मोर का विलोम शब्द क्या है mor ka vilom shabd kya hai ?
मोर का विलोम शब्द या मोर का विलोम , मोर का उल्टा क्या होता है ? mor ka vilom shabd
शब्द | विलोम शब्द |
मोर | मोरनी |
mor | morni |
मोर का विलोम शब्द क्या है mor ka vilom shabd kya hai ?
दोस्तों यदि हम मोर के विलोम शब्द की बात करें तो इसका विलोम शब्द होता है मोरनी ।भारतीय मोर (Indian peafowl) या नीला मोर (Blue peafowl), जिसका वैज्ञानिक नाम पैवो क्रिस्टैटस (Pavo cristatus) है। और मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है। और मोर को मारना भी कानूनी अपराध है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।दोस्तों मोर जोकि नर होता है वह काफी सुंदर होता है। मोर की सुंदरता ही मोरनी को आकर्षित करती है। और मोर के पंख नीला रंग लिए हुए होते हैं। मोर के सिर पर एक कलंगी होती है। भारतिय मोर प्रेमलाप के दौरान अपने पंखों को फैलाते हैं। और इनके पैर का रंग राख कलर का होता है। और मोरनी अंडे देती है। और मोर अधिक दूरी तक उड नहीं सकते हैं। यह मात्र कुछ ही दूरी तक उड सकते हैं। रात के अंदर यह लंबे पेड़ों पर रहते हैं और इनकी आवाज से इनको आसानी से पहचाना जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
और यदि मोर के भोजन की बात करें तो यह कई चीजों को खाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए जैसे कि यह सांपों, छिपकलियों और चूहे एवं गिलहरी वगैरह और अनाज को भी खा सकता है। नर, एक मोर के नाम से जाना जाता है, एक बड़ा पक्षी जिसकी लंबाई चोंच से लेकर पूंछ तक 100 के 115 सेमी (40-46 इंच) होती है और अन्त में एक बड़ा पंख 195 से 225 सेमी (78 से 90 इंच) और वजन 4-6 किलो (8.8-13.2 एलबीएस) होता है।
वयस्क मोरनी एक सुंदर पक्षी है जिसके सिर पर मिश्रित-भूरे रंग का शिखर होता है और नर का सिर शाहबलूत हरे रंग का होता है। ऊपरी भाग हल्के रंग के साथ भूरे रंग का होता है। इस पक्षी की प्राथमिक विशेषता इसकी चमकदार हरी आंखें हैं जो छोटे समूहों में भी ध्यान देने योग्य हैं। वयस्क मोरनी अपनी लंबी गर्दन, शक्तिशाली चोंच और विशिष्ट सुंदरता के लिए भी उल्लेखनीय है।
यह 1800 मीटर की ऊंचाई के नीचे और कुछ दुर्लभ परिस्थिति में 2000 मीटर की ऊंचाई पर पाया जाता है। और जिन स्थानों पर खेती होती है वहां पर आपको मैदानों के अंदर मोर आसानी से देखने को मिल जाते हैं।और इंसानों के साथ रहने मे यह आसानी से अनुकुलि होते हैं।
और यदि हम मोर के उम्र की बात करें तो यह आमतौर पर 23 साल तक ही जीवित रहते हैं लेकिन जंगल मे मात्र 15 साल तक ही जीवित रहते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।और मोर जब पेड़ पर बैठे रहते हैं तो तेंदुए उनके उपर हमला कर सकते हैं। और उनका शिकार कर सकते हैं।
हालांकि कई बार मोर को ईगल भी शिकार कर सकता है। मोर तब अधिक सुरक्षित होते हैं जब यह समूह के अंदर रहते हैं। क्योंकि तब किसी शिकारी पक्षी के लिए इनको पकड़ना कोई आसान काम नहीं होता है। खतरा अनुभव करते ही यह उड़ जाते हैं।अब दोस्तों हम आपको मोर के बारे मे कुछ फैक्टस बताने वाले हैं। यदि आपको इसके बारे मे नहीं पता तो यह आपके लिए काफी अच्छे हो सकते हैं।
- यदि हम एक मोर के जीवनकाल की बात करें तो यह काफी अच्छा होता है। एक मोर का जीवनकाल 50 साल तक होता है हालांकि यदि मोर जंगल के अंदर रहता है तो उसे काफी अधिक संघर्ष करना पड़ता है जिसकी वजह से यह मुश्किल से 20 साल ही जिंदा रह पाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
- आपको बतादें कि किसी भी मोर को अकेले रहना पसंद नहीं होता है। वे समूह के अंदर ही रहना पसंद करते हैं। इसलिए आपने मोर को कई अन्य मोर के साथ घूमते हुए देखा होगा । मोर को समूह मे रहना काफी पसंद होता है। हालांकि वे कई बार अकेले रहते हुए भी देखे गए हैं।
- आपको बतादें कि मोर की सभी आवाजों को इंसान महसूस नहीं करते हैं मोर कुछ इस तरह की आवाजे भी करता है जिसको हम इंसान महसूस नहीं कर सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
- मोर आमतौर पर 5 फिट तक होते हैं और यह काफी बड़े होने के बाद भी उड़ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । हालांकि यह अधिक दूरी तक उड़ान नहीं भर सकते हैं। इसके बारे मे भी आपको पता होना चाहिए ।
- जब इनका संभोग काल खत्म हो जाता है तो मोर स्वाभाविक रूप से अपने पंखों को बहा देते हैं और उसके बाद हम इन पंखों को एकत्रित कर लेते हैं और इनका उपयोग कई तरह की सजावट के तौर पर किया जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
- मोर भारत के राष्ट्रीय पक्षी हैं इसको भारत के अंदर सन 1963 ई के अंदर राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया गया था। भारत के अंदर मोर को मारना अपराध माना जाता है यदि आप किसी मोर को मारते हैं तो पुलिस आपको पकड़ सकती है।
- आपको यह भी बतादें कि मोर बहुविवाह वाले होते हैं। एक मोर कई मोरनी के साथ भोग करता है। इसलिए अक्सर देखा जाता है कि एक मोर के साथ कई सारी मोरनी होती हैं इसके बारे मे आपको पता ही होगा और आपने यह देखा भी होगा ।
- नर का पंख चमकीले गहरे नीले रंग का होता है जिसमें हरे और बैंगनी रंग होते हैं, जबकि मादाएं मुख्य रूप से भूरे और हरे रंग की होती हैं यह कांगों मोर के अंदर होता है । कांगों मोर की पूंछ काफी छोटी होती है। हालांकि यह अन्य नर मोर की तरह की काफी अधिक सुंदर होते हैं।
- आपको यह जानकार हैरानी होगी की कभी मोर अमीरों के भोजन हुआ करते थे।और यह सब धन का प्रतीक हुआ करता था। इसके लिए मोर के पंख वैगरह को हटा दिया जाता है और उसके बाद उसके स्वाद को लिया जाता था।हालांकि मोर का मांस खाने वाले कई लोगों ने अपने अनुभव के बारे मे बताते हुए कहा है कि मोर का मांस कोई स्वादिष्ट मांस नहीं होता था। बस यह दिखावे के लिए ही खाया जाता था इसके बारे मे भी आपको पता होना चाहिए ।इस तरह से इस लेख के अंदर हमने मोर के बारे मे विस्तार से जाना उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आएगा ।