गांव का विलोम शब्द क्या होता है Ganv ka vilom shabd kya hai ?
गांव का विलोम शब्द या गांव का विलोम , गांव का उल्टा क्या होता है ? Ganv ka vilom shabd
शब्द | विलोम शब्द |
गांव | शहर |
Ganv | Nagar |
गांव का विलोम शब्द और अर्थ
दोस्तों आप गांव के बारे मे अच्छी तरह से जानते ही हैं।गांव का मतलब होता है एक ऐसा इलाका जहां पर कम सुविधाएं मौजूद हैं। और उसकी आबादी काफी कम होती है। दोस्तों गांव के बारे मे आपको क्या बताएं । भारत के अंदर शहर कम हैं और गांव अधिक हैं। गांव वैसे देखा जाए तो शहर की तुलना मे बहुत ही अच्छा क्षेत्र होता है। भले ही लोग शहर को अधिक पसंद करते हैं लेकिन शहर की तुलना मे गांव बेस्ट होता है। एक तो गांव के अंदर आपके पास खेती करने का ऑप्सन होता है जिसकी वजह से घर चलाने मे कम खर्चा आता है। किसान खेत के अंदर सब्जी वैगरह कर लेता है। और अनाज खाने के लिए खेत मे हो जाता है। और गांव के अंदर यदि हम रहने के सबसे बड़े फायदे के बारे मे बात करें तो वह यह है कि गांव के अंदर किसी भी तरह का प्रदूषण नहीं होता है।
यदि आप शहर के अंदर जाते हैं तो सबसे अधिक होता है ध्वनी प्रदूषण यदि आपका घर शहर मे है तो वहां पर सौर सबसे अधिक होता है। और इसके अलावा यदि बात करें तो गांव मे किसी भी तरह का वायु प्रदूषण बहुत ही कम होता है। गांव के अंदर खास तौर पर लकड़ी जलाई जाती है जिसकी वजह से वहां पर वायु प्रदूषण तो होता है लेकिन शहर जितना नहीं होता है। फिर भी गांव का माहौल काफी साफ सुथरा होता है।
अब चौपाल जैसा सिस्टम भी गांवों के अंदर नहीं रहा है या बहुत ही कम बचा है। पहले गांवों मे चौपाल लगती थी जिसके अंदर गांव के बड़े लोग शामिल होते थे और किसी विषय पर चर्चा करते थे । इसके बाद वे निर्णय लेते थे । आज यह सिस्टम समाप्त हो चुका है। गांव के लोग भी अब अधिक से अधिक पैसा कमाने मे रूचि ले चुके हैं। क्योंकि गांव मे भी पैसा प्रधान हो चुका है। इसके अलावा गांव के अंदर एकजुटता काफी अधिक होती है। आप गांव के हर इंसान को आसानी से जानते हैं। लेकिन शहर मे ऐसा नहीं होता है। एक बार हमारे गांव के अंदर चोर आ गया तो गांव वाले सारे एकत्रित हो गए और उस चोरी की पिटाई करदी ।
इसी तरह से गांव के अंदर एकता रहती है।गांव के बारे मे और भी कई दिलचस्प पहलू हैं। यदि हम आज के गांवों के अंदर सुविधा की बात करें तो जो गांव शहर के आस बसे हुए हैं उनके पास शहर की जैसी ही सुविधाएं मौजूद हैं। अब गांवों के अंदर पक्की सड़के होती हैं।
और पानी की भी पूरी सुविधा मौजूद है। पहले ऐसा नहीं होता था। बिजली भी 24 घंटे रहती है। हालांकि सभी गांवों के साथ ऐसा नहीं है। लेकिन कई गांवों मे आपको बिजली देखने को मिलती है।
कुल मिलाकर गांव शहर की तुलना मे अच्छा है। यदि आप कम पैसे कमाते हैं तो शहर के अंदर रहना आपके लिए काफी मुश्किल हो सकता है। लेकिन गांव मे आप आसानी से हर सकते हैं।आप खेती कर सकते हैं जिससे कि आप अपना गुजर बसर बहुत ही आसानी से हो जाएगा । लेकिन शहर के अंदर खर्चा चलाना काफी कठिन होता है। यदि आपकी इनकम कम है तो आपके लिए यह बड़ी समस्या हो सकती है।
