deflazacort tablets uses in hindi ,deflazacort tablets का उपयोग दमा और गठिया जैसी समस्याओं के उपचार मे किया जाता है। इस दवा को लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक जरूरी है। आप इसके बारे मे अच्छी तरह से समझ सकते हैं। deflazacort tablets की जो खुराक होती है वह पुरूष और महिला के लिए अलग अलग हो सकती है। इसकी खुराक रोग की गम्भीरता और उम्र के आधार पर भी अलग अलग हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
इस दवा के कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।यदि दवा को लेने के बाद किसी भी तरह के साइड इफेक्ट दिखाई देते हैं तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक जरूरी है।
यह जो दवा है वह कई तरह की समस्याओं के उपचार के लिए प्रयोग मे ली जाती है। और आपका डॉक्टर की आपको यह बताता है कि आप किस तरह से इस दवा का प्रयोग कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
deflazacort tablets का उपयोग एलर्जी के अंदर भी किया जाता है। एलर्जी एक प्रकार की त्वचा प्रतिक्रिया होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । एलर्जी का किसी तरह के पदार्थ की वजह से होती है। जैसे कि कुछ लोगों को साबुन से एलर्जी होती है तो कुछ को गंदे वातावरण से भी एलर्जी होती है सर्दी से भी एलर्जी हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।वैसे तो आपको बतादें कि एलर्जी किसी तरह से हानिकारक प्रभाव पैदा नहीं करती है। लेकिन यदि आपको बचपन से ही एलर्जी हो रही है तो फिर जिस वस्तु आदि से आपको एलर्जी हो रही है तो फिर आपको उस वस्तु से बचे रहना बहुत ही जरूरी होता है। वरना आपके लिए एक बड़ी परेशानी का रूप हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
वैसे यदि आप एलर्जी पर लंबे समय तक ध्यान नहीं देते हैं तो उसके बाद यह आपके लिए काफी बड़ी परेशानी पैदा कर सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
आपको बतादें कि एलर्जी कई प्रकार की होती है। और सभी प्रकार की एलर्जी का यहां पर वर्णन करना संभव नहीं हो पाता है तो आइए जानते हैं एलर्जी के प्रकार के बारे मे विस्तार से । हर इंसान को एक अलग प्रकार की एलर्जी हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
एलर्जी के लक्षण की बात करें तो एलर्जी के कई सारे लक्षण हो सकते हैं जिसकी मदद से आप आसानी से पहचान सकते हैं कि आपको एलर्जी हो रही है तो आइए जानते हैं उन लक्षणों के बारे मे विस्तार से ।
जिस चीज से आपको एलर्जी है और आप जब उस चीज के संपर्क मे आते हैं तो उसके कुछ ही समय के बाद आपके अंदर एलर्जी के लक्षण विकसित होने लग जाते हैं और उसके बाद आपको पूरी तरह से एहसास हो जाता है कि आपको एलर्जी हो चुकी है।
और एलर्जी की वजह से रोजाना के कामों के अंदर परेशानी आने लग जाती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । एलर्जी की वजह से आप ठीक से काम नहीं कर पाते हैं। इसके अलावा आपको बतादें कि एलर्जी यदि गम्भीर हो जाती है तो यह आपके लिए एक बहुत ही बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
अब आइए जानते हैं एलर्जी के लक्षणों के बारे मे हर एलर्जी के लक्षण कुछ अलग हो सकते हैं तो हम सभी को साथ मे ही आपको बता रहे हैं। आपको किस तरह की एलर्जी है उसके हिसाब से आप लक्षणों को देख सकते हैं।
गले और मुँह में सूजन ,सांस लेने में तकलीफ ,चक्कर आना ,उलझन आदि समस्याएं यदि आपको हो रही हैं तो यह एक तरह से गम्भीर एलर्जी प्रतिक्रिया होने के बारे मे संकेत देता है। यदि आपको इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें।
दमा की जो समस्या होती है वह फेफड़ों की समस्या होती है। और इसकी वजह से सांस लेना काफी कठिन हो जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।और आपको यह भी बतादें कि भारत के अंदर कई लोगों को दमा की समस्या हो चुकी है। इस समस्या का स्थाई रूप से कोई भी ईलाज नहीं है। आपको इसके बारे मे भी अच्छी तरह से पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।आपके फेफड़ों के अंदर बहुत सारे वायुमार्ग होते हैं जिनकी मदद से ऑक्सीजन आपके शरीर के अंदर पहुंचाई जाती है। और समस्या इसके अंदर तब होती है जब वायुमार्ग के अंदर सूजन आ जाती है। और इस दसा के अंदर रोगी की मौत भी हो सकती है।
अस्थमा या दमा की वजह से सीने मे जलन हो सकती है और जकड़न भी हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । आप समझ सकते हैं।एलर्जिक अस्थमा ,नॉनएलर्जिक अस्थमा ,ऑक्यूपेशनल अस्थमा जैसे दमा के कई सारे प्रकार होते हैं। और आपके दमा का ईलाज इस बात पर निर्भर करता है कि आपको किस प्रकार का दमा है ? उसके आधार पर ही ईलाज किया जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।
अब दोस्तों आइए दमा के लक्षणों के बारे मे विस्तार से जान लेते हैं। तो दमा के लक्षणों के आधार पर आप यह पता कर सकते हैं कि आपको दमा है या नहीं ? और उसके बाद आप जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर के पास जा सकते हैं ताकि आपकी समस्या का समाधान हो जाए । आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
यदि आपको इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो फिर आपको जितना जल्दी हो सके अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करना चाहिए । आप समझ ही गए होंगे ।
दमा के कारण की बात करें तो इसके अंदर कई सारे कारण होते हैं जिसकी वजह से दमा हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो दोस्तों आइए जानते हैं दमा के कारण के बारे मे विस्तार से इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
दोस्तों यदि हम अस्थमा के बचाव की बात करें तो इसके बचाव के बारे मे हमे पता होना चाहिए । लेकिन असली बात यह है कि इसके बचाव के बारे मे डॉक्टरों को भी सही सही पता नहीं है। बस कुछ बातें हैं जिनके बारे मे आप जान सकते हैं। जिसके बारे मे हम यहां पर बता रहे हैं।
दमा (अस्थमा) का परीक्षण के अंदर कई तरह के टेस्ट किये जाते हैं जिसकी मदद से आपके फेफड़ों की कार्य क्षमता के बारे मे पता लगाया जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
गठिया से जुड़े विकार के अंदर भी इस दवा का प्रयोग किया जाता है। इसके अंदर होता यह है कि जोड़ों के अंदर रूक रूक कर दर्द होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।आपको बतादें कि 100 से अधिक प्रकार के गठिया हैं जोकि आपके लिए काफी परेशानी पैदा करने वाले होते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
यदि आपको किसी तरह की गठिया की समस्या है तो फिर आपको अपने डॉक्टर को परामर्श देना चाहिए । और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है। उसका पालन करना भी बहुत ही जरूरी होता है। आप इसके बारे मे अच्छी तरह से समझ सकते हैं। क्योंकि यदि आप गठिया की समस्या का समय पर सही समय पर ईलाज नहीं करते हैं तो फिर आपके लिए काफी परेशानी का कारण बन सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।
डूशेन पेशी अपविकास एक प्रकार की समस्या होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसके अंदर मांसपेशियां काफी अधिक कमजोर हो जाती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।यह एक प्रकार की दुर्लभ बीमारी होती हैं जोकि मांसपेशियों को सबसे अधिक प्रभावित करती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यह जो बीमारी होती है वह सबसे अधिक महिलाओं को प्रभावित करती है। और कई बार यह गम्भीर क्षति का कारण बनती है। इसके बारे मे भी आपको पता होना चाहिए ।
यदि यह बीमारी किसी को होती है तो यह 6 साल की उम्र से पहले ही दिखाई देने लग जाती है। और इस बीमारी से ग्रस्ति जो बच्चे होते हैं उनको यह समस्या कम उम्र मे ही दिखाई देती है और यह लोग देरी से चलना शूरू कर देते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
इस बीमारी से ग्रस्ति जो बच्चा होता है वह काफी लंबे समय तक ठीक से नहीं चल पाता है और बार बार चलने मे उसे काफी अधिक परेशानी होती है।डूशेन पेशी अपविकास का कारण एक अनुवांशिक उत्परिवर्तन (म्युटेशन) होता है जो शरीर को डाइस्ट्रोफिन के उत्पादन से रोकता है । जिसकी वजह से मांसपेशियां ठीक तरह से काम नहीं कर पाती हैं। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।इसके अलावा इसकी वजह से बच्चों को सांस लेने मे काफी अधिक परेशानी होने लग जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
