becozinc tablet uses in hindi साइड इफेक्ट और सावधानियां
becozinc tablet uses in hindi , becozinc capsule uses in hindi यह दवा एक प्रकार की एलोपैथिक दवा होती है। और आप बिना डॉक्टर के भी इस दवा को किसी मे डिकल स्टोर से खरीद सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आप इस दवा को मार्केट से खरीद सकते हैं लेकिन आपको इस दवा को किस तरह से लेना है इसके बारे मे एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही सेवन करना चाहिए । यदि आप इस दवा का बिना डॉक्टर के सेवन करते हैं तो आपको किसी तरह का नुकसान हो सकता है। यह दवाआमतौर पर पोषण की समस्या को दूर करने के लिए सबसे अधिक प्रयोग मे ली जाती है। इसकी जो खुराक होती है वह लिंग आयु आदि के हिसाब से अलग अलग अलग हो सकती है।
becozinc tablet को यूज करने के बाद यदि किसी तरह के दुष्प्रभाव होते हैं तो आपको सबसे पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।
becozinc tablet uses in hindi
पोषण की कमी
और एनिमिया के अंदर
becozinc tablet uses in hindi पोषण की कमी
becozinc tablet का उपयोग पोषण की कमी की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है यदि आपको पोषण की कमी है तो आप becozinc tablet का सेवन कर सकते हैं लेकिन आपको इस दवा की जरूरत है या नहीं इसके बारे मे आपका डॉक्टर ही तय करेंगे ।
आपको बतादें कि हमारे शरीर को काफी बेहतर तरीके से काम करने के लिए पोषण की जरूरत होती है। इसके अंदर कई तरह के वसा, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन और विटामिनस होते हैं। यदि इनमे से किसी एक भी शरीर के अंदर कमी हो जाती है तो इसको पोषण की कमी के नाम से जाना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और जब शरीर के अंदर पोषण की कमी हो जाती है तो उसकी वजह से पोषण की कमी से जुड़े रोग हो जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
पोषण की कमी आमतौर पर तब भी हो जाती है जब शरीर पोषण को सही तरह से अवशोषित नहीं कर पाता है। यह किसी ना किसी तरह की बीमारी की वजह से भी हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा आप इस बात को समझ सकते हैं।
विभिन्न प्रकार की पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जब किसी को अपने आहार से उचित मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिलते हैं। कुछ सामान्य कमियों में शामिल हैं: विटामिन ए, विटामिन बी12, आयरन और कैल्शियम। प्रत्येक के लक्षणों का अपना सेट होता है जिसे पहचानना और इलाज करना मुश्किल हो सकता है। यदि आप अपने पोषण के बारे में चिंतित हैं, तो अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता से बात करना महत्वपूर्ण है कि आपकी समस्याओं के कारण क्या कमियां हो सकती हैं।
अब यदि हम पोषण की कमी के लक्षण के बारे मे बात करें तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं जिसकी मदद से आप यह आसानी से पहचान सकते हैं कि आपके शरीर के अंदर पोषण की कमी हो चुकी है तो आइए जानते हैं पोषण की कमी के लक्षण के बारे मे ।
- थकान
- वजन सामान्य से बेहद कम
- एनीमिया
- मांसपेशियों में ऐंठन
- बाल गिरना
- त्वचा का पीला पड़ना
- सिर भारी होना, चक्कर आना
- मुंह में छाले
- उंगलियों में सुन्नता
- मानसिक बीमारी
- हड्डियों का बेहद नाजुक या भंगुर होना
- दृष्टि बाधित होना या रतौंधी
- मरोड़ या ऐंठन
हालांकि पोषण की कमी से हर इंसान के अंदर अलग अलग तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। कुछ इंसानों के अंदर यह काफी अधिक प्रभावित कर सकते हैं तो कुछ को यह काफी परेशान कर सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
