अतीत का विलोम शब्द अतीत ka vilom shabd kya hai ?
अतीत का विलोम शब्द या जीवन का विलोम , अतीत का उल्टा क्या होता है ? अतीत ka vilom shabd , अतीत ka vilom shabd kya hai
शब्द | विलोम शब्द |
अतीत | वर्तमान |
Jivan | Maran, Mratyu |
अतीत का विलोम शब्द
दोस्तों अतीत का विलोम शब्द होता है वर्तमान । दोस्तों हर चीज का अतीत होता है। इसका अर्थ पीछला होता है। जैसे कि बात करें घड़ी की तो घड़ी का अतीत क्या था आप इसके उपर नजर डाल सकते हैं। आप देखेंगे कि घड़ी का आकार रंग ढंग काफी बदला है। और जो गुजर चुका है। वह सब अतीत ही तो होता है।तो आप अतीत के बारे मे अच्छी तरह से जान ही चुके हैं जिस प्रकार से घड़ी का अतीत होता है । उसी प्रकार से हर इंसान का भी अतीत होता है। कुछ इंसानों का अतीत अच्छा होता है तो कुछ इंसानों का अतीत बहुत अधिक खराब होता है।
जिस प्रकार से हर वस्तु मे अपने अतीत की झलक दिखाई देती है। उसी प्रकार से इंसानेां मे भी उनके अतीत की झलक दिखाई देती है।लेकिन जिन इंसानों का अतीत खराब होता है उनको वर्तमान मे भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
पीछले दिनों एक लड़की ने क्वेरा पर प्रश्न पूछा कि उसकी शादी होने वाली है और वह अपने अतीत मे अपने ब्योयफ्रेंड के संपर्क मे रही है। वह चाहती है कि उसके होने वाले पति को यह सब पता ना चले । उसके बाद कई लोगों ने इसके उपर उसे सुझाव दिया ।
इसी प्रकार कुछ लोगों का अतीत वर्तमान मे भी सामने आता है। एक महिला ने अपने तीन ब्योयफ्रेंड के साथ मिलकर अपने ही पति को ठिकाने लगा दिया था। यह बात सच है कि पुरूषों का अतीत होता है । लेकिन वह किसी के लिए घातक सिद्ध नहीं होता है। लेकिन महिलाओं का अतीत कई बार पुरूषों के लिए घातक सिद्ध होता है।
फिर भी आपको मैं यह कहना चाहूंगा कि किसी का अतीत भले ही कुछ भी हो लेकिन यदि वह वर्तमान मे सही से रह रहा है तो कुछ बदलाव की उम्मीद है। लेकिन अतीत इतनी आसानी से पीछा नहीं छोड़ पाता है। एक दिन न्यूज के अंदर पढ़ रहा था तो देखा कि एक व्यक्ति ने एक वैश्या से शादी करी । व्यक्ति को लगा की वह सुधर गई है लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ । कुछ दिन वेश्या सही रही लेकिन उसके बाद जब उसे पैसे नहीं मिले तो वही पुराना धंधा शूरू कर दिया । उसके बाद उसके पति ने उसे तलाक देना ही उचित समझा। तभी तो यह कहा जाता है कि जिस किसी से संपर्क करों सबसे पहले उसके अतीत को देखो यदि उसका अतीत सही है तो ही उसे संपर्क रखों। यदि अतीत खराब होगा तो वह तुम्हारे लिए भी समस्या का कारण बन सकता है।
आपने देखा होगा कि जब सगाई की बात आती है तो लड़का लड़की के अतीत को खंगाला जाता है। खास कर लड़के के अतीत के बारे मे देखा जाता है । और यह देखा जाता है कि लड़के का चाल चलन किस प्रकार का है ? और वह किस प्रकार से कार्य करता है। उसके अंदर कोई बुरी आदतें तो नहीं हैं। यदि उसके अंदर बुरी आदतें हैं तो उनको दूर करने का प्रयास किया जाता है।
वर्तमान का अर्थ और मतलब
दोस्तों वर्तमान का अर्थ अब जो है उससे होता है। जीवन सदा वर्तमान होता है। जिस भूत और भविष्य की बात हम करते हैं वह बस यादों के अंदर मौजूद होता है। रियल मे उसका कोई भी वजूद नहीं होता है।इसका अर्थ यह है कि आप वर्तमान को देख सकते हैं।अब क्या हो रहा है ? इसको आप अच्छी तरह से देख सकते हैं लेकिन भूत और भविष्य की कल्पना ही आप कर सकते हैं। उनको देख नहीं सकते हैं। और यदि देखते हैं तो वह भी एक कल्पना के अंदर ही होता है।
लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि अधिकतर लोग अपने जीवन का अधिकतम समय या तो भूतकाल मे या फिर भविष्यकाल मे काटते हैं। वे वर्तमान मे होते ही नहीं हैं। कुछ लोग तो पता नहीं किस प्रकार की कल्पना के अंदर खोये रहते हैं तो कुछ लोग अपने बीत हुए कल को लेकर काफी परेशान रहते हैं।
दोस्तों हर कोई अपने भूत काल और भविष्यकाल को लेकर परेशान रहता है।आप भी अपने भूत काल को लेकर परेशान हैं या भविष्यकाल को लेकर परेशान हैं तो आपको इन परेशानियों से बचने के लिए समाधान तलास करना होगा ।
वर्तमान मे जो कुछ भी हो रहा है उसके आधार पर ही भविष्यकाल तय होता है। जैसा कि आपको पता ही होगा कि एक क्रिया से दूसरी क्रिया पैदा होती है। मतलब यही है कि एक काम का परिणाम दूसरा काम होता है। आप समझ सकते हैं कि आज यदि आप सही करते हैं तो कल आपके साथ भी सब कुछ सही होने के चांस बढ़ जाएंगे ।मतलब यदि आपका वर्तमान अच्छा रहता है तो भविष्य अच्छा रह सकता है। ,खैर हम लोग जिन बातों को लेकर परेशान होते हैं असल मे परेशानी वाली कोई बात होती ही नहीं है। माना गया है कि यह जीवन बस एक खेल है इसके अंदर आपको बस खेलना है। आप यहां पर खेलने के लिए आये हो । और जब खेल खत्म हो जाएगा तो फिर आपको जाना होगा । लेकिन हम मेसे अधिकतर लोगों की यह समस्या होती है कि हम खुद को एक एक खिलाड़ी ना समझ कर रियल मे यही समझने लग जाते हैं कि हम तो सदा ही यही थे जोकि एक महाझूठ है।
और हकीकत तो यह है कि जो कुछ भी है वह तो सब कुछ एक प्रपंच है। इसके सिवाये कुछ भी नहीं है। यह तो बस एक प्रपंच ही है। जो इंसान यह जान ही नहीं मान लेता है कि जो कुछ भी है वह बस एक प्रपंच है वह वाकाई मे जीवन के भूत ,भविष्य और वर्तमान की चिंता नहीं करता है।
यदि आपको वर्तमान की चिंता है। भूत और भविष्य की चिंता है तो इस चिंता को छोड़ दीजिए और खुद को शांत करके बैठिये इस विचारों के जाल से मुक्त हो जाएंग । एक बार जब आप विचारों के जाल से मुक्त हो जाते हैं तो फिर कोई कारण नहीं है कि आप खुद को बेहतर महसूस नहीं कर पाएंगे ।