clotrimazole cream ip uses in hindi , clotrimazole cream ip 1 w/w uses in hindi , क्लोट्रिमेज़ोल क्रीम का उपयोग किस लिए किया जाता है clotrimazole cream का उपयोग कई प्रकार के रोगों के अंदर किया जाता है। खास तौर पर फंगल इन्फेक्सन ,मुंह के अंदर फंगल इन्फेक्सन और खुजली दाद और योनी के अंदर सूजन बाकि इस दवा के यूज की लिस्ट हम नीचे दे रहे हैं। वहां पर भी आप देख सकते हैं।
इस दवा की दवा की खुराक मरीज की बीमारी और लिंग और उम्र के हिसाब से अलग अलग हो सकती है। यदि आपको डॉक्टर दवा को पर्ची मे लिखकर देता है तो आप इस दवा की खुराक के बारे मे भी डॉक्टर से पूछ सकते हैं। और इस देवा के वजह से कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। जिनके बारे मे हम नीचे बात करेंगे। इस दवा का उपयोग सही तरीके से करना चाहिए । नहीं तो समस्या पैदा हो सकती है। और दवा का उपयोग करने के बारे मे आपको पता नहीं है तो अपने डॉक्टर से बात करें । और यदि दवा के उपयोग करने के बाद भी स्थिति के अंदर किसी भी तरह का सुधार नहीं हो रहा है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करने की आवश्यकता है।
फंगल इन्फेक्शन |
कैंडिडिआसिस |
मुंह में फंगल इन्फेक्शन |
दाद |
एथलीट फुट |
जॉक खुजली |
सेहुआ |
योनि में सूजन |
स्किन इन्फेक्शन |
वल्वाइटिस |
पेनिस इन्फेक्शन |
बाहरी कान का संक्रमण |
नाभि में इन्फेक्शन |
दोस्तों फंगल इन्फेक्सन किसी को भी प्रभावित कर सकता है। और यह शरीर के किसी भी हिस्से के अंदर हो सकता है।जैसे कि किसी के पैर के अंदर किसी की योनी के अंदर बच्चों के अंदर फंगल इन्फेक्सन सबसे आम समस्याओं मे से एक है।
दोस्तों फंगल इन्फेक्सन कवक की वजह से होते हैं जोकि शरीर के अंदर या फिर उपर मौजूद होते हैं। फंगल इन्फेक्सन संक्रामक हो सकता है और यह एक इंसान से दूसरे इंसान के अंदर फैल सकता है।आप संक्रमित जानवरों या दूषित मिट्टी या सतहों से बीमारी पैदा करने वाली कवक भी पकड़ सकते हैं।
फंगल इंफेक्शन कई प्रकार के होते हैं। जिनके बारे मे भी आपको जानना जरूरी होता है तो आइए जानते हैं फंगल इन्फेक्सन के प्रकार के बारे में
यदि हम फंगल इन्फेंक्शन के लक्षणों की बात करें तो इसके अंदर कुछ लक्षण इस प्रकार से दिखाई देते हैं जैसे
यह एक प्रकार के कैंडिडा नामक फंगस की वजह से होता है।यह मुंह गले और योनी और आंत के अंदर रहता है।यह खाने की नली के अंदर भी अपना घर बना सकता है। यह आमतौर पर रोगप्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने की वजह से होता है। यदि आपको इस तरह के किसी भी फंगस से बचना है तो आपको अपनी रोगप्रतिरोधक क्षमता के अंदर सुधार करने की आवश्यकता है । जिसके लिए आपको गिलोय का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Candidal Infection एक प्रकार के फंगस की वजह से होता है। इसके अंदर भी clotrimazole cream ip का यूज किया जाता है। यह शरीर के किसी भी भाग के अंदर हो सकता है। वैसे तो यह हमारी त्वचा के उपर भागों के अंदर रहते ही हैं। लेकिन कई बार इनकी संख्या अधिक हो जाने की वजह से यह समस्या बढ़ जाती है।और बाद मे यह संक्रमण खून की मदद से शरीर के अन्य हिस्सों के अंदर फैल जाता है। कैंडिडा संक्रमण के ईलाज के लिए सही से दवा का उपयोग किया जाना चाहिए । यदि आप समय पर दवा का उपयोग नहीं करते हैं। तो समस्या और अधिक गम्भीर हो सकती है।
इसके अलावा यह अधिक वजन वाले लोगों के अंदर काफी तेजी से फैलता है। और जोलोग ब्लड शूगर की समस्या से ग्रस्ति हैं उनको भी इसके होने की संभावना अधिक होती है।
कैंडिडा इन्फेक्शन त्वचा, मुंह या योनि में हो गया है, तो उसका इलाज करने के लिए कुछ प्रकार की एंटीफंगल क्रीम लिखी जा सकती हैं
कैंडिडा संक्रमण के कुछ लक्षण होते हैं जिनकी मदद से आप इसको आसानी से पहचान सकते हैं तो आइए जानते हैं इन लक्षणों के बारे मे पूरे विस्तार से ।
दोस्तों दाद एक प्रकार का फंगल इन्फेंक्सन होता है।दाद त्वचा की उपरी परत के अंदर होता है। और दाद को विज्ञान के अंदर टिनीया के नाम से जानते हैं। शायद यह नाम आपने पहले कभी नहीं सुना होगा ।दाद आसानी से किसी एक इंसान से दूसरे इंसान के अंदर फैल सकता है। इसलिए जिस भी इंसान को दाद की समस्या हो उसके संपर्क मे आने से बचना चाहिए और उसके कपड़ों को पहनने से भी बचना चाहिए ।
दाद की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मतलब यह है कि दाद यदि हो जाता है तो फिर उस स्थान पर काफी खुजली होने लग जाती है।जोकि परेशानी का सबब बनती है।
दोस्तों दाद और खुजली के मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं। वैसे यदि दाद की समस्या किसी को है तो वह आसानी से बस एक दवा से ठीक हो जाती है। और दवा का उपयोग आपको लंबे समय तक करने की आवश्यकता होती है। यदि आप बीच मे दवा को छोड़ देते हैं तो उसके बाद लक्षण वापस आ सकते हैं।
दाद फंगल के संक्रमण के कारण होता है और यह परजीवी त्वचा के अंदर अपना घर बना लेता है। और यदि आप किसी ऐसे पशु या इंसान के संपर्क मे आएं जिनके पहले से ही दाद की समस्या है तो वह आपको भी हो सकता है।
यदि हम दाद के लक्षणों की बात करें तो इसके कुछ लक्षण होते हैं जिनकी वजह से दाद को बहुत ही आसानी से पहचाना जा सकता है।
यदि हम दाद से बचने के तरीकों की बात करे तो दाद से बचने के लिए आप कुछ उपायों को फोलो कर सकते हैं।
जौक खुजली एक फंगल संक्रमण होता है जो आपके जननांग, जाँघों के अंदर वाले हिस्से और नितम्ब के आस पास देखने को मिलता है।यह स्थान काफी ढका रहने की वजह से यहां पर बहुत अधिक पसीना आता है।और फंगल से खुजलीदार त्वचा हो जाती है।
यह समस्या आमतौर पर उन लोगों के अंदर अधिक होने की संभावना होती है जिनको अधिक पसीना आता है। खास कर खिलाड़ियों के अंदर यह समस्या देखने को मिलती है।
वैसे तो यह कोई गम्भीर समस्या नहीं है। लेकिन आपको चाहिए कि आपको अपने जननांगों को साफ रखना जरूरी होता है ताकि सब ठीक रहे और इस तरह का फंगल इन्फेक्सन होने से बचा जा सके ।
जिस स्थान पर यह समस्या होती है वहां की त्वचा काफी लाल हो जाती है। और इसके साथ ही बहुत अधिक खुजली होने लग जाती है।ये संक्रमण जननांग से जांघ के ऊपरी हिस्से की तरफ आधे चाँद के आकार में फैलता सकता है। इसके अलावा इसके उपर चकते बन रहे हैं। यदि दवा लेने के बाद यह ठीक हो जाता है और दवा के बंद होने के बाद यह समस्या फिर से आ जाती है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना बेहद ही जरूरी हो जाता है।
जौक खुजली एक प्रकार के फंगस की वजह से होती है और यह एक व्यक्ति से दूसरे के अंदर फैल सकती है। यह गंदे कपड़े और तौलिय की वजह से हो सकती है।