शहर के अंदर रहने वाले ऐसे लोग हैं जोकि कम पैसा कमाते हैं और इतने पैसे के अंदर वे अपना घर भी आसानी से नहीं चला पाते हैं।
शहर का अर्थ और मतलब
दोस्तो शहर के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। शहर का मतलब एक बहुत ही बड़ी आबादी वाला क्षेत्र जिसके अंदर कई तरह की चीजें मौजूद होती हैं। यदि हम बात करें शहरी जीवन की तो गांव के जीवन की तुलना मे शहरी जीवन काफी अलग होता है। शहरी जीवन के अंदर आपको भले ही शहर के अंदर आसानी से आपको नौकरी मिल जाती हो । लेकिन कई तरह की समस्याएं भी सामने आती हैं । एक तो शहर के अंदर प्रदूषण बहुत अधिक होता है। अधिक प्रदूषण के चलते काफी समस्याएं होती है। आपको सांस की बीमारी हो सकती है। यदि आप एक बार शहर जाकर आते हैं तो दिल्ली जैसी जगह पर आपका चेहरा काला पड़ जाता है क्योंकि वहां पर इतने अधिक गाडियों का धुंआ उठता है कि पूछो मत दिल्ली सबसे अधिक प्रदूषित शहरों मे से एक है। खैर छोटे शहरों के अंदर भी प्रदूषण बहुत अधिक होता है। इसके अलावा शहर के अंदर काफी अधिक मात्रा मे शैर सराबा होता है।
कारण यह है कि वहां पर वाहन की आवाजाही निरंतर लगी रहती है। इस वजह से काफी शोर शराबा होता है। हालांकि यदि आप गांव के अंदर रहते हैं और अचानक से शहर मे जाते हैं तो आप वहां पर आसानी से नहीं रह पाएंगे। आपके पास घर मे बस बहुत ही सीमित जगह होती है। उसके अंदर ही आपको सब कुछ करना होता है। एक तरह से आप को अजीब लग सकता है।
इसके अलावा यदि हम गांव की बात करें तो गांव मे ऐसा नहीं होता है। गांव के अंदर आप खुली हवा के अंदर सांस ले सकते हैं और किसी भी तरह का शोर शराबा नहीं होता है। आप समझ सकते हैं कि गांव का वातावरण कितना शांत होता है।
इसके अलावा शहरी लोग बीमारी के मामले मे भी काफी आगे होते हैं।वे अधिकतर चीजों को बाजार से ही खरीदते हैं। जैस सब्जी आदि इन सब के अंदर कीटनाशकों का प्रयोग होने की वजह से यह कैंसर जैसी भयंकर बीमारी को पैदा कर सकती हैं। लेकिन गांव के लोग खेती करते हैं और खेत की ही सब्जी अधिक खाते हैं तो उनके अंदर कैंसर जैसी बीमारी होने की समस्या कम होती है। इसके बारे मे आप जानते ही हैं। शहर के अंदर आपका रहन सहन गांव की तुलना मे काफी महंगा होता है। क्योंकि यहां पर आपको हर चीज के लिए पे करना होता है। गांव के अंदर ऐसा नहीं होता है। गांव मे खेती की जाती है जिसकी वजह से बहुत सी खाने पीने की चीजें तो खेत के अंदर ही उप जाती है। हम खुद खेती करते हैं और खेती का मौसम होता है तो सब्जी वैगरह शहर से लाने की आवश्यकता नहीं होती है। खैर आपको यह पता होना चाहिए कि गांव मे सब कुछ सस्ता होता है।
गांव के अंदर सब कुछ बेहतर होने के बाद भी लोग शहर मे रहना अधिक पसंद करते हैं। इसका कारण जो भी हो लेकिन आज भी बहुत सारे लोग ऐसे हैं जोकि गांव की मिट्टी से जुड़े रहना चाहते हैं और अपनी अंतिम सांसे भी गांव के अंदर ही लेना चाहते हैं।