पोषण तत्वों की कमी के कारण की बात करें तो इसके पीछे कई सारे कारण हो सकते हैं जिसकी वजह से पोषण की कमी हो सकती है हालांकि सभी के बारे मे चर्चा करना कठिन है लेकिन कुछ के बारे मे हम आपको बताने वाले हैं।
खराब पोषण संयुक्त राज्य अमेरिका में पुरानी बीमारियों के प्रमुख कारणों में से एक है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों का अनुमान है कि संयुक्त राज्य अमेरिका में सभी मौतों में से लगभग एक तिहाई के लिए खराब पोषण का योगदान है, करदाताओं को सालाना $ 47 बिलियन से अधिक की लागत आती है। इसके अलावा, अपर्याप्त पोषण से उत्पादकता कम हो सकती है, स्कूल से अनुपस्थिति बढ़ सकती है, और संक्रमणों का प्रतिरोध करने की क्षमता कम हो सकती है।
खराब आहार में कमी वाले सबसे आम पोषक तत्व विटामिन ए, विटामिन सी, जिंक और मैग्नीशियम हैं। विटामिन ए दृष्टि और वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है; विटामिन सी शरीर को संक्रमण से बचाने में मदद करता है; जिंक प्रतिरक्षा समारोह का समर्थन करता है; और मैग्नीशियम की कमी से मांसपेशियों के कार्य और तंत्रिका आवेगों में कठिनाई हो सकती है। फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भूख को दूर रखने में मदद करता है और मस्तिष्क को तृप्ति के संकेत प्रदान करता है।
शरीर द्वारा पोषक तत्वों के खराब अवशोषण के हमारे स्वास्थ्य के लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से सच है जिनका स्वास्थ्य खराब है या जिनकी पुरानी स्थिति है। खराब अवशोषण से महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
खराब अवशोषण के सबसे सामान्य कारणों में से एक प्रमुख खनिजों की कमी है। मैग्नीशियम, जिंक और आयरन की कमी विशेष रूप से आम है, और इससे थकान, चिड़चिड़ापन और अन्य लक्षण हो सकते हैं। खनिजों के अलावा, अन्य पोषक तत्व जिन्हें अवशोषित करना मुश्किल हो सकता है उनमें विटामिन बी 12 और डी, कैल्शियम और आवश्यक फैटी एसिड शामिल हैं।
पोषक तत्वों के अवशोषण में सुधार करने के कई तरीके हैं। सबसे आम में से कुछ में फलों और सब्जियों का सेवन बढ़ाना, विशिष्ट खनिजों या विटामिनों के साथ सप्लीमेंट लेना और भोजन के साथ सप्लीमेंट्स लेना शामिल है।
कई पोषण संबंधी कमियां हैं जो कोलन कैंसर से जुड़ी हैं। सबसे आम में से कुछ में विटामिन बी 12 और डी, विटामिन ए, मैग्नीशियम और विटामिन सी का अपर्याप्त सेवन शामिल है। इन विशिष्ट पोषक तत्वों के अलावा, बहुत से लोग जो कोलन कैंसर से लड़ रहे हैं, उनमें ग्लूटाथियोन और कैटालेज जैसे अन्य प्रमुख एंटीऑक्सिडेंट की भी कमी हो सकती है। .
क्रोहन रोग के रोगियों में पोषण की कमी आम है। यह कई कारणों से हो सकता है, जिसमें आवश्यक विटामिन और खनिजों की कमी, खराब आहार खाना और निरंतर दस्त या कब्ज शामिल हैं। क्रोन के रोगियों में आमतौर पर देखी जाने वाली कुछ कमियों में शामिल हैं: विटामिन ए, विटामिन बी 12, फोलेट, आयरन, जिंक और मैग्नीशियम। पोषक तत्वों की कमी के उपचार में आमतौर पर रोगी के आहार में विशिष्ट विटामिन या खनिजों को शामिल करना शामिल होता है।
इसके अलावा यदि पेट के अंदर संक्रमण हो जाता है तो उसकी वजह से भी पोषण के अंदर कमी हो जाती है। इसलिए आपको चाहिए कि पेट के संक्रमण का इलाज करवाना काफी अधिक जरूरी हो जाता है आप इस बात को समझ सकते हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका में गर्भावस्था के दौरान कुपोषण एक बढ़ती हुई समस्या है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, 2000 और 2009 के बीच, मोटापे से ग्रस्त गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत 18% से बढ़कर 27% हो गया। इसी समय, कम वजन वाली या अपर्याप्त आहार वाली गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत लगभग 15% पर अपेक्षाकृत अपरिवर्तित रहा है।
मातृ कुपोषण से मां और उसके बच्चे दोनों के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। कुपोषित माताओं के समय से पहले जन्म देने, जन्म के समय वजन कम होने, जन्म के समय कम वजन वाले बच्चों के जन्म की संभावना अधिक होती है, और ऐसे शिशु होते हैं जो अस्थमा, मोटापा और टाइप 2 मधुमेह जैसी पुरानी स्वास्थ्य स्थितियों के विकास के लिए अधिक जोखिम में होते हैं
यदि आपके शरीर के अंदर पोषण की कमी हो जाती है तो इसके लिए आप कई तरह के उपाय कर सकते हैं। इसके बारे मे हम आपको बताने वाले हैं। आपको अपने खाने पीने की आदतों के उपर अधिक ध्यान देने की जरूरत है जिसकी वजह से आपके पोषण की समस्या काफी अधिक दूर हो जाएगी ।
- कई प्रकार के पोषण संबंधी पूरक हैं जिन्हें रोगी को मौखिक रूप से या अंतःशिरा में दिया जा सकता है। कुछ सामान्य सप्लीमेंट्स में विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन, आयरन और कैल्शियम शामिल हैं। ये पूरक कई कारणों से फायदेमंद हो सकते हैं, जैसे ऊर्जा का स्तर बढ़ाना या बीमारी को रोकना।
- फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं, क्योंकि वे यह सुनिश्चित करने का एक तरीका प्रदान करते हैं कि लोगों को पूरक आहार पर निर्भर रहने के बिना पोषक तत्वों की आवश्यकता हो। एक पोषक तत्व जिसकी अक्सर कमी होती है वह है आयरन, और गरिष्ठ खाद्य पदार्थ इस मुद्दे को दूर करने का एक शानदार तरीका है।
इसके अलावा यदि आपके शरीर के अंदर पोषक तत्वों की कमी हो चुकी है तो आप एक प्रकार का डायट प्लान तैयार कर सकते हैं और उसके हिसाब से चीजों का सेवन कर सकते हैं जिससे कि आपके शरीर के अंदर पोषण की समस्या दूर हो जाएगी । यह एक अच्छा तरीका है जिसका उपयोग आप कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
becozinc tablet uses in hindi एनीमिया
एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जहां रक्त में पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होती हैं। लाल रक्त कोशिकाएं शरीर के सभी भागों में ऑक्सीजन ले जाती हैं। एनीमिया बीमारी, चोट या उम्र सहित कई चीजों के कारण हो सकता है। और जब शरीर के अंदर खून की कमी हो जाती है तो इसकी वजह से शरीर को ऑक्सीजन नहीं मिलेगा और आपके अंदर थकान जैसे लक्षण प्रकट हो जाने लग जाएंगे । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। आपको बतादें कि महिलाओं और बच्चों के अंदर एनीमिया की समस्या सबसे अधिक देखने को मिलती है। भारत के अंदर हर साल एक करोड़ मामले एनीमिया के आते हैं।
एनीमिया के कई प्रकार हो सकते हैं। लेकिन यदि आप आयरन युक्त आहार का सेवन करते हैं तो उसकी वजह से एनीमिया की समस्या को दूर किया जा सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
यदि हम एनीमिया के प्रकार के बारे मे बात करें तो आपको बतादें कि यह कई प्रकार का होता है। और उसके हिसाब से इसका अलग अलग तरह से इलाज हो सकता है आप इस बात को समझ सकते हैं।
- अप्लास्टिक एनीमिया एक दुर्लभ रक्त विकार है जो अस्थि मज्जा को प्रभावित करता है। पीड़ितों में सामान्य रक्त कोशिकाओं की कमी होती है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। एप्लास्टिक एनीमिया आमतौर पर आनुवंशिक विकार के कारण होता है, लेकिन यह विकिरण जोखिम, कीमोथेरेपी या अन्य चिकित्सा उपचारों के कारण भी हो सकता है।
- हेमोलिटिक एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर की लाल रक्त कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं। यह ज्यादातर आयरन या फोलेट की कमी के कारण होता है। अगर जल्दी इलाज न किया जाए तो हेमोलिटिक एनीमिया जानलेवा हो सकता है। हेमोलिटिक एनीमिया के इलाज के लिए कई कदम उठाए जा सकते हैं, जिसमें आपके आहार में बदलाव करना और पूरक आहार लेना शामिल है।
- थैलेसीमिया एक विरासत में मिला रक्त विकार है जो ऑक्सीजन परिवहन के लिए किसी व्यक्ति की लाल रक्त कोशिकाओं की क्षमता को प्रभावित करता है। थैलेसीमिया के दो मुख्य प्रकार हैं: क्लासिक और बीटा-थैलेसीमिया। क्लासिक थैलेसीमिया तब होता है जब हीमोग्लोबिन के उत्पादन में समस्या होती है, लाल रक्त कोशिकाओं में एक प्रोटीन जो ऑक्सीजन ले जाने में मदद करता है। बीटा-थैलेसीमिया तब होता है जब हीमोग्लोबिन में प्रोटीन में से एक बीटा ग्लोबिन के उत्पादन में समस्या होती है।
खून की कमी (एनीमिया) के लक्षण के बारे मे हम बात करें तो आपको बतादें कि इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं और इसकी मदद से आप खून की कमी को शरीर के अंदर पहचान सकते हैं। यदि आपको नीचे दिये गए लक्षण दिखाई देते हैं तो इसका मतलब यह है कि आपके अंदर खून की कमी हो चुकी है और आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
- यदि आपको अपनी ऊर्जा बढ़ाने में परेशानी हो रही है, तो इसका एक अच्छा कारण हो सकता है: आपके रक्त में आयरन की कमी है। एनीमिक थकान एनीमिया का परिणाम है, और यह थकान के सबसे सामान्य कारणों में से एक है।
- इसके अलावा यदि आपके शरीर के अंदर खून की कमी हो जाती है तो इसकी वजह से शरीर के अंदर काफी अधिक कमजोरी महसूस हो सकती है आपको इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
- इसके अलावा यदि खून की कमी है तो इसकी वजह से त्वचा पीली पड़ जाएगी आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए । तो आप समझ सकते हैं कि आपके अंदर खून की कमी हो चुकी है आप इस बात को समझ सकते हैं।
- दिल की धड़कन का असामान्य होना
- सांस लेने में तकलीफ
- चक्कर आना
- सीने में दर्द
- हाथों और पैरों का ठंडा होना
- सिरदर्द
खून की कमी (एनीमिया) के कारण की बात करें तो इसके कई सारे कारण हो सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपके शरीर के अंदर खून की कमी है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और इसके कारण के बारे मे हम आपको यहां पर बता रहे हैं।
- अलसर, बवासीर, जठरशोथ (पेट की सूजन), और कैंसर जैसे रोग यदि आपके अंदर मौजूद हैं तो इसकी वजह से भी खून की कमी हो सकती है।
- इसके अलावा महिलाओं के अंदर अधिक मासिक धर्म की वजह से खून की कमी हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए। मासिक धर्म मे खून अधिक बहने के चांस होते हैं।
- विटामिन और खनिज की कमी की वजह से भी शरीर के अंदर खून की कमी हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
- गुर्दे की बीमारी
- हाइपोथाइरॉइडिज़्म
आदि उपर दिये गए कुछ कारण हैं जिसकी वजह से शरीर के अंदर खून की कमी आ जाती है। सबसे बड़ा कारण यही है कि खून की कमी आमतौर पर सही तरह के खान पान नहीं करने की वजह से आती है। आपको इस तरह के पदार्थ अधिक खाने चाहिए जिसकी वजह से खून की कमी को दूर किया जा सकता है।
खून की कमी (एनीमिया) से बचाव के लिए आप कई तरह के कदम उठा सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो यदि किसी इंसान को चोट वैगरह लग गई है तो उसकी वजह से भी खून की कमी हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और उस स्थिति मे यदि चोट की वजह से अधिक खून बह गया है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
- अपने शरीर के अंदर खून की कमी को दूर करने के लिए अधिक से अधिक आयरन का सेवन करें । जिसके अंदर चुकंदर और सेब सबसे अधिक उपयोगी होते हैं आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