यदि आपको अधिक पसीना आता है तो आपको अंडरवीयर को दिन मे दो बार बदले की आवश्यकता हो सकती है। इसके अलावा आपको गर्मी के अंदर कम रहना चाहिए । काम करने के बाद नहाना जरूरी होता है ताकि समस्या ठीक हो जाए ।
इसके अलावा आजकल कुछ लोग टाइट कपड़े भी पहनते हैं। और यदि आप भी टाइट कपड़े पहनते हैं तो आपको यह समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है। क्योंकि टाइट कपड़े की वजह से पसीना त्वाच पर एकत्रित हो जाता है और यदि त्वचा पर किसी तरह की खरोच आ जाती है तो यह रोग होने की संभावना अधिक हो जाती है।
सेहुआ रोग एक प्रकार का त्वचा का संक्रमण होता है।इसकी वजह से फंगस त्वचा के सामान्य रंग को खराब करता है और त्वचा पर पीले रंग के धब्बे होने लग जाते हैं। यह आमतौर पर पीठ और कंधों पर हो सकते हैं।यह रोग अधिकतर केस मे किशोरों और व्यस्कों को प्रभावित करता है।सिहुली में होने वाले दाग गुलाबी, लाल और हल्के गहरे भूरे रंग के हो सकते हैं। और इसकी वजह से खुजली हो सकती है।
यह रोग एक तरह से फंगस की वजह से होता है। और यह फंगस त्वचा पर मौजूद होता है लेकिन यह किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाता है। यह तभी नुकसान पहुंचाता है जब यह बहुत अधिक बढ़ जाता है। या फिर प्रतिरक्षा प्रणाली काफी कमजोर हो जाती है।
इस रोग का उपचार आसानी से किया जा सकता है। जिस स्थान पर यह समस्या है वहां पर आप इसके लगाने के क्रीम का प्रयोग कर सकते हैं। यदि आप सही तरीके से क्रीम का उपयोग करते हैं तो यह बहुत ही आसानी से ठीक हो जाता है।
clotrimazole cream ip क्रीम का उपयोग त्वचा संक्रमण मे भी किया जाता है। दोस्तों इस दवा का उपयोग डॉक्टर के परामर्श के बाद ही किया जाना चाहिए ।दोस्तों आपकी त्वचा आपको हानिकारक रोगाणू से बचाने का काम करती है। लेकिन कई बार क्या होता है कि त्वचा पर चोट लगने से जैसे खेलने से चोट लगना किसी हथियार से चोट लगना या फिर जानवर की वजह से चोट लगना आदि से रोग पैदा करने वाले जीवाणु आपकी त्वचा के अंदर प्रवेश कर जाते हैं जिससे कि आपकी त्वचा संक्रमित हो जाती है।
इन्फेक्शन को लेकर यदि आप किसी डॉक्टर के पास जाते हैं तो आपका डॉक्टर आपके इन्फेक्शन की स्थिति को अधिकतर केस मे देखता है तो वह देखकर ही समझ जाते हैं कि किस तरह का इनफेक्सन है। वे आपको आमतौर पर त्वचा मे लगाने के लिए एक क्रीम दे सकते हैं या फिर यदि संक्रमण की स्थिति अधिक गम्भीर है तो उसके बाद डॉक्टर आपको इंजेक्सन लगाने का परामर्श दे सकता है। दोस्तों इस तरह से यदि संक्रमण का समय रहते ईलाज नहीं किया गया तो यह शरीर के अन्य हिस्सों के अंदर भी बहुत ही आसानी से फैल सकता है। इस बात को आप समझ सकते हैं।
स्किन इन्फेक्शन मुख्य रूप से बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण होता है। और यह त्वचा पर किसी भी तरह की कट लगने की वजह से होता है।जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर होती है उनको त्वचा का संक्रमण होने की संभावना अधिक होती है। जिसकी वजह से त्वचा मे सूजन होना और लालिमा होना जैसी समस्याएं आसानी से देखने को मिलती हैं।
इसी तरह के बहुत सारे रोग होते हैं जोकि त्वचा संक्रमण के अंदर आते हैं। इनके अंदर कुछ रोग तो ऐसे होते हैं जोकि गम्भीर हो सकते हैं लेकिन कुछ ऐसे होते हैं जोकि अधिक गम्भीर नहीं होते हैं।
