भूमि का विलोम शब्द क्या है bhoomi ka vilom shabd kya hai ?

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शब्दविलोम शब्द
भूमि‌‌‌जल
bhoomijal

भूमि का विलोम शब्द

‌‌‌दोस्तों भूमी के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं।भूमी का मतलब होता है पृथ्वी का थल भाग जिस पर हम रहते हैं। हम सभी लोग भूमी पर ही रहते हैं वैसे आपको बतादें कि भूमी कई लड़कियों का भी नाम होता है। दोस्तों यदि हम रहने वाली भूमी की बात करें तो यह भी अब संकट मे होती जा रही है। इंसानों का तो ‌‌‌कहना ही क्या है। रियल मे यह तो भूमी के एक एक इंच के लिए लड़ रहे हैं। इसके अंदर कोई भी शक नहीं है। लेकिन जानवर भी भूमी के लिए लड़ते हैं आपको यह बात भी अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए ।कुत्तों के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही होंगे। आपने देखा होगा कि कुत्तों का भी इलाका होता है। यदि ‌‌‌उस इलाके के अंदर कोई दूसरा कुत्ता आ जाता है तो सारे कुत्ते मिलकर उस दूसरे कुत्ते को वहां से भगाने की कोशिश करते हैं। इसी तरीके से इंसानों का भी इलाका होता है। यह बात सिर्फ कुत्त की ही नहीं होती है। जंगल के अंदर जो शेर होते हैं उनका भी अपना इलाका होता है जिसके अंदर वे किसी दूसरे शेर को ‌‌‌बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं आपको यह बात भी अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए । खैर बात हो भूमी की तो आज भूमी के मामले मे भारत का बहुत ही बुरा हाल हो चुका है। इसका कारण यह है कि अब बहुत ही कम भूमी बची है। क्योंकि भारत की आबादी काफी अधिक हो चुकी है। और उनको रहने के लिए जगह भी नहीं मिल रही है। और

भूमि का विलोम शब्द

‌‌‌सरकार को भी इसके बारे मे कोई भी चिंता नहीं है। क्योंकि उसे अपने वोट से मतलब है। भले ही आप लोकतंत्र को बढ़िया मानते हैं लेकिन यह सबसे घटिया होता है। यहां पर विकास नहीं हो पाता है। इसके अलावा जो किसान खेती करते हैं। उनके लिए भी भूमी की काफी कमी होती जा रही है। यदि इसी प्रकार से आबादी बढ़ती ‌‌‌ रही तो वह दिन दूर नहीं होगा जब भारत के अंदर लोग भूख मरने लग जाएंगे । क्योंकि अनाज को उगाने के लिए भूमी की जरूरत होती है। और भारत के पास भूमी रहेगी ही नहीं । इसके अलावा आजकल लोग अपने खेत के अंदर भूमी मे अधिक पैदावार करने के लिए दवाएं डालते हैं और इसका परिणाम यह होता है कि ‌‌‌पैदावार तो अधिक बढ़ जाती है लेकिन इसकी वजह से अनेक प्रकार की बीमारियां भी पैदा होने लग जाती हैं। आपने कैंसर का नाम तो सुना ही होगा । कैंसर इन दोनों बहुत ही भयंकर बीमारी बनकर सामने आ रहा है। खास कर उन लोगों को कैंसर होने की संभावना काफी अधिक हो जाती है जोकि दवाओं से बना खाना खाते हैं।

‌‌‌ऑरेजनल नैचुरल चीजों का सेवन नहीं करने की वजह से कैंसर बनने की संभावना काफी अधिक बढ़ जाती है। इस बात को आपको अच्छी तरह से समझलेना चाहिए । कि अधिक से अधिक देशी खाना खाएं । और शहरी चीजों का कम प्रयोग करें तो कैंसर से बचा जा सकता है।

‌‌‌जल का अर्थ और मतलब

दोस्तों जल ही जीवन होता है। इसके बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही होंगे । जल का मतलब होता है एक प्रकार का तरल पदार्थ जिसे हम पीते हैं। आपको पता होना चाहिए कि यह जो जीवन है इस धरती पर वह जल की वजह से ही है। यदि धरती पर जल नहीं होता है तो ‌‌‌फिर यहां पर जीवन संभव नहीं है। क्योंकि किसी भी तरह का जीव जल के बिना नहीं रह सकता है। लेकिन आजकल जल की हालत भी बहुत अधिक खराब हो चुकी है। क्योंकि जो नदियों का जल है वह अधिक कूडे और करकट की वजह से वैसे भी पीने लायक नहीं बचा है।इसके अलावा फैक्ट्री से निकलने वाला जो अपशिष्ट होता है वह ‌‌‌ भी जल के अंदर डाला जाता है जिसकी वजह से जल दूषित हो जाता है और जल के अंदर रहने वाले जीव भी काफी तेजी से मर रहे हैं। हालांकि धरती पर पानी थल से भी अधिक है। यह 71 प्रतिशत भू भाग पर है। लेकिन इसमे से अधिकतर पानी पीने योग्य नहीं है। यह समुद्र का खारा पानी है।

‌‌‌पीने योग्य जो पानी है वह बहुत ही कम है। आपको इसके बारे मे पता ही होगा । इसके अलावा अमल वर्षा का नाम तो आपने सुना ही होगा । यह एक प्रकार की जहरीली वर्षा होती है। जिसके अंदर होता यह है कि जहर धरती पर बरसता है। यह हम सभी के लिए काफी डेंजर होता है। क्योंकि ‌‌‌यह जानवर और पशु व इमारतों इन सभी को नुकसान पहुंचाता है। अम्ल वर्षा का कारण भी हम ही होते हैं। आजकल खेतों के अंदर भी जहरीली दवाओं का प्रयोग किया जाता है जिसकी वजह से होता यह है कि वर्षा के साथ यह दवाएं मिलकर नदी और समुद्र के अंदर चली जाती है और वहां के पानी को भी काफी अधिक दूषित कर देती हैं।

‌‌‌यदि इसी प्रकार से चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं होगा । जब धरती पर पीने के पानी के लिए काफी अधिक संकट हो जाएगा । आपको पता ही है कि रोजाना पूरी दुनिया के अंदर न जाने कितने लीटर पानी का उपयोग किया जाता है। खैर जल का संरक्षण करना भी बहुत ही जरूरी होता है। आप समझ सकते हैं।

‌‌‌आज भी अनेक गांव ऐसे हैं जहां पर पीने के पानी के लिए कतार के अंदर लगना होता है। और या फिर काफी लंबी दूरी तक पानी के लिए जाना होता है। क्योंकि वहां पर पीने का पानी उपलब्ध नहीं है। आप भी इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌हालांकि बहुत सारे इलाके हैं जहां पर जल है। लेकिन यदि जल की कमी हो जाती है तो उसके बाद खेती भी नहीं हो सकेंगी । क्योंकि पीने का पानी ही नहीं रहेगा तो फिर खेती किस तरह से होगी आप भी इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌इसलिए जहां तक हो सके जल का संरक्षण किया जाना जरूरी होता है। क्योंकि यह यदि आपको नहीं मिला तो जीवन के लिए बहुत ही बड़ा संकट पैदा हो जाएगा । जल ही जीवन है यह किसी ने ठीक ही कहा है। जल के बिना कुछ भी संभव नहीं है। आपको यह भी पता होगा ।

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