दुश्मन को पागल करने का टोटका dushman ko pagal karne ka totka के बारे मे हम इस लेख मे जानेंगे। दुश्मन हमारी सभी की जिदंगी मे होते ही हैं। इसके अंदर कोई भी शक नहीं है। लेकिन असल मे कुछ दुश्मन इस प्रकार के होते हैं की वे सतही होते हैं और हमे किसी भी तरह का नुकसान नहीं करते हैं लेकिन कुछ दुश्मन इस प्रकार के होते हैं जोकि हमें बहुत अधिक नुकसान पहुंचाते हैं।
और ऐसे तो दुश्मन कोई भी नहीं बनाना चाहता है। लेकिन आपको पता ही है कि इस दुनिया के अंदर अच्छाई और बुराई दो तरह की चीजें होती हैं। और दो तरह की चीजों के होने की वजह से इनका आपस मे टकराव होना तय होता है आप इस बात को समझ सकते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर यदि आप अच्छे इंसान हैं तो आपका कटराव कभी भी अच्छे इंसान से नहीं हो सकता है। आपका टकराव सदैव बुरे इंसान से ही होगा । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
अब यदि कोई आपका दुश्मन आपको काफी अधिक परेशान कर रहा है तो आप कुछ उपाय कर सकते हैं। और उसकी मदद से आप अपने दुश्मन को परेशान कर सकते हैं। और तंत्र मंत्र एक ऐसी चीज है जिसकी मदद से आप अपने दुश्मन को आसानी से सबक भी सीखा सकते हैं और किसी को पता भी नहीं चलेगा । तो हम यहां पर कुछ उपायों के बारे मे बता रहे हैं लेकिन आपको यह उपाय अपनी रिस्क पर करने चाहिए ।
दोस्तों यदि आप अपने दुश्मन को पागल करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको नींबू और लौंग का प्रयोग करना होगा । यदि आप नींबू और लौंग का प्रयोग करते हैं तो इसकी मदद से आप अपने काम मे सफल हो सकते हैं।इसके लिए आपको एक नींबू लेना होगा । और उस नींबू पर अपने दुश्मन का नाम लिखना होगा । और फिर इसके उपर पांच लौंग को गाड़ देना है। फिर 11 बार “ओम नम: श्री हनुमंते” मंत्र का जाप करना होगा ।
उसके बाद उस नींबू को किसी बहती नदी के अंदर प्रवाहित कर देना होगा । यदि आप ऐसा करते हैं तो उसके बाद यह टोटका आपके लिए काफी बेहतर साबित होगा आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
दोस्तों यह भी दुश्मन को पागल करने का एक टोटका है। इसके अंदर आपको करना यह है कि शनिवार के दिन नमक लेना है और उस नमक को अपने सिर से तीन बार उतार लेना है फिर घर के बाहर उसको फेंक देना है। यह आपको 7 शनिवार तक करना है। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके दुश्मन पर इसका बुरा असर पड़ेगा ।
दोस्तों आपको यह प्रयोग किसी भी शनिवार के दिन करना होगा । तभी आपके लिए काफी अधिक फायदा होगा । इसके अंदर आपको करना यह है कि मरे हुए गिरगिट की चर्बी को लेकर आना है। इसके लिए आपको किसी भी गिरगिट को मारना है। उसके बाद आपको इसको 108 बार अभिमंत्रित करना होगा । शत्रु पर डाल दिया जाए तो इंद्र भी इस तरह के इंसान को नहीं बचा सकता है। यह एक डेंजर उपाय है हर किसी के उपर नहीं करना चाहिए ।
ओम नमो कालरूपाय अमुकस्य भस्म कुरू कुरू स्वाह ।।
दोस्तों किसी रविवार के दिन आपको यह उपाय करना होगा । इसके अंदर आपको करना यह है कि मरे हुए डडूंदर की खाल मे शत्रु के मूत्र किए गए स्थान की रेत को भर देना है। उसके बाद उसको किसी पेड़ पर उंचे स्थान पर लटका देना है।
जब तक यह मिट्टी उंचे खाल के अंदर बंधी रहती है। तब तक शत्रु का पेशाब रूका रहता है और शत्रु काफी अधिक पिड़ित होता रहता है। यह एक अच्छा उपाय है जिसका प्रयोग आप कर सकते हैं। इस प्रयोग के लिए काफी डेंजर मंत्र हम यहां पर दे रहे हैं।
