सपने का विलोम शब्द sapne ka vilom shabd

‌‌‌सपने का विलोम शब्द, ‌‌‌सपने शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, ‌‌‌सपने का उल्टा , bandhan ka vilom shabd

शब्द (word) विलोम (vilom)
‌‌‌सपनेजागरण  
SwapnJagran
  dream    Awakening    

‌‌‌सपने का विलोम शब्द और अर्थ

सपने का विलोम शब्द जागरण होता है। सपने का मतलब होता है कि नींद आने के बाद जो चलचित्र हम देखते हैं वह सपना ही होता है। सपना हमारे जीवन का अहम हिस्सा है और रोज हम कोई ना कोई सपना देखते ही रहते हैं।मुख्य रूप से कुछ सपनें काफी मजेदार होते हैं तो कुछ सपने डरावने ‌‌‌भी होते हैं।कुछ सपने काल्पनिक भी होते हैं। सपने मुख्य रूप से दो प्रकार के अंदर बांटे गए हैं। एक पॉजिटिव सपने होते हैं जो हमे कुछ अच्छा होने के बारे मे संदेश देते हैं। जैसे कि सपने के अंदर नया घर देखना ।

सपने शब्द का विपरीतार्थक शब्द है

यह सपना एक अच्छा संकेत दे रहा है। वहीं कुछ सपने ऐसे होते हैं जो ‌‌‌नगेटिव संदेश प्राप्त करते हैं। जैसे सपने मे किसी को घायल देखना और सपने मे किसी की मौत । इसके अलावा डरावने सपने वे होते हैं जो आपके अंदर डर पैदा करते हैं। जैसे आप सपने मे यदि किसी भूत को देखते हैं तो यह आपके लिए एक डरावना सपना कहलाता है।

‌‌‌सपने आने के कारण की बात करें तो इसके बहुत सारे कारण हैं। सपने मुख्य रूप से एक संकेत के रूप मे आते हैं जैसे कि आप किसी समस्या से परेशान हैं तो आपको उसी तरह के सपने मुख्य रूप से आएंगे । जैसे आप अपनी शादी को लेकर चिंतित हैं तो आप सपने मे किसी की शादी देख सकते हैं या फिर ‌‌‌सपने के अंदर खुद की शादी होती भी देख सकते हैं।इस प्रकार के सपने आपके लिए एक संदेश होते हैं कि आपको अपनी समस्या का समाधान करने की आवश्यकता है।

‌‌‌जागरण का अर्थ और मतलब

सपने का उल्टा जागरण होता है।वैसे देखा जाए तो स्वप्न एक अवस्था का नाम है। और यह जाग्रत एक दूसरी अवस्था है जिसको जागरण भी कहते हैं। जब हम सपने देखते हैं तो स्वप्न अवस्था के अंदर होते हैं। यहां पर हमे समय का कोई भी पता नहीं चलता है। एक तरह से यहां पर समय बहुत ही स्लो ‌‌‌ हो जाता है।लेकिन जागरण के अंदर समय का पता चलता है। यह सबसे अच्छी अवस्था मानी गई है। इसके अंदर हम आसानी से तय कर सकते हैं कि हमे क्या करना है ? यही वजह है कि इंसानी जीवन को सबसे अच्छा माना गया है।

‌‌‌तो उम्मीद करते हैं कि आपको जागरण का मतलब समझ मे आ गया होगा ।वैसे जागरण के बाद स्वप्न और उसके बाद तुरिय अवस्था आती है । जहां पर कोई भी कल्पना नहीं होती है।

‌‌‌सपनों की दुनिया कहानी

‌‌‌शेख चिल्ली का नाम तो आपने सुना ही होगा जोकि एक करेक्टर है।एक बार शेख चिल्ली किसी सेठ के यहां पर नौकरी करता था। शेख चिल्ली आलसी था। सेठ का दिया हुआ कोई भी काम ठीक से नहीं करता था लेकिन शेख चिल्ली की मां की दशा को देखकर सेठ उसे काम से नहीं निकाल रहा था।‌‌‌एक बार सेठ ने अन्य मजदूरों को खेत मे काम करने के लिए भेज दिया और शेख चिल्ली को फैक्टरी के अंदर ही कोई काम लगा दिया । तभी फैक्टरी के अंदर एक गाड़ी आकर रूकी और गाड़ी से एक मटकी उतारी गई।

