अलौकिक का पर्यायवाची शब्द
अलौकिक का पर्यायवाची शब्द या अलौकिक का समानार्थी शब्द (alaukik ka Paryayvachi shabd | alaukik ka samanarthi shabd) के बारे में हम इस लेख में जानने वाले है । और हम जानेगे की अलौकिक का मतलब क्या है और इसे कैसे समझ सकते है ।
अलौकिक का पर्यायवाची शब्द या अलौकिक का समानार्थी शब्द (alaukik ka Paryayvachi shabd | alaukik ka samanarthi shabd)
शब्द (shabd) | अलौकिक का पर्यायवाची शब्द या अलौकिक का समानार्थी शब्द (Paryayvachi shabd | samanarthi shabd) |
अलौकिक | अद्भुत, विचित्र, असाधारण, नैतिक, अनोखा, लोकोत्तर, गैर दुनियावी, अनूठा, अपूर्व, असांसारिक, विलक्षण |
अलौकिक in Hindi | adbhut, vichitr, asaadhaaran, naitik, anokha, lokottar, gair duniyaavee, anootha, apoorv, asaansaarik, vilakshan. |
अलौकिक in English | supernatural, uncanny, superhuman, psychic, otherworldly, unworldly. |
अलौकिक का अर्थ हिंदी में || Meaning of supernatural in hindi
दोस्तो अलौकिक का विलोम शब्द होता है जो लोक में न मिलता हो । इसका मतलब यह हुआ की जीस स्थान पर रहते है वह एक तरह का लोक होता है । और इसे धरती लोक कहा जाता है । और इस लोक पर जो नही मिलता है वह अलौकिक होता है ।
जैसे हमारी धरती पर ईश्वर नही मिलते है तो ईश्वर अलौकिक है । हालाकी ईश्वर को हमने ईश्वर को देखा नही है । बल्की इस लोक पर ईश्वर की मान्यता है । मगर जो इस लोक में जीवन यापन नही कर रहा है वह अलौकिक है । जैसे बात की जाए की आज मानव इस लोक पर पाया जाता है तो हम इसे अलोकिक नही कह सकते है । इस तरह से अलौकिक का अर्थ होता है –
- जो इस लोक में नही मिलता है ।
- जो धरती पर नही देखने को मिलता है ।
- जो पहले कभी नही हुआ है यानि अपूर्व ।
- जो दिव्य हो ।
- जो इस लोक से बाहर यानि परलोक में पाया जाता है ।
- धरती लोक से बाहर पाया जाने वाला ।
- जो मानव के जैसा न हो और धरती पर न रहता हो ।
- जो अन्य लोक में रहता हो यानि लोकोत्तर ।
- जो गैर दूनियावी होता है ।
- इस तरह से अलौकिक का अर्थ होता है –
- अद्भुत,
- अनोखा,
- लोकोत्तर,
- गैर दुनियावी,
- अनूठा,
- अपूर्व
अलौकिक शब्द का वाक्य में प्रयोग || use of the word supernatural in a sentence in Hindi
- किसन तुम तो ऐसी बाते कर रहे हो जो की अलौकिक है ।
- इस धरती पर ऐलियन का पाया जाना अलौकिक है ।
- वर्तमान में धरती पर अमृत पर नही पाया जाता है क्योकी यह अलौकिक है ।
- जो अलौकिक होते है वे काफी दिव्य होते है ।
अलौकिक के पर्यायवाची शब्दो का वाक्य में प्रयोग
- आज आपको देख कर ऐसा लग रहा है की किसी अनोखे को देख रहा हूं ।
- यह क्या चीज है देखने में काफी अद्भुत लग रही है ।
- धरती पर पहले कभी ऐसा बड़ा धमाका नही हुआ है लगता है की यह अपूर्व है ।
- कल रात मैंने ऐसे लोगो को अपने सपने में देखा जो की गैर दुनियावी थे ।
अलौकिक का मतलब क्या होता है || alaukik ka matalab kya hota hai
