ज्यादा पूजा पाठ करने वाले परेशान क्यों रहते हैं आइए कारण जानते हैं।एक सवाल जोकि हमसे सबसे अधिक पूछा जाता है , कि जो लोग पूजा पाठ करते हैं , वे अधिक परेशान क्यों रहते है ? तो असल मे हम यहां पर इस सवाल का जवाब हम आपको देने का प्रयास करेंगे । असल मे जब हम पूजा पाठ करते हैं तो ऐसा नहीं है कि इसकी वजह से सिर्फ हमको दुख ही मिलता है। इसकी वजह से बहुत सारे फायदे भी हमको मिलते हैं। मगर क्या है , कि दुख तो आता ही है। और जो लोग पूजा नहीं करते हैं , उनके यहां पर कोई कम दुख नहीं होता है। मगर वे अपने दुख का रोना हर किसी के आगे नहीं रोते हैं। और उनके पास अधिकतर केस के अंदर पैसा होता है। पैसे के बल पर वे अपने दुखों का इलाज कर सकते हैं। और पूजा पाठ करने का फल तो आपको हमेशा अच्छा मिलता ही है। इसके अंदर कोई भी शक नहीं है।
दोस्तों कर्म चाहे किसी पूजा पाठ करने वाले के हों या फिर बिना पूजा पाठ करने वालों को या सभी को अपने कर्मों का फल तो आपको भोगना पड़ता ही है। जब आपके जीवन के अंदर कोई ना कोई दुख आता है , तो फिर यह दुख आपके किसी ना किसी जन्म के कर्मों का परिणाम होता है। अब इसके अंदर भगवान सिर्फ इतना कर सकते हैं , कि आपके दुखों को कम कर सकते हैं। लेकिन आपके कर्मों के फल को भगवान भी नहीं रोक सकते हैं। एक रियल घटना हम आपको बताते हैं। एक महिला को गांठ हो गई , तो वह अधिक पूजा पाठ करने वाली महिला थी तो किसी ने उसको बताया कि बाबा रामदेवजी महाराज के पास जाओ और उनकी कृपा से गांठ ठीक हो जाएगी । और उसके बाद यही हुआ । उस महिला की गांठ कुछ दिन बाद ठीक हो गई ।
दोस्तों यदि आप पूजा पाठ कर रहे हैं , तो उसके बाद भी आपके जीवन के अंदर कष्ट आ रहे हैं , तो इसकी एक वजह यह भी हो सकती है कि भगवान अपने भगतों की परीक्षा लेते हैं। वे यह आपको एहसास दिलाना चाहते हैं , कि इस जीवन के अंदर कुछ भी नहीं रखा है । रियल मे आप इस जीवन को जिस तरह से देखते हैं , यह वैसा नहीं है। कहते हैं , कि जब सोने को तपाया जाता है , तभी तो वह निखरता है। अब आप परेशानियों से झूझेंगे तभी तो आपको पता चलेगा कि जीवन का महत्व क्या है ? और कष्टों से आजादी के लिए क्या करना चाहिए । इंसान जब कष्ट सहता है , तभी उसे जीवन के बारे मे यह समझ आता है। कि उसे इन कष्टों से बचने के लिए क्या करना चाहिए ?