स्किन इन्फेक्शन के लक्षण की यदि हम बात करें तो इनके लक्षण अलग अलग हो सकते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि किस तरह का त्वचा संक्रमण हुआ है। आप लक्षणों के आधार पर गूगल कर सकते हैं। इससे आपको एक आइडिया हो जाएगा । कि आपको त्वचा संक्रमण का कौनसा प्रकार है।
त्वचा संक्रमण की वजह से आपकी त्वचा के अंदर खुजली हो सकती है। और इसकी वजह से फोफले बन सकते हैं और छूने पर आपका दर्द और अधिक बढ़ जाता है। त्वचा संक्रमण की यदि हम बात करें तो यह शरीर के किसी भी हिस्से को बहुत ही आसानी से प्रभावित कर सकता है जैसे कि आंख कान नाक पैर और हाथ को ।
दोस्तों इस दवा का उपयोग नाभि मे इन्फेक्सन को दूर करने के लिए भी किया जाता है। आपको पता ही होगा कि बैक्टीरिया, फंगस आदि के विकास के लिए नाभि उचित जगह होती है। क्योंकि यहां पर वे आसानी से डिस्टर्ब नहीं होते हैं। नाभि की समय पर साफ सफाई नहीं होने की वजह से बैक्टिरिया यहां पर अपना घर बना लेते हैं। और उसके बाद अपनी संख्या के अंदर बढ़ोतरी करने लग जाते हैं।
जिन लोगों की हाल ही में कोई पेट का ऑपरेशन हुआ है उनको नाभि में इन्फेक्शन होने के जोखिम अधिक होते हैं। और जिन लोगों को नाभि मे संक्रमण हो जाता है वहां पर पीला या एक प्रकार का द्रव निकल सकता है। वैसे तो नाभि का संक्रमण गम्भीर नहीं होता है लेकिन कई बार यदि संक्रमण गम्भीर रूप धारण कर लेता है तो ऑपरेशन तक करना पड़ सकता है।
नाभि में इन्फेक्शन के लक्षण की यदि हम बात करें तो इसके कई लक्षण आपको देखने को मिल सकते हैं जिसके आधार पर आप यह तय कर सकते हैं कि नाभि मे इन्फेक्सन हुआ है।
वैसे तो आपको पता ही होगा कि नाभि आमतौर पर दरारों से युक्त होती है। जिसकी वजह से इसको साफ करना कोई आसान काम नहीं होता है। और हममेसे बहुत सारे लोग तो इसके उपर ध्यान ही नहीं देते हैं। बैक्टीरिया और जीवाणू यहां पर जमा हो जाते हैं जिसकी वजह से इन्फेक्सन हो जाता है।
इसके अलावा कई बार जब हम नाभि के अंदर गंदगी देखते हैं तो गंदे हाथों से ही उसको साफ करने लग जाते हैं। मतलब उसको छूने लग जाते हैं। जिसकी वजह से संक्रमण पैदा हो सकता है।इसलिए नाभि को कभी भी गंदे हाथों से नहीं छूना चाहिए ।
नाभि में इन्फेक्शन के लिए एक अन्य कारण जिम्मेदार होता है वह खराब साफ सफाई । आप जब नहाने जाएं तो नाभि की साफ सफाई का अच्छे से ध्यान दें । और यदि आप निरंतर साफ सफाई पर ध्यान देते हैं तो फिर किसी भी तरह का संक्रमण आपकी नाभि पर नहीं होगा ।
इसके अलावा हर्निया जैसी समस्या की आपकी हाल ही मे सर्जरी हुई है तो इन्फेक्सन के चांस बढ़ जाते हैं। इस स्थिति के अंदर जल्दी से जल्दी से डॉक्टर से संपर्क किया जाना बहुत ही जरूरी होता है। इस दौरान नाभि से पस निकल सकता है।
यह संक्रमण खास तौर पर पुरूषों के अंदर होने वाला आम संक्रमण होता है। यह एक कैंडीडा एल्बीकैंस नामक फंगस की वजह से होता है जोकि आमतौर पर शरीर की त्वचा पर ही मौजूद होता है।और यह कई बार नमी वाले स्थानों पर अपना प्रभाव पैदा कर देता है। इस प्रकार का संक्रमण महिलओं के अंदर भी हो सकता है। खास कर कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों पर यह अधिक जल्दी असर करता है।
यदि यह संक्रमण पुरूष और महिला दोनों के अंदर है तो दोनों को इसका ईलाज करवाना जरूरी हो जाता है। वरना बाद मे यह संक्रमण काफी गम्भीर रूप धारण करके भी सामने आ सकता है।
यदि इस संक्रमण के लक्षणों की हम बात करें तो इससे पेनिस इन्फेक्शन में या तो मुंड या चमड़ी या फिर दोनों भाग सूजन, जलन और लालिमा आदि आपको देखने को मिल सकती है। इसके अलावा और इसके अंदर दर्द भी हो सकता है और खुजली पैदा हो सकती है।
यदि किसी को उपर दिये गए लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । इस तरह के संक्रमण का सही तरीके से ईलाज करवाना जरूरी होता है। यदि सही तरीके से ईलाज नहीं किया जाता है तो फिर समस्या हो सकती है और स्थिति और अधिक गम्भीर हो सकती है।
दोस्तों इस संक्रमण को रोकने के लिए पेनिस को ठीक से साफ करना जरूरी हो जाता है। आमतौर पर जिन लोगों का खतना हो चुका है उनके अंदर यह समस्या कम होती है क्योंकि उनका पेनिस सुखा रहता है लेकिन जिनका खतना नहीं हुआ है उनको यह समस्या देखने को मिलती है। इसलिए आपको चाहिए कि आप अपने पेनिस को ठीक तरह से साफ रखें तो इससे संक्रमण के होने के चांस बहुत ही कम हो जाएंगे ।
हां गर्भवती महिलाएं इसका उपयोग कर सकती हैं।यह अधिकतर केस के अंदर नुकसान दायी नहीं होती हैं। फिर भी आपको अपने डॉक्टर को इसके बारे मे संपर्क करना चाहिए । क्योंकि वही आपको बेंहतर तरीके से बता सकते हैं कि आपको इसका उपयोग करना चाहिए या फिर आपको इसका उपयोग नहीं करना चाहिए । गर्भवती महिलाएं इसका उपयोग पूरी सावधानी से करें तो ही बेहतर होगा । बाकि आप डॉक्टर के पास जाएं ।
दोस्तों यदि कोई स्तनपान करवाले वाली महिला है तो उसको इस दवा का प्रयोग सावधानी पूर्वक करना बहुत ही जरूरी होता है। इसका कारण यह है कि यह दवा बच्चे के मुंह के अंदर जा सकती है। बाकि आप एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें आपके डॉक्टर आपको निर्देश देता है तो उसके हिसाब से आपको पालन करने की आवश्यकता है।
दोस्तों clotrimazole cream ip का आपके गुर्दे पर किसी तरह का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। जैसा कि इस दवा के नाम से ही स्पष्ट है कि यह एक तरह की क्रीम है। और क्रीम के नाम से आप समझ सकते हैं कि यह बस एक्स्ट्रनल यूज के लिए होती है। इसका प्रयोग पेट मे निगलने के लिए नहीं होता है। बाकि आप एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। आपके डॉक्टर जो कहते हैं आपको वही करना चाहिए ।
clotrimazole cream ip एक प्रकार की क्रीम होती है जोकि त्वचा के उपर लगाने के लिए प्रयोग मे लि जाती है। इस वजह से जिगर पर इसका किसी भी तरह का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। आप अपने डॉक्टर से संपर्क करके इसके बारे मे और अधिक जानकारी हाशिल कर सकते हैं। उम्मीद करते हैं कि आपको समझ आया होगा ।
दोस्तों clotrimazole cream ip का हर्ट पर किसी भी तरह का प्रभाव नहीं पड़ता है। क्योंकि यह एक क्रीम है जोकि आपके हर्ट को प्रभावित नहीं करती है। इसका उपयोग बस त्वचा पर ही किया जाता है। तो आप समझ सकते हैं। कि यह किस तरह से आपको प्रभावित कर सकती है।
नहीं यह कोई ड्रग की तरह नहीं है। यह एक प्रकार की क्रीम होती है जोकि आपकी त्वचा पर लगती है। इसकी लत लगने के किसी भी तरह के कोई चांस नहीं होते हैं तो आप समझ सकते हैं कि यह किसी भी तरह की लत को पैदा नहीं करती है। आप आराम से इसका प्रयोग कर सकते हैं।
