Raksha  ka vilom shabd रक्षा का विलोम शब्द?

रक्षा का विलोम शब्दरक्षा शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, रक्षा का उल्टा Raksha  vilom shabd

शब्द (word) विलोम (vilom)
रक्षाविनाश  
RakshaVinash        
        

‌‌‌रक्षा का विलोम शब्द और अर्थ

दोस्तों रक्षा का विलोम शब्द होता है विनाश । दोस्तों यदि हम बात करें रक्षा के अर्थ की तो इसका मतलब होता है किसी का बचाव करना । जो बचाव करने वाला होता है। उसको रक्षक के नाम से जाना जाता है। यदि कोई आपका किसी भी चीज से बचाव करता है तो  हम रक्षक ही उसे कहेंगे। ‌‌‌जैसे कि आप वित की समस्या से झूझ रहे हैं तो एक इंसान आपको बचाना चाहता है। और इसके लिए वह आपको धन देता है तो इसका मतलब यही है कि संकटसे उभारने मे वह एक तरह से आपकी रक्षा ही कर रहा है।

रक्षा का विलोम शब्द

‌‌‌रक्षा भी अपने आप मे कई तरह की होती है। जैसे कि कोई आपकी जान लेना चाहता है और दूसरा आकर आपको बचा लेता है तो यह भी एक तरह से रक्षा ही होती है। आमतौर पर जान की रक्षा को सबसे बड़ी रक्षा के अंदर गिना जाता है। क्योंकि यदि कोई किसी की जान बचा लेता है तो फिर सभी तरह की रक्षाएं आ जाती हैं क्योंकि ‌‌‌जान की रक्षा से बड़ी कोई चीज नहीं होती है।

 आप अच्छी तरह से समझ ही गए होंगे की जान की रक्षा कितनी जरूरी होती है ? और किस तरह से आप इसे कर सकते हैं ? खैर आज इस दुनिया के अंदर एक भी इंसान आपको ऐसा नहीं मिलेगा जोकि ‌‌‌दुश्मन नहीं पाले रखता हो या फिर उसके दुश्मन नहीं हो । हर इंसान के दुश्मन होते हैं आपको पता ही है। हालांकि जरूरी नहीं है कि आप सही कर रहे हैं तो कोई भी आपका दुश्मन नहीं बने । आमतौर पर कई बार आप अपनी तरफ से सही होते हैं लेकिन उसके बाद भी दुश्मन आपके बन जाते हैं।

‌‌‌दुश्मन होना आज के जमाने मे कोई बड़ी बात नहीं होती है। आप इस बात को अच्छी तरह से जानते ही हैं। ‌‌‌लेकिन कई बार क्या होता है कि दुश्मनी काफी अधिक घातक सिद्ध होती है। और एक दुश्मन दूसरे की जान भी लेलेता है। दोस्तों रक्षा बंधन का त्यौहार तो आप मनाते ही होंगे। यह इसीलिए मनाया जाता है कि भाई बहिन की रक्षा करने का काम करता है आप इसको समझ सकते हैं।

‌‌‌रक्षाबंधन का मतलब भी यही होता है। यह भले ही प्राचीन काल का त्यौहार है लेकिन आज भी इसका महत्व है। आज पुलिस बल सब कुछ है लेकिन रक्षा का महत्व कम नहीं होता है जब एक बहन की शादी नहीं होती है तब तक तो उसकी रक्षा उसका भाई और पिता करते हैं। यहां पर रक्षा का मतलब यही है कि उसके साथ कोई गलत ना हो जाए।

‌‌‌इस तरह से रक्षा का अपना महत्व होता है। आप इस बात को अच्छी तरह  से समझ सकते हैं। रक्षबंधन का त्यौहार आज भी धूमधाम से मनाया जाता है । इसके अंदर बहने अपने भाई को रखी बांधती हैं और उसके बाद भाई उनको रक्षा का वचन देता है।

