धतूरे के पत्ते से वशीकरण ,धतूरे के पत्ते फूल से वशीकरण ,धतूरे के पत्ते से वशीकरण टोटका जानने के लिए लेख पढ़ें ,धतूरा लगभग हर घर के अंदर आपको आसानी से मिल ही जाएगा ।हिन्दू लोग धतूरे ले फल, फूल और पत्ते शंकरजी पर चढ़ाते हैं। आचार्य चरक ने इसे ‘कनक’ और सुश्रुत ने ‘उन्मत्त’ नाम से संबोधित करते हैं।धतूरे का प्रयोग कई प्रकार के रोगों के उपचार मे किया जाता है।
धतूरे के बारे मे यह कहा जाता है कि यह भगवान शिव को बहुत अधिक प्रिय है।और शिव को यह चढ़ाया भी जाता है।धतूरे का प्रयोग भूत प्रेत बाधा के अंदर भी किया जाता है।
शुक्ल पक्ष के प्रथम रविवार को काले धतूरे की जड़ ले आये। उसके बाद गंगाजल और दूध दही से व बूरा से स्नान करवाएं और इसकी विधि पूर्वक पूजा करें ।उसके बाद घर के ईशान कोण की तरफ पड़ने वाले शिव मंदिर से चरणाअम्रत लेकर आएं और फिर छिड़के और 11 माला मंत्र ओम नम: शिवाय का जाप करें । उसके बाद लोबान की धूनी देकर काले धागे से पिड़ित की दाहिनी भुजा मे बांध दें और यदि रोगी ठीक हो जाता है तो चावल को उबालें फिर किसी गाय को खिलादें ।
यदि आपके घर के अंदर कलह होती है तो भी आप धतूरे की जड़ का प्रयोग कर सकते हैं। धतूरे की जड़ की भभूत को काले कपड़े मे बांधे और फिर घर की दक्षिण दिसा के अंदर रखदें ।
कुछ लोग धतूरे की मदद से स्तंभन भी किया जा सकता है। काले धतूरे को पीस लेना है और उसके बाद उसका नाभि पर लेप करना है इससे वीर्य स्तम्भन होता है।
ओज शक्ति को बढ़ाने के लिए भी धतूरे का प्रयोग किया जाता है।सबसे पहले धतूरे के पंचाग का चूर्ण बनाएं और उसके बाद भैंस के रक्त के अंदर इसको मिलाएं फिर इसकी यदि शरीर पर धूप दीजाती है तो ओज शक्ति बढ़ती है।
जिन लोगों की कुंडली मे दोष होता है और लाख चाहने के बाद भी उनकी तरक्की नहीं हो रही होती है उनको चाहिए कि शनिवार के दिन धतुरे की जड़ को लेकर आएं और उसके बाद धारण करें । ऐसा करने से फायदा होगा ।
इस प्रयोग को करने के लिए आपको 3 पत्ती वाले 108 बिल्व पत्र लेकर आने होंगे ।उसके बाद इनको गंगाजल से धो लें और शिवलिंग पर 108 बार मंत्र बोलकर 108 बिल्वपत्र चढाएं । फिर काले धतूरे का रस निकालें और उसमे गोरोचन मिलाएं श्वते कनेर की टहनी से भोजपत्र पर वशीकरण करने वाले व्यक्ति का नाम लिख कर और मंत्र भी लिख कर अपने पास रखें ।
ॐ नम: कामाक्षाय महाशक्तिरूपाय अमुकस्य आकर्षण कुरू कुरू हीं कीं श्री फट् स्वाहा।
आपको यह प्रयोग शनिवार की अंधेरी रात को करना होगा ।31 दिन तक आपको एक गीली रेत वाली गुड़िया बनाकर धूप दीप से पूजना करना होगा और उसके पास 3 धतूरे के पत्ते को रखना होगा ।और 300 ग्राम पताशे का भोग लगाएं और 108 बार मंत्र का जाप करना होगा । 31 दिन बाद मंत्र सिद्ध हो जाएगा।अब धतूरे के पत्ते को पानी मे बहादें जब प्रयोग करना हो तो 11 बार मंत्र जाप करके पताशे को जिस किसी स्त्री को आप खिलाएंगे वह आपके वश मे हो जाएगा ।
