दाता का विलोम शब्द क्या है Data ka vilom shabd kya hai ?

दाता का विलोम शब्द या गुड का विलोम , दाता का उल्टा क्या होता है ? Data  ka vilom shabd , Data  ka vilom shabd kya hai

शब्दविलोम शब्द
दातायाचक
Data Yaachak

‌‌‌दाता का विलोम शब्द और अर्थ

दोस्तों दाता का विलोम शब्द याचक होता है। दाता का अर्थ होता है देने वाला जो देता है उसे दाता कहा जाता है। यदि आप किसी को कुछ देते हैं तो आप दाता कहलाते हैं। यदि आप किसी से लेते हैं तो यह याचक है। वैसे आपको बतादें कि ‌‌‌आज के समय मे दाता बहुत ही कम रह चुके हैं।सब लोग बस याचक होते जा रहे हैं। हमारे यहां पर एक महान इंसान ने गांव के लोगों को जमीन दान किया था ताकि उसके अंदर कुआं वैगरह करवा सके लेकिन लोगों ने उसे भी अपने अंदर कर लिया । इसी तरह की सरकारी जमीनों पर कब्जा हो चुका है।

दाता का विलोम शब्द

‌‌‌यदि आप सब तरफ देखेंगे तो आपको दाता नजर नहीं आएंगे । वैसे भी भारत तो भूखमरी वाला देश है। हमारे यहां पर अधिकतर लोग गरीबी के अंदर ही जी रहे हैं। बहुत से लोगों के पास तो रहने के लिए घर तक नहीं है ऐसी स्थिति के अंदर दाता बनने की उम्मीद भी कैसे की जा सकती है।

‌‌‌यदि आपका पेट भरा होगा तभी तो आप दान करेंगे ।लेकिन आजकल का माहौल दूसरा हो चुका है। यदि आपका पेट भरा है उसके बाद भी आपदान नहीं करते हैं क्योंकि आप अपने मन के भर जाने का इंतजार करते हैं।

‌‌‌और आपको तो पता ही है कि मन किसी का भी नहीं भरता है।आज तक ऐसा कोई भी इंसान नहीं हुआ है जिसका मन भर गया हो । क्योंकि मन मे एक तरह की लालसा होती है जो कभी भी नहीं मिट पाती है।

‌‌‌प्राचीन काल के अंदर भारत के जो लोग होते थे जोकि काफी संतोषी किस्म के होते थे ।उनका एक बार यदि पेट भर जाता था तो उन्हें किसी तरह का मतलब नहीं होता था । यही वजह थी कि वे दान करते थे

लेकिन अब ऐसा नहीं है। यदि पेट भर जाता है तो हम सभी की और अधिक लालसा बढ़ने लग जाती है। उसके बाद चाहने लग जाते ‌‌‌हैं कि हमारे पास पक्का मकान हो और जब पक्का मकान बन जाता है तो हम यह चाहने लग जाते हैं कि हमारे पास एक और मकान और बंगला आ जाए । लेकिन समस्या यह है कि हम यहीं पर नहीं रूकते हैं बहुत कुछ मांगते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर दाता नहीं बना जा सकता है।

‌‌‌रियल लाइफ के अंदर दाता वही बन सकता है जिसका दिल बड़ा हो यदि किसी का दिल बड़ा है तो वह कितना कुछ दान करदे लेकिन उसे कुछ भी नहीं होगा । लेकिन यदि ककिसी का दिल बड़ा नहीं है

‌‌‌वह पहली बात तो दान कर ही नहीं पाएगा ।इसलिए कहा जाता है कि जो भगवान होते हैं वे अपने भगतों को सब कुछ दान कर देते हैं क्योंकि वे पूर्ण होते हैं उनको परवाह नहीं होती है कि क्या जाएगा क्या नहीं जाएगा । ‌‌‌इसलिए आप समझ सकते हैं कि दाता बनने के लिए आपका दिल भी बड़ा होना चाहिए छोटे दिल वाला इंसान कभी भी दाता नहीं बन सकता है।

‌‌‌याचक का अर्थ और मतलब

दोस्तों याचक का मतलब होता है मांगने वाला या जो मांगता है उसके लिए याचक शब्द का प्रयोग किया जाता है।याचक का मतलब होता है याचना करने वाला । वैसे देखा जाए तो लगभग सभी लोग याचना करने वाले ही हैं। केवल भगवान ही है जो दाता है बाकी तो याचना करने वाले ही हैं।

खैर बहुत से लोग ‌‌‌जिनके पास सबकुछ होने के बाद भी याचना करने वाले ही हैं।क्योंकि इंसान की तृष्णा इतनी अधिक बढ़ चुकी है कि पूछो मत यदि उसे सब कुछ भी मिल गया तो उसके बाद भी उनका मन शांत नहीं होता है वह और अधिक पाने की कामना करने लग जाता है।

‌‌‌ऐसी स्थिति के अंदर उस इंसान के मन की शांति भंग हो जाती है और उसके रातों की नींद हराम हो जाती है।क्या आप सोचते हैं कि एक करोड़ पति इंसान काफी आसानी से चैन की नींद सोता है ? नहीं एक करोड़पति कभी भी चैन की नींद नहीं सो सकता है क्योंकि वह भी बहुत बड़ा याचक होता है।

‌‌‌उसे इस बात का डर बना रहता है कि कहीं उसे बिजनेस के अंदर घाटा ना लग जाए ।क्योंकि यदि उसे घाटा लगया तो बहुत ही बड़ी समस्या हो जाएगी । और वह उसे सहन नहीं कर पाएगा ।

‌‌‌प्राचीन काल से एक कहावत चली आ रही है कि अपने पास उतना ही रखो जितनी की जरूरत है। यदि आप जरूरत से अधिक अपने पास रखते हैं तो फिर पैसा भी आपके लिए एक बड़ी परेशानी बन जाएगा ।

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‌‌‌हर इंसान को दाता होना चाहिए । यदि आपके पास देने के लिए कुछ है तो आपको दान करने की जरूरत है। और यदि आपके पास देने के लिए कुछ भी नहीं है तो ऐसा संभव नहीं है। भले ही आप एक भीखारी हैं लेकिन आपके पास भी कोई ऐसी चीज है जो आप दूसरों को दे सकते हैं तो आपको देना चाहिए ।

‌‌‌लेकिन प्रोब्लम तब हो जाती है जब आपके पास है उसके बाद भी आप नहीं दे रहे हैं तो समस्या है। खैर आप तब याचक के अंदर आ जाते हैं। और आप भी वैसे ही याचना करने लग जाते हैं जैसे की दूसरे लोग करते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर क्या होगा ? असल मे ऐसा होने पर समाज मे असंतुलन पैदा हो जाएगा ।

‌‌‌इसलिए यदि आपके पास देने के लिए कुछ है तो आपको जरूर देना चाहिए । खैर याचक का मतलब होता है जो आपके पास नहीं है उसे मांगना ।

 आजकल आप भिखारियों को देख सकते हैं। भीख मांगना भी एक तरह से धंधा हो चुका है। जिसके हाथ पैर सही सलामत हैं वह भी भीख मांग रहा है। यदि आप ऐसे लोगों को कुछ देते हैं तो फिर ‌‌‌कोई भी फायदा नहीं है आपके  देने का । और कई भीखारी तो ऐसे भी होते हैं जो दिन के अंदर भीख मांगते हैं और रात को शराब पीते हुए देखे जा सकते हैं।

‌‌‌इस तरह के भीखारियों को यदि आप पैसा देते हैं तो फिर कोई भी फायदा नहीं है। क्योंकि यह लोग पैसे का दुरपयोग करते हैं।

याचिकाकर्ता एक ऐसा शब्द है जिसके अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग अर्थ होते हैं। कुछ के लिए, यह मदद के लिए अपील करने या किसी व्यक्ति या संगठन से कुछ अनुरोध करने के कार्य का प्रतिनिधित्व कर सकता है। दूसरों के लिए, इसे एक अपमान या अपमानजनक शब्द के रूप में देखा जा सकता है जिसका उपयोग किसी ऐसे व्यक्ति के लिए किया जाता है जो उस चीज के लिए भीख मांग रहा है जिसके वे हकदार नहीं हैं। संक्षेप में, आप किससे और कब पूछते हैं, इसके आधार पर याचिकाकर्ता के कई अलग-अलग अर्थ हो सकते हैं।
इस परिवर्तनशीलता के बावजूद, कुछ स्थिरांक हैं जो सभी याचिकाओं पर लागू होते हैं। इनमें सबसे पहली और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हर याचिका में किसी न किसी तरह से किसी के जीवन को बदलने की क्षमता होती है। दूसरा, याचिकाओं में हमेशा एक अंतर्निहित भावनात्मक तत्व होता है जिसे याचिकाकर्ता और उन्हें सुनने वाले दोनों द्वारा महसूस किया जा सकता है।

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