bhoot ka matlab kya hota hai -दोस्तों भूत प्रेत का नाम तो आपने कई बार सुना होगा । और इस तरह की अनेक घटनाएं मौजूद हैं , जिनको भूत से जोड़ कर देखा जाता है। असल मे भूत प्रेत एक प्रकार की उर्जा होती है। जब कोई इंसान मर जाता है , तो उसका शरीर तो नष्ट हो जाता है लेकिन उसकी आत्मा नष्ट नहीं होती है। और वह कभी भी नष्ट नहीं होती है। इसी को हम भूत कहते हैं।
वैसे भूत के मतलब की बात करें , तो इसका मतलब बीता हुआ । या जो कुछ बीत चुका है। उसको भूत के नाम से जानते हैं। जैसे कि कुल का दिन बीत गया तो वह भूत है। अब रही बात मरने वाले इंसानों की तो जो इंसान मर चुके हैं। वे अपनी यादों के अंदर आज भी जिंदा हैं। वे भूत हो चुके हैं। और आपको यह पता होना चाहिए कि जीवन सदा वर्तमान होता है। भूत नहीं होता है।
भूत का मतलब हम दो चीजों से लगा सकते हैं। जैसा कि हमने आपको बताया भूत का मतलब जो चला गया और भूत का मतलब जो मर चुका है। वह भी एक तरह से भूत ही होता है।
दोस्तों बहुत से लोगों को लगता है , कि भूत प्रेत बस एक वहम होते हैं। लेकिन यह सच नहीं है। भूत प्रेत कोई वहम नहीं होते हैं। वे सच के अंदर ही मौजूद होते हैं।भले ही हर कोई उनको देख नहीं सकता है । मगर कुछ लोग इस तरह के भी होते हैं , जोकि भूत प्रेत को बहुत ही आसानी से देख सकते हैं। यदि आपने कभी भूत प्रेत को देखा है , तो आप अपने अनुभव से यहां पर हमें बता सकते हैं।
अक्सर आपने दुनिया के अंदर देवता और भगवान के मंदिर के बारे मे तो सुना ही होगा । लेकिन आपने क्या भूत प्रेत के मंदिर के बारे मे सुना है , यदि नहीं सुना है , तो हम आपको बतादेते हैं कि भूत देवता का मंदिर भी होता है। इसी तरह की एक रियल घटना के बारे मे आपको बता रहे हैं।हिमाचल के मनाली लेह मार्ग पर स्थित गाटा लूप मार्ग है। यह खतरनाक रस्तों मे से एक है। और यहां की रहस्यमय कहानियां काफी अधिक मशहूर हैं। यहीं पर रास्ते के अंदर एक ऐसा मंदिर है , जिसके अंदर भोग किसी तरह की मिठाई नहीं चढ़ाई जाती है। वरन शराब और सिगरेट को चढ़ाया जाता है।
और यदि हम यहां की कहानी के बारे मे बात करें तो यह कहानी काफी अधिक डरावनी है। यहां पर कहा जाता है , कि एक युवक की आत्मा भटकती है , जोकि लोगों से पानी मांगती है।इस लड़के की आत्मा के पीछे एक बहुत ही तगड़ी कहानी मौजूद है। कहा जाता है कि 90 के दशक के अंदर एक ट्रक पलटा कर यहां पर एक लड़का मर गया था ।जब ट्रक पलटा तो कंडक्टर उसके नीचे दब गया और उसने उसे निकालने की कोशिश की मगर अकेला कुछ कर नहीं सका । उसके बाद यह कहकर चला गया कि वह मदद लेने के लिए जा रहा है।उस जगह से गांव 40 किलोमिटर दूर था । और गांव दूर होने की वजह से काफी समय गांव तक उसे आने मे लगा । उसने वापस भी जाने की कोशिश की लेकिन बर्फबारी की वजह से यह संभव नहीं हो पाया । उधर जब बस ड्राइवर मदद लेकर लौटा तब तक ट्रक के नीचे दबे कंडक्टर की मौत हो चुकी थी। यह भूख प्यार और बर्फबारी की वजह से हुआ था । उसके बाद से ही वहां पर डरावनी घटनाएं होने लगी ।
उसके बाद यह कहा जाता है कि लड़के की लाश को यहीं पर दफनादिया गया था । और कुछ दिनों बाद वही लड़का लोगों से खाना मांगता था । इसके अलावा पानी भी मांगता था । कहा जाता है , कि जो उसको खाना और पानी नहीं देता था , उसके साथ कोई ना कोई हादसा हो जाता था । और पानी व खाने की बोतल को वह हाथ से पकड़ नहीं पाता था । वह नीचे गिर जाती थी ।
जब कुछ लोगों को इस लड़के की आत्मा के बारे मे पता चला तो उन्होंने वहां पर पूजा पाठ करवाई और फिर वहां पर एक मंदिर बना दिया गया । उसके बाद लड़के की आत्मा किसी को नहीं दिखाई दी । अब लोग वहां पर शराब और सिगरेट भी चढ़ा जाते हैं। और कुछ लोग पानी की बोतल भी चढ़ा देते हैं।
आपको बतादें कि यह कोई फेक घटना नहीं है। रियल घटना है , आप यदि गूगल पर सर्च करेंगे तो आपको यह न्यूज मिल जाएगी । सच मे ऐसा हुआ था ।