- इसके अलावा आपको चाय और कॉफी का सेवन कम करना चाहिए । क्योंकि इसकी वजह से आयरन के अवशोषण के अंदर काफी अधिक समस्याएं होती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
- इसके अलावा आप विटामिन सी का सेवन कर सकते हैं जोकि आयरन के अवशोषण के अंदर काफी अधिक मदद करता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
खून की कमी (एनीमिया) का परीक्षण की यदि बात करें तो इसका पता बहुत ही सिंपल तरीके से चल जाता है। जब आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो डॉक्टर आपके खून को जांच करने के बारे मे कहता है और उसके बाद जब डॉक्टर आपके खून की जांच करता है तो डॉक्टर को यह पता चल जाता है कि आपके अंदर खून की कमी है। और उसके बाद आपके लक्षणों से भी यह पता लगाना काफी आसान होता है कि आपके अंदर खून की कमी हो चुकी है आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
खून की कमी (एनीमिया) का इलाज की बात करें तो इसके लिए आप कई तरह से इलाज करवा सकते हैं आप इस बात को समझ सकते हैं तो डॉक्टर आपको कुछ टिप्स बता सकते हैं जिसकी मदद से आप खून की कमी को दूर कर सकते हैं तो आइए जानते हैं इसके बारे मे ।
- आयरन की कमी की वजह से यदि किसी प्रकार का एनीमिया हुआ है तो इसका मतलब यह है कि आपको अपने आहार के अंदर बदलाव करना होगा और उसके बाद आप अपनी समस्या को सही कर सकते हैं। और आप अपने शरीर के अंदर खून को बढ़ा सकते हैं।
- थैलेसीमिया एक रक्त विकार है जो तब होता है जब शरीर पर्याप्त मात्रा में एक प्रकार की लाल रक्त कोशिका का उत्पादन नहीं करता है। थैलेसीमिया का सबसे आम प्रकार हीमोग्लोबिन जीन की समस्या के कारण होता है। लक्षण हल्के से गंभीर तक हो सकते हैं, और इसमें एनीमिया, थकान और सांस की तकलीफ शामिल हो सकते हैं। उपचार के विकल्पों में रक्त-आधार, फोलिक एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ, दवाएं, तिल्ली को हटाना और अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण शामिल हैं।
- विटामिन बी 12 या फोलिक एसिड की कमी के कारण होने वाले एनीमिया के उपचार में ऐसे आहार पर स्विच करना शामिल है जिसमें विटामिन बी 12 और फोलिक एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल हों। इन खाद्य पदार्थों में मांस, पोल्ट्री, मछली, पत्तेदार हरी सब्जियां, फलियां और मेवे शामिल हैं।
- प्लास्टिक एनीमिया एक विकार है जिसमें लाल रक्त कोशिकाओं की कमी होती है। लक्षणों में थकान, सांस लेने में तकलीफ और आसानी से चोट लगना शामिल हो सकते हैं। उपचार में आमतौर पर दवा और रक्त आधान का संयोजन शामिल होता है। यदि अन्य उपचार विफल हो जाते हैं तो अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण एक विकल्प हो सकता है।
- यदि आपके पास अस्थि मज्जा संबंधी एनीमिया है, तो आपको स्थिति का इलाज करने के लिए दवाओं, कीमोथेरेपी, या अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण की आवश्यकता हो सकती है। बोन मैरो से संबंधित एनीमिया एक प्रकार का एनीमिया है जो लाल रक्त कोशिकाओं की कमी के कारण होता है। अस्थि मज्जा संबंधी रक्ताल्पता के लक्षणों में थकान, सांस लेने में तकलीफ और आसानी से खरोंच आना शामिल हैं। यदि अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो अस्थि मज्जा संबंधी एनीमिया मृत्यु का कारण बन सकता है।
- हेमोलिटिक एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर लाल रक्त कोशिकाओं को नहीं तोड़ पाता है। इससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें सांस की गंभीर कमी, दिल की विफलता और यहां तक कि मृत्यु भी शामिल है।