वर्तमान मे इस बीमारी का कोई भी ईलाज नहीं है। दिल की मांसपेशियां भी काफी अधिक कमजोर हो जाती हैं। जिसकी वजह से व्यक्ति की मौत काफी जल्दी ही हो जाती है। यदि किसी को यह बीमारी है तो उसका ईलाज होना काफी कठिन हो जाता है।
लेकिन वर्तमान मे काफी अधिक मेडिकल प्रगति हो रही है। जिसके चलते इस बीमारी से ग्रस्ति जो लोग हैं वे काफी लंबे समय तक जी रहे हैं और शादी भी कर रहे हैं। इन लोगों की औसत उम्र 30 साल तक हो सकती है जबकि कुछ लोग 40 साल तक भी जिंदा रहते हैं।
तीव्रग्राहिता एक प्रकार का गम्भीर एलर्जिक रियक्सन होता है। और जब आप किसी एलर्जी वाले पदार्थ के संपर्क मे आते हैं तो इसकी वजह से आपको एलर्जी हो सकती है। और यदि आप इसको नजर अंदाज कर देते हैं तो इससे आपकी जान भी जा सकता है। यह खास तौर पर हर इंसान के लिए अलग अलग तरह से हो सकती है।
जैसे कि कुछ इंसानों को मधुमक्खी के काटने से एलर्जी हो सकती है तो कुछ इंसानों को किसी और वजह से भी एलर्जी हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
इसकी वजह से आपके शरीर के अंदर कुछ रसायन आते हैं जोकि आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं जिसकी वजह से आपको सांस लेने मे काफी अधिक परेशानी होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।
अचानक नव्ज (पल्स) की गति कम होना, चक्कर आना और उलटी आना, तीव्रग्राहिता के लक्षण हैं । यदि आपको इसके लक्षण दिखाई देते हैं तो उसके बाद आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।
यह जो लक्षण होते हैं वे एलर्जिक पदार्थ के संपर्क मे आने के आधा घंटा बाद ही शूरू हो सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं। त्वचा पर रिएक्शन जैसे कि पित्ती होने के साथ खुजली या त्वचा का रंग एकदम से फीका पड़ जाना
यदि आपको उपर दिये गए किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो उसके बाद आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक जरूरी चीज है आप समझ सकते हैं। यदि आपको यह लक्षण दिखते हैं तो जितना जल्दी हो सके अपने डॉक्टर के पास जाना चाहिए । यही आपके लिए जरूरी है।
यदि इस एलर्जी के जोखिम कारकों की बात करें तो इसके कई सारे जोखिम आपको नजर आ जाएंगे। और कई कारण हैं जो यह एलर्जी पैदा कर सकते हैं। हालांकि यह एलर्जी की समस्या सभी लोगों के अंदर नहीं होती है। कुछ ही लोगों मे यह देखने को मिलती है।
ऑटोइजेक्टर (autoinjector का प्रयोग इसके अंदर किया जाता है। इसके अंदर एक सूई होती है जिसकी मदद से दवाई की खुराक को एक बार मरीज की जांघ के अंदर लगा देते हैं तो मरीज को काफी अधिक आराम मिल जाता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
दोस्तों इस दवा का उपयोग कैंसर के अंदर भी किया जाता है। कैंसर एक प्रकार की आम समस्या होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । कैंसर काफी भयंकर समस्या होती है। और आजकल तो घर घर के अंदर कैंसर की समस्या आपको देखने को मिलती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । वैसे देखा जाए तो कैंसर एक तरह का मौत का रोग होता है। यदि कैंसर किसी को हो जाता है तो उसके बाद उस इंसान के बचने के चांस बहुत ही कम होते हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । आपने भी अपने आस पास कैंसर के रोगियों की बुरी हालत होते हुए देखी होगी ।
इसलिए यदि किसी को छोटी मोटी ही गांठ हो तो उसको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए गांठ के लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर काफी उपयोगी होते हैं। हालांकि हर गांठ कैंसर का रूप नहीं होती है। और इसका समय पर ईलाज किया जाता है तो यह बहुत ही आसानी से ठीक हो जाती है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । हालांकि समय पर यदि कैंसर की गांठ को शरीर से निकाल दिया जाता है तो उसके बाद व्यक्ति काफी समय तक जिंदा रह सकता है। यदि किसी को कैंसर हुआ है तो उसकी गांठ को जल्दी से जल्दी निकलवा दें । यदि कैंसर की परिभाषा की बात करें तो शरीर की कोशिकाओं की अनियंत्रित बढ़ोतरी को कैंसर के नाम से जाना जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए। यदि शरीर के अंदर कोई भी कोशिका अनियंत्रित रूप से बढ़ोतरी हो रही है तो उसको कैंसर के नाम से ही जाना जाएगा ।
कुछ कैंसर ऐसी होती हैं जिनके होने के बाद व्यक्ति काफी लंबे समय तक जिंदा हर सकता है लेकिन कुछ कैंसर ऐसी होती हैं जिसके होने के बाद व्यक्ति अधिक समय तक जिंदा नहीं रह सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
यदि आपके किसी के यहां पर कैंसर है तो उसका जल्दी से जल्दी ईलाज करवाना बहुत ही जरूरी हो जाता है यदि आप समय पर ईलाज नहीं कर वाते हैं तो यह कैंसर आपके पूरे शरीर के अंदर फैल जाएगा और उसके बाद आपकी मौत हो जाएगी ।
एक लड़का था जिसके पैर मे कैंसर विकसित हो गया था तो डॉक्टरों ने कहा कि उसका पैर काटना पड़ेगा इसके अलावा और कोई चारा नहीं है। लेकिन उसने पैर कटवाने से मना कर दिया तो बाद मे धीरे धीरे कैंसर उसके पूरे शरीर के अंदर फैल गई और उसकी मौत हो गई ।
इसलिए यदि समय रहते कैंसर को पहचान लिया जाए तो ठीक रहता है नहीं तो फिर यह बहुत ही बड़ी समस्या पैदा कर सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । वैसे कैंसर रोगियों की हालत कितनी बुरी होती है इसके बारे मे भी आप से कुछ छिपा नहीं है।
कैंसर के लक्षण की बात करें तो इसके लक्षण अलग अलग होते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । शरीर के किसी भी हिस्से के अंदर यदि कैंसर की शूरूआत होती है तो उसके लक्षण अलग अलग प्रकट होते रहते हैं। और उन लक्षणों के आधार पर आप कैंसर को आसानी से पहचान सकते हैं तो आइए जानते हैं कैंसर के बारे मे विस्तार से ।
यदि आपको उपर दिये गए किसी तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए । क्योंकि कैंसर के जो कुछ प्रकार होते हैं उनको शूरूआती स्टेज के अंदर बहुत ही आसानी से रोका जा सकता है। और उनको ठीक किया जा सकता है। आप जांच करवा सकते हैं जिससे कि आपकी कैंसर की पहचान आसानी से हो जाती है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
कैंसर के कारणों की बात करें तो तो इसके कई सारे कारण होते हैं। और इतने अधिक कारण होते हैं जिन सभी के बारे मे हम आपको यहां पर कम से कम नहीं बता सकते हैं। लेकिन कुछ कारणों को आपको यहां पर बताने जा रहे हैं। आमतौर पर कैंसर डिएनए के अंदर बदलाव होने की वजह से होता है। डिएनए वे कोड़ होते हैं जोकि कोशिकाओं को निर्देश देते हैं और इस निर्देश के अंदर कोई गड़बड़ी आती है तो उसके बाद कोशिकाएं अनियंत्रित होकर बढ़ने लग जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । धुएं में मौजूद केमिकल और पराबैंगनी किरणों की वजह से कैंसर हो सकता है। इसके अलावा कई खाने पीने की चीजों की वजह से भी कैंसर हो सकता है। इसके बारे मे भी आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । यदि किसी को भी यह लगता है कि उसे कैंसर के लक्षण दिख रहे हैं तो उसे जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए । और डॉक्टर जोभी उपचार देते हैं उनका पालन करना जरूरी है।
इनसबके अलावा कुछ ऐसे पदार्थ होते हैं जिनकी वजह से कैंसर का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।
दोस्तों आजकल के लोगों की आंखें काफी तेजी से कमजोर हो रही हैं। और आपने देखा होगा कि छोटे छोटे लोगों को भी आंखों का चश्मा लग चुका है।और चश्मा चढ़ना भी एक प्रकार से आंखों की समस्या होती है। मोतियाबिंद, मधुमेह रेटिनोपैथी और ग्लूकोमा आदि रोग आंखों को नुकसान पहुंचाते हैं। यदि आपको आंखों मे किसी तरह की समस्या हो रही है तो एक बार अपने डॉक्टर को दिखाना बहुत ही जरूरी है। क्योंकि यदि आप डॉक्टर को समय पर नहीं दिखाते हैं तो समस्या काफी अधिक बढ़ जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
मातियाबिंद के अंदर आंखों के अंदर धब्बा सा होने लग जाता है और यह धब्बा देखने मे काफी अधिक परेशानी पैदा करता है। और समय पर इसको पहचान लेने पर इसका ईलाज किया जा सकता है। अपने डॉक्टर को दिखाए यदि किसी को यह समस्या है तो ।
मुधमेह के अंदर आंखों की कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं। और उसके बाद इंसान अंधा हो सकता है। इसलिए इसका समस्य पर ईलाज किया जाना चाहिए । यदि आपको आंखों से जुड़ी किसी तरह की समस्या है तो एक बार अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है । उसका पालन करना चाहिए ।
दोस्तों deflazacort tablets का उपयोग गर्भवति महिला के लिए यह दवा ठीक है। लेकिन एक बार अपने डॉक्टर को परामर्श करें । और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है। उसका पालन करना चाहिए । यदि आप एक गर्भवति महिला हैं तो इसका उपयोग कर सकती है। लेकिन यदि आप अन्य कोई दवा ले रही हैं तो इसका उपयोग आपको नहीं करना चाहिए । यदि आप उपयोग करती भी हैं तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । उसके बाद ही उपयोग करना चाहिए ।
deflazacort tablets का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाएं कर सकती हैं। इसका कोई भी नुकसान नहीं है। यदि आप किसी तरह की दवाएं ले रही हैं तो एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करें और उसके बाद ही आपको उपयोग करना चाहिए ।
deflazacort tablets का यदि आप सेवन कर रहे हैं तो किडनी पर इसका बुरा असर पड़ सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपको किडनी से जुड़ी पहले से कोई समस्या है तो एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करें और उसके बाद ही आपको इस दवा का सेवन करना चाहिए । और यदि आपको दवा लेने के बाद किसी तरह के साइड इफेक्ट का अनुभव होता है तो उसके बाद आपको यह दवा लेना बंद कर देना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।
दोस्तों यदि आपको जिगर की समस्या है तो इस दवा का सेवन करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करें । वैसे इस दवा का जिगर पर कोई भी खास बुरा असर नहीं पड़ता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।
deflazacort tablets का सेवन आप कर सकते हैं। इसका सेवन करने से वैसे हर्ट पर कोई भी बुरा असर नहीं पड़ता है। लेकिन यदि दवा का सेवन करने के बाद किसी तरह की परेशानी होती है तो अपने डॉक्टर को परामर्श करें । इसके अलावा यदि आप हर्ट से जुड़ी कोई दवा ले रहे हैं तो फिर आपको इस दवा सेवन करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर को बता देना चाहिए ।
दोस्तों कुछ रोग ऐसे हैं जिनसे यदि आप ग्रस्ति हैं तो आपको इन दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए और अपने डॉक्टर को भी एक बार बताना बहुत ही जरूरी है आप समझ सकते हैं।
नहीं deflazacort tablets का सेवन करने से आपको किसी तरह की लत नहीं लग सकती है। और इसके कोई भी प्रमाण नहीं है कि आपको इसकी लत लग सकती है। क्योंकि इसके अंदर कोई भी ऐसा तत्व नहीं है जोकि लत पैदा करता है। इस लिए आपको बेधड़क इसका उपयोग करना चाहिए ।
हां deflazacort tablets का सेवन करने के बाद गाड़ी चलाना पूरी तरह से सुरक्षित है। लेकिन यदि आपको दवा लेने के बाद नींद आ रही है या फिर किसी और तरह की समस्या हो रही है तो गाड़ी नहीं चलाना चाहिए ।
नहीं deflazacort tablets का उपयोग किसी तरह के मनोवैज्ञानिक विकार के लिए इस दवा का उपयोग नहीं करना चाहिए । वरना आपको नुकसान हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
deflazacort tablets का यदि ओवर डोज हो चुका है तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । तबियत खराब होने पर अपने डॉक्टर से परामर्श करें ।
दोस्तों deflazacort tablets को सही तरह से स्टोर करना चाहिए । आपको इस दवा को धूप मे नहीं रखना चाहिए । नहीं तो आपको नुकसान हो सकता है। deflazacort tablets को फ्रीज के अंदर भी स्टोर करके नहीं रखना चाहिए नहीं तो यह दवा के खराब होने के चांस हो सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।
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