हैं ।घोड़ा आमतौर पर 2 साल के अंदर ही प्रजनन के लिए तैयार हो जाता है लेकिन पालतू घोड़ी को 3 साल की उम्र के बाद ही प्रजनन की अनुमति प्रदान की जाती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।वैसे 4 साल की उम्र के बाद घोड़े को परिपक्व माना जाता है और 6 साल तक की उम्र तक यह विकसित होता रहता है।उसके बाद घोड़े को 2 से चार साल की उम्र के अंदर सवारी करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
सहनशक्ति की सवारी प्रतियोगिता के लिए , घोड़ों को प्रतिस्पर्धा करने के लिए पर्याप्त परिपक्व नहीं माना जाता है जब तक कि वे पूरे 60 कैलेंडर महीने (पांच वर्ष) के नहीं हो जाते हैं।
घोड़े के कंकाल का औसत 205 हड्डियों का होता है। और घोड़े और इंसानों की हड्डी के अंदर एक प्रमुख अंतर यह होता है कि घोड़ों के पास कालर बोन की कमी होती है।. घोड़े के चार पैर और खुर भी अनूठी संरचना हैं। उनके पैर की हड्डियों का अनुपात इंसानों से अलग होता है। इसके अलावा आपको बातदें कि घोड़े के पैरों में घुटनों और जांघों के नीचे कोई मांसपेशियां नहीं होती हैं, केवल त्वचा, बाल, हड्डी, कण्डरा , स्नायुबंधन , उपास्थि और खुर को बनाने वाले मिश्रित विशेष ऊतक होते हैं।
औसतन 500 किलोग्राम तक का घोडा होता है। वैसे तो उनके खुर काफी नाजुक होते हैं और यदि इंसान इसके उपर यात्रा करता है तो फिर यह काफी तेजी से घंस जाते हैं। घोड़ों के खुर को नुकसान होने से बचाने के लिए उनके नीचे एक लोहे की नाल को लगाया जाता है जिससे कि घोड़े की नाल के नाम से जाना जाता है।
इसके अलावा घोड़ें के जो खुर होते हैं वे काफी तेजी से बढ़ते रहते हैं तो उनकी हर 8 सप्ताह के बाद छंटनी करनी पड़ती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । वैसे आपको बतादें कि घोड़े की नाल के कई सारे ज्योतिषी उपयोग भी होते हैं।
एक वयस्क घोड़े में, मुंह के सामने 12 कृन्तक होते हैं। और घोड़े की उम्र का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसके दांत किस तरह के हैं।दांत आमतौर पर उम्र भर बढ़ते ही रहते हैं । और घींस भी जाते हैं। यह सब चबाने की वजह से होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
मुंह के पिछले हिस्से में 24 दांत चबाने, प्रीमोलर्स और मोलर्स के लिए अनुकूलित होते हैं। कृन्तकों के ठीक पीछे स्टैलियन और जेलिंग में चार अतिरिक्त दांत होते हैं, एक प्रकार का कैनाइन दांत जिसे “ट्यूश” कहा जाता है। इसके अलावा घोड़े के दो भेड़ियां दांत भी होते हैं जिसकी मदद से घोड़ा काट सकता है। हालांकि इनकी कोई जरूरत नहीं होने की वजह से इनको हटा दिया जाता है।
450 किलोग्राम (990 पाउंड) का घोड़ा प्रतिदिन 7 से 11 किलोग्राम (15 से 24 पाउंड) भोजन खाएगा । आपको बतादें कि घोड़े आमतौर पर जुगाली करने वाले जानवर नहीं होते हैं यह एक दिन मे 39 लीटर तक पानी पी सकते हैं। और यह इंसानों की तरह उल्टी नहीं कर सकते है। जिसकी वजह से पेट खराब होने पर मौत का कारण भी बन सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसके अलावा आपको बातदें कि पित्ताशय की थैली भी नहीं होती है। उसके बाद भी यह खाये हुए भोजन को पचा सकते हैं।
horse के विपरित जेंडर की बात करें तो यह mare होता है। यह घोड़े के विपरित जेंडर का अंग्रेजी मे मतलब होता है। हालांकि हिंदी के अंदर घोड़े का विपरित जेंडर अलग होता है। जिसके बारे मे हम सभी जानते हैं। बाकि आप टेबल मे देख सकते हैं।