गाय को मारने से क्या होता है gay ko marne se kya hota hai दोस्तों आपको बतादें कि हिंदु धर्म के अंदर गाय को काफी अधिक पवित्र माना जाता है। क्योंकि गाय की मदद से दूध दही और मक्खन जैसी चीजों को प्राप्त किया जाता है।और गाय के गोबर का प्रयोग आमतौर पर अनुष्ठानों के अंदर और घर के आंगन को लिपने के लिये किया जाता है।हिंदु धर्म के अनुसार गाय के अंदर देवताओं का वास होता है। और यदि कोई इंसान गाय को पूजता है। तो उसको काफी अच्छा फल भी प्राप्त होता है।हिंदू धर्म में गाय को पवित्र और पूजनीय माना जाता है। यदि आप गाय को मारते हैं। तो इसकी वजह से आपको कई सारे नुकसान हो सकते हैं। यहां पर हम आपको बताने वाले हैं कि गाय को मारने से क्या होता है।
दोस्तों यदि आप गौ हत्या करते हैं , तो उसकी वजह से आपके जीवन मे काफी अधिक परेशानी आती है। और आपके जीवन की समस्याएं और अधिक बढ़ जाती हैं। यदि आपके जीवन मे पहले से ही परेशानी है। तो उसके बाद आपको गाय की हत्या नहीं करनी चाहिए ।
दोस्तों यह माना गया है कि यदि आप गौ हत्या करते हैं , तो फिर आपको पशु योनी के अंदर जन्म लेना पड़ता है। ऐसा माना गया है। और यह योनी आपको भगवान देते हैं। इसलिए आपको भूलकर भी गाय की हत्या नहीं करनी चाहिए । वरना एक बार यदि आप पशु योनी के अंदर चले जाते हैं। तो उसके बाद उस योनी से बाहर आना हर किसी के लिए संभव नहीं हो सकता है।
दोस्तों कहा जाता है कि यदि आप गौ की हत्या कर देते हैं। तो उसके बाद इसका पाप का फल आपको भुगतना पड़ता है। गौतम मुनि ने गलती से गाय को डंडा मार दिया था, जिससे गाय की मृत्यु हो गयी और इस पाप से मुक्ति के लिए इन्हें वर्षों तपस्या करनी पड़ी।इसलिए भूलकर भी गाय की हत्या नहीं करनी चाहिए । नहीं तो फिर आप और हम तो उनकी तरह तपस्या भी नहीं कर सकते हैं।
दोस्तों धर्म के अंदर यह भी कहा गया है , कि यदि कोई गाय की हत्या करता है या फिर गाय को परेशान करता है। तो मरने के बाद उसको यमलोक के अंदर दंड मिलता है। और इस तरह के इंसान के यमलोक के अंदर दोनो हाथ को काट दिया जाता है। और उसके बाद नर्क मे मरने के लिए छोड़ दिया जाता है। इसकी वजह से किसी को भी गाय की हत्या करने से बचना चाहिए ।
वैसे आपने यमलोक के बारे मे तो सुना ही होगा ।जंहा पर कहा जाता है कि अजीब अजीब तरह की सजा दी जाती है। यदि आप यमपुराण आदि को पढ़ते हैं। तो इसके बारे मे आपको वहां पर विस्तार से वर्णन मिलता है।
दोस्तों जैसा कि आपको पता ही होगा कि गाय के बारे मे एक बात और बोली जाती है , कि गाय मे 33 कोटी देवताओं का निवास होता है। यदि आप गाय की हत्या करते हैं। या फिर किसी भी तरह से उसको नुकसान पहुंचाते हैं , तो इसकी वजह से 33 कोटी देवता नाराज हो सकते हैं। इसकी वजह से आपको ऐसा नहीं करना चाहिए ।
यह भी कहा गया है कि जो इंसान गाय की हत्या करते हैं। उनको मरने के बाद दर दर भटकना पड़ता है। वे नीच योनियों के अंदर जाते हैं। जंहा पर महान दुखों को भोगते हैं। इसलिए कभी भी गाय की हत्या नहीं करनी चाहिए । अक्सर क्या होता है कि हम इन चीजों को बहुत हल्के मे लेते हैं। लेकिन मरने के बाद जब हमारी दुर्गति होने लग जाती है , तब हमें सब समझ आता है। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।
