घाटा का विलोम शब्द क्या है Ghata ka vilom shabd kya hai ?
घाटा का विलोम शब्द या घाटा का विलोम , घाटा का उल्टा क्या होता है ? Ghata ka vilom shabd
शब्द | विलोम शब्द |
घाटा | मुनाफा |
Ghata | Munafa |
घाटा का विलोम शब्द और अर्थ के बारे मे जानकारी
दोस्तों यदि हम बात करें घाटे की तो इसका विलोम शब्द होता है मुनाफा । और यदि हम घाटे के मतलब की बात करें तो यदि आप किसी चीज को 100 रूपये के अंदर खरीदते हैं और 80 रूपये मे बेच देते हैं तो इसी को घाटे के नाम से जाना जाता है।
वैसे घाटा सभी के लिए मायेने रखता है। यदि किसी को लगातार घाटा होगा तो वह काम करना ही बंद कर देगा । क्योंकि घाटे के अंदर कोई भी काम नहीं किया जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ भी सकते हैं। हालांकि घाटे और फायदे का रहस्य वास्तव मे सिर्फ पैसों तक ही सीमित नहीं होता है। घाटे और फायदे का सिस्टम जीवन के अंदर भी चलता रहता है। असल मे हम इन सभी चीजों को समझ नहीं पाते हैं। एक कहानी आपको सुनाता हूं । एक गांव के अंदर एक लड़का रहता था। उसका बाप काफी पैसे वाला था। तो एक बार उसका बेटा जंगल के अंदर गया और कुछ घोड़ों को पकड़ कर ले आया । जब वह उन घोड़ों की घुड़सवारी कर रहा था तो घोड़े से गिर गया और उसका एक पैर टूट गया जिससे कि वह लगंडा हो गया । लेकिन यह जानकर उसका पिता काफी दुखी हो गया कि उसका बेटा लगंडा हो गया उसे लगा कि उसे घाटा हुआ है घोड़ों के कारण । कुछ समय बाद उस राज्य पर दूश्मन सेना ने आक्रमण कर दिया तो राजा ने राज्य के सभी पुरूषों को सेना के अंदर बुला लिया और गांव के कई सारे पुरूष मारे जा चुके थे ।लेकिन उस इंसान का बेटा लगंडा होने की वजह से सेना के अंदर नहीं जा पाया और वह उसके पास ही रह गया । इस तरह से उसे आज समझ आया कि उसका बेटा कैसा भी है ? लेकिन उसके पास तो है ही ।
इस तरह से दोस्तों घाटे और फायदे को समझना इतना आसान काम नहीं होता है। आज भले ही आपके साथ बुरा हुआ है लेकिन उस बुरे से भविष्य के अंदर कोई फायदा भी हो सकता है ? इसके बारे मे आपको पता नहीं होगा । घाटा और फायदा आदि का उत्तर हम तुरंत ही नहीं दे सकते हैं। इनका उत्तर तो भविष्य के गर्भ मे होता है ऐसी स्थिति के अंदर इनकी पहचान करना इतना आसान काम नहीं होता है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।
इस तरह से यदि आपको अबकि बार घाटा हो भी जाए तो फिर आपको निराश नहीं होना वरन उसके अंदर भी आपको अपने फायदे के बारे मे देखना होगा कि आप उससे क्या फायदा हो सकता है। हर बुराई के अंदर असल मे एक अच्छाई कई बार हो सकती है। बस हमारी नजरे ही उसे देखने मे धोखा खा जाती हैं।
मुनाफे का अर्थ और मतलब
दोस्तों यदि हम मुनाफे की बात करें तो इसका मतलब होता है क्रय मुल्य से अधिक विक्रय मुल्य का होना एक तरह से मुनाफा होता है। वैसे मुनाफा को सही तरह से परिभाषित नहीं किया जा सकता है। क्योंकि कई बार क्या होता है कि हम पैसा के रूप मे घाटा खाते हैं लेकिन उससे हम दूसरे तरह के मुनाफे के तौर पर देखते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।मुनाफे और घाटे के उपर हमने आपको एक कहानी बताई थी और उस कहानी के अनुसार भी मुनाफे को समझना उतना आसान नहीं है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
वैसे आजकल इसी तरह के लोग होते हैं जोकि हर काम को अपने मुनाफे के लिए करते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा । यह लोग किसी भी काम को तब तक नहीं करते हैं जब तक कि उसके अंदर इनकों मुनाफा नहीं दिखता है।
मुनाफा एक बड़ी चीज होती है। भारत के सरकारी तंत्र के अंदर इतना अधिक भ्रष्टाचार इतना अधिक भर चुका है कि सब लार टपकाते हैं। जिसके पास काफी पैसा उसके बाद भी वह भी जनता को लूटने के लिए लगा है । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
और इसका सबसे बड़ा कारण है कि नौकरी लगने के लिए पैसा देते हैं और उसके बाद एक बार जब पैसा देकर नौकरी लग जाते हैं तो उसके बाद उस पैसे को तो उनको वसूल करना ही होता है। इसके लिए वे फिर जनता को लूटना शूरू कर देते हैं।
और उम्र भर लूटने मे ही लगे रहते हैं इस तरह के लोगों की कोई विचार धारा नहीं होती है। और यह लोग पैसे के लिए कुछ भी कर सकते हैं। भारत की महान जनता भी उनके जैसी ही होती है। यही कारण है कि ऐसे लोग राज्यों के सीएम तक बन जाते हैं। जिस इंसान के कोई सिद्धांत नहीं है। जो पैसे के लिए गलत और सही के अंदर कोई फर्क महसूस नहीं कर सकता है। इस तरह के लोग किसी का कोई भला नहीं कर सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
दोस्तों हमारे यहां पर दो सरपंच चुनाव लड़े एक हार गया और दूसरा जीत गया । हारने वाले पूछा कि वह क्यों हारा ? तो मैंने कहा क्योंकि उसकी जैसी विचारधारा के लोग इस गांव के अंदर ना के बराबर मौजूद हैं जबकि दूसरे के जैसी विचार धारा के लोग काफी अधिक हैं। यही कारण है कि आप हार गए । दोस्तों इसी तरह से आज कलयुग का दौर चल रहा है। ऐसी स्थिति के अंदर कलयुग के कालनेमी की संख्या तो अपने आप ही बढ़ जाएंगी । और यह कालनेमी क्या करेंगे इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता ही है आपको बताने की कोई आवश्यकता नहीं है आप इस बात को समझ सकते हैं।
घाटा का विलोम शब्द या घाटा का विलोम , घाटा का उल्टा क्या होता है ? Ghata ka vilom shabd