इस घटना को बताने का हमारा यही मकसद है कि भले ही आप माने या फिर ना माने भूत प्रेत होते हैं। और यह एक अलग बात है , कि यह कुछ लोगों को दिखाई देते हैं , और कुछ लोगों को दिखाई नहीं भी देते हैं।
असल मे मरने के बाद सभी लोग भूत प्रेत नहीं बनते हैं। क्योंकि सभी लोग अपनी पुरानी यादों के अंदर अटकते नहीं है। वे जीवन के साथ आगे बढ़ जाते हैं , लेकिन अधिकतर लोग अपनी पुरानी यादों के अंदर अटक जाते हैं और मरने के बाद भूत बन जाते हैं। यह वे लोग होते हैं , जिन्होंने अपने जीवन के अंदर बुरा कर्म किया है। और यदि बात करें वर्तमान की तो आजकल अधिकतर लोग बुरे कर्म करने वाले ही हैं। अच्छे कर्म करने वाले बहुत ही कम बचे हैं।
यह भी एक बड़ा सवाल है , कि भूत प्रेत रहते हैं कहां पर हैं। इसके बारे मे शास्त्रों के अंदर लिखा गया है , कि भूत प्रेत अक्सर हमारे बीच घूमते रहते हैं। और खास कर रात के अंदर । दिन मे वे अक्सर सुनसान जगहों पर रहना पसंद करते हैं। और उन सुनसान जगहों पर यदि कोई मिठाई वैगरह को लेकर जाता है , तो उसके बाद वे उसके पीछे लग सकते हैं। और उस इंसान को परेशान करना शूरू कर देते हैं ।इसलिए कभी भी रात को बाहर से मिठाई को घर के अंदर नहीं लाना चाहिए । नहीं तो भूत प्रेत लगने के चांस काफी अधिक बढ़ जाते हैं।
इसी तरह की एक रियल घटना है। मोजाराम नामक एक इंसान रात को अपने पास पेड़ा लेकर अपने गांव पैदल ही निकल चुका था । यह काफी पुरानी बात है। उस समय साधन काफी कम ही हुआ करते थे । यह रात के 12 बजे का समय था कुछ समय बाद उसे यह एहसास हुआ कि कोई उसके पीछे लग रहा है। वह बुरी तरह से डर गया । मगर पीछे मुड़कर देखने पर उसे कोई दिखाई नहीं दे रहा था । वह पसीने से तरबतर हो गया । और अपने धर की तरफ भागता रहा । कुल मिलाकर 30 मीनट बाद वह अपने घर पहुंच गया । उसके बाद जब घर के अंदर प्रवेश किया और सारी कहानी बताई तो मोजाराम की पत्नी ने सारी मिठाई को घर के बाहर फेंक दिया । ऐसा अक्सर होता है।
इसलिए ही तो यह कहा जाता है , कि घर से बाहर मिठाई लेकर नहीं आना चाहिए । यदि ऐसा होता है , तो फिर बड़ा नुकसान होने का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है।
हमारे मामाजी हैं। वो स्कूल के अंदर नौकरी करते हैं। और एक बार जब वे नौकरी से लौटकर रात को 10 बजे घर आ रहे थे , तो उनको रस्ते के अंदर एक गुड़ बेचने वाला मिला और उन्होंने कुछ गुड़ को लिया व अपनी जेब के अंदर डाल लिया । वे भूल गए और घर को निकल गए । रस्ते मे रात हो गए ।
रात को 10 बजे जब वे घर पहुंचे तो गुड़ को वहां पर रख दिया । उसके बाद सो गए ।हमारी नानी बाहर ही सोई थी। तो उसको किसी ने आवाज दी कि अरे गुड़ दे । तो नानी को सारा माजरा समझ आ गया ।और उन्होंने मामा से गुड़ के बारे मे पूछा और फिर उसे लेकर घर के बाहर फेंक दिया ।
इस तरह से दोस्तों यह भी एक भूत प्रेत की सच्ची घटना है। इसके अलावा भी बहुत सारी भूत प्रेत की सच्ची घटनाएं हैं। और आपको भी बहुत सारी घटनाएं मौजूद हैं। आपने भी उन घटनाओं के बारे मे सुना ही होगा ।
बहुत सारे लोग इन सब चीजों को अंधविश्वास मानते है। लेकिन वो कहते हैं ना जिसको कांटा चुभता है , वही उसका दर्द को जानता है। जब तक आपको भूत प्रेत से सामना नहीं होता है , तब तक कुछ नहीं होता । जिस दिन आपका भी सामना हो जाएगा । उस दिन सब कुछ बदल जाएगा ।
दोस्तों यह भी एक रियल घटना है। हमारे एक जानकार को जरा भी किसी भूत प्रेत से डर नहीं लगता था । और उसके साथ क्या हुआ कि वह रात को कहीं से आ रहा था । और रस्ते के अंदर श्मसान पड़ता है। वह जब श्मसान से गुजरा तो उसके उपर किसी प्रेत ने हमला कर दिया । वहां पर दोनों के बीच क्या हुआ ? इसके बारे मे जानकारी नहीं है। लेकिन कहा जाता है , कि वह जब घर आया तो उसको काफी अधिक पसीना लगा हुआ था । और वह बहुत अधिक घबराया हुआ था । उसके बाद कुछ ही समय के अंदर उसकी मौत हो गई । कुल मिलाकर प्रेत काफी अधिक घातक होते हैं। और यदि किसी दिन सामना हो गया तो फिर सिट्टी पिट्टी गुम हो जाएगी ।
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