चरवाहा का पर्यायवाची शब्द या चरवाहा का समानार्थी शब्द (charwaha ka paryayvachi shabd ya Shepherd synonyms in hindi) के बारे में आज हम इस लेख में जानने वाले है । तो अगर आप भी यह जानना चाहते है की चरवाहा कौन है और इसके पर्यायवाची क्या होते है तो आपको बता देते हैकी लेख आपके लिए काफी उपयोगी होने वाला है ।
शब्द (shabd) | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd ya samanarthi shabd) |
चरवाहा | चरवैया, ग्वाला, बेलकी, चरवाहे, बलदिया, गड़रिया, चरवाह, धंगर, बल्लव, चरैया, बरेदी, अहीर, आभीर। |
चरवाहा in Hindi | charavaiya, gvaala, belakee, charavaahe, baladiya, gadariya, charavaah, dhangar, ballav, charaiya, baredee, aheer, aabheer. |
चरवाहा in English | shepherd, herdsman, neatherd, grazier. |
चरवाहा का अर्थ होता है ग्वाला या चरवैया । यानि एक ऐसा व्यक्ति जो की पशुओं को चराता है और अपनी जीविका चलाने का काम करता है वह चरवाहा होता है ।
जैसे की अनेक तरह के पशु है जिन्हे चाराने के लिए कोई व्यक्ति अपने साथ लेकर जाता है ओर शाम को उन्हे वापस घर में लेकर आ जाता है । और वह केवल अपने ही पशु नही लेकर जाता है बल्की दूसरो के भी पशु लेकर जाता है ।
और इसक बदल में कुछ धन ले सकता है और ऐसा करने के कारण से उसका जीवन चलता रहता है और उसके परीवार का पेट भरता रहता है तो यह भी एक काम होता है और इस तरह का कार्य जो व्यक्ति करता है वह चरवाहा होता है ।
अगर बात करे चरवाहा शब्द के अर्थ की तो इसके अर्थ को हम कुछ इस तरह से समझा सकते है –
इस तरह से दोस्तो आप यह समझ सकते है की चरवाहा का मतलब चराने वाला होता है । और आपमे इतनी जरूर समझ है की आप यह समझ सकते है की पशुओ को चराया जाता है तो जो व्यक्ति पशुओ को चारते है वह चरवाहा होता है ।
आपने इस नाम को कई बार सुना होगा मगर यह नही मालूम की चरावाह कौनहोता है । तो दोस्तो आपको बता दे की चरवाहा पशुओं को चराई पर ले जाने वाला होता है । जैसे की आपके आस पास कोई हे जो की पशुओ को चाराने का काम करता है तो वह चरवाहा होता है ।
वैसे चरवाह जो होते है वे मवेशियों को चराने का काम करते है । अगर कोई व्यक्ति है जो की ऐसा काम करता है तो वह एक तरह का चरवाहा होता है । आपको बता दे की चरवाहा जो होता है वह काफी मेहनती होता है और उसे अपने काम पर हमेशा गर्व होता है । क्योकी यह जो काम होता है वह और कोई साधारण आदमी नही कर सकता है ।
एक चरवाहा सुबह जल्दी उठता है और अपने मवेशियो की देखभाल में लग जाता है और फिर उनहे चराने के लिए ले जाता है और इस तर हसे चरवाहा अपना काम करता है । आपको बता दे की वह मवेशियो को तब तक टहलाता रहता है जब तक वे पेट नही भर लते है और घर के लिए वापस जाने के लिए तैयार नही हो जाते है । और यह काम काफी मेहनती व्यक्ति ही कर सकता है ।
आपको बता दे की चरवाहा अपने जानवरो के साथ समय ही नही बिताता है बल्की उन्हे अपने जीवन का एक अहम हिस्सा मानता है और उनकी देखभाल करता हुआ अपना जीवन गुजारता है और यह काफी बड़ी बात होती है और आपको इस बारे में पता होना जरूरी है । वैसे आपको पता होगा की चरवाहा जब तक अपनी मवेशियो को चरा नही लेता है तब तक वह खुश नही रह पाता है । और मवेशियों का जब पेट भर जाता है तब जाकर वह संतुष्ट हो पाता है ।
इस तरह से चरवाहा का काम केवल मवेशियो को चराने का होता है ।
आपको बता दे की चरवाहे इधर-उधर घूमते हैं, और अपने जानवरो के साथ समय बिताता है औरजानवरों के झुंड को खिलाते और पानी पिलाते हैं। वैसे एक चरवाहा जो होता है वह केवल छोटे जानवरो को ही नही चराता है बल्की गाय, बकरी, भेड़, भैंस और अन्य पशुधन भी इसमें सामिल होते है और यह बात आपको पता होनी जरूरी है ।