दोस्तो अलौकिक का मतलब जो इस लोक में नही होता है । जैसे हम बात कर की दुनिया के बार पाए जाने वाले अन्य तरह के मानव को । जिसे ऐलियन भी कहा जाता है । तो वे एक तरह के अलौकिक होते है । दोस्तो हिंदू धर्म के अनुसार तीन तरह के लोक है एक धरती लोक, पाताल लोक, स्वर्ग लोक ।
और हम जहां पर रहते है वह धरती लोक होता है । और जब इस धरती से कुछ अलग पाया जाता है तो हम इसे अलौकिक कहते है । जैसे जो पाताल लोक में पाया जाता है वह इस धरती लोक पर नही पाया जाता है वह अलौकिक होता है ।
आपको बता दे की पाताल लोक वह होता है जो की धरती के निचे है । और उसी तरह से स्वर्ग लोक धरती के उपर पाया जाता है । ऐसा हिंदू पूराणो में बताया जाता है । अगर आप स्वर्ग लोक की बात करे तो बताया जाता है क वहां पर देवताओ का वास होता है । और वहां पर देवराज इंद्र राज के रूप में जाने जाते है ।
यह भी कहा जाता है की इंद्र वर्षां के देवता है । जैसे आपने कृष्ण जी के एक उगली पर पहाड़ को उठाने की कथा सुनी होगी । और ऐसा इस कारण से हुआ था की इंद्र ने तेज वर्षा करवा दी थी और वर्षा से लोगो को बचाने के लिए ऐसा किया था । और यह इंद्र वही है । इस तरह से आप इंद्र को जान गए होगे । क्योकी इंद्र स्वर्ग लोक में रहते है यानि धरती पर नही रहते है तो यह अलौकिक है यह कहा जा सकता है ।
दोस्तो उसी तरह से इस धरती के परे जो कुछ है वह अलौकिक होता है । दोस्तो जैसे आप आकाश में दिखाई देने वाले चांद को देखते है वह असल में एक दूसरा स्थान है यह धरती का ही एक भाग नही है । क्योकी यह धरती से जुड़ा नही है । अगर चांद पर जो कुछ पाया जाता है तो वह अलौकिक है । जैसे मान लो की चांद पर भी किसी तरह के जीव जन्तु रहते है तो वे अलौकिक है ।
चांद पर पाए जाने वाले पत्थर भी धरती से अलग है तो यह भी अलौकिक है । उसी तरह से मगल ग्रह पर भी जीव जन्तु के पाए जाने का आप विचार कर ले । हालाकी ऐसा पता तो नही चला है की मंगल ग्रह पर जीव जन्तु पाए जाते है मगर आपको यहां पर केवल विचार करना है ।
केवल मानना है की ऐसा है । और इस तरह से जो कुछ मंगल ग्रह पर पाया जाता है वह अलोकिक होता है । जैसे मान लो की मंगल ग्रह पर किसी तरह का मानव रहता है जो की धरती का नही है तो वह अलौकिक होगा ।
इस तरह से अलोकिक का मतलब होता है जो इस लोक में नहीपाया जाता है । इस लोक का मतलब है जहां हम रह रहे है । क्योकी हम धरती पर रह रहे है । तो धरती पर जो कुछ पाया जाता है वह लौकिक है । मगर जो धरती के परे पाया जाता है वह अलोकिक है ।
दोस्तो अलौकिक का मतलब यह नही की आप स्वयं कही और जाकर रहने लग जाओ तो आप अलौकिक हो जाओगे । क्योकी आप और आप जैसा मानव तो इस धरती पर भी पाया जाता है तो वह अलौकिक नही होगा । अक्सर कहा जाता है की अलौकिक जो होता है वह असल में दिव्य होता है जो की आसानी से आंखो से देखा नही जाता है ।
जैसे आपने ईश्वर की बात की थी। और ईश्वर हमेशा ही दिव्य होते है जो की कण कण में पाए जाते है । क्योकी वे दिव्य होते है । असल में ईश्वर एक तरह की उर्जा होत है । जो की आपको कही पर देखने को मिल सकती है । मानव ईश्वर पर अधिक ध्यान एकत्रित करने के लिए इसे आकार दे देता है ताकी मानव ईश्वर को मान सके उसकी पूजा कर सके । और ऐसा करना आसान बन जाता है । जो अलोकिक होता है वह परलोक में रहता है । यानि दूसरे लोक में जैसे स्वर्ग में ।