ओम नमो कालरूपाय अमुकस्य भस्म कुरू कुरू स्वाहा ।
दोस्तों यदि आपको अक्सर शत्रु का भय बना रहता है तो फिर आपको यह उपाय करना होगा । इसके अंदर करना यह है कि काले घोडत्रे और काले बकरे के अगले दोनों पांव की खाल तथा काले मुर्गे व कौए के चार पंख लेकर सबको रविवार के दिल जला कर आपको भस्म को बना लेना है उसके बाद इसको चौड़े मुंह की शीशी के अंदर रख देना है और आवश्यकता पड़ने पर इसका तिलक करें । शत्रु भय समाप्त हो जाएगा । यह एक अच्छा उपाय है जिसको आप कर सकते हैं।
यदि आपका कोई ऐसा शत्रु हो जोकि आपको काफी अधिक परेशान करता है तो फिर आपको करना यह है कि किसी श्मशान मे जाकर बा पक्षी के पंजे की हड्डी लेकर पूर्व दिशा मे बैठकर 12500 मंत्र को पढ़ना होगा । उसे अभिमंत्रित करके शत्रु के निवास स्थान की छत पर फेंक दें । ऐसा करने से शत्रु आपसे दूर चला जाता है और शत्रु का भय हमेशा हमेशा के लिए समाप्त हो जाता है।
इस प्रयोग को आपको अमावस्या की आधी रात को ही करना होगा ।
ओम नमों कालिकायै नम कालभैरवाये ओम क्रां क्रां क्रीं क्रीं क्रूं क्रूं क्रों क्रों क्लीं क्लीं हुं फट स्वाहा ।
दोस्तों यदि आप अपने दुश्मन को पगाल करना चाहते हैं तो आपको करना यह होगा कि आक का एक जड़ का टुकड़ा लेकर आना है। और यह प्रयोग आपको शनिवार के दिन करना होगा । फिर आसन पर बैठ जाना होगा । फिर “ओम नमों वासुदेवाय भगवते स्वाहा” मंत्र का आपको 21 बार जाप करना होगा । उसके बाद यदि आप आक के टुकड़े को अपने गले के अंदर धारण कर लेते हैं तो इसका फायदा यह होगा कि आपकी जो समस्या है वह दूर हो जाएगी । और आपके दुश्मन पागल हो जाएंगे । वे आपके पास भी नहीं आएंगे ।
दोस्तों यदि आप अपने दुश्मन को बीमार करना चाहते हैं तो आपको यह उपाय करना होगा । इसके अंदर आपको करना यह है कि शनिवार के दिन अपने हाथों में सात लौंग लेना है उसके बाद आपको अपने दुश्मन का 21 बार नाम लेना है फिर लौंग पर आपको फूंक मारनी होगी ।उसके बाद सभी लोंग को दूसरे दिन जला देना है। और भस्म को घर के बारह फेंक देना है। ऐसा 7 दिन करना होगा तो काफी फायदा होगा ।
दोस्तों यदि आपको कोई दुश्मन काफी अधिक परेशान कर रहा है तो आपको यह उपाय करना चाहिए । यह उपाय आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होता है। सबसे पहले आपको इस मंत्र का जाप करने के लिए शुक्रवार और शनिवार के दिन का चयन करना होगा ।
इसके लिए आपको सबसे पहले सुनसान जगह पर जाना होगा । और वहां पर बैठकर आपको घी का एक दीपक जलाना होगा ।उसके बाद नीचे दिये गए मंत्र का 11 हजार बार जाप करना होगा ।
एक बार जब मंत्र का जाप हो जाता है तो उसके बाद भैरवी मातंगी माता से आपको प्रार्थना करनी होगी कि आपके शत्रु को वह समाप्त करें ।
ऊं ह्रीं क्लीं भैरवी मातांगी त्रिलोक्य वशमान्य स्वाहा
इस तरह से यदि आप यह छोटा सा प्रयोग करते हैं तो ऐसा करने से आपका जो गुप्त शत्रु है वह समाप्त हो जाएगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। और यह एक तरह से अच्छा उपाय है। जिसको आप कर सकते हैं।
दोस्तों मोर पंख के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। आपको बतादें कि मोर पंख की मदद से भी आप अपने शत्रु का नाश कर सकते हैं। यदि घर के अंदर मोर पंख मिल जाता है तो ठीक है । यदि घर के अंदर मोरपंख नहीं मिलता है तो आप बजार से भी खरीद सकते हैं।
उसके बाद इस मोरपंख के उपर अपने दुश्मन का नाम हनुमानजी के चरणों के सिंदूर से लिखें और उसके बाद इस मोर पंख को आप किसी हनुमानजी के मंदिर मे लेकर जाएं और फिर वहां पर हनुमानजी के चरणों मे अर्पित कर देना है। और प्रार्थना करनी होगा कि आपके दुश्मन आप से दूर हो जाएं।
इस तरह से यह एक छोटा सा उपाय आप कर सकते हैं। यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
दोस्तों यदि आपका दुश्मन आपको काफी अधिक परेशान करता है तो आपको यह उपाय करना चाहिए । इसके अंदर आपको करना यह है कि सुबह सबसे पहले नहाधो लेना होगा । फिर आपको किसी हनुमान मंदिर के अंदर जाना होगा । वहां पर आपको घी का दीपक जलाना होगा । और उस दीपक के सामने आपको बैठना होगा । फिर हनुमान चालिसा का पाठ करना होगा । यदि आप 11 मंगलवार करते हैं तो फिर आपके दुश्मन अपने आप ही शांत हो जाएंगे । आप इस बात को समझ सकते हैं और यही आपके लिए सही होगा ।
दोस्तों यदि आप अपने शत्रु को परेशान करना चाहते हैं तो यह छोटा सा टोटका कर सकते हैं। और ऐसा करने से आपका शत्रु काफी अधिक परेशान हो जाएगा । इसके अंदर आपको करना यह है कि जब आप शौच जाएं तो शौच के पानी से अपने शत्रु का नाम जमीन पर दाएं हाथ से तीन बार लिखें और जब शौच करके आएं तो उस नाम के उपर अपने दाएं पैर से तीन बार लात मारें । यदि आप ऐसा 21 दिन तक करते हैं तो उसके बाद आपका शत्रु अपने आप ही शांत हो जाएगा । यह एक अच्छा टोटका है। जिसका प्रयोग आप कर सकते हैं। यह आपके लिए काफी उपयोगी होगा ।
दोस्तों यदि आपको अक्सर अपने शत्रु का भय बना रहता है तो फिर आपको यह उपाय करना होगा । इसके अंदर आपको करना यह होगा कि एक चकोर कागज को लेना होगा । उसके बाद उस कागज पर सरसों के तेल की मदद से अनामिका उंगली से अपने शत्रु का नाम लिखना होगा ।
उसके बाद उस कागज को अपने सर के उपर से घड़ी की दिशा मे 7 बार उतारना होगा । फिर इस कागज को जला दें और इसकी राख को किसी चौराहे पर लेजाकर डालदें ।और 3 बार थूक कर जाएं । फिर आपको यही प्रयोग 7 दिन तक करना होगा । यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको काफी अधिक फायदा होगा । और आपका शत्रु से पीछा छूट जाएगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।
दोस्तों यदि आप अपने शत्रु को नाश करना चाहते हैं तो आपको इस टोटके का प्रयोग करना होगा । इसका प्रयोग करने से आपके शत्रु का नाश हो जाएगा । यह एक अच्छा उपाय है ।
इसके लिए आपको एक चकौर काला कपड़ा लेना होगा । और उसके बाद चकौर काले कपड़े के अंदर आपको लाल सिंदूर से मंत्र लिखें और अमुक स्थान पर आपको अपने शत्रु के नाम को लिखना होगा ।उसके बाद इसके उपर बताशे को रखें बताशें के उपर थोड़ी सी सिंदूर आपको डाल देनी होगी ।
उसके बाद इस कपड़े को किसी लौहे की डिब्बे के अंदर आपको रख देना होगा । और उसके बाद आपको इसको गटर के नाले मे बहा देना होगा । यदि आप ऐसा करते हैं तो आपका शत्रु पूरी तरह से शांत हो जाएगा । यह एक अच्छा उपाय है जिसको आप कर सकते हैं।
॥ श्रीं श्रीं श्रीं (अमुक) उच्चाटन स्वाहा ॥
दोस्तों इस प्रयोग के अंदर आपको शत्रु के दांए पैर की मिट्टी आपको लेकर आनी होगी । रविवार को रात 8:00 बजे के बाद 11 फूलदार लौंग लीजिए । याद रखें लौंग के आगे वाला जो फूल होता है वह टूटा हुआ नहीं होना चाहिए । उसके बाद इन लौंग को आपको एक काले कपड़े पर रख लेना होगा ।उसके बाद इस कपड़े के अंदर आपको शत्रु के पैर की मिट्टी को डाल देना है और फिर इसकी पौटली बनानी है । किसी सुनसान स्थान पर जाएं और इसके उपर एक नींबू काट कर नीचौड़ दें । और इस पौटली को जमीन मे गाड़ दें ।
यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको काफी अधिक फायदा देखने को मिलेगा । और यदि आप ऐसा करते हैं तो उसके बाद आपका शत्रु आपका अपने आप ही पीछा छोड़ देगा ।
इस तरह से आप यह उपाय कर सकते हैं। आपके लिए काफी उपयोगी होगा ।
दोस्तों यदि आपको कोई शत्रु काफी अधिक परेशान करता है तो यह उपाय आप करते हैं तो फिर आपको करना यह है कि मंत्र को 108 बार जाप करना होगा ।इसके लिए उड़द 14 कपासिया 9 और कनेर के 108 फूल को आपको लेना होगा ।और नीम के 14 पत्ते लेकर आपको मेणु का पतला बनाना होगा ।उसके बाद पुतले पर शत्रु का नाम लिखें और हृदय पर आपको कील को गाड़ देना होगा ।और शत्रु के बाएं चरण की धूल लेकर आपको पुतले के बांह मे डाल देनी होगी ।फिर रविवार से लेकर 7 दिन तक आपको इस मंत्र का प्रयोग करना होगा ।
फिर 21 कील को लें और एक हर्ट मे गाड़ें और 20 उंगली के अंदर आपको गाड़ देना होगा ।और इस उपाय के 7 वे दिन शत्रु के गले मे गांठ हो जाएगी और वह ठीक नहीं होगी ।भले ही शत्रु कितना भी उपाय करले । कुछ फायदा नहीं होगा ।
ओम नमो गुरूगोबड़िया क्षेत्रपाल हाड गुरू वाटला काका िधयणी आला काड़ी राती काड़ी दंता जू काड़ी काला मुंहा काड़ी हक कुत्ते नू काड़ी नहीं काड़े तो अपनी माता रे माथे धरने भोजन करे ।साख गुरू गुबड़ी आंकू क्षेत्रपाल थारी शक्ति फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा ।
दोस्तों यदि आपका शत्रु काफी अधिक बलवान है और आप चाहते हैं कि वह आपके पैरों मे गिरे तो यह मंत्र आपके लिए फायदेमंद होगा । लेकिन इसका प्रयोग करने से पहले आपको एक बार अपने गुरू से परामर्श करना होगा तभी यह काम करेगा । यदि आप गुरू से परामर्श नहीं करते हैं तो यह काम नहीं करेगा ।
ओम नमों कुंडलत डफडलडूं एक ला मैं वीर हनुमंत का चेला पकड़ पकड़ पछाडूं मस्तक फोडूं सवामण की जंजीर झाडाउं अमुक आन मेर पगे पड़े न आन पड़े तो माता अंजनी का दूध हराम करे ।गुरू की शक्ति मेरी भक्ति फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा ।
दोस्तों यदि आपको शत्रु काफी अधिक परेशान कर रहा है तो फिर आप यह उपाय कर सकते हैं। यह आपको काफी अधिक फायदा देने का काम करेगा । इस उपाय को करने से शत्रु आपसे दूर हो जाएगा ।नीचे दिये गए मंत्र को 108 बार बोलें और चावल को अभिमंत्रित करें । और उसके बाद उनको शत्रु के घर के अंदर फेंक कर आ जाएं ।
ओम नमो क्षेत्रपाल विकराला मम शत्रु उच्चाटय उच्चाटय हुं फट स्वाहा ।
दोस्तों यदि आप शत्रु के सम्पूर्ण परिवार का उच्चाटन करना चाहते हैं तोभी कर सकते हैं। इसके लिए आपको करना यह होगा । कि नीम पत्र पर शत्रु का नाम लिखना होगा । और उसके बाद 10 हजार मंत्रों की आहुती देनी होगी । यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके शत्रु के पूरे परिवार का उच्चाटन हो जाएगा ।
ओम नमो भगवते रूद्राय दंड करालाय अमुकं सुपुत्र बांधवै सह हन हन दह दह पच पच शीघ्रं उच्चाटाय उच्चाटाय हुं फट स्वाहा ठ ठ ठ ।
इस मंत्र का प्रयोग किसी जानकार से ही करवाना चाहिए । यदि आप खुद अनजाने मे इस मंत्र का प्रयोग करते हैं तो फिर नुकसान हो सकता है। इसलिए सही इंसान ही प्रयोग करें ।