वैसे आपको बता दे की चरवाहा ज्यादतर ऐसे होते है जो की सदियो से यह काम करते आ रहे है । उनके पिता भी यही काम करते थे तो उनके दादा भी इसी काम को करते थे ।
बहुत से लोग ऐसे होते है जो की पशुपालन में काम करते है और वहां पर रहने वाले अनेक तरह के जानवरो को चराने का काम करते है तो वे भी एक तरह से चरवाहा होता है और यह बात आपको पता होनी चाहिए ।
चरवाहे जो होते है वे अपने पास एक नही बल्की अनेक तरह के जानवरो को चराते रहते है और उसकी यह जिम्मेदारी होती है उसके पास जो भी पशु होती है उसकी सुरक्षा वह करने वाला है और यह बात आपको पता होनी बनती है ।
आपको बता दे की वह जानवरो को नुकसान कभी पहुंचने नही देता है अगर कोई ऐसा है तो वह सच्चा चरवाहा होता है । इस तरह से काम करने वाले चरवाहा को हम यह नही कह सकते है की वह पैसो के लिए यह काम करता है बल्की वह जानवरो के साथ समय बिताना पसंद भी करता है और उन्हे अपने जीवन का एक हिस्सा मानता है ।
चरवाहा के बारे में जो कुछ है उनमे से एक रोचक बात यह भी होती है की वह जानवरो से काफी अधिक प्रेम करता है और यह आपको पता होना बनता है । आपको बता दे की चरवाह हमेशा जानवरो के लिए ही अपना समय बिताना चाहता है और वह बिताता भी है । वैसे एक चरवाहा जो होता है वह हमेशा जानवरो के कल्याण के बारे में ही सोचता है और यह आपको पता होना चाहिए ।
आपकेा बता दे की चरवाह कड़ी मेहनत के साथ अपने इस काम को अनजाम देता है और तब जाकर उसका जीवन चल पाता है । वैसे मेरे अनुसार चरवाहा के द्वारा इस काम को किया जाना एक अच्छा काम होता है और इससे वह भलाई कर रहा है ।
चरवाहा पशुओं को चराने के लिए ले जाता है यह बात तो आपको पता है मगर जब हम भुमी की बात करे तो वह भूमी खेत, बंजर भूमि, और अन्य स्थान भी हो सकते है और यह आपको पता होना जरूरी होता है । आपकेा बता दे की जानवर जो होते है वे जानते है की वे जहां पर जा रहे है उनहे वहां पर एक अच्छा भोजन मिलने वाला है और यह उनके लिए काफी अचछा होता है ।
एक चरवाहा जो होता है वह हमेशा हरी घास के पास ही अपने जानवरो को लेकर जाना पसंद करता है ताकी जानवरो को अच्छा भोजन मिल सके और वे एक अच्छे भोजन को अपने उपयोग में ला सके । ओर इसके लिए चरावाहा एक ही दिन में काफी सारी जगहो पर चला जाता है । और यह आपको पता हेाना चाहिए ।
एक दयालु और प्यार करने वाला व्यक्ति की जब भी बात आती है तो हम चरवाहा को भी उसमें सामिल कर सकते है । क्योकी हव अपने जानवरो से हमेशा प्रेम करता है वह एक ही गाव में नही बल्की अनेक गावो में अपने जानवरो को अच्छा भोजन मिले इस कारण से लेकर निकल जाता है और महिनो तक घर तक नही आता है और इससे जानवरो को अच्छा जीवन जीने में मदद मिलती है ।
साथ ही आपको पता है की हरी घास और अच्छा भोजन मिलने के कारण से जानवरो के लिए अच्छी मात्रा में पोषक तत्व मिल जाते है और यह जानवरो के लिए अच्छा होता है । क्योकी अच्छा भोजन उनका अच्छा स्वास्थ्य भी बनाए रखता है और जीवन में खुश मिलती है वह बा अलग होती है।
वैसे आपको बता दे की चरवाहा जो होता है वह दुसरो के पशुओ को चराने के लिए लेकर जाता है और इसके बदले में पैसे भी लेता है । हालाकी अगर बात करे की चरवाहा कितना वैतन कामाता है तो इसके वेतन का अनुमान लगाना आसान नही होता है ।
चरवाहा जो होता है वह अपने गाव में से ही नही बल्की आस पास के गाव से भी पशुओ को चराने के लिए लेकर जाता है और बदले में उसे पैसे भी मिलते है । एक चरवाह चाहता है की उसके पास जितने ज्यादा पशु हो उतना ही अच्छा होता है ।क्योकी वह एक पशु पर धन लेता है तो जितने ज्यादा पशु उतने ही ज्यादा धन मिलेगा ।
अगर कोई चरवाहा है जो की एक दिन में एक साथ 50 पशुओ को चराने के लिए लेकर जाता है तो इसका मतलब है की वह एक पशु पर जितना पैसा लेता है जैसे मान लो क एक पशु के महिने के हिसाब से 200 रूपय लेता है तो 50 पशु के 10,000 हो जाते है मतलब यह है की वह महिने के दस हजार रूपय कमा लेता है । मगर बात करती है की चरवाहा के पास कितनी पशु होते है । और यही मुख्य वेतन का कारण बनता है ।
वैसे आपको बता दे की यह काम इतना आसान नही होता है । क्योकी पशुओ को चराने के साथ साथ उनकी सुरक्षा की जिमेदारी भी चरवाहा की होती है और यह बात आपको पता होनी चाहिए ।
आपको बता दे की चरवाहा हमेशा अपने पशुओ की रक्षा करने के रूप में जाना जाता है ।
वैसे आपको बता दे की ज्यादातर ऐसा होता है की चरवाहा जो होता है वह एक साथ कुछ ही जानवरो को चराने का काम रकता है और इसके लिए वह ज्यादा से ज्यादा 100 जानवरो से लेकर 150 तक चरा सकता है । मगर आपको बता दे की इन्हे चराने के लिए एक चरवाहा को अपने साथ एक आदमी और रखना होता है । तब जाकर यह काम होगा ।
क्योकी एक अकेला चरवाहा एक साथ 50 जानवरो से ज्यादा नही चरा पाता है और यह बात तो आपको पता होनी चाहिए । तो आप अनुमान लगा सकते है की कितने रूपय हो सकते है ।
मगर वही पर अगर बात शहर की की जाए तो हमारे यहां पर एक पशु को चराने के लिए 500 रूपय लिए जा रहे है और अगर कोई अपने साथ 50 पशुओ को लेकर चराता है तो इसकी वेतन की बात करे तो 25,000 महिने के हो जाते है जो की बताता है की इसके आगे तो नोकरी भी फैल है । मगर आपको बता दे की शहर के लिए यह काफी कठिन होता है । क्योकी एक तो पशु ज्यादा नही मिल पाते है और दूसरा की पशुओ को चराने के लिए दूर जाना होता है और तब जाकर इतने रूपय कमा पाता है ।
चरवाहा, जो दिहाड़ी मजदूर है वह हमेशा अपने जानवरो को अपना मानता है और कभी यह नही समझता है की वह पैसो के लिए उन्हे चाराने का काम करता है क्योकी आपको बता दे की उसकी ऐसी सोच नही होती है । क्योकी वह लोगो से ज्यादा तो अपने पशुआके साथ समय बिताता रहता है ।
और इस तरह से आप समझ सकते है की एक चरवाहा पेसो के लिए कभी भी पशुओ को चराने का काम नही करता है । हालाकी पैसे तो उसे लेने ही होगे और यह बात आप जैसे ज्ञानी आदमी समझ सकते है । वैसे आपको बता दे की पशुओ जब चराने की बात आती है तो यह काम भी काफी जटिल होता है क्योकी इस काम में काफी अधिक मेहनत लगती है और इस बारे में आपको जानकारी होगी तो आप यह यकिन कर सकते है की सच में चरवाहा के लिए इतना वेतन कुछ ज्यादा नही है ।
अगर किसी ग्रामिण इलाको में चरवाहा की बात करे तो वह महिने के 10000 से 30000 रुपये तक कमा सकता है और इस बारे में बिल्कुल सटिक जानकारी दे तो वह ज्यादा से ज्यादा 15 हजार रूपय ही कमा पाता है । और यह बात सच में एक चरवाहा ने ही मुझे बताई थी जो की ग्रामिण इलाको में रह कर यह काम करता आ रहा है ।
वैसे अगर पशु उसके स्वयं के होते है तो आप समझ ले की वह महिने के 50 हजार से ज्यादा रुपय कमा सकता है । क्योकी बहुत से पशुओ को बेचने पर अच्छा खासा रूपया मिल जाता है और यह आप समझ सकते है ।
चरवाहे का काम बहुत कठिन होता है और यह तो आपको पता है मगर आपको उपर दी गई बातो से मसझना चाहिए की यह काफी फायदेमंद भी होता है अगर कोई इस काम को करता है तो वह इससे अच्छी आय भी प्राप्त कर सकता है । इस काम से इतने रूपय हासिल हो सकते है जितने की वहनोकरी से प्राप्त नही कर सकता है ।
मगर यह काम उम्र भर नही हो सकता है । मतलब उम्र भर 50 हजार रूपय तक नही कमाए जा सकते है । वैसे चरवाहा के वेतन की बात करे तो यह 15 से ज्यादा नही होते है ।
इस तरह से दोस्तो चरवाह होता है । और इस तरह से हमने इस लेख में यह जान लिया है की चरवाहा का पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द क्या होते है ।
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