दोस्तों आपने सुना है कि भगवान धरती पर अवतार लेते हैं ? तो इसकी वजह यही है कि वे आपको समझाने के लिए आते हैं कि आप किस तरह से समस्याओं का मुकाबला करेंगे । आप भगवान राम के चरित्र को देख सकते हैं। उन्होंने भले ही कितने भी महान दुखों को भोगा लेकिन उसके बाद भी सत्य का मार्ग नहीं छोड़ा जब भगवान को भी इतने सारे दुख उठाने पड़ सकते हैं , तो फिर आपको तो दुख उठाने पड़ेंगे ही । आप चाहे कैसा भी कहें । मगर यह संसार ऐसा ही है। यहां पर जो कोई भी आता है , उसे बस दुखों का ही सामना करना पड़ता है।
भले ही आप पूजा पाठ करते हैं। और आपको दुखों का सामना करना पड़ रहा है ,लेकिन आपको भक्ति का मार्ग कभी भी नहीं छोड़ना है। यदि आप भक्ति का मार्ग यदि आप छोड़ देते हैं , तो फिर आपका पतन होना तय होता है। बहुत से लोगों के साथ क्या होता है , कि जब वे दुख मे होते हैं , तो उसके बाद भक्ति का मार्ग छोड़ देते हैं। उनको लगता है कि भगवान किसी काम के नहीं हैं। और वे बस दुख ही दुख देते रहते हैं। लेकिन हकीकत मे ऐसा कुछ भी नहीं है। भक्ति का मार्ग छोड़ने से आपको किसी तरह का कोई फायदा नहीं होगा । वरन आपका पतन होगा ।
दोस्तों बहुत से लोगों के अंदर यह बुरी धारणा मौजूद है कि भगवान ही हर इंसान के दुख का कारण है। मगर यह धारणा पूरी तरह से गलत है। भगवान किसी को दुख नहीं देते हैं। वे आपको सुखी करने का प्रयास करते हैं। और यदि वे आपको सुखी नहीं कर पाते हैं , तो वे आपको दुख भी नहीं देते हैं। भगवान की वजह से कोई मरता नहीं है। और भगवान की वजह से कोई जिंदा नहीं होता है। यह एक ऐसा सिस्टम है , जोकि अपने आप ही बना हुआ है। इसलिए यदि आपके प्रियजन अदि की मौत वैगरह होती है , तो आपको यह नहीं सोचना चाहिए कि इसका कारण भगवान हैं। असल मे इसका कारण उस इंसान के कर्म होते हैं। जैसा कि हमने आपको उपर बताया भी है।
और कर्म जो होते हैं वे जरूरी नहीं है कि इस जन्म के अंदर ही फलित हों । वे किसी दूसरे जन्म के अंदर भी फलित हो सकते हैं। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
दोस्तों आजकल हर किसी को भगवान बनाने का प्रचलन हो चुका है। असल मे हर कोई यही चाहता है कि उसको भगवान बना दिया जाए । मगर ऐसा सच मे नहीं हो पाता है। जब आप किसी भूत प्रेत को भगवान बनाकर पूजने लग जाते हैं , तो उसके बाद आपके घर के अंदर कभी भी खुशी आ ही नहीं सकती है। आप सदा दुखों के अंदर ही झूझते रहेंगे । इसके अंदर कोई शक नहीं है।
तो यदि आप पूजा पाठ कर रहे हैं , तो सबसे पहले आप यह देखने का प्रयास करें कि आप किसी भूत प्रेत को तो नहीं पूजा रहे है। यदि आप किसी भूत प्रेत को देवता या भगवान मानकर पूज रहे हैं , तो आप कभी भी सुखी नहीं रह सकते हैं। भूत प्रेत का स्वाभाव ही होता है दुख देना ।
दोस्तों ऐसा नहीं है कि संकट के समय भगवान आपकी मदद नहीं करते हैं। यदि आप मन लगाकर पूजा पाठ करते हैं , तो भगवान संकट के समय आपकी मदद जरूर ही करते हैं। इसके अंदर कोई शक नहीं है। लेकिन यदि आप पूजा पाठ के अंदर भी मन नहीं लगाते हैं , और बस फोरमल्टी करते हैं , तो फिर यह संभव नहीं है कि भगवान आपकी मदद करेंगे । कुछ लोग ऐसे होते हैं , जोकि दिखावे के लिए पूजा पाठ करते हैं। मगर आपको यह सब नहीं करना है।