‌‌‌मटकी को उतारने के बाद एक मोटा व्यक्ति आया और बोला …….सेठ जी मटकी के अंदर घी भरा है। भाभीजी ने घी लाने के लिए बोला था । इसलिए लाया हूं उनतक पहुंचा देना ।

सेठ को घी अभी पहुंचाना था तो उसने शेख चिल्ली को कहा …….देख वैसे तो तू लापरवाह है लेकिन यदि तूने यह काम कर दिया तो फिर तुझे मैं ‌‌‌एक सोने का सिक्का दूंगा ।

………लेकिन सेठजी काम क्या है ? शेख चिल्ली बीच मे ही बोल गया

…….सुन यह घी से भरा मटका है। घर पर सही सलामत देकर आना है। याद रखना यदि यह गिर गया तो तैरी सैलरी से इसके पैसे कटेंगे ।

‌‌‌इतना सुनते ही शेख चिल्ली ने मटके को उठाया और जल्दी जल्दी चलने लगगा । वह सोचने लगा कि जैसे ही मटका घर पहुंचेगा । उसे एक सोने का सिक्का मिलेगा । उस सोने के सिक्के से वह एक मुर्गी खरीदेगा । उसके बाद उसे पालेगा । जब मुर्गी अंडे देगी तो उससे बच्चा निकलेगा और फिर इस प्रकार से उसके पास बहुत ‌‌‌सारे बच्चे हो जाएंगे ।उसके बाद वह एक मुर्गा फार्म चलाने लगेगा । मुर्गी को बेच कर वह अच्छे खासे पैसे वाला हो जाएगा । उसके पास एक कार होगी और उस कार से वह घूमा करेगा ।

‌‌‌फिर एक सुंदर से लड़की से उसकी शादी हो जाएगी ।वह लड़की एक हूर परी होगी और उसके बाद एक बच्चा भी होगा जो उसके आंगन के अंदर शरारते करेंगा।और वह भी उस बच्चे के साथ मस्ती करेगा । लेकिन तभी शेख चिल्ली ठोकर लगकर जमीन पर गिर जाता है। उसकी मटकी फूट जाती है। और सारा घी वहीं पर बिखर जाता है। बस फिर ‌‌‌ क्या था शेख चिल्ली वहीं पर बैठा रोने लग जाता है।अब वह घी को वापस नहीं समेट सकता है। उधर काफी समय बाद भी शेख चिल्ली घर मे नहीं जाता है तो सेठ का लड़का उसको तलास करते हुए वहां पर आ जाता है।

‌‌‌शेख चिल्ली उसको देखकर रोने लग जाता है। ………इसमे मेरी कोई गलती नहीं है।पता नहीं कैसे मटकी नीचे गिर गई और फूट गई थी।

……..ठीक है जाओ और आज से 2 महिने की पगार तुमको नहीं मिलेगी । और उसके बाद वह शेख चिल्ली को उठाकर ले जाता है व काम पर लगा देता है।

‌‌‌तभी तो कहते हैं कि सपने देखना बुरी बात नहीं है लेकिन इंसान को हमेशा उतने ही सपने देखने चाहिए जितने की वह झेल सकता है।यदि कोई शेख चिल्ली की तरह सपनो के साथ ही हवा के अंदर   उड़ने लगेगा तो कितने समय तक वह हवा मे रहेगा । उसे धरातल पर आना ही होगा । और जब उसका सपना टूटेगा तो दर्द होगा ।‌‌‌यदि कोई फालतू के सपने देखता है तो उसका अंजाम भी शेख चिल्ली की तरह ही होता है।

‌‌‌सपने देखना बुरा नहीं है लेकिन सिर्फ सपने देखना बुरा है। यदि आप प्रयास नहीं करते हैं तो सपने सिर्फ आपके मन को कुछ समय के लिए शांति दे सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *