दुर्लभ का विलोम शब्द Durlabh ka vilom shabd kya hai ?

दुर्लभ का विलोम शब्द या दुर्लभ का विलोम , दुर्लभ का उल्टा क्या होता है ? Durlabh ka vilom shabd

शब्दविलोम शब्द
दुर्लभसुलभ
DurlabhSulabh

‌‌‌दुर्लभ का विलोम शब्द और अर्थ

दोस्तों दुर्लभ का विलोम शब्द होता है।सुलभ। दुर्लभ का मतलब है जो आसानी से नहीं मिलता है या जो बहुत कम संख्या मे है। उसके लिए दुर्लभ शब्द का प्रयोग किया जाता है। ‌‌‌जैसे कि आज के समय के अंदर अच्छे इंसान का मिलना दुर्लभ होता जा रहा है।लेकिन एक बुरा इंसान का मिलना बहुत अधिक सुलभ है। दुनिया के अंदर अच्छाई तेजी से कम हो रही है जिसका परिणाम यह हो रहा है कि बुरे लोगों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है।

‌‌‌जैसे जैसे दुनिया के अंदर अच्छे इंसानों का मिलना दुर्लभ होता जाएगा वैसे वैसे दुनिया मे पाप और अत्याचार बढ़ते ही चले जाएंगे। आप समझ सकते हैं कि ऐसी स्थिति मे दुनिया विनाश कि और जाएगी और बाद मे सब आपस मे ही लड़कर मर जाएंगे ।

दुर्लभ का विलोम शब्द

‌‌‌आपको पता होगा कि आज इस धरती पर तेजी से वन्य जीव दुर्लभ होते जा रहे हैं। राजस्थान मे हमारे यहां पर कभी मोर बहुत अधिक पाये जाते थे । अब हाल यह हो चुका है कि मोर बहुत ही कम देखने को मिलते हैं। कारण यही है कि हम सब जगह पर जहर का प्रयोग करते हैं और उस जहर की वजह से

‌‌‌मोर की मौत काफी तेजी से हुई ।और आजकल मोर बहुत ही कम देखने को मिलते हैं। कुल मिलाकर जानवरों का विनाश काफी तेजी से हुआ है। विकास के नाम पर इंसानों ने जो तांडव मचाया है। इसकी सजा अब जल्दी ही इंसानों को भुगतनी पड़ेगी । ऐसा नहीं है। कि इस जहर का असर सिर्फ जानवरों पर होता है और वो तेजी से दुर्लभ ‌‌‌होते जा रहे हैं। इस प्रकार के जहर का असर इंसानों पर भी तेजी से देखने को मिल रहा है।यदि आप कैंसर के अस्पताल के अंदर गए हों तो आपको पता चलेगा कि यह जो कैंसर की बीमारी है वह इस जहर को खाने से ही फैल रही है। यदि आप प्यौर नेचुरल चीज खाते हैं तो आपको कैंसर की संभावना नहीं होगी ।

‌‌‌यदि आप डेटा का विश्लेषण करते हैं तो आपको पता चलेगा कि कैंसर जैसी बीमारी के मरीज उन राज्यों के अंदर काफी तेंजी से मिल रहे हैं जिसके अंदर जहर का बहुत ही अधिक प्रयोग किया जा रहा है। ‌‌‌इसके अलावा जीवों की ऐसी प्रजातियां हैं जो अब खत्म होने पर आ चुकी हैं। और बहुत सारी तो विलुप्त हो चुकी हैं। असल मे कोरोना और दूसरी बीमारी मानव का प्रोडेक्ट ही हैं।

‌‌‌दुर्लभ होते वन भी चिंता का विषय बन चुके हैं। यदि आप रेगिस्तानी इलाकों के अंदर जाएंगे तो आप देखेंगे कि उनके यहां पर बहुत ही कम पौधे हैं। पूरा एरिया ही सूखा पड़ा है। इसके अलावा इन लोगों को पौधा उगाने का कम शौक है। हालांकि ‌‌‌सरकार जो वनों की रक्षा के लिए है। वह खुद ही वनों को काटने मे लगी हुई है। वनों की कटाई एक दिन विनाश लेकर आने ही वाली है। धरती पर बढ़ते इंसानों की जनसंख्या का आप क्या कर सकते हैं। ‌‌‌जब बुराई अपने चरम पर चली जाती है तो उसके बाद बुरे लोग धीरे धीरे आपस मे ही लड़कर नष्ट हो जाते हैं। यही नेचुलर सिद्धांत है।

