chugli karne se kya hota hai दोस्तों यदि हम चुगली के मतलब के बारे मे बात करें , तो आपको बतादें कि चुगली करने का मतलब निंदा करने से होता है। यदि हम किसी इंसान की पीठ पीछे बुराई करते हैं , तो इसको चुगली के नाम से ही जाना जाता है। याद रखें निंदा करना कई बार फायदेमंद होता है। क्योंकि यदि कोई इंसान बुरा होता है , और बुराई करता है , तो उसकी निंदा करनी जरूरी होती है। मगर चुगलखोर इंसान का सिस्टम ही पूरा अलग होता है। उसे बुराई और अच्छाई से कोई मतलब नहीं होता है। वह बस कमियां ही निकालना जानता है। उसे कमियां ना भी दिखाई देती हैं , तो भी वह कमियों को निकाल लेते हैं। इसतरह के इंसान को बस मनगढंत कमियों को निकालते हैं। इनको चुगलखोर कहा जाता है। चुगली करना एक तरह से अच्छी बात नहीं होती है।
दुनिया के किसी भी धर्म के अंदर चुगली करने के बारे मे नहीं कहा गया है। और चुगली करने को पाप माना गया है। अब हम आपको बताने जा रहे हैं कि चुगली करने से क्या होता है ? चुगली करने से कौनसा पाप लगता है। या इसकी वजह से क्या क्या नुकसान होता है ? इसके बारे मे आइए जानते हैं।
दोस्तों यदि चुगली करने के नुकसान के बारे मे बात करें , तो पहला नुकसान यही होता है , कि इससे आपकी छवि को नुकसान होता है। यदि आप बिना वजह के किसी की चुगली दूसरों के आगे करते हैं , तो हो सकता है , कि वह आपकी हां मे हां मिला दे । लेकिन वह अपने मन मे यही सोचेगा कि आप चुगलखोर इंसान हैं। और आपकी छवि उसकी नजरों मे गिर जाएगी । इसलिए किसी भी चुगलखोर की छवि अच्छी नहीं होती है।
यदि कोई इंसान चुगलखोर होता है। तो लोग उसके उपर विश्वास करना बंद कर देते हैं। और उसको कोई भी अपनी बात बता नहीं पाता है। क्योंकि सबको यही लगता है , कि यह इंसान चुगलखोर है। और यदि वे इस तरह के इंसान को अपनी कोई बात बतादेंगे , तो फिर वह पूरे गांव के अंदर उड़ा देगा । इसलिए चुगली करने वाले लोग अपने विश्वास को नष्ट कर देते हैं। यदि आप भी चुगली करते हैं , तो आपको अपनी इस आदत के अंदर सुधार करना होगा ।
जो स्त्री चुगली करती हैं। अक्सर उसका ध्यान हमेशा दूसरों की कमियों पर होता है। यदि दूसरे छोटी सी भी कोई गलती करते हैं , तो वह उसको लेकर गला फाड़ने लग जाती है। और हर किसी को बताने लग जाती है कि देखो उसने क्या कर दिया । लेकिन इस तरह की स्त्री अपने अंदर की कमियों को दूर करने मे सफल नहीं हो पाती है। जैसा कि आपको पता ही है , कि कमियां तो हर इंसान के अंदर होती है। और चुगलखोर इंसान खुद के बारे मे कुछ नहीं सोच पाता है। बस दूसरों की बुराई करने मे लगा रहता है।
दोस्तों यह भी कहा गया है कि यदि कोई स्त्री चुगली करती है , तो वह नर्क के अंदर जाती है। और नर्क की यातनाओं का उसको सामना करना पड़ता है। नर्क के अंदर उसकी जीभ को काट दिया जाता है। और उसे सजा दी जाती है। इसलिए स्त्री हो या पुरूष किसी को भी चुगली नहीं करनी चाहिए ।
दोस्तों चुगली करना मानसिक अशांति को पैदा करने का काम करता है। यदि उसके पास कोई सिक्रेट बात आ जाती है , तो उसके बाद वह उसको किसी को बताने के लिए बैचेन हो जाता है। और तड़पता रहता है। एक तरह से देखा जाए तो चुगली करने की आदत अंदर की शांति को भंग करने का काम करती है। यदि आप चाहते हैं , कि आपकी मानसिक शांति बनी रहे , तो फिर आपको किसी भी हालत मे चुगली नहीं करनी चाहिए ।
