दूब घास से वशीकरण doob ghas vashikaran के बारे मे जानते हैं।दूब को हिंदु धर्म मे पवित्र माना जाता है।आपने भी देखा होगा की कई शुभ अवसरों पर दूब घास का प्रयोग किया जाता है। जब किसी के घर मे शादी होती है तो दूब घास का प्रयोग करते हैं फेरे करवाने मे यह प्रयोग होती है। इसी प्रकार से यदि घर के अंदर पूजा वैगरह होती है तो भी दूब घास का प्रयोग किया जाता है।दूब घास को मंदिरों के अंदर भी प्रयोग किया जाता है। अक्सर यह जल और दूसरी चीजों को छिड़कने के लिए प्रयोग मे लाई जाती है।
इसके अलावा आपको यह बतादें कि जब घर के अंदर गंगाजल और दूसरी चीजों का छिड़काव करना हो तो दूब घास का ही प्रयोग किया जाता है।दूब वैसे तो कई प्रकार की हो सकती है।लेकिन हमारे घरों के अंदर उगने वाली आम दूब का ही प्रयोग होता है जो हम सुंदरता के लिए लगाते हैं या अपने आप भी उगती है। वशीकरण के अंदर दूब घास का प्रयोग करते समय आपको कुछ नियम ध्यान मे रखने हैं। जिनमे सबसे पहला नियम यह है कि आप केवल साफ सुथरी दूब का प्रयोग करें । इसके अलावा आपको चाहिए कि दूब को गंगाजल से प्रयोग करने से पहले अच्छी तरह से शुद्य कर लेना चाहिए ।
दूब से वशीकरण करने के लिए पूर्णिमा की शाम को तालाब मे जाएं । तालाब साफ होना चाहिए। उसके बाद उसके अंदर खुद को छाती तक डूबो लें । अब 5 लौंग को लें और पान के पत्ते के अंदर लपेट कर मंत्र का 21 बार जाप करें । एक डूबकी के अंदर मंत्र को 7 बार जपें । रात मे ही पान के बीड़े को दूब से पानी के छींटे मारे और दूध के छीटें मारें फिर धूप और दीपक दिखाएं । उसके बाद मंत्र का 108 बार जाप करें और पान के रस को लौंग पर डालदें । फिर चूर्ण बनाकर प्रेमिका या प्रेमी को खिलाएंगे तो वह आपके वश मे होगा ।
ओम नम: चंद्रेश
सहदेई के पौधे को क्रष्णाष्ठमी के दिन व्रत रखकर शाम को निमंत्रण देकर आएं और सुबह उखड़ कर ले आएं ।निमंत्रण देते समय अपने साथ एक मौली लेकर जाएं और गिलास मे जल और दूब लेकर जाएं और प्रार्थना करते हुए दूब से जल छिड़के फिर मौली बांधें । अब इसको घर लेकर आएं और एक पटरे पर रखें । और दूब की मदद से गौ मूत्र ,गोबर और दूध व दही के छींटे मारें ताकि यह पवित्र हो जाए । उसके बाद ईशान कोण की ओर मुख करके बैठ जाएं । और मंत्र का 108 बार जाप करें ।
और मंत्र जाप करने से पहले पौधे की आपको पूजा भी करनी होगी । उसके बाद 21 दिन तक ब्रहामुहूर्त मे 108 बार मंत्र का जाप करें । उसके बाद काम हो जाएगा और पौधे को कूट कर चूर्ण बना लें । एक चुटकी चूर्ण जिस किसी के उपर डालेंगे वही आपके वश मे होगा ।
ओम नम: भगवती मातंगी सर्व व्रतेश्वरी सर्व मनहरणी सर्चलोक वशीकरणी सर्व सुखरंजिनी महामाया सर्वलोक वश्यं कुरू कुरू स्वाहा।।
आपको सबसे पहले कुस का आसान नैश्र्रत्य कोण के अंदर लगाना है। उसके बाद दीपक जलाएं और माता पार्वती का ध्यान करें उसके बाद बेल की लकड़ी की समिधा मे खीर ,मिसरी और नारियल की गिरी और दूध का हवन करें । हवन करने से पहले गंगा जल से दूब से सबको पवित्र करें ।उसके बाद पार्वती का ध्यान लगाएं फिर 121 बार मंत्र का जाप करें ।आपको यह प्रयोग 21 दिन तक ब्रहम मुर्हूत मे करना होगा । उसके बाद कुमकुम और गोरोचन व चंदन को गाय के दूध मे पीसे और तिलक करने से पहले 7 बार अभिमंत्रित करे तिलक करें ।
ओम नम: आदेश गुरू का
जल बांधू जलहर बांधूं
आनि बांधू बार बार
बांधू सब जगत सार
देखे जो कोई तेरा टीका
रूठा आसान छोड़ के आए
तेरा टीका माथ लगाया ।।
सिंह भाव मन मे है आए
बांधो गौरी सबको बांधो