clotrimazole cream ip का उपयोग करना सुरक्षित है। लेकिन इसका उपयोग करने से पहले आपको एक बार अपने डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए और जैसा आपके डॉक्टर आपको इस दवा को पर्ची मे लिखकर देते हैं तो उसके बाद आप इसका उपयोग कर सकते हैं। यह पूरी तरह से सुरक्षित होगा ।
clotrimazole cream ip लेने के बाद आप किसी भी तरह की भारी मशीनरी को चला सकते हैं और गाड़ी भी चला सकते हैं। यह बहुत ही कम चांस मे आपके दिमाग को प्रभावित करती है। वैसे इस दवा का उपयोग करने के 5 से 10 मिनट तक इसके प्रभाव का इंतजार करना चाहिए । हालांकि आप इसका प्रयोग यदि रोज कर रहे हैं तो चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है। आप गाड़ी और मशीनरी का प्रयोग बहुत ही आसानी से कर सकते हैं।
clotrimazole cream ip का उपयोग आप किसी भी तरह की मनोवैज्ञानिक समस्याओं के लिए नहीं कर सकते हैं क्योंकि यह दवा इस कार्य के लि बनी ही नहीं होती है।
दोस्तों इस तरह का कोई खादय पदार्थ नहीं है जिसके साथ clotrimazole cream ip क्रिया कर सकती है। बाकी आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं और इसके बारे मे अच्छे से पता लगा सकते हैं कि यह दवा किस तरह से क्रिया कर सकती है और किस तरह से क्रिया नहीं कर सकती है।
दोस्तों यदि आप clotrimazole cream ip का डोज लेना भूल गए हैं तो आपको कुछ भी करने की जरूरत नहीं है। बस आप दो डोज एक साथ ना लें । यदि आपका नए डोज का समय हो चुका है तो नया डोज लें पुराना भूल जाएं । इसके अलावा डोज को सही समय पर लेना ही सही होगा क्योंकि यह एक क्रीम है तो इसमे किसी तरह की समस्या नहीं है। इसको त्वचा पर उपयोग करना होता है।
अरे भाई क्रीम का अधिक डोज हो सकता है बट आपको नियंत्रित मात्रा मे लगानी चाहिए । वैसे अधिक मात्रा मे यदि आप लगा भी लेते हैं तो इसका कोई नुकसान नहीं होता है। लेकिन आपको सीमित मात्रा मे ही लगानी चाहिए नहीं तो कोई भी फायदा नहीं होगा ।
यह कहना मुश्किल है लेकिन आमतौर पर एक बार जब आप इस दवा को अपनी त्वचा पर लगा देते हैं तो काफी लंबे समय तक यह आपकी त्वचा से चिपकी रहती है तो इस दवा का प्रभाव काफी लंबे समय तक रहता है।
clotrimazole cream ip का असर तभी से शूरू हो जाता है जब आप इसको त्वचा पर लगा देते हैं। बस उसके बाद यह आपकी त्वचा को काफी बेहतर तरीके से सही करने मे मदद करता है। हां कई बार यह सही असर करने की बजाया विपरित असर भी पैदा कर सकती है। आपको सावधानी बरतनी होगी ।
हां आप इसका प्रयोग शराब के साथ भी कर सकते हैं। क्योंकि यह दवा त्वचा पर लगाने के लिए बनी है। आप इसे निगलते नहीं हैं। बाकि आप अपने डॉक्टर से इसके बारे मे संपर्क करें और जो आपके डॉक्टर निर्देश देते हैं उनका पालना करना आपके लिए जरूरी होता है।
एम्फोटेरिसिन बी जैसी दवा आप सेवन कर रहे हैं तो इसके बारे मे अपने डॉक्टर से बताएं । इसके अलावा और भी किसी तरह की दवा और आयुर्वेदिक प्रोडैक्ट का आप सेवन कर रहे हैं तो अपने डॉक्टर को इसके बारे मे बताने का कष्ट करें । यही आपके लिए सही होगा ।
यदि कोई एचआईवी से ग्रस्ति है तो उसको इसके बारे मे अपने डॉक्टर से बताना चाहिए । इस तरह के रोगियों के लिए यह दवा काफी गम्भीर समस्या पैदा कर सकती है तो आपको अपने डॉक्टर को इसके बारे मे खुलकर बताना चाहिए ।