‌‌‌सुलभ का मतलब और अर्थ

दोस्तों सुलभ का मतलब होता है जो आसानी से उपलब्ध हो उसके लिए इस शब्द का प्रयोग किया जाता है।जैसे कि पानी आपके लिए आसानी से उपलब्ध हो रहा है तो आपके लिए सुलभ है। वहीं जो चीज आपको मिल रही है वह सुलभ है। लेकिन कुछ जगहों पर आपने देखा होगा कि ‌‌‌ पानी भी इतनी आसानी से नहीं मिलता है। इस वजह से वह सुलभ नहीं कहलाता है।महिलाओं को पानी को लाने के लिए दूर जाना पड़ता है। ऐसी स्थिति मे उनके लिए पानी की कीमत भी बढ़ जाती है।

‌‌‌इसी प्रकार से बहुत सारी चीजें हैं जो एक स्थान पर सुलभ हैं तो दूसरे किसी स्थान पर सुलभ नहीं होती हैं। इनके अंदर जैसे सोना ।

‌‌‌और जिस स्थान पर कोई चीज सुलभ होती है तो लोगों की नजर मे उसकी वैल्यू इतनी नहीं होती है लेकिन जिस स्थान पर कोई चीज नहीं होती है लोगों के नजर मे उसकी वैल्यू बढ़ जाती है।

‌‌‌आजकल आपने देखा होगा कि मोबाइल रखना भी कितना सुलभ हो चुका है।एक जमाना ऐसा भी था जिसके अंदर मोबाइल सिर्फ कुछ बड़े लोगों के पास ही हुआ करता था।‌‌‌ आज आप देख सकते हैं कि हर घर के अंदर मोबाइल हो चुका है।

‌‌‌पति की वैल्यू कहानी

दोस्तों आधुनिक समय की बात है।रचना की शादी हाल ही के अंदर हुई थी। वह स्वाभाव से बहुत ही खराब थी। शादी होकर आई तो आते ही ससुराल के अंदर काम करने मे आना कानी करने लगी और धीरे धीरे वह सास ससुर पर भी अपना हुकम चलाने लगी । इसी प्रकार से जब रचना का पति उसको काम करने की कहता तो ‌‌‌ वह उल्टे अपने ही पति को डांट कर कहती की यदि वह कुछ भी बोलेगा तो देहज का केस उसके उपर दर्ज करवा देगी । अब बेचारा वह कुछ नहीं कर पाता लेकिन उससे अपने माता पिता की दशा देखी नहीं जा रही थी तो अपने माता पिता को कहीं ओर छोड़ आया ।घर बहु के नाम था नहीं तो वह उसे बेच नहीं सकती थी।

‌‌‌कुछ दिन तक तो रचना का पति घर आता रहा लेकिन उसके बाद उसने अपनी पत्नी के पास आना कम कर दिया । पत्नी को जो पैसे मिलते थे वह बंद हो गए तो कुछ ही दिन उसको खाने के लाले पड़ने लगे । अब उसने पति को फोन किया तो फोन नहीं लगा । एक दो दिन तो पड़ोस से आटा मांगा काम नहीं चला तो मायेके मे आ गई।

‌‌‌माइके मे रचना को उसकी भाभी भी पसंद नहीं करती थी। कारण  यह था कि वह राजा की तरह रहना चाहती थी। उसके आते ही घर मे झगड़े होना शूरू हो गए । रचना की मां की भी कुछ नहीं चल पाती थी। उसके बाद ‌‌‌ रचना के भाई भाभी भी अलग रहने लगे । अब रचना माता पिता के पास रहने लगी । लेकिन उसने अपनी आदत नहीं छोड़ी और उधर से रचना के पति का तलाक का नोटिस घर आ गया जिससे देखकर रचना आग बबूला हो गई । कोर्ट के अंदर उसने पति को बहुत खरी खोटी सुनाई लेकिन पति ने साथ रहने से ही इंकार कर दिया ।

‌‌‌इसी बीच रचना की एक लड़के से दोस्ती हो गई।उसने रचना से शादी का वादा किया तो रचना ने अपने पति को तलाक देदिया । उधर लड़का रोज रचना को अपने घर ले जाता । रचना के माता पिता ने मना किया तो रचना उन्हीं को डांट देती । शादी से पहले ही प्रेगनेंट हो गई तो ‌‌‌ लेकिन उसके बाद जब रचना ने शादी के लिए लड़के से बोला तो उसने कहा कि वह ऐसी लड़की से शादी नहीं कर सकता जो एक अच्छे इंसान की जिदंगी नरक बनादे । इस प्रकार की लड़कियां बस टाइमपास होती हैं।

‌‌‌उसके बाद रचना फूट फूट कर रोई । अब उसे एहसास हो गया कि सब उसका फायदा उठाना चाहते हैं। अपने पहले पति को छोड़कर बहुत ही बड़ी गलती करदी ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *