बांझपन दूर करने के 17 टोटके और उपाय के बारे मे जानकारी
बांझपन दूर करने के टोटके – bnjpan dur karne ka totka बांझपन दूर करने के टोटके के बारे मे जानकारी – इनफर्टिलिटी एक ऐसी स्थिति है, जहां एक दंपती बच्चों को गर्भ धारण करने में सक्षम नहीं होता है। यह पुरुष बांझपन, महिला बांझपन और गर्भाशय या फैलोपियन ट्यूब में समस्याओं सहित कई कारकों के कारण हो सकता है। गर्भधारण करने की कोशिश कर रहे जोड़ों के लिए बांझपन एक बहुत ही निराशाजनक अनुभव हो सकता है। ऐसे कई उपचार उपलब्ध हैं जो दंपतियों को गर्भवती होने में मदद कर सकते हैं।
दोस्तों वैसे आपको बतादें कि बांझपन एक बहुत बड़ी समस्या होती है। आमतौर पर यदि किसी महिला को बच्चा नहीं हो रहा है तो उसको सामाजिक रूप से काफी अधिक परेशान किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और समाज और घर के अंदर काफी अधिक ताने दिये जाते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । मतलब यही है कि हर महिला मां बनना चाहती है। और वह चाहती है कि उसके भी छोटे छोटे बच्चे हो जोकि आंगन के अंदर खेलें । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
यदि आप भी बांझपन की समस्या से काफी अधिक परेशान हैं तो हम आपको कुछ टोटके के बारे मे बताने वाले हैं। जिसकी मदद से आप बांझपन की समस्या को दूर कर सकते हैं । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो आइए जानते हैं। बांझपन की समस्या को दूर करने के उपाय के बारे मे कुछ टोटके बताने वाले हैं जोकि आपकी मदद करने वाले हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
बांझपन दूर करने के टोटके नागकेसर का प्रयोग bnjpan dur karne ka totka
दोस्तों आपको बतादें कि नागकेसर के बारे मे आप जानते ही होंगे । इसकी मदद से आप बांझपन को दूर कर सकते हैं ।इसके लिए सुपारी और नागकेसर को समान मात्रा के अंदर आपको लेना होगा ।इसको आपको रोजाना 16 दिन तक पिरियड के अंदर लेना होगा । यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको गर्भ ठहर जाएगा । यह एक अच्छा उपाय है जिसका प्रयोग आप कर सकते हैं। और यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
नागकेसर का पेड़ डिप्टेरोकारपेसी परिवार में सदाबहार पेड़ की एक प्रजाति है। यह दक्षिण भारत और श्रीलंका का मूल निवासी है। पेड़ 25-30 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ता है, जिसमें चिकनी भूरे-भूरे रंग की छाल होती है। पत्तियाँ अंडाकार आकार की, 5-10 सेमी लंबी और 2-3 सेमी चौड़ी, ऊपरी सतह पर हरी और नीचे की ओर एक दाँतेदार मार्जिन वाली होती हैं। फूल सफेद होते हैं, जिनमें छह पंखुड़ियाँ होती हैं; फल 10-15 सेमी लंबा और 2-2.5 सेमी चौड़ा एक लम्बी फली होती है, जिसमें दो भूरे रंग के ड्रूप 5-7 सेमी लंबे और 2-3 सेमी चौड़े होते हैं।
बांझपन दूर करने का टोटका तुलसी
तुलसी के बीजों को आपको सबसे पहले अच्छी तरह से पीस लेना होगा । और उसके बाद यदि आप उन बीजों को मासिक धर्म के पहले 3 दिन तक लेने हैं ।यदि आप ऐसा करते तो आपका बांझपन दूर होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यह एक तरह से अच्छा उपाय है।
वैसे आपको बतादें कि तुलसी का पौधा, जिसे होली बेसिल या ओसिमम गर्भगृह के रूप में भी जाना जाता है, लामियासी परिवार का एक सदस्य है और भारत का मूल निवासी है। तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में पूजनीय है और इसका उपयोग सदियों से हर्बल उपचार के रूप में किया जाता रहा है। तुलसी के पौधे को कुछ ईसाई भी पवित्र मानते हैं।
सौंठ और काली मिर्च का प्रयोग
दोस्तों यदि आपको बच्च नहीं हो रहा है तो आप यह टोटका प्रयोग मे ले सकते हैं। इसके अंदर आपको सौंठ और काली मिर्च व पीपल और नागकेसर आदि को 20 20 ग्राम लेना है। और उसके बाद आपको उनको अच्छी तरह से पीस लेना है। फिर रात को सोते समय गाय के दूध के साथ सेवन करना है। यदि आप कुछ दिन सेवन करते हैं तो ऐसा करने से आपकी जो बांझपन की समस्या है वह दूर हो जाएगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यह एक अच्छा उपाय है जिसका प्रयोग आप कर सकते हैं। इससे आपको काफी फायदा होगा ।
सौंठ और काली मिर्च व पीपल आदि आपको शहर के अंदर दुकान पर मिल जाएंगी । आप उनको खरीद कर लेकर आ सकते हैं। और उसके बाद उपयोग कर सकते हैं। आपको इससे काफी अधिक फायदा होगा ।
बांझपन को दूर करने का टोटका
दोस्तों कस्तूरी 2 रत्ती अफीम केसर और जायफल एक मांसा ,उसके बाद भांग 2 मांसा 2 रत्ती पुराना गुड और सफेद कत्था 5 मांसा । उसके बाद सुपारी 3 नग लौंग 4 नंग उसके बाद आपको सभी को अच्छी तरह से पीस लेना है और गोलियों को बना लेना है। उसके बाद आपको इनको एक एक गोली महिला के मासिक धर्म समाप्त होने के बाद देना होगा । यदि आप ऐसा करते हैं तो महिला का बांझपन दूर हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। यह एक अच्छा उपाय है जोकि आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा ।
अश्वगंधा का सेवन करें
दोस्तों आपको बतादें कि अश्वगंधा आमतौर पर काफी अधिक फायदेमंद होती है। और आपको बतादें कि यह प्रजनन क्षमता को बढ़ाने का काम करती है। आप इसको किसी दुकान से खरीद सकते हैं। यह आपको आसानी से मिल जाएगी ।
इसके लिए गर्म पानी के एक गिलास में अश्वगंधा चूर्ण का 1 चम्मच मिश्रण बनाकर । यदि आप सेवन करते हैं तो ऐसा करने से काफी अधिक फायदा होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं । और यही आपके लिए सही होगा ।
आपको बतादें कि अश्वगंधा और भी कई तरह से फायदेमंद होती है।
अश्वगंधा एक लोकप्रिय जड़ी बूटी है जिसका उपयोग सदियों से भारत में इसके कई स्वास्थ्य लाभों के लिए किया जाता रहा है। अश्वगंधा के बारे में यह विस्तृत जानकारी आपको बेहतर समझ देगी कि यह जड़ी बूटी आपके लिए क्या कर सकती है।
सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, अश्वगंधा को एक चिंताजनक (चिंता कम करने वाला) एजेंट के रूप में जाना जाता है। यह समग्र तनाव के स्तर को सुधारने में मदद करने के साथ-साथ घबराहट, व्यामोह और अनिद्रा जैसे चिंता के लक्षणों को कम करने के लिए दिखाया गया है। इसके अतिरिक्त, यह बेहतर नींद की गुणवत्ता को बढ़ावा देने और आरईएम नींद के एपिसोड को कम करने के लिए भी दिखाया गया है।
अश्वगंधा का एक अन्य प्रमुख लाभ इसकी संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली में सुधार करने की क्षमता है। यह पाया गया है कि यह स्मृति स्मरण और एकाग्रता में सुधार करने में मदद करता है, साथ ही समग्र ध्यान और उत्पादकता में भी। इसके अतिरिक्त, यह समस्या सुलझाने के कौशल और मानसिक लचीलेपन में सुधार करने के लिए भी दिखाया गया है।
त्रिफलाघृत का सेवन करें बांझपन दूर करने का टोटका
दोस्तों त्रिफलाघृत के बारे मे आप जानते ही हैं। यदि आप अपने बांझपन को दूर करना चाहते हैं तो आपको चाहिए कि आप त्रिफलाघृत का सेवन करें । यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । त्रिफलाघृत को यदि आप 5 ग्राम रोजाना सेवन करते हैं तो इसका काफी अधिक फायदा होगा । और बांझपन की समस्या आसानी से दूर हो जाएगी । आप इस बात को समझ सकते है।
त्रिफला घृत एक पारंपरिक भारतीय पेय है जो तीन फलों- आंवला, आम और बिलबेरी के संयोजन से बनाया जाता है। माना जाता है कि पेय एक शक्तिशाली डिटॉक्सिफायर है और इसका उपयोग सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा में विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है।
गुलकंद और सौंफ का सेवन करें
दोस्तो गुलकंद और सौंफ की मदद से भी आप बांझपन को दूर कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
गुलकंद और सौंफ दो ऐसे पौधे हैं जिनका सदियों से दवाखाने की दुकानों में इस्तेमाल किया जाता रहा है। गुलकंद अजमोद परिवार का सदस्य है, जिसमें कई चिकित्सीय गुण हैं। इसका उपयोग ब्रोंकाइटिस, फ्लू और सर्दी के इलाज के लिए किया जाता है। सौंफ एक जड़ी-बूटी वाला पौधा है जिसका उपयोग सदियों से भूमध्यसागरीय व्यंजनों में किया जाता रहा है। यह ब्रोंकाइटिस और फ्लू के इलाज में भी प्रभावी है।
नागकेशर के चूर्ण उपयोग करें
दोस्तों यदि आप भी बांझपन की समस्या से काफी अधिक परेशान हैं तो आप यह प्रयोग कर सकते हैं। नागकेशर के चूर्ण को रोजाना यदि आप 5 ग्राम लें और उसके बाद दूध का सेवन करें । और यदि आप ऐसा करते हैं तो फिर बांझपन की समस्या दूर हो जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
नागकेशर पाउडर एक सफेद, क्रिस्टलीय पाउडर है जिसे भारतीय राज्य बिहार में नागकेशर के पेड़ (ओरॉक्सिलम इंडिकम) से निकाला जाता है। इसका उपयोग पारंपरिक भारतीय चिकित्सा में एक शामक और एक विरोधी भड़काऊ एजेंट के रूप में किया गया है। पाउडर को रिलैक्सिंग, एनाल्जेसिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए भी जाना जाता है।
गोखरू का प्रयोग करना
दोस्तों यदि महिलाओं को बांझपन की समस्या है तो उनको डॉक्टर से परामर्श करने के बाद गोखरू का सेवन करना चाहिए । यह सबसे अधिक उपयोगी होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।यह महिलाओं के अंदर काम की भावना को तो बढ़ाने का काम करता ही है।
टेस्टोस्टेरोन को जागृत करने का काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। लेकिन इसका सेवन करने से पहले आपको एक बार अपने डॉक्टर से जरूर ही परामर्श कर लेना चाहिए ।
आपको बतादें कि गौखरू एक प्रकार का अनाज एक पौधा है जिसका सदियों से पारंपरिक चीनी चिकित्सा में उपयोग किया जाता रहा है। ऐसा माना जाता है कि यह प्रजनन क्षमता में सुधार करता है क्योंकि इसमें जिंक और मैग्नीशियम का उच्च स्तर होता है। प्रयोगशाला अध्ययनों में चूहों में अंडों और शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए एक प्रकार का अनाज पाया गया है। इन निष्कर्षों से पता चलता है कि एक प्रकार का अनाज प्रजनन क्षमता में सुधार के लिए एक उपयोगी उपकरण हो सकता है।
शतावरी का टोटा बांझपन को दूर करने मे
दोस्तों यदि हम शतवारी की बात करें तो आपको बतादें कि यह बांझपन को दूर करने मे काफी उपयोगी मानी जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं और यही आपके लिए सही होगा ।
यह एस्ट्रोजन (estrogen) हार्मोन उत्पादन को बढ़ाता है और मासिक धर्म को नियंत्रित करता है। और यदि कोई महिला बांझपन की समस्या से परेशान है तो उसे शतावरी का सेवन करना चाहिए । यह बांझपन को दूर कर देती है।
शतावरी, लिली परिवार के अन्य सदस्यों की तरह, एक बारहमासी पौधा है। इसमें एक सीधा, शाखाओं वाला तना होता है और कई छोटे, सफेद फूल पैदा करता है। फूलों को मधुमक्खियों द्वारा परागित किया जाता है और फूल सख्त, लकड़ी के तने के साथ हरे भाले में बदल जाते हैं। भाले जैसी पत्तियाँ रूटस्टॉक से बढ़ती हैं और एक दूसरे के विपरीत होती हैं। शतावरी जड़ी बूटी अच्छी तरह से जल निकासी वाली मिट्टी में सबसे अच्छी होती है जिसे नम रखा जाता है लेकिन उमस भरी नहीं।
बांझपन दूर करने का टोटका में करे अशोक का उपयोग
अशोक आमतौर पर महिलाओं के प्रजनन अंगों के लिए सबसे अच्छी औषधी होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यह महिलाओं के गर्भ से जुड़े रोगों को दूर करने का काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं ल्यूकोरिया (जैसे रोग के अंदर यह काफी उपयोगी होता है।गर्भाशय को गर्भधारण करने के लिए यह काफी अधिक उपयोगी होता है। रक्तस्राव जैसी समस्याओं को रोकने मे काफी मदद करता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
अशोक जड़ी बूटी को यदि आप रोजाना दूध के साथ सेवन करते हैं तो यह काफी अधिक फायदेमंद होगा । और प्रजनन क्षमता को काफी बेहतर करने का काम करती है।
आपको बतादें कि – अशोक का पेड़ एक बड़ा पर्णपाती पेड़ है जो पूर्वी एशिया का मूल निवासी है। यह 25-30 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ता है और 10-15 मीटर तक फैला होता है। छाल खुरदरी और पपड़ीदार होती है, जिसमें पीले-भूरे रंग का रंग होता है। पत्तियाँ चौड़ी, हरी तथा शिरायुक्त होती हैं। फूल बैंगनी धारियों वाले सफेद होते हैं, और मधुमक्खियों द्वारा परागित होते हैं। फल एक छोटा गहरा सेब होता है, जिसका उपयोग जूस या पाई बनाने के लिए किया जा सकता है।
फॉलिक एसिड का प्रयोग करना
दोस्तों यदि गर्भ नहीं ठहर रहा है तो इसके लिए आपको फॉलिक एसिड का सेवन करना चाहिए । यह प्रजनन समस्याओं को दूर करने का काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। लेकिन आपको चाहिए कि इसका सेवन करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है। उसका पालन करना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। उसके बाद ही आपको इसका सेवन करना चाहिए ।
फोलिक एसिड एक पानी में घुलनशील विटामिन है जो पत्तेदार हरी सब्जियों, नट्स, फलियों और गरिष्ठ खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। यह गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह न्यूरल ट्यूब बनाने में मदद करता है, भ्रूण के मस्तिष्क के विकास का समर्थन करता है और मस्तिष्क और रीढ़ के प्रमुख जन्म दोषों को रोकने में मदद करता है।
बांझपन दूर करने के टोटके खजूर का सेवन
दोस्तों यदि हम बांझपन दूर करने के उपाय के बारे मे बात करें तो इसके अंदर खजूर भी आता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । खजूर को तो आपने वैसे भी कई बार खाया होगा ।
खजूर प्रजनन क्षमता को बेहतर करने का काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
विटामिन ए, विटामिन बी जैसे पोषक तत्व खजूर के अंदर होते हैं। यदि आपको बांझपन की समस्या है तो फिर आप खजूर का सेवन कर सकते हैं ।यह आपके लिए काफी फायदेमंद होंगे। आप रात के अंदर कुछ खजूर को दूध के अंदर डालकर रखदें । और सुबह होने के बाद इनका सेवन करलें । यदि आप ऐसा करते हैं तो आपकी जो बांझपन की समस्या दूर हो जाएगी । लेकिन आपको कम से कम 4 महिने तक खजूर का सेवन करना होगा तभी यह समस्या दूर होगी । बाकि यदि आप इसके बारे मे अधिक जानना चाहते हैं तो आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें । और वह आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करें । आप इस बात को समझ सकते हैं। दोस्तों खजूर आप बाजार से खरीद सकते हैं। यह आपको वहां पर काफी आसानी से मिल जाएगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