- कई अलग-अलग दवाएं हैं जो हेमोलिटिक एनीमिया का कारण बन सकती हैं। इनमें एंटीबायोटिक्स, स्टेरॉयड और एंटीफंगल शामिल हैं। वे प्रतिरक्षा प्रणाली को भी कमजोर कर सकते हैं, जिससे आपको संक्रमण होने की अधिक संभावना होती है। और अंत में, कुछ दवाएं जो आपकी लाल रक्त कोशिकाओं को कम प्रभावी बनाती हैं, हेमोलिटिक एनीमिया भी पैदा कर सकती हैं।
- सिकल सेल एनीमिया में, हीमोग्लोबिन अणुओं में से एक का आकार मुड़ा हुआ होता है जिससे अणु के लिए ऑक्सीजन का परिवहन करना मुश्किल हो जाता है।सिकल सेल एनीमिया के उपचार में दर्द और जटिलताओं को कम करने के लिए ऑक्सीजन, दर्द निवारक, मौखिक रूप से और अंतःशिरा शामिल हैं। मौखिक दवाओं में इबुप्रोफेन और नेपरोक्सन शामिल हैं, जबकि अंतःशिरा उपचार में एरिथ्रोपोइटिन (ईपीओ) और डाल्टापेरिन (या कम आणविक भार हेपरिन) शामिल हैं। ईपीओ लाल रक्त कोशिका के उत्पादन को बढ़ाता है, जबकि डाल्टापेरिन सूजन को कम करता है और स्ट्रोक को रोकने में मदद करता है।
दोस्तों एनीमिया के नुकसान की बात करें तो इसके कई सारे नुकसान हो सकते हैं जिसके बारे मे हम आपको बताने वाले हैं। यदि आपको लंबे समय तक एनीमिया है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करने की जरूरत है आप इस बात को समझ सकते हैं।
- एनीमिया का सबसे बड़ा नुकसान यही होता है कि इसकी वजह से आपको काफी अधिक थकान का सामना करना पड़ता है। यह एक तरह से एनीमिया का लक्षण हम कह सकते हैं।
- जिन गर्भवती महिलाओं में फोलेट की कमी होती है, उन्हें गर्भावस्था के दौरान समय से पहले प्रसव सहित समस्याओं का अनुभव हो सकता है। फोलेट एक पानी में घुलनशील विटामिन है और यह पत्तेदार हरी सब्जियों, फलियों, मेवों और गरिष्ठ खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। फोलेट की कमी से एनीमिया का एक रूप हो सकता है जिसे मेगालोब्लास्टिक एनीमिया कहा जाता है। फोलेट की कमी के लक्षणों में थकान, भूख कम लगना और अवसाद शामिल हैं। मेगालोब्लास्टिक एनीमिया वाली गर्भवती महिलाओं को अन्य गर्भावस्था जटिलताओं जैसे जन्म के समय कम वजन और प्लेसेंटल एबॉर्शन का खतरा बढ़ जाता है।
becozinc tablet का उपयोग क्या गर्भवति महिला के लिए ठीक है ?
becozinc tablet का उपयोग वैसे तो गर्भवति महिलाएं कर सकती हैं लेकिन इसके बारे मे अधिक जानकारी नहीं है। यदि आप एक गर्भवति महिला हैं तो इस दवा को लेने से पहले आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यदि आप पहले से ही कोई दवा ले रहे हैं तो आपको सबसे पहले इस दवा के बारे मे अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।
becozinc tablet का उपयोग क्या स्तनपान करने वाली महिलाएं कर सकती हैं ?
हां becozinc tablet का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाएं कर सकती है। यदि आप इसका उपयोग करना चाहती हैं तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।
becozinc tablet का सेवन करने से पेट पर क्या असर पड़ता है
becozinc tablet का सेवन करने से पेट पर किसी भी तरह का बुरा असर नहीं पड़ता है । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यदि आपको पहले से ही पेट की कोई समस्या है तो फिर आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।
becozinc tablet का सेवन करने से गुर्दे पर क्या असर पड़ता है ?
दोस्तों यदि आप becozinc tablet का सेवन करते हैं और यदि आपके गुर्दे को किसी भी तरह की समस्या नहीं है तो यह आपके गुर्दे को प्रभावित नहीं करेगा लेकिन यदि आप को पहले से ही गुर्दे की समस्या है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।
becozinc tablet का सेवन करने से लिवर पर क्या असर पड़ता है ?