दोस्तों चुगली करना एक प्रकार की समस्या है। और इसका कोई मतलब नहीं है। यह अपने अंदर के संतोष के लिए की जाती है। और चुगली करने का काम अक्सर अज्ञानी लोग ही करते हैं । माना जाता है , कि यदि कोई चुगलखोर होता है , तो मरने के बाद उसकी आत्मा धरती पर ही भटकती रहती है। उसको नीच योनियां मिलती हैं। इसलिए भूलकर भी किसी की चुगली नहीं करनी चाहिए । इसकी एक वजह यह है , कि इस तरह के इंसानों की सोच पूरी तरह से भौतिकवादी हो जाती है , और यह अपनी आत्मा को उपर उठाने की बजाय सारे दिन चुगली के काम मे ही लगे रहते हैं। जिससे कि यह नीचे गिर जाते हैं।
आपको यह पता होना चाहिए कि स्त्री के बीच अधिकतर लड़ाई चुगली की वजह से ही होती है। जैसे कि एक स्त्री दूसरी स्त्री के पास आती है। और दोनों स्त्री किसी तीसरी स्त्री के बारे मे बात करते हैं। और उसके बाद वह दूसरी स्त्री उस तीसरी स्त्री के पास जाती है। और उसको सब कुछ बता देती है।
और इसके बाद झगड़ा हो जाता है। इस तरह से चुगली करने से लड़ाई झगड़ा होने के चांस बढ़ जाते हैं। यदि आपका किसी चुगलखोर से नाता है , तो किसी ना किसी दिन आपका किसी और के साथ झगड़ा हो ही जाएगा । इसलिए चुगलखोरों से दूरी बनाकर रखना काफी अधिक जरूरी होता है।
दोस्तों कुछ लोगों को बहुत अधिक चुगली करने की आदत होती है। असल मे महिलाओं को चुगली करने की काफी अधिक आदत होती है। इस संबंध मे एक पुरानी कहावत काफी अधिक प्रचलित है। कहा जाता है कि जब महाभारत का युद्ध हुआ तो पांडवों ने कर्ण को मार दिया । और उसके बाद जब इसका पता कुंति को चला तो वह अपने पुत्र की मौत पर विलाप करने लगी ।अब पांडवों को यह समझ नहीं आ रहा था कि उनकी माता विलाप क्यों कर रही है? उसके बाद कुंती ने बताया कि कर्ण उनका सबसे बड़ा बेटा है। उसके बाद पांडवो ने स्त्री जाति को यह शाप दिया कि वे आज से कोई भी बात अपने मन के अंदर नहीं छुपा पाएंगी । यही कारण है कि अधिकतर स्त्री अपने मन के अंदर कोई भी बात को नहीं छुपा पाती हैं।
यदि कोई इंसान को चुगली करने की आदत है ,और उसकी यह आदत रूक नहीं रही है। तो उसको चुगली करने के नुकसान के बारे मे पता होना चाहिए । आप उपर लेख के अंदर चुगली करने के नुकसान के बारे मे पता करना चाहिए । जिसे ही आपको चुगली करने के नुकसान के बारे मे पता चलेगा । धीरे धीरे आप चुगली करना बंद कर देंगे।
दोस्तों किसी भी इंसान को उसके धर्म के बारे मे पता होना काफी अधिक जरूरी होता है। यदि किसी इंसान को अपने धर्म के बारे मे सही से पता नहीं होगा । तो वह चुगली करने से कभी भी नहीं रूक सकता है। धर्म के अंदर इन सभी तरह की बातों के बारे मे विस्तार से जानकारी दी गई होती है। कि जब कोई चुगली वैगरह करता है , तो इससे क्या होता है। और इसकी सजा क्या मिलती है। जिससे कि इंसान को समझ आता है। लेकिन बहुत से लोग क्या करते हैं , कि धर्म की किताबों को पढ़ते नहीं हैं। ऐसी स्थिति के अंदर इंसान इन बुरी आदतों को छोड़ने का प्रयास करता है।
