कठोर का विलोम शब्द क्या है kathor ka vilom shabd kya hai ?
कठोरका विलोम शब्द या कठोरका विलोम , कठोरका क्या होता है ? kathor ka vilom shabd ,kathor ka vilom shabd kya hai
शब्द | विलोम शब्द |
कठोर | कोमल |
kathor | komal |
कठोर का विलोम शब्द और अर्थ
दोस्तों कठोर का विलोम शब्द होता है कोमल । और कठोर का अर्थ होता है जो चीज अधिक हार्ड होती है उसके लिए कठोर कहा जाता है। जरूरी नहीं कि यह वर्ड सिर्फ भौतिक चीजों के लिए होता है। अभौतिक चीजों के लिए भी कठोर वर्ड का प्रयोग किया जाता है।
जैसे कि कोई स्टूडेंट हैं और वह पढ़ाई कर रहा है हो सकता है कि उसे कुछ विषय सरल लगें लेकिन कई विषय ऐसे होते हैं जोकि कठोर लग सकते हैं। या उसे हार्ड लग सकते हैं। यह आम बात है। आप भी यदि पढ़ाई करते हैं या पढ़ाई कर चुके हैं तो इसके बारे मे आपको ही पता होगा ।
और वैसे भी आज के समय मे तो कुछ भी कोमल नहीं रहा है सब कुछ कठोर हो चुका है। यहां तक कि दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना भी बहुत ही कठिन काम हो चुका है आप समझते हैं कि यहां पर 7000 हजार महिना कमाने के लिए भी कितना कठोर परिश्रम करना पड़ता है।
जीवन का हर पहलू कठोर होता जा रहा है। यदि हम इसके कारण की बात करें तो संसाधन हमारे पास बस सीमित हैं लेकिन उनके उपयोग करने वाले लोगों की संख्या काफी तेजी से बढ़ती जा रही है। भारत की जनसंख्या ही इसके लिए जिम्मेदार है। दोस्तों आजकल ईमानदारी का जमाना नहीं रहा है तो सब कुछ वैसे ही कठोर हो गया
जो लोग पैसा कमाने के लिए गलत काम करते हैं। शराब की अवैध बिक्री करते हैं या कुछ और करते हैं जैसे ड्रग्स आदि तो सब कुछ कठोर हो चुका है। इसके अंदर कोई भी शक नहीं है। उन लोगों को अपनी जिदंगी दाव पर लगानी होती है। क्योंकि पता नहीं कब गोली चल जाए और वे मौत के घाट उतार दिये जाएं ।
अब समय भी बदल चुका है। सब कुछ पहले जैसा नहीं रहा है। यदि आप कुछ करना चाहते हैं तो फिर आपको कठोर मेहनत करनी होगी जैसे कि आप बाजार मे दुकान खोलना चाहते हैं तो उसके लिए भी आपको कठोर मेहनत करनी होगी क्योंकि मार्केट के अंदर बहुत सारा कंपिटिशन आ चुका है।
लेकिन आपने वह कहावत तो सुनी ही होगी कि जीवन जितना कठोर होता है इंसान उतना ही निखर जाता है। आपको पता है कि लौहे को उपयोगी आकार के अंदर ढालने के लिए उसको कठोर साधना से गुजरना होता है। उसी तरीके से आपका जीवन है। यदि आप जीवन के किसी भी क्षेत्र के अंदर सफल होना चाहते हैं तो आपको कठोर साधना से गुजरना होगा भले ही आप किसी भी तरीके को अपना सकते हैं जैसे कि जीवन के अंदर हर कोई चाहता है कि वह अच्छा पैसा कमाए लेकिन इसके लिए उसे बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ती है। पैसा कमाने के भी दो तरीके हैं। पहला तरीका है कि आप सही मार्ग पर चलकर पैसा कमाएं और दूसरा तरीका है कि आप गलत मार्ग पर चलकर पैसा कमाएं । यदि आप गलत मार्ग को चुनते हैं तो वह सही मार्ग से भी अधिक कठोर होता है क्योंकि इसके अंदर आपको कानून का डर बना रहता है कि कब पुलिस पकड़ ले इसका पता नहीं होता है। लेकिन यदि आप सही मार्ग को चुनते हैं तो इतना पैसा नहीं कमा पाते हैं और इस बात की कोई गारंटी भी नहीं होती है कि आप पैसा कमा पाएंगे या नहीं । तो दोस्तों यही जीवन की कठोर सच्चाई है। आजकल लोग पैसा कमाने के लिए क्या क्या नहीं करते हैं ? इसके लिए वे विदेश भी जाते हैं लेकिन अब विदेश मे भी वह बात नहीं रही है। उतना पैसा वहां पर भी नहीं मिल पाता है।
कोमल का अर्थ और मतलब
दोस्तों कोमल का मतलब होता है जो नर्म हो । या जो नर्म होता है ।उसके लिए यह शब्द प्रयोग मे लाया जाता है। कोमल सोफा या कोमल कपड़ा । वैसे तो आपको ही पता होगा कि कोमल लड़कियों का नाम होता है क्योंकि लड़कियां स्वाभाव से ही कोमल होती हैं। दोस्तों वाणी भी कोमल और कठोर होती है। इसका मतलब यह है कि आपने देखा होगा कि जीवन के अंदर कुछ लोग आपको ऐसे मिलते हैं
जोकि स्वाभाव से काफी कोमल होते हैं। खास कर यदि हम बात करें संतों की तो उनकी वाणी बहुत अधिक कोमल होती है।वे लोग इतने मन के साफ होते हैं तो अपने दुश्मन का भी एक बार बुरा नहीं सोचते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उनके अंदर सामर्थ्य नहीं होता है। आपने संतों के शाप के बारे मे तो सुना ही होगा । वो जो बोल देते हैं वही सत्य हो जाता है। उनके पास वाणी सिद्धि होती है।
दोस्तों इसके विपरित कुछ ऐसे इंसान भी होते हैं जोकि बहुत ही कठोर शब्दों का प्रयोग करते हैं। आप ऐसे लोगों को भी जानते हैं जोकि बिना गाली दिये बात नहीं करते हैं। एक बार जब मैं किसी कंपनी के अंदर काम करता था तो वहां पर एक बंदा इसी किस्म का था वह बिना गाली दिये बोलता ही नहीं था।
दोस्तों हालांकि वह इस तरह का इंसान नहीं था कि कोई उसकी बात का बुरा मान जाए । लेकिन वह इसी किस्म का इंसान था यदि कोई नया आदमी उसकी बात को सुनता तो फिर वह काफी भड़क सकता था।
इसके अलावा भी बहुत सारे ऐसे लोग हैं जोकि काफी कठोर शब्दों का प्रयोग करते हैं। सरकारी विभाग के अंदर जाते हैं तो आप देखेंगे कि उनमे अधिक तर लोग इसी किस्म के हैं। वे काम करने के इच्छुक नहीं होते हैं और यदि आप उनको काम करने का कहेंगे तो वे उल्टा आपके उपर ही भड़क जाएंगे ।
लेकिन जो इंसान कोमल वचन बोलते हैं वे असल मे ज्ञानी ही होते हैं वे जानते हैं कि जीवन बहुत ही थोड़ा है और इस छोटे से जीवन के अंदर कुछ भी साथ नहीं जाने वाला है। जिससे आपने प्रेम किया है। बस वहीं आपके साथ जाएगा । तो दोस्तों इंसान को हमेशा कोमल वचनों का ही प्रयोग करना चाहिए ।
यदि कोई इंसान कठोर वचनों को बोलता है तो उसे ऐसा नहीं करना चाहिए । क्योंकि एक ना एक दिन यही कठोर वजन उसके लिए समस्या बन जाएंगे। ऐसा नहीं है कि कर्मों का हिसाब नहीं होता है। कर्मों का हिसाब प्रकृति करती है और आप इस मामले मे कोई भी अपील ही नहीं कर सकते हैं।
कुछ लोग दूसरों के घर के चूल्हे को बुझाकर उनकी मेहनत से अपना चूल्हा जलाते हैं तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। नैचर उनका हिसाब भी बराबर कर देगा । दिल से आप खुद को साफ रखिए । तब ही सब कुछ सही होगा ।