कहा जाता है की मानव भी मरने के बाद में स्वर्ग में चला जाता है । इस बात में कितनी सचाई है इस बारे में तो जब हम मरेगे तभी पता चलेगा । मगर ऐसा कहा जाता है और इस बारे में अनेक जगहो पर आपको पढने को भी मिल सकता है । जिसके कारण से हम इस बात पर विश्वास कर लेते है।
जैसे मानव मरता है और वह स्वर्ग लोक में हरने के लिए चला जाता है तो वह अलौकिक हो जाता है । क्योकी वह फिर इस लोक में नही रहता है । और स्वर्ग लोक में जाने के लिए मानव को अपने इस शरीर को छोड़ना होता है । और शरीर ही इसी लोक का होता है ।
मानव अलौकिक किसे कह सकता है
दोस्तो अब तक हमने अलौकिक के मतलब या अर्थ के बारे में आपको पूरी तरह से समझा दिया है । जिसके कारण से आप यह समझ गए होगे की अलौकिक असल में इस प्रकृति का हिस्सा नही है । बल्की अलौकिक इस प्रकृति से परे होता है । जो की प्रकृति से जुड़ा नही रह सकता है।
अगर कोई व्यक्ति अलौकिक होता है तो वह यह जानता है की भविष्य में क्या होगा । और यह भी जानता है की अतित में क्या हुआ था । यानि एक अलौकिक व्यक्ति को भूत, भविष्य, और वर्तमान का पूरी तर हसे ज्ञान होता है । और वह कभी कभी ऐसे चमतकार कर देता है जो की चौका के रख देता है ।
ऐसा वह इस कारण से करता है क्योकी उसके पास अलौकिक शक्तियां होती है । जो की आपको इस लोक में देखने को नही मिलने वाली है । आप देखते है की मानव के पास केवल ताक्त होने के अलावा किसी तरह की कोई शक्ति नही है । क्योकी वह लौकिक है । बल्की जब आप ईश्वर की बात करते है तो उन्हे अलौकिक कहा जाता है और उनके पास शक्तियां भी होती है । जो की किसी तरह के चमत्कार को कर सकते है । इस कारण से मानव ईश्वर को अलौकिक कह सकता है ।
दुसरा आने भूतो का नाम सुना होगा । अलस में भूत होते है और नही होते है इस बात पर काफी अधिक चर्चा रहती है । मगर मेरे अनुभव के अनुसार भूत होते है । और जब ईश्वर होते है तो भूत होते है । और इस बारे में कुछ पुराणो में भी दिया गया है और हमारे आस पास जो देवगण में आते है यानि देवता होते है वे भी यह कहते है की भूत होते है ।
भूत का मतलब यह नही की वह डरावना होता है । बल्की एक तरह की आत्मा होती है । जो की बुरी सोच रखती है । और वही भूत होते है ।
और यह भूत भी इस लोक के नही होते है । क्योकी यह भी दूसरे लोक के होते है । क्योकी आत्मा को इस लोक का नही बताया गया है । बल्की धरती में केवल भौतिक चिजो को ही लोकिक माना जाता है । जैसे मानव का शरीर । इस कारण से आप भूत को भी अलौकिक कह सकते है ।
अत: अंत में हम कह सकते है की अलौकिक का मतलब होता है जो की इस लोक में नही पाया जाता है । जो दूसरे लोक में पाया जाता है ।
इस तरह से अलौकिक का पर्यायवाची शब्द या अलौकिक का समानार्थी शब्द के बारे में हमने बड़े विस्तार से जान लिया है । क्या आपको लेख पसंद आया बताना न भूले ।