अंधेरा का पर्यायवाची शब्द, andhera ka paryayvachi shabd
अंधेरा का पर्यायवाची शब्द या अंधेरा का समानार्थी शब्द (andhera ka paryayvachi shabd ya andhera ka samanarthi shabd) के बारे में आज काफी महत्वपूर्ण प्रशन रहता है । और कई बार एग्जामो में पूछा गया है । तो हम कह सकते है की आपको अंधेरा के बारे में पता होना जरूरी है की इसके पर्यायवाची शब्द क्या है । खैर हम इस लेख मे यह जान लेगे –
अंधेरा का पर्यायवाची शब्द या अंधेरा का समानार्थी शब्द (andhera ka paryayvachi shabd ya andhera ka samanarthi shabd)
शब्द (shabd) | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd ya samanarthi shabd) |
अंधेरा | अँधेरा, अँधियारा, अंधकार, तमिस्र, तम, अंधतमस, तमस, स्याही, तिमिर । |
अंधेरा in Hindi | andhera, andhiyaara, andhakaar, tamisr, tam, andhatamas, tamas, syaahee, timir . |
अंधेरा in English | dark, darkness, murk, blackness, night, mirk |
अंधेरा का अर्थ हिंदी में
अंधेरा का अर्थ होता है अंधकार । यानि जब सूर्य की रोशनी पृथ्वी पर से खत्म हो जाती है तो पृथ्वी पर रोशनी नही होती है और इस कारण से पृथ्वी पर सब कुछ काला नजर आने लग जाता है । तो यह जो कालापन होता है वही अंधेरा होता है । जैसे की आप हम लाईट का उपयोग कर कर घर में रोशनी कर लेते है । मगर जब घर में लाईट न हो और किसी भी तरह की रोशनी न हो तो अंधेरा होता है । मतलब जहां रोशनी नही होती है वहां अंधेरा होता है ।
1. अगर बात अंधेरा के अर्थ की करे तो इसका अर्थ अनेक तरह से हो सकते है –
2. किसी तरह की रोशनी का न होना यानि अंधकार ।
3. रात का समय जब किसी तरह की रोशनी न हो यानि अंधेरा ।
4. वह समय जब चारो ओर सब कुछ काला नजर आता हो यानि अंधकार ।
5. वह स्थिति जिसमें प्रकाश नाम मात्र भी न हो ।
कुल मिलकार बात यह है की अंधेरा जो होता है वह प्रकाश के बिना ही होता है । जब तक प्रकाश होगा तब तक अंधेरा नही हो सकता है ।
अंधेरा शब्द का वाक्य में प्रयोग
आजकल तो काफी अंधेरा हो रहा है ।
जब से लाईट गई है तब से गाव में अंधेरा हो चुका है ।
अगर इसी तरह से रात को लाईट जाती रही तो अंधेरा होता रहेगे ।
आज दिन में भी अंधेरा सा लग रहा है क्योकी सूर्य के आगे बादल जो आ चुके है ।
अंधेरा क्या होता है बताइए
दोस्तो अंधेरा वह स्थान होता है जहां पर पूरी तरह से अंधकार होता है । जैसे की कोई स्थान है जहां पर सूर्य की एक भी किरण नही है और आपको बता दे की वहां पर आधुनिक बीजली भी नही है तो ऐसे स्थान पर अंधेरा ही रहेगा ।
अंधेरा वह स्थिति हसेती है जो रात के समय की होती है । क्योकी रात के समय में अंधेरा होता है और दिन के समय में उजाला होता है । कहते है की अंधेरा उजाला का दुश्मन है और यही कारण है की दोनो एक दूसरे के साथ कभी नही आते है । जैसे ही उजाला होता है तो अंधेरा गायब हो जाता है ओर यह आपको पता होना चाहिए ।
अंधेरा उस स्थिति को कहा जा सकता है जब रात होती है क्योकी रात के समय में अंधकार होता है और जब अंधकार होता है तो वह अंधेरा होता है। अंधेरा जो होता है वह देखने में काला होता है और इस बारे में आपको पता होना चाहिए । आपको बता दे की अंधेरा उस स्थिति को कहा जाता है जब काला और घोर अंधकार होता है । जैसे की एक कमरा है और उसमें किसी तरह की उजाला नही है तो जाहिर होगा की उस स्थान पर अंधेरा होगा । मतलब अंधेरा वह होता है जब उजाला नही होता है ।
अंधेरा को बहुत ही खतरनाक माना जाता है और इसका सबसे बड़ा कारण यही है की जब अंधेरा होता है तो कुछ भी नजर नही आता है और आपको पता है की जब कुछ भी नजर नही आता है तो सब कुछ बुरा ही बुरा होता है । आपको बता दे की जो चोर होते है वे अंधेरे में ही अपने काम को अनजाम देते है ।
हाल ही के दिनो की बात है अंधेरा होने के कारण से चोर रात को आ जाते है और पड़ोस में ही चोरी कर लेते है । तो आप इस बात से समझ सकते है की अंधेरा जो होता है वह असल में बुराई का प्रतिक माना जाता है। कहते है की जो कुछ बुरा होता है या बुरा काम होता है वह अंधेरा में ही पूरा होता है और इस तरह से अंधेरा होता है ।
अंधेरा पृथ्वी पर क्यो होता है
आपको पता होगा की जो यह पृथ्वी होती है वह सपाट नही है बल्की वह गोल होती है और सूर्य जो होता है वह अपने स्थान पर स्थिर रहती है । मगर पृथ्वी ठहरी मानव का घर तो वह भला कैसे स्थिर रह सकती है बल्की आपको बात दे की पृथ्वी जो होती है वह अपने अक्षर पर घुमती है और सूर्य के चारो और चक्कर लगाती रहती है ।