इसलिए आप जब भी पूजा पाठ करें । पूरी तरह से मगन हो कर ही करें । यदि आप पूजा पाठ को पूरी तरह से मगन होकर नहीं कर सकते हैं। तो अपने घर के पूजा पाठ को किसी और को सौंप दे ।
दोस्तों आपको बतादें कि भगवान इस लोक के अंदर ही नहीं वरन परलोक के अंदर भी मदद करते हैं। इसकी एक ही वजह है कि आप उनके भगत हैं। इस तरह की रियल घटनाएं बहुत सारी सामने आती रहती हैं। असल मे जब इंसान का शरीर नष्ट हो जाता है , तो उसके बाद भी उसकी आत्मा बनी रहती है। ऐसी स्थिति के अंदर जब इंसान ने अपने जीवन के अंदर कुछ खास अच्छा नहीं किया होता है , तो मरने के बाद भी भगवान उसके दुखों को हर लेते हैं। मगर ऐसा तभी हो सकता है , जब आप उनकी पूजा पाठ करते हैं। यदि आप उनकी पूजा पाठ नहीं करते हैं , तो कुछ होने वाला नहीं है।
अक्सर हम यह सोचते हैं कि भगवान हमें हर मुश्बित से बचाने का काम करते हैं। लेकिन वास्तव मे ऐसा नहीं है। भगवान हमें बचाते हैं। मगर यदि आपका वक्त पूरा हो चुका है , तो उसके बाद भगवान भी आपको नहीं बचा सकते हैं। यह बात आपको अच्छी तरह से समझ जानी चाहिए ।क्योंकि इस धरती पर हर किसी के पास एक निश्चित समय होता है। और यदि हम उस निश्चित समय पर आ जाते हैं , तो हमें शरीर को छोड़ना ही होता है।
दोस्तों आप जब किसी डॉक्टर के पास जाते हैं , तो आपसे बहुत सारा पैसा लेलिया जाता है। उसके बाद भी कई ऐसी बीमारियां होती हैं। जोकि किसी के पकड़े मे नहीं आती हैं। मगर देवता उन बीमारियों को दूर कर सकते हैं। इसके अंदर कोई शक नहीं है। हालांकि कुछ लोगों को यह लगता है कि भारत मे यह सब अंधविश्वास है। मगर वे इसके बारे मे कभी भी नहीं बोलते हैं कि अमेरिका के अंदर भी यह सब कुछ चलता है। मगर वहां जाते ही यह वैज्ञानिक हो जाता है। यह तथा कथित न्यूज प्रोर्टल बस आपको बस गुमराह करने का काम करते हैं।
यदि आपका भगवान पर विश्वास है , भले ही आप किसी भी तरह की दुख की घड़ी से गुजर रहे हैं। मगर यदि आपने उसके बाद भी विश्वास नहीं छोड़ा है तो फिर आपके लिए फायदे का सौदा हो सकता है। क्योंकि उसके बाद एक ना एक दिन भगवान आपके उपर कृपा दिखाएंगे । और आपके सारे दुखों को दूर करदेंगे।लेकिन हम लोग क्या करते हैं कि जब दुख आता है ,तो भगवान को याद करने लग जाते हैं। और जब सुख आता है , तो भगवान को याद करना भूल जाते हैं। मगर आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। यदि आप सुख के अंदर भगवान को याद करते हैं , तो दुख आपको हो ही नहीं सकता है।
दोस्तों योगी लोग कहते हैं कि भगवान कोई उपर से नहीं बनते हैं। असल मे यह वे लोग होते हैं , जो अपनी योग विधा से अपनी आत्मा को उपर उठा लेते हैं। इतना उपर उठा लेते हैं , कि उनके पास तरह तरह की शक्तियां आ जाती हैं। उसके बाद वे पल भर के अंदर कुछ भी कर सकते हैं। उनको ही भगवान के नाम से जाना जाता है। इसके लिए कई जन्मों की साधनाएं करनी पड़ती हैं।
ज्यादा पूजा पाठ करने वाले परेशान क्यों रहते हैं लेख आपको पसंद आया होगा । यदि आपके मन मे कोई सवाल है , तो आप हमें बता सकते हैं। हम आपके सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे ।
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