मधुर का विलोम शब्द madhur ka vilom shabd

मधुर का विलोम शब्द बताएं, मधुर शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, मधुर का उल्टा , madhur ka vilom shabd

शब्द (word) विलोम (vilom)
मधुरकटु, कर्कश  
MadhurKatu, Karkash
Sweet    Bitter    

‌‌‌मधुर का विलोम शब्द और अर्थ

मधुर का मतलब है जो दिल को छू जाए वह मधुर होता है।जैसे किसी ने आप से कुछ बोला और उसकी बात आपके दिल को छू गई तो उसके लिए यह कहा जाएगा कि उसने मधुर बोला है। मधुरता का मतलब प्रिय लगने वाली । अक्सर आपने कोयल को बोलते हुए सुना होगा कोयल की वाणी काफी मधुर होती है। तो ‌‌‌हम सभी इसको सुनना पसंद करते हैं।अक्सर जिस इंसान की वाणी काफी अच्छी लगती है वह मधुर है। अक्सर आप संगीत सुनते ही रहते हैं और संगीत के अंदर कई गायकलाकार होते हैं।इन कलाकारों के अंदर कुछ ऐसे कलाकार भी होते हैं जिनकी वाणी काफी मधुर होती है।

‌‌‌मधुर का विलोम शब्द और अर्थ

‌‌‌अपनी इसी मधुर वाणी की वजह से यह काफी प्रसिद्ध होते हैं।और अक्सर जिनकी वाणी सबसे अधिक सुरीली और मधुर होती है वह सबसे अधिक पोपुलर हो जाता है। खैर आप समझ सकते हैं कि मधुरता का कितना महत्व होता है।

‌‌‌सिर्फ कला के क्षेत्र के अंदर ही मधुरता उपयोगी नहीं होती है वरन जीवन के हर क्षेत्र के अंदर मधुरता काफी उपयोगी होती है। यदि आप मधुरता को बनाए रखते हैं तो आप दूसरों से बेहतरीन इंसान हो सकते हैं। महाभारत के कृष्ण भी एक ऐसे ही इंसान थे जो भगवान बन गए क्योंकि वे अदभुत थे ।

‌‌‌अक्सर आपने ऐसे कुछ लोगों को देखा होगा ।जिनके सामने यदि मौत भी आ जाए तो उसके बाद भी वे वाणी की मधुरता को कायम रखते हैं क्योंकि यह उनका स्वाभाव होता है। इसी प्रकार के लोग सबके चहेते होते हैं। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इस समाज के अंदर इस प्रकार का इंसान खोजना मुश्किल है जो वाणी की मधुरता ‌‌‌ को बनाए रख सकता है।‌‌‌वर्तमान मे ऐसे ऐसे लोग आ चुके हैं जो बात बात पर गला काटने की धमकी देते हैं।

‌‌‌कटु और कर्कश का अर्थ

कटु वचन तो हमे आसानी से याद रह ही जाते हैं आपको भी जीवन मे कई बार कटु वचनों का सामना करना पड़ता है। कटु वचन का मतलब यह होता है जोकि आपके हर्ट को आघात पहुंचाएं ।‌‌‌वैसे कटु वचन को तो कोई भी नहीं सुनना चाहेगा । क्योंकि यह होते ही ऐसे हैं । यदि आपने सुन लिया तो आपको काफी दुख हो सकता है। और वैसे भी जहां तक हो सके किसी को कटु वचन नहीं कहने चाहिएं लेकिन कुछ लोगों से कटु वचन निकल जाते हैं।

‌‌‌और मेरे साथ यह कई बार हो चुका है।मैं कई लोगों के मुख पर ही उनकी सच्चाई कह देता हूं । भले ही वो लोग उछल जाएं लेकिन फिर भी उनको बुरा लग सकता है। खैर कौआ की आवाज तो आपने सुनी ही होगी । यह काफी कर्कश आवाज होती है और ‌‌‌सुनने मे भी बेकार लग सकती है। जबकि कटु वचन तो आपके हर्ट को छली कर सकते हैं।वैसे इस दुनिया के अंदर मधुरता कम कटु वचन बोलने वाले लोगों की संख्या बहुत अधिक होती है।