आपको बता दे की पृथ्वी जो होती है वह एक दिन में अपने अक्षर पर एक पूरा चक्कर करती है मगर आपको बात दे की यह चक्कर सूर्य के चारो और नही होता है । जिसका मतलब है की जब पृथ्वी गोल है तो जाहिर होगा की उस पर पड़ने वाला सूर्य का प्रकाश आधी पृथ्वी पर ही पड़ता है । और यह आपको समझ में आ जाती है ।
अब आपको बता दे की जब ह अपने अक्ष पर चक्कर लगाती है तो आधा जो भाग होता है उस पर अंधेरा होता है और आधे भाग पर उजाला होता रहता है और इसी तरह से उजाला और अंधेरा पूरी पृथ्वी पर होता रहता है ।
और जिस और सूर्य की रोशनी नही जाती है उस और अंधेरा ही होता है क्योकी जहां पर उजाला नही है वहां पर अंधेरा होता है । इस बात से आपको यह समझना चाहिए की जो यह अंधेरा होता है वह असल में प्रकाश की अनुपस्थिति के कारण से होता है ।
वैसे तो प्रकार का होना और न होना ही सबसे बड़ा अंधेरा का कारण होता है । मगर आज के समय में हम जिस सूर्य की प्रकार की बात करते है वे काफी अधिक जरूरी हो चुका है । क्योकी आपको पता होगा की अगर सूर्य का प्रकाश नही होगा तो तरह तरह के जो यह पेड पौधे होते है
वे अपना जीवन जी नही पाते है ओर इसका परिणाम यह होता है की हमे जीवन जीने के लिए जो यह आॅक्सिजन मिलती है वह नही मिल पाती है और आपको पता होगा की इसका परिणाम यह होगा की मानव का जीवन का अंत हो जाता है । और यही कारण है की प्रकाश का होना जरूरी है । मतलब यह है की इस धरती पर आज मानव के लिए अंधेरा भी जरूरी है तो उजाला भी जरूरी है ।
क्योकी अगर केवल प्रकार होता है तो आप समझ ले की कितनी अधिक गर्मी बढ सकती है । क्योकी सूर्य के प्रकाश में तेज किरणे हेाती है जो की तेज उर्जा अपने पास रखती है । और आप इस बात से समझ सकते है की अंधेरा और उजाला दोनो ही मानव के लिए जरूरी हो चुके है । वैसे दोस्तो आपको बता दे की अंधेरा है तो इसे हमे कभी नकारना नही चाहिए इसका भी सम्मान करना चाहिए ।
अगर आज अंधेरा है तो उसे दूर करने के लिए केवल सूर्य का प्रकार ही काफी है । मगर सूर्य की प्रकाश की अनुपस्थिति में भी तो हमे उजाले की जरूरत होती है और इसी बात को ध्यान रखते हुए आपको पता होगा की आज के समय में यह जो लाईट या बिजली बनी है उसका उपयोग होता है ।
दोस्तो आज के समय में विकाश बढता जा रहा है मगर एक समय ऐसा आएगा जब सूर्य का जो यह प्रकाश होता है वह इतना अधिक बढ जाएगा की पृथ्वी का अंत हो जाएगा और उस समय उजाला होगा अंधेरा नही होगा । इस कारण से केवल उजाला ही जरूरी नही है बल्की अंधेरा भी जरूरी है ।
अंधेरे को दूर कौन करता है
अंधेरे को दूर करने वाला जो होता है वह असल में अंधेरा का दुश्मन होता है और यहबात आपको भी पता है । आपको बता दे की अंधेरा दूर करने का काम न तो आपका है और न ही हमारा है । बल्की अंधेरे को दूर करने वाला सूर्य है और सूर्य ही वह है जो की पूरी तरह से पृथ्वी से अंधेरा दूर कर सकता है ।
क्योकी आपको पता है की आज हम जिस बिजली का उपयोग कर कर अंधेरे को दूर कर देते है वह असल में कभी न कभी वापस आ ही जाता है । जैसे की आज हम अंधेरे को दूर करने के लिए बिजली का उपयोग करते है तो एक घंटे तक अंधेरे को दूर कर लेते है या फिर ज्यादा समय तक अंधेरे को दूर कर लेते है ।
मगर आपको पता है की आप जिस स्थान पर रहते हो वहां पर पूरी तरह से अंधेरे को दूर लाईट नही कर सकती है क्योकी कुछ ऐसे भी स्थान बच जाते है जहां पर अंधेरा होता है । तो इसका मतलब है की अंधेरा को पूरी तरह से दूर करने के लिए लाई प्रर्याप्त नही है । मगर आपको बता दे की जो यह सूर्य होता है वह पूरी तरह से अंधेरे को दूर कर सकता है और यह आपको पता होना जरूरी है ।
आपको बात दे की सूर्य के पास तेज रोशनी होती है ओर इसका उपयोग कर कर सूर्य अंधेरा को पूरी तरह से दूर कर देता है । जैसे की आप जिस स्थान पर रहते है वहां पर दिन में अंधेरा पूरी तरह से गायब हो जाता है मतलब अंधेरे को दूर कर दिया जाता है तो इस बात का मतलब है की अंधेरे को दूर प्रकाश करता है और यह आपको पता होना जरूरी है ।
अंधेरे को दूर भगाने के लिए आपके पास बिजली होनी चाहिए ताकि आप रोशनी कर सकें। हालाकी यह कुछ पल के लिए ही अंधेरे को दूर करसकती है । मगर फिर भी हम अंधेरे को दूर करने में बिजली को सामिल करते है क्योकी भले ही थोड़ी देर के लिए मगर अंधेरे को दूर किया जाता है ।
इस तरह से दोस्तो अंधेरा का पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द होते है ।