‌‌‌तो इस तरह से दोस्तों रक्षा का मतलब आप अच्छी तरह से समझ ही चुके हैं। और यदि हम बात करें रक्षा के महत्व की तो इस दुनिया के अंदर रक्षा का महत्व बहुत सारे लोग जाने हैं बस कुछ लोग ही हैं जोकि इसके महत्व को नहीं जानते हैं। आप इसके बारे मे समझ सकते हैं कि यह ग्वार लोग होते हैं। जिनके उपर उपकार ‌‌‌करने का कोई फायदा नहीं होता है।

‌‌‌विनाश का अर्थ और मतलब

दोस्तों विनाश का नाम तो आपने अच्छी तरह से समझते ही हैं। इस दुनिया के अंदर जो कुछ बनता है वह बिगड़ता भी है। ऐसा नहीं है कि यहां पर जो कुछ भी है वह अमर है। असल मे यहां पर कुछ भी अमर नहीं है। और जो आप कुछ भी बना रहे हैं । वह एक ना एक दिन नष्ट होने ही वाला है इसके अंदर ‌‌‌ कोई भी शक नहीं है। आप भी इस बात को अच्छी तरह से समझते ही होंगे । विनाश होने के कारणों की बात करें तो विनाश कई तरह से हो सकता है। जैसे प्राकृतिक आपदा की वजह से सबसे अधिक विनाश होता है। जब सुनामी आई थी तो पूरे गांव के गांव बह गए । और कई लोग मारे गए ।

‌‌‌इसी प्रकार से जब भूकंप आता है तो उसकी वजह से भी विनाश होता है। इसके बारे मे आपको पता ही है।इस स्थिति के अंदर लोगों के घर के घर बरबाद हो जाते हैं । आपको पता ही होगा । इसी प्रकार से इंसान जब एक दूसरे से युद्ध करते हैं तो उसके अंदर भी विनाश होता ही है।

‌‌‌आज सन 2022 को रूस और युक्रेन के बीच भयंकर लड़ाई चल रही है। ऐसी स्थिति के अंदर युक्रेन के अंदर विनाश हो रहा है । अमेरिका को यह पसंद नहीं है। वैसे अमेरिका के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। तो दोस्तों रूस और यूक्रेन दोनों आपस मे भी बहुत ही भयंकर तरीके से लड़ रहे हैं।

‌‌‌इसके बारे मे भी आपको पता होना चाहिए । जोकि जरूरी है। भले ही युक्रेन का विनाश हो जाए इसकी उसे चिंता नहीं है। लेकिन वह युद्ध लड़ रहा है। खैर जो भी हो पर विनाश तो हो ही रहा है।

‌‌‌उत्पति और विनाश एक ही सिक्के के दो पहलू होते हैं जोकि हमेशा ही साथ साथ चलते हैं इसके अंदर कोई भी शक नहीं है। आपको भी पता होना चाहिए । इसलिए आपको यह नहीं सोचना चाहिए कि आप सदा कोठियों के अंदर ही रहेंगे । एक समय ऐसा भी आएगा । जब आपको कोठियों को छोड़कर जाना होगा । इसलिए जमीन पर रहने की ‌‌‌ आदत डालें। यही आपके लिए सही होगा । और यही जरूरी भी होगा । आपको इस बात को भी अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए ।बहुत से लोग उत्पति पर काफी खुश होते हैं लेकिन विनाश पर खुश नहीं होते हैं लेकिन जो विनाश पर खुश हो जाता है। असल मे वह जीवन के रहस्य को जान लेता है। उसके बाद उसे किसी तरह की उत्पति ‌‌‌और विनाश की कोई भी चिंता नहीं होती है। उसे पता होता है कि यह सब कुछ खेल हो रहा है। वह इस ,खेल के अंदर शामिल नहीं है। जो कुछ भी हो रहा है वह बस उसको देखने वाला है तो इसके अंदर चिंता करने की कोई भी बात नहीं है।

‌‌‌लेकिन जो इस रहस्य को नहीं जानता है। वह काफी दुखी होता है और विनाश पर रोता भी है। लेकिन जो हो रहा है वह हो रहा है उसे कौन रोक सकता है। एक दिन तो विनाश होना ही है। उसे क्या फर्क पड़ता है आज हो या कल ।

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