‌‌‌एक मधुर इंसान की खोज

प्राचीन काल के अंदर राजाओं के यहां पर राजगुरू हुआ करते थे ।और राज्य धर्म के अनुसार ही चलाया जाता था। राजा राजगुरू से परामर्श लेता था और उसके बाद ही नियम और कायदे बनाये जाते थे ।यशपाल नामक राजा के राज्य के अंदर जब राजगुरू का देहांत होने वाला था तो राजगुरू ने राजा को अपने ‌‌‌राजा को बुलाया और बोला

……..महाराज मैं चाहता हूं कि मेरी मौत से पहले ही आप एक राजगुरू को चुनने की व्यवस्था करें वरना एक अच्छा आदमी मिलना कठिन हो जाएगा ।

‌‌‌…….ठीक है आप बताएं क्या करना है ?

……..आप कुछ मेरे शिष्यों को भेजो ।और उसके बाद राजा ने राजगुरू के शिष्यों को उनके पास भेजा राजगुरू ने अपने शिष्यों को कुछ समझाया और एक नए राजगुरू की तलास मे निकल पड़े । सबसे बड़ी बात यह थी कि राजगुरू के शिष्य अभी भी इसके योग्य नहीं थे ।

‌‌‌जब वे दूसरे राज्य के अंदर गए तो उन्होंने देखा कि एक भीखारी है जिसको कुछ राजा के सैनिक बांधकर ले जा रहे हैं। शिष्य उसके पीछे गए । भीखारी को सभा मे पेश किया गया ।

……महाराज यह भिक्षु प्रतिबंधित एरिया के अंदर भीख मांग रहा था । अब इसका क्या करें ?

……क्यों रे वहां पर भीख मांगने की ‌‌‌मनाही है तू क्यों गया था?

…….लेकिन महाराज मुझे पता नहीं था ?

‌‌‌………..ठीक है  सैनिकों इसको पकड़ों और 7 कोड़े लगाकर वापस छोड़दो ।

सैनिक उस भीखारी को कोड़े लगाते हैं लेकिन वह रोता या दया की याचना नहीं करता है वरन जोर जोर से हंसता है ।

……..तुम क्यों हंस रहे हो ? राजा ने पूछा

…….राजन तू मूर्ख है ।शरीर इंसान का होने से कुछ नहीं होता है। बुद्धि ‌‌‌अभी भी तेरी जानवरों के जैसी है  ? और वह हा हा करके हंसने लगा ।

…….अरे मूर्ख अदना सा भीखारी मुझे सीखा रहा है । काट डालो इसको । राजा ने आदेश दिया । लेकिन जैसे ही सैनिकों ने भीखारी को काटने की कोशिश की ।

……..रूकों । राजा के मंत्री ने आवाज लगाई

सैनिक रूक गए ।

…..महाराज क्षमा करो ।‌‌‌यह महाज्ञानी भीखारी है।और यदि आपको यह शाप देदेगा तो आपका विनाश हो जाएगा । और आपने देखा नहीं कि इसको मौत का जरा भी भय नहीं है। यह खुद के अंदर इतना अधिक मधुर है कि इसको बाहरी दुनिया की कोई चिंता नहीं है। आप इसको क्षमा करदें । इनके सामने करोड़ो सुख के साधन भी व्यर्थ हैं।

‌‌‌……….लेकिन इन्होंने मेरा अपमान किया है ?

…….नहीं महाराज सच्चाई को बताना अपमान नहीं होता है।

और उसके बाद राजा ने भिखारी को माफ कर दिया । भीखारी वहां से गाता हुआ चला गया । उसके इस स्वरूप को देखकर शिष्य काफी प्रभावित हुए और उस भिखारी के पास गए और बोले …..हे महात्मा आप हमारे साथ ‌‌‌ चलने का कष्ट करें ।और भिखारी को वे साथ लेकर राजगुरू के पास गए । राज गुरू भिखारी की शक्ल देखकर ही जान गया कि यह भिखारी महाज्ञानी है। और उससे भी बड़ा इंसान है। राजगुरू ने भिखारी के पैर छुए और बोला ….हे महात्मा मैंरी मौत निकट है। मैं चाहता हूं कि आप मेरे शिष्यों को ज्ञान प्रदान करें  ‌‌‌और जब यह योग्य हो जाएं तो इनको राजगुरू बना दें ।यदि आप चाहे तो यह पद ले सकते हैं

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