दोस्तों निंदा एक अलग प्रकार की चीज होती है। निंदा के अंदर होता यह है कि हम किसी इंसान की बुराई की आलोचना करने का काम करते हैं। और यह किसी इंसान की कमियों को निकालने के लिए नहीं की जाती है। जबकि चुगली के अंदर क्या होता है कि हम किसी भी इंसान की बस कमियों को ही निकालते हैं। बुराइयों को ही फोक्स करते हैं। और यदि वह इंसान अच्छा काम भी करता है , तो भी हमें बस बुराई ही दिखाई देती है। जैसे कि भारत के अंदर कुछ लोग हैं जिनको बस चुगली करनी होती है। भले ही इंसान अच्छा काम करे या फिर बुरा करे।
दोस्तों यदि आपको भी चुगली करने की आदत है , तो आपको चाहिए कि आप खुद को कंट्रोल करने का प्रयास करें । और अपने आप के अंदर सुधार करने का प्रयास करें । यह बहुत ही अधिक जरूरी होता है। यदि आप खुद के अंदर सुधार करने का प्रयास करते हैं , तो धीरे धीरे आपकी जो चुगली करने की आदत होती है। चह अपने आप ही कम होती चली जाएगी ।यदि आप चुगली करते हैं , तो आपको खुद को ही इसको रोकने के लिए प्रयास करना होगा । तभी यह हो पाएगा ।
यदि आपको बार बार चुगली करने की आदत हो चुकी है। तो आपको हमेशा मन को अच्छे कामों के अंदर लगाना चाहिए । जितना आप अपने मन को बुरे कामों के अंदर लगाएंगे आपकी चुगली करने की जो आदत है , वह और अधिक बढ़ती हुई चली जाएगी ।इसलिए आपको हमेशा खुद को अच्छे कामों के अंदर लगाना चाहिए । जिससे कि आपकी जो चुगली करने की आदत है , उसके अंदर सुधार होता जाएगा ।
यदि आपको चुगली करने की आदत है , तो फिर आपको भगवान के नामों का जाप करना चाहिए । माना जाता है कि यदि आप ऐसा करते हैं , तो ऐसा करने से आपके जो पाप कर्म हैं वे कट जाते हैं। और धीरे धीरे आपके मन के अंदर जो बुराइयां हैं वे समाप्त हो जाती हैं। और चुगली करने की जो आपकी आदत है , वह भी कम हो जाती है।क्योंकि उसके बाद आपका मन बस भगवान के कामों के अंदर ही लगने लग जाता है।
दोस्तों हम चुगली जैसे मुर्खतापूर्ण काम को क्यों करते हैं। इसके पीछे की वजह यह है कि हम जीवन के रहस्य को सही तरह से नहीं जान पाते हैं। यदि हम जीवन के रहस्य को सही तरह से जान लेते हैं , तो उसके बाद हम कभी भी यह काम नहीं कर सकते हैं। लेकिन अधिकतर लोग क्या करते हैं कि वे भौतिकता के अंदर जीते हैं।और हमें जीवन के असली मतलब के बारे मे पता नहीं होता है। खैर आपको जीवन के असली मतलब के बारे मे जरूर ही जानना चाहिए ।
दोस्तों यदि किसी को चुगली करने की आदत है , तो उसको गरूड पुराण का पाठ करना चाहिए । यह काफी अधिक जरूरी होता है। क्योंकि यदि आप ऐसा करते हैं , तो फिर आपको यह पता चलेगा कि जो लोग बुराई करते हैं या फिर बुरे कर्म करते हैं , उनके साथ क्या होता है। इन सब के बारे मे पुराणों मे अच्छी तरह से दिया हुआ है। तो आप जब पढ़ेंगे तो ही आपको चीजों के बारे मे पता चलेगा ।
दोस्तों यदि आपको चुगली करने की आदत है , तो आपको हमेशा खुद के अंदर सुधार करते रहने की जरूरत है। अपने अंदर की कमियों को देखते रहें । यदि आपको लगता है कि आपके अंदर किसी भी तरह की कमियां मौजूद हैं , तो उनको देखें और दूर करने के तरीके अपनाएं । जिससे कि धीरे धीरे आपकी सभी बुरी आदतें छूट जाएंगी ।
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