दोस्तों यदि आपको आपका शत्रु काफी अधिक परेशान कर रहा है तो आपको करना यह है कि अपने गले के अंदर वैजयंती की माला को धारण कर लेना है। यदि आप ऐसा करते हैं तो ऐसा करने से आपका शत्रु काफी अधिक शांत हो जाएगा । और जब शांत हो जाएगा ।तो वह आपके परेशान करना बंद कर देगा ।
दोस्तों यदि आप शत्रुता को खत्म करना चाहते हैं तो फिर आप यह उपाय कर सकते हैं। इसके अंदर आपको करना यह है कि छोटी इलायची, लाल चंदन, सिंदूर, कंगनी, ककड़सिंगी आदि की धूप बनानी होगी । और उस धूप को आपको शत्रु का नाम लेकर जलाना होगा । यदि आप ऐसा करते हैं तो काफी अधिक फायदा होगा । और आपकी जो शत्रुता होती है वह समाप्त हो जाएगी । आप इस बात को समझ सकते हैं। यह एक अच्छा उपाय है जोकि आपको फायदा दे सकता है।
दोस्तों यदि आपके शत्रु आपको नुकसान पहुंचाना चाहते हैं तो फिर आप यह उपाय जोकि छोटा सा उपाय है कर सकते हैं। इसको करने से आपको काफी अधिक फायदा होगा । तो आइए जानते हैं। इस उपाय के बारे मे ।
इसके लिए आपको 5 गोमती चक्र को लेकर आना होगा । और उसके बाद आपको उन गोमती चक्र को अपने उपर से उतार कर फेंक देना होगा । यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके शत्रु आपसे दूर हो जाएंगे । या फिर हम कह सकते हैं कि वे आपको नुकसान करना बंद कर देगें ।
दोस्तों यदि आप अपने दुश्मन को दबाना चाहते हैं तो फिर आप यह उपाय कर सकते हैं। इसके अंदर आपको करना होगा कि आपको अपने घर के एक कोने के अंदर एक जूता रख देना होगा । और वह जूता फटा हुआ होना चाहिए । उसके बाद उस जूते पर अपने दुश्मन का नाम लिख देना होगा ।
दुश्मन का नाम लिखने के बाद आपको उस जूते पर रोजाना मारना होगा । ऐसा करने से आपका दुश्मन शांत हो जाएगा ।
दोस्तों यदि आपका शत्रु आपको काफी अधिक परेशान कर रहा है तो फिर आपको यह उपाय करना चाहिए । इसके अंदर अमावस्या या रविवार की रात को ये उपाय करें। दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके बैठें और अपने सामने काले रंग के वस्त्र के ऊपर मां काली का चित्र आपको लगाना होगा । फिर आपको पूजा करनी होगी । और पूजा जब पूरी हो जाती है तो फिर आपको करना यह है कि एक नींबू पर सिंदूर से नाम लिखना होगा । फिर ‘क्रीं क्रीं शत्रु नाशिनी क्रीं क्रीं फट’ मंत्र का 11 बार जाप करना होगा । यदि आप ऐसा करते हैं तो फिर आपका शत्रु पानी भी नहीं मांगेगा ।
दोस्तों यदि आपका शत्रु आपको काफी अधिक परेशान करता है तो फिर आपको इस मंत्र का जाप करना चाहिए ।इसके अंदर आपको करना यह है कि ‘नृसिंहाय विद्यहे,वज्र नखाय धीमही तन्नो नृसिंह प्रचोदयात्’ मंत्र का रोजाना 108 बार जाप करना होगा । यदि आप यह करते हैं तो फिर आपका शत्रु आपके लिए जो परेशानियों की दिवार खड़ी कर रहा है। वह बंद कर देगा ।
sirhane pani rakhne se kya hota hai जाने पूरा सच वास्तु शास्त्र के अंदर कई…
हँसना का विलोम शब्द या हँसना का विलोम , हँसना का उल्टा क्या होता है…
ईमान का विलोम शब्द या ईमान का विलोम , योग्यता का उल्टा क्या होता है…
साक्षर का विलोम शब्द या साक्षर का विलोम शब्द, साक्षर का उल्टा क्या होता है ? Sakshar ka vilom shabd Sakshar ka vilom shabd…
परिवार का विलोम शब्द या परिवार का विलोम , परिवार का उल्टा क्या होता है…
भूमि का विलोम शब्द या भूमि का विलोम , भूमि का क्या होता है ? bhoomi ka vilom shabd ,bhoomi ka vilom shabd…