राजा बांधो वैरी बांधो
मेरी भक्ति गुरू की शक्ति
फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा ।।
उड़द से वशीकरण करने की प्रभावी तकनीक
मेहंदी से वशीकरण करने के अचूक उपाय
धतूरे के पत्ते से वशीकरण करने के अचूक तांत्रिक प्रयोग
पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र मे किसी अनार की झाड़ के नीचे जाएं और फिर अनार को दूध से 7 छींटे मारें इसके लिए दूब का प्रयोग करें । और उसे धूप और दीप दिखाएं । उसके बाद 21 बार मंत्र पढ़ें और ब्रहम मुहूर्त मे उसे तोड़ कर ले आएं ।
उसके बाद 108 मंत्र से 21 दिन तक अनार को अभिमंत्रित करें और कपूर की धूनी देते रहे ।फिर इस अनार को सुखाकर रखलें । और इसका एक टुकड़ा कलाई से बांध लेना है और अब जहां भी जाएंगे वशीकरण होगा ।
ओम क्रष्णाय नम:
यह प्रयोग आपको सुबह सुबह करना होगा सूर्योदय के बाद । जिसको वश मे करना हो उसकी फोटो को अपने सामने रखें उसके बाद ।एक पात्र मे जल भरें और दूब से फोटो पर पानी डालते जाएं और 1080 बार मंत्र का जाप करते जाएं । ध्यान पूरी तरह से एकाग्र होना चाहिए 21 दिन तक करें ।उसके बाद जिस युवती को वश मे करना हो उसकी आंखों के अंदर 9 बार झांके वह आपके वश मे हो जाएगी ।
ओम कामदेवाय नम:
किसी भी शनिवार को आपको यह प्रयोग करना है।शनिवार को हनुमानजी की धूप दीप और नैवेध से पूजा करें । फिर नीचे दिये गए मंत्र का 144 बार जाप करें । यह 7 दिन तक करें । फिर आठवे दिन 21 बार गूगल से हवन करें और चौराहे से 7 छोटी कंकरी लाएं और फिर एक एक कंकरी पर मंत्र पढ़ें और 144 बार मंत्र पढ़कर दूब से जल उन पर डालें । फिर उनको यही मंत्र पढ़ते हुए किसी कुए के अंदर डालदें या पानी मे डाल सकते हैं। ऐसा करने से वशीकरण हो जाएगा ।
जती हनुमंत कनेरी ,मेरे घट पिंड का कौल है बैरी छतीस पवन मोहि मोहि जोहि जोहि दह दह मेरी भक्ति गुरू की शक्ति
फुरो नाम ईश्वरो वाचा सत नाम आदेश गुरू का ।।
अनार का फल ,पुष्प और शाखा व पत्ते और जड़ को लेकर आएं और दूब से उनको गंगाजल डालकर पवित्र करें । उसके बाद इनको सफेद सरसों के साथ मिलाकर पीस लें और योनी मे लगाकर पति के साथ संबंध बनाने से पति वश मे हो जाता है और सेवक की भांति व्यवहार करता है।
किसी भी शुक्रवार के दिन सफेद गुंजा के पास जाएं और दूध दीप से उसकी पूजा करें और उसको न्योता दे आएं । उसके बाद दूसरे दिन उसको सुबह नहा धोकर उखाड़ लाएं । अब उसको गंगाजल से और दूब का प्रयोग करते हुए छींटे मारें औ रोजाना उसका तिलक करें । ऐसा करने से वशीकरण होता है।
दूब घास से वशीकरण कैसे करें लेख के अंदर हमने दूब से वशीकरण करने के कई तरीकों के बारे मे जाना आपको बतादें कि दूब से डायरेक्ट वशीकरण नहीं होता है वरन कई विधियों मे दूब का उपयोग होता है।
धैर्य का विलोम शब्द या भलाई का विलोम , धैर्य का उल्टा क्या होता है…
भलाई का विलोम शब्द या भलाई का विलोम , भलाई का उल्टा क्या होता है…
चोर का विलोम शब्द, चोर शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, चोर का उल्टा Chor vilom shabd शब्द (word) विलोम (vilom)चोर पुलिसChor police …
सजीव का विलोम शब्द या सजीव का विलोम , सजीव का उल्टा क्या होता है…
सुगंध का विलोम शब्द, सुगंध शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, सुगंध का उल्टा Sugandh vilom shabd शब्द (word) विलोम (vilom)सुगंध दुर्गन्धSugandh Durgandh …
रोगी का विलोम शब्द, रोगी शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, रोगी का उल्टा Rogi ka…