चूहे विज्ञान में क्या कहते हैं चूहे का वैज्ञानिक नाम ,चूहे एक स्तनधारी प्राणी होता है।चूहे वैसे हर जगहों पर आसानी से मिल ही जाते हैं। और घरों के अंदर यह बिल बना लेते हैं। उसके बाद आप चाहे कितना भी उनको भगाने का प्रयास करें। वे जाते ही नहीं है। चूहे जब घर के अंदर होते हैं तो यह भोजन और दूसरी चीजों को खराब कर देते हैं। इसके अलावा किसानों के सबसे बड़े दुश्मन चूहे ही तो होते हैं।
Rattus चूहे का वैज्ञानिक नाम होता है। चूहे कई तरह के होते हैं और दुनिया के हर हिस्से के अंदर यह आसानी से मिल जाते हैं। यहां तक की बर्फिले इलाकों के अंदर भी यह आसानी से देखने को मिल जाते हैं।
चूहे के सिर उनकी शरीर की तुलना मे काफी बड़े होते हैं और उनकी पूंछ बाल रहित होती है।और उनके दो कान भी होते हैं। और प्रजनन क्षमता इनकी अच्छी होती है यही वजह है कि इनकी आबादी काफी तेज गति से बढ़ती है मादा हर तीन सप्ताह के अंदर 10 बच्चे दे सकती है जोकि कुछ ही सप्ताह के अंदर प्रजनन करने मे सक्षम हो जाते हैं।
दोस्तों यदि आपने ध्यान दिया हो तो उनके आगे के दांत काफी बड़े होते हैं और यह बढ़ना कभी भी बंद नहीं होते हैं। यह निरंतर बढ़ते ही रहते हैं। इसकी वजह से चूहों को निरंतर कुतरने की जरूरत होती है। यह यह दिवार आदि को खोदते हैं तो अपने उन दांतों का इस्तेमाल करते हैं। और कई बार इनके दांत टूट जाते हैं लेकिन वापस उग आ जाते हैं।
अक्सर आपने सोचा होगा कि चूहा इतना कुतरता क्यों है तो इसका कारण उनके दांत ही होते हैं।
दोस्तों भले ही भारत के अंदर चूहे का मांस नहीं खाया जाता है लेकिन कई ऐसे देश भी हैं जहां पर चूहे के मांस को खाया जाता है। इसके लिए चूहे के बाल को उखाड़ा जाता है और उसके बाद उनको तल कर रख दिया जाता है। यह खाने मे काफी स्वादिष्ट लगते हैं ।आप कंबोडिया, लाओस, म्यांमार और फिलीपींस, इंडोनेशिया, थाईलैंड, घाना, चीन और वियतनाम के कुछ हिस्सों में चूहे पर भोजन कर सकते हैं।
दोस्तों चूहों को गंध की अच्छी समझ होती है।यह गंध को बहुत ही आसानी से पकड़ सकते हैं।चूहों के अंदर गंध को पकड़ने की यह अदभुत क्षमता बारूदी सुंरगों का पता लगाने के काम आती है।हालांकि इसके लिए चूहों को प्रशिक्षित करने की जरूरत होती है। यदि वे सही तरीके से प्रशिक्षित हैं तो वे आसानी से बारूदी सुरंगों का पता लगा सकते हैं।
घर के अंदर चूहा होना अच्छी बात नहीं होती है। हमारे घरों मे चूहा खाने पीने के सामान को खराब कर देते हैं जिससे कि बुबोनिक प्लेग, लासा बुखार, लेप्टोस्पायरोसिस और हंटवायरस जैसी बीमारियां फैलती हैं। यदि हमारी तरह आपके घर के अंदर चूहे हैं तो साफ सफाई का ध्यान रखें और खास कर खाने पीने की चीजों को ठीक ढंग से ढककर रखना चाहिए वरना नुकसान हो सकता है। एक बार भयंगर प्लेग रोग फैला था जिसके बारे मे यह कहा जाता है कि उसको चूहों ने ही फैलाया था।
दोस्तों भारत के अंदर एक करणी माता का मंदिर है जिसके अंदर लगभग 25,000 से अधिक काले चूहों का निवास है। यहां पर चूहों के द्धारा प्रसाद भी खाया जाता है। यहां पर किसी भी चूहे को मारा नहीं जाता है। यदि काले चूहों के बीच कोई सफेद चूहा दिख जाता है तो उसे बहुत शुभ संकेत के तौर पर माना जाता है। और यह दर्शन करने वाले के लिए काफी अच्छा होता है।
दोस्तों आपको यह जानकार हैरानी होगी कि चूहे अपने शरीर के वजन से अधिक वजन को उठा सकते हैं। यह एक पौंड तक हो सकता है। जबकि हम अपने शरीर के वजन का आधा भी वजन काफी मुश्किल से उठा पाते हैं। यह चूहों की एक अदभुत बात है।
आपने कुत्ते को तो अंतरिक्ष के अंदर भेजा हुआ सुना होगा । लेकिन चूहे भी अंतरिक्ष की सैर कर चूके हैं यह आपको पता होना चाहिए ।अंतरिक्ष में भेजे गए पहले जानवरों में से कुछ 1961 में फ्रांस से लॉन्च किए गए चूहे थे।यह उस समय की बात है जब वैज्ञानिक परिक्षण कर रहे थे कि अंतरिक्ष मे किस तरह से जाया जा सकता है और इसके मानव बॉडी पर किस तरह के प्रभाव हो सकते हैं ? तो इसके लिए चूहों को भी वैज्ञानिकों ने चुना था।
दोस्तों चूहे आसानी से कुछ चीजों को सीख सकते हैं।उनके पास याद रखने की अच्छी क्षमता होती है जिसकी मदद से वे आसानी से सीख सकते हैं। चूहों को सीखने के लिए प्रशिक्षित किया जाना होता है और वे मार्ग को भी आसानी से याद रख सकते हैं।
आपने मगरमच्छ के जबड़े के बारे मे तो सुना ही होगा जोकि एक बार किसी को पकड़ लेता है तो आसानी से छोड़ता नहीं है। उसी तरीके से चूहे के जबड़े भी काफी ताकतवर होते हैं।चूहों के जबड़े एक मगरमच्छ की तरह बने होते हैं और प्रति वर्ग इंच 7000 पाउंड जितना वजन कर सकते हैं।
जिस तरीके से हम इंसान कई कलर को देख सकते हैं। चूहे ऐसा नहीं कर सकते हैं। यह कलर को नहीं देख सकते हैं और उनकी नजर काफी कमजोर होती है। यह सफेद और काले कलर को आसानी से देख सकते हैं।
दोस्तों चूहों की सुनने की क्षमता मनुष्य की तुलना मे काफी बेहतर होती है। वे खास प्रकार की तरंगों का उत्पादन कर आपस मे संवाद कर सकते हैं। लेकिन उन तरंगों को हम कभी भी नहीं सुन सकते हैं।
यदि आप चूहे को पानी के अंदर छोड़ देंगे तो वह डूबेंगे नहीं वरन आसानी से पानी पर तैर सकते हैं लेकिन लंबे समय तक यदि वे पानी मे रहते हैं तो उनकी मौत हो सकती है। लेकिन यह 3 मीनट तक आसानी से अपनी सांस को रोक सकते हैं।
ऐसा नहीं है कि सपने सिर्फ हम इंसानों को ही आते हैं। चूहे भी सपने देख सकते हैं। उनके सपने हमारे जैसे नहीं होते हैं लेकिन यह सपने देख सकते हैं। यह वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर साबित हो चुका है।
चूहों की भूख को सहन करने की क्षमता अच्छी नहीं होती है। यह भोजन के बिना 4 दिन तक ही रह सकते हैं। यदि अधिक समय तक भोजन के बिना रहते हैं तो उसके बाद इनकी मौत हो जाती है। लेकिन चूहों को भोजन बहुत ही आसानी से मिल जाता है।
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