clotrimazole cream ip दवा को आप किसी भी मेडिकल स्टोर से खरीद सकते हैं और आप उनको इस नाम की दवा देने को बोलेंगे तो वे आसानी से आपको देदेंगे । और यदि आपको यह दवा मेडिकल स्टोर पर नहीं मिलती है तो आप ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
दोस्तों clotrimazole cream ip को आपको सही तरीके से स्टोर करनी चाहिए आपको एक तो यह दवा धूप के अंदर नहीं रखनी चाहिए क्योंकि यदि आप इस दवा को धूप के अंदर रखते हैं तो यह खराब हो सकती है।
इसके अलावा आप इसको कमरे के ताप पर रख सकते हैं। आप इसको फ्रीज के अंदर भी नहीं रखना चाहिए । क्योंकि इससे भी यह दवा खराब हो सकती है। और खास तौर पर दवा को बच्चों के पहुंच से दूर रखा जाना चाहिए क्योंकि बच्चे इस दवा को निगल सकते हैं और बाद मे समस्या हो सकती है।
clotrimazole cream ip यदि आपके यहां पर एक्सपायर हो चुकी है तो उसको भूल कर भी सेवन नहीं करना चाहिए । वरना यह भयंकर नुकसान कर सकती है। इसके अलावा आप इस दवा को अपने घर से उठाएं और बाहर या तो जला दें यही ठीक रहेगा ।
आपका डॉक्टर ही इसके बारे मे बता सकता है। यह बात आप अपने डॉक्टर से पता करें। वह जो निर्देश देते हैं। उसी का पालन करें। अपने आप ही इस दवा का प्रयोग करना बंद ना करें । नहीं तो समस्या हो सकती है।
clotrimazole cream ip दवा का प्रयोग यदि आप कर रहे हैं तो इसके कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं। जिनके बारे मे भी आपको जानकारी होनी चाहिए ।
जलन, चुभन, सूजन, जलन, लालिमा, फुंसी जैसे धक्कों, कोमलता, या उपचारित त्वचा का फड़कना जैसे लक्षण इसके दुष्प्रभाव के अंदर आते हैं। यदि आपको इस तरह के किसी भी लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और डॉक्टर जो निर्देश देता है उसका पालन करना जरूरी होगा ।
फफोले, उबकाई, खुले घाव जैसी समस्या है तो आपको अपने डॉक्टर से जरूरी ही संपर्क करना चाहिए । हालांकि इस दवा के प्रयोग से एलर्जी होने के चांस बहुत ही कम होते हैं। लेकिन इसके बाद भी यदि किसी तरह का लक्षण जैसा कि दाने होना खुजली होना और चक्कर आना सांस लेने मे कठिनाई होना आदि प्रकट हो रहे हैं तो इस दवा का प्रयोग बंद कर देना चाहिए और इसके बारे मे अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । जैसा आपका डॉक्टर कहता है उसका पालन करना चाहिए ।
दोस्तों clotrimazole cream ip का यूज करने के बाद भी यदि किसी तरह के लक्षणों मे सुधार नहीं हो रहा है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा और उसके बाद डॉक्टर जो निर्देश देते हैं उनका पालन करना चाहिए ।
दोस्तों clotrimazole cream ip का यूजर रिव्यू भी हम आपको बताना चाहते हैं। जिससे कि आपको यह आइडिया हो जाएगा कि यह दवा किस क्षेत्र के अंदर सबसे अधिक बेहतर तरीके से काम करती है। और इससे आपको उपचार करने मे काफी आसानी होगी ।
स्थिति | औसत रेटिंग | समीक्षा |
योनि में खमीर का संक्रमण | 8.8 | 17 समीक्षाएं |
टिनिआ क्रूरिस | 10 | 3 समीक्षाएं |
त्वचीय कैंडिडिआसिस | 10 | 2 समीक्षाएं |
टिनिअ | 10 | 1 समीक्षाएं |
दाद | 1 | 1 समीक्षाएं |
टीनेया वेर्सिकलर | 9 | 1 समीक्षाएं |
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