दोस्तों becozinc tablet का सेवन करने से लिवर पर किसी भी तरह का बुरा असर नहीं पड़ेगा आप इस बात को समझ सकते हैं। लेकिन यदि आपको पहले से ही लिवर से जुड़ी कोई समस्या है और आप यह दवा ले रहे हैं तो आपको सबसे पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना होगा और उसके बाद ही आपको इस दवा का सेवन करना होगा नहीं तो नुकसान हो सकता है आप इस बात को समझ सकते हैं और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।
becozinc tablet का सेवन करने से हर्ट पर क्या असर पड़ता है
becozinc tablet का सेवन यदि आप करते हैं तो इसकी वजह से हर्ट पर किसी भी तरह का बुरा असर नहीं पड़ता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए । लेकिन यदि आप पहले से हर्ट से जुड़ी कोई दवा ले रहे हैं तो फिर आपको एक बार इस दवा के बारे मे डॉक्टर को बता देना चाहिए । क्योंकि कुछ जो दवाएं होती हैं वह आपस मे क्रिया कर सकती हैं तो ऐसी स्थिति मे आपको बहुत अधिक सावधानी रखना जरूरी होता है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
becozinc tablet का सेवन करने से लत लग सकती है
शायद नहीं । यदि आप becozinc tablet का सेवन करते हैं तो इससे किसी भी तरह की लत नहीं लग सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे अपने डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।
becozinc tablet लेने के बाद क्या गाड़ी वैगरह चला सकते हैं
दोस्तों आपको बतादें कि becozinc tablet आपके दिमाग को प्रभावित नहीं करती है। इसका मतलब यह है कि यदि आप इस टेबलेट का उपयोग करते हैं तो इसकी वजह से आपको कोई समस्या नहीं होगी । और दवा लेने के बाद यदि आपको किसी तरह की समस्या या साइड इफेक्ट नजर आते हैं तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
becozinc tablet का सेवन किसी तरह के मानसिक विकार के अंदर किया जा सकता है ?
नहीं becozinc tablet का उपयोग किसी भी तरह के मानसिक विकार के अंदर प्रयोग नहीं किया जा सकता है आप इस बात को समझ सकते हैं। becozinc tablet किसी तरह के मानसिक विकार को ठीक नहीं करती है। यदि आपको किसी तरह के मानसिक विकार की समस्या है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।
becozinc tablet को हम कहां से खरीद सकते हैं ?
दोस्तों आपको बतादें कि becozinc tablet को खरीदना काफी आसान होता है आप इस बात को समझ सकते हैं। यह आपको अपने आस पास किसी भी मेडिकल स्टोर पर आसानी से मिल जाएगी । और यदि मेडिकल स्टोर पर यह नहीं मिलती है तो फिर आप इसको ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
becozinc tablet के नुकसान क्या हो सकते हैं
दोस्तों जैसा कि आपको पता ही होगा कि हर दवा के अपने फायदे और नुकसान होते हैं आप इस बारे मे जानते ही हैं तो कुछ नुकसान के बारे मे हम आपको यहां पर बताने वाले हैं।
- जी मिचलाना
- एलर्जी की प्रतिक्रिया
- सूजन
- डिप्रेशन
यह दुष्प्रभावों की विस्तृत सूची नहीं है। यदि आप दवा के प्रतिकूल प्रतिक्रिया का अनुभव करते हैं तो कृपया अपने डॉक्टर को सूचित करें।
becozinc tablet को किस तरह से स्टोर करना चाहिए
दोस्तों आपको बतादें कि becozinc tablet को सही तरह से स्टोर करना काफी अधिक जरूरी होता है। आपको चाहिए कि आप इसको धूप के अंदर नहीं रख सकते हैं। यदि आप इसको धूप के अंदर रखते हैं तो यह खराब हो सकती है। इसके अलावा आपको इसको फ्रीज के अंदर भी नहीं रखना चाहिए । क्योंकि इसकी वजह से भी यह दवा खराब हो सकती है आप इस बात को समझ सकते हैं और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
और इस दवा को बच्चों की पहुंच से दूर रखना चाहिए । क्योंकि बच्चे इस दवा को निगल सकते हैं और इसकी वजह से काफी अधिक नुकसान हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
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