बांझपन की समस्या को दूर करने मे अंगूर
अंगूर के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। और आपने कई बार अंगूर का प्रयोग किया ही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
आपको बतादें कि अंगूर के अंदर विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स का गुण होता है जिसकी वजह से यह आमतौर पर बांझपन की समस्या को दूर करता है। यदि आप इसकी मदद से अपनी बांझपन की समस्या को दूर करना चाहते हैं तो फिर आपको अधिक से अधिक अंगूर का सेवन करना चाहिए । और बाकि आप अपने डॉक्टर से बात कर सकते हैं और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन कर सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
कच्चा शहद का सेवन करें
दोस्तों यदि आपको बांजपन की समस्या है तो इसके अंदर कच्चा शहद भी काफी अधिक फायदेमंद हो सकता है। कच्चा शहद मधुमक्खियों के छत्ते के छत्ते से प्राप्त बिना गरम, अनफ़िल्टर्ड और बिना पाश्चुरीकृत उत्पाद है। इसमें एक विशिष्ट एम्बर रंग और एक फल, पुष्प और थोड़ा जंगली स्वाद है। कच्चा शहद एंटीऑक्सिडेंट, खनिज, विटामिन और एंजाइम का एक उत्कृष्ट स्रोत है।
प्रोटीन (protein), एमिनो एसिड (Amino Acid), फैटी एसिड (Fatty Acid) और विटामिन आदि शहद के अंदर मौजूद होते हैं। और यह बांझपन की समस्या को दूर करने मे काफी उपयोगी होता है। आपको बतादें कि यह पुरूषों और महिलाओं दोनो के लिए ही फायदेमंद होता है। तो जिस किसी को बांझपन की समस्या है वह इसका यूज कर सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
सेंधा नमक का सेवन करें
दोस्तों यदि सेंधा नमक के बारे मे बात करें तो सेंधा नमक भी बांझपन की समस्या को दूर करने के लिए जाना जाता है। सेंधा नमक आपके घरों के अंदर काफी आसानी से मिल जाएगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि यह आपको घर मे नहीं मिलता है तो आप दुकान से खरीद सकते हैं।
इसके लिए आपको चाहिए कि आप सेंधा नमक को रात को पानी के अंदर भीगों कर रखदें । और सुबह उठने के बाद इसका सेवन करें । यदि आप ऐसा करते हैं तो कुछ ही समय बाद आपका गर्भ ठहर जाएगा । सेंधा नमक गर्भ की समस्याओं को दूर करने मे काफी उपयोगी होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । लेकिन इसकी कितनी मात्रा का सेवन करना है ? इसके बारे मे आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करें ।
बांझपन को दूर करने का टोटका लहसुन
दोस्तों यदि आप बांझपन की समस्या से परेशान है तो इसके अंदर लहसुन आपकी मदद कर सकता है। लहसुन एक बल्बनुमा पौधा है जो सफेद, पीले और लाल सहित विभिन्न रंगों में पाया जा सकता है। यह लिली परिवार का एक सदस्य है और सदियों से इसका उपयोग औषधीय प्रयोजनों के लिए किया जाता रहा है। लहसुन को प्याज और लीक के साथ एलियम के रूप में वर्गीकृत किया गया है, क्योंकि इसमें कोशिकाओं की दो परतें होती हैं जो त्वचा की एक परत से घिरी होती हैं। लहसुन की कलियां इन परतों के अंदर होती हैं।
लहसुन के अंदर खास प्रकार का तत्व पाया जाता है जोकि पुरूष बांझपन की समस्या को दूर करने मे काफी मदद कर सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
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