बांध इंद्र की बांध तारा बांधू बिद लोही की धार उठे इंद्र न
बोले बाव सूक साख पूंजी हो जाय बन उपर लोकी कड़े हीय लपर लो सूत में तो बंधन बांधयो सास ससुर जाय पूत मन बांधू मन्वंत बांधू विधा दे साथ चार खूंट लो फिर आब अमुकी अमुक के साथ रहे गुरू गुरो स्वाहा।।
इस प्रयोग को आप केवल अपनी पत्नी के उपर ही कर सकते हैं। इसमे आपको 1 धतूरे के पत्ते लेने हैं और उनके उपर अपनी पत्नी का नाम लिखना है।उसके बाद लगातार उस पत्ते को अपने सामने रखकर पत्नी के बारे मे 3 दिन तक सोचना है। उसके बाद पत्नी के साथ रमण करना है।फिर अपना वीर्य लेकर स्त्री के बाएं पैर मे लगादें और उन धतूरे के पत्तों को जलाकर नष्ट करदें । और उसके उपर से अपने पैर रखकर आ जाए ।ऐसा करने से पत्नी सदैव आपके वश मे हो जाएगी ।
इस प्रयोग को आपको किसी भी ग्रहण काल के दौरान करना होगा ।जब ग्रहण को तो आसन लगाकर बैठ जाएं और लगातार 10 दिनों तक नीचे दिये गए मंत्र का रोजाना 108 बार जाप करें । और जपकाल मे देशी घी गूगल और कपूर की धूनी दें ।इसके अलावा धतूरे के एक पत्ते पर जिसको वश मे करना हो उसका नाम लिखकर अपने सामने रखें । उसके बाद गोरोचन को 21 बार अभिमंत्रित करके अपने माथे पर तिलक करके जिस किसी के सामने जाएंगे वह आपके वश मे हो जाएगा ।
मोहन मोहन क्यों करें ? मोहन मेरा नाम । भीत पर तो देवी खड़ी मोहों सारा गांव ,राजा मोहों ,प्रजा मोहों मोहों गणपत राय । तेंतीस कोटि देवता मोहों । नर कहां पर जाएं दुहाई महादेव गौरा पावर्तती नैना योगिनी कामरू कामाक्षी की ।।
आक की जड़ धतूरे की जड़ और कबूतर की बीट और चौराहे की रेते और गाय का गोबर आपको लेना है। उसके बाद नीचे दिये गए मंत्र से 108 बार अभिमंत्रित करना होगा और फिर छाया मे सुखा दें अब इसके अंदर समान मात्रा मे श्मसान की रेत मिलाएं । अब इसको एक चुटकी जिस किसी पर डालेंगे वह वश मे होगा ।
ओम विश्वदेवाय महाकाल रूद्राय नम:
पानी के फव्वारे के नीचे रात को इस प्रकार से बैठें की पानी आपके सर पर गिरता रहे । अपना मुख ईशान कोण की ओर करें उसके बाद नेत्र बंद करके माता दुर्गा का ध्यान करें फिर मंत्र को 1080 बार पढ़ें 21 दिन तक यही करना होगा उसके बाद मंत्र सिद्ध हो जाता है।अब जिसको वश मे करना हो उसका नाम धतूरे के पत्ते पर लिखें और अपनी जेब मे डालकर उस व्यक्ति से नजरे मिलाकर मंत्र का जाप करें । वह आपके वश मे हो जाएगा ।
ओम नम: चामुंडाय ह्री क्रीं श्रीं फट स्वाहा।।
यदि आप किसी से प्यार करते हैं और वह आपको पसंद नहीं करता है तो यह वशीकरण यंत्र आप प्रयोग कर सकते हैं।आपको नीचे दिया गया यंत्र कोरे कागज पर स्याही के अंदर कस्तूरी मिलाकर लकड़ी की कलम से लिखें । फिर एक धूतरे का पत्ता लें और उसके उपर उस व्यक्ति का नाम लिखें जिसको वश करना हो । उसके बाद उस यंत्र को चूल्हे के अंदर जमीन मे गाड़ दें । इससे पहले इस यंत्र के पीछे आप जिसको वश मे करना चाहते उसका नाम लिखदें । अब धतूरे के नाम वाले पत्ते को उसी चुल्हे के अंदर जलादें ।अब वशीकरण हो जाएगा ।
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आपको यह प्रयोग शनिवार के दिन करना होगा । एक धतूरे के पत्ते पर उस महिला का नाम लिखें जिसको आप अपने वश मे करना चाहते हैं। अब इसके अंदर सौंफ और इलाइची के दाने अपने सिराहने डालकर 7 दिन तक रखें ।7 दिन हो जाने के बाद इलाइची और सौंफ दोनों को किसी भी तरह से जिसको आप वश मे करना चाहते हैं उसे खुलादें और धतूरे के पत्ते को फेंक दें । इससे वशीकरण हो जाता है।
किसी भी शनिवार के दिन निर्दोष शंख के अंदर जल डालें और किसी टेबल पर रखें । अब एक धतूरे के पत्ते को अपने पास रखलें । नीचे दिये गए मंत्र का 1188 बार जाप करें । फिर जल की 3 बूंद धतूरे के पत्ते मे डालकर पीसें और तिलक करें । फिर उस जल को किसी भी तरीके से जिस युवती को वश मे करना हो उसे पिलादें । ऐसा करने से प्रचड़ वशीकरण हो जाता है।
ओम नम: रूद्राय ब्रं ब्रं ब्रं वशम कुरू कुरू स्वाहा।।
धतूरे के पत्ते से वशीकरण लेख के अंदर हमने धतूरे के पत्ते से वशीकरण करने के अनेक तरीकों के बारे मे जाना । यह लेख केवल ज्ञान के लिए है। किसी भी तरह से घर पर प्रयोग ना करें । यदि प्रयोग करना चाहते हैं तो अपने गुरू से परामर्श करें ।
दोस्तों यदि आप किसी को अपने वश मे करना चाहते हैं , तो धतूरे के फूल को लें और उसको पीस कर एक गोली बनाएं । उसके बाद पहाड़ी क्षेत्रों मे मिलने वाली हल्दी का तिलक करें । उस गोली को उस लड़की या लड़के के उपर मारे जिसको आप अपने वश मे करना चाहते हैं। और हल्दी का तिलक करके उस इंसान के सामने जाएं । ऐसा करने से वशीकरण प्रभाव पैदा हो जाता है।
सेंधा नमक और देशी कपूर को पीस कर शुद्ध शहद को आपस मे मिला लें। और उसके बाद यदि आप किसी स्त्री की गुप्त पार्ट मे लगाकर उसके साथ रमण करते हैं , तो वह स्त्री सदा के लिए आपकी हो जाती है। उसके बाद वह किसी और इंसान की तरफ देखती भी नहीं है। यह उपाय आपके लिए बहुत अधिक फायदेमंद होगा । पति और पत्नी यह उपाय प्रयोग मे ले सकते हैं।
दोस्तों श्वेत अपमार्ग के प्रयोग से भी वशीकरण प्रभाव पैदा किया जा सकता है। इसके लिए श्वेत अपमार्ग की जड़ को आपको पीस लेना चाहिए। और उसके बाद आपको उसका तिलक करना चाहिए ।ऐसा करके यदि आप उसके सामने जाते हैं , तो वशीकरण प्रभाव पैदा हो जाता है। यह एक अच्छा उपाय है , जोकि आपके लिए फायदेमंद है।
दोस्तों मालती के फूलों को सरसों के तेल मे आपको सबसे पहले डाल लेना होगा । और उसके बाद उनको अच्छी तरह से पका लें । उसके बाद स्त्री को अपने गुप्त पार्ट पर इनको लगाकर पति के साथ मैथुन करना चाहिए । ऐसा करने से पति उस महिला के वश मे हो जाता है। पति को वश मे करने का यह एक अच्छा उपाय है।
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