दोस्तों यदि आप गाय को मारते हैं। तो उसका असर आपके दिमाग के उपर भी पड़ता है। इसकी वजह से आपके विचार धीरे धीरे मलीन होना शूरू हो जाते हैं। इसलिए आपको कभी भी गाय को नहीं मारना चाहिए । वरना आपके यही मलीन विचार धीरे धीरे आपको पता नहीं कब नर्क के द्धार पर पहुंचा देंगे । इसके बारे मे आपको पता ही नहीं चलेगा।
धर्म के अंदर यह भी कहा गया है कि कभी भी गौ हत्या नहीं करनी चाहिए । यदि कोई ऐसा करता है। तो मरने के बाद नर्क को तो भोगता ही है। इसके अलावा वह इंसान जब दूसरे जन्म का समय आता है , तो अपने बुरे कर्मों की वजह से नीच कुल के अंदर जन्म लेता है। और अपने बुरे कर्मों से पूरे कुल को और अधिक बदनाम कर देता है।
एक पुरानी कथा आती है कि एक बार एक किसान ने एक बगीचा उगाया और बगीचे के अंदर एक बार एक गाय घुस गई । और गाय को देखकर किसान को काफी अधिक क्रोध आ गया , तो किसान ने उस गाय के उपर डंडा मारा । जिसकी वजह से वह गाय मर गई और उसके बाद किसान बहुत अधिक गरीब हो गया । दोस्तों इसलिए कहा जाता है कि गाय को मारने से भी गरीबी आती है।
यदि आप गाय की हत्या करते हैं या फिर किसी और जीव की हत्या करते हैं। इसका नुकसान तो आपको उठाना ही पड़ता है। क्योंकि इसका असर आपके मन पर पड़ता है। हर इंसान के मन मे सात्विक और तामसिक दो तरह के भाव होते हैं। और यदि आप बुरे कर्म अधिक करते हैं , तो आपके मन के तामसिक भाव अधिक प्रबल हो जाते हैं। और आप खुद तामसिक बन जाते हैं। तो इस तरह के कर्म करने से आपके अंदर बुरी प्रवृतियों का विकास होता है।
दोस्तों गाय और बेल से जुड़े कुछ नियम होते हैं। यहां पर हम आपको गाय और बेल से जुड़े कुछ नियम के बारे मे बता रहे हैं। जिससे कि आपको चीजों के बारे मे और अधिक अच्छी तरह से जानकारी होगी ।
दोस्तों आपको चाहिए कि आप गाय और बैल की पीठ पर ना बैंठे यह अच्छा नहीं माना जाता है। इसलिए यदि आप गाय और बैल की पीठ पर बैठते हैं , तो इसकी वजह से आपको महापाप लगता है। और उसके बाद आपको नर्क के अंदर सजा भी भोगनी पड़ सकती है। बैल महादेव के अंश हैं। और महादेव ने नंदी की इच्छा की वजह से ही उनकी सवारी को चुना था ।
हम सभी लोग अपने घरों के अंदर गाय को पालते हैं । मगर कुछ लोग क्या करते हैं कि जब गाय बच्चा देती है , तो उसका सारा दूध तो निकाल लेते हैं। और बछड़े को भूखा ही छोड़ देते हैं। इस तरह से नहीं करना चाहिए । क्योंकि इस तरह से करने से पाप लगता है। और इस दूध को ग्रहण करने वाला इंसान पाप का भागी बनता है।
यह भी कहा गया है कि जो लोग गाय के बैठने के स्थान को नियमित रूप से साफ करते हैं , तो यह अच्छा माना जाता है। और कहा जाता है कि इस तरह के लोग पाप से मुक्त हो जाते हैं। और उच्च लोकों को प्राप्त होते हैं।
पुराणों के अंदर बताया गया है कि , जो लोग गाय की सेवा करते हैं। जैसे कि उसकी बीमारी के अंदर सेवा करना या उसके लिए पानी की व्यवस्था करना या फिर उसके लिए चारागाह बनाना , तो इस तरह के लोग पाप से मुक्त हो जाते हैं। और स्वर्ग को प्राप्त होते हैं। इसलिए निंरतर गायों की सेवा करना चाहिए ।
यदि आपने जानबूझ कर नहीं की मगर यदि गलती से गौहत्या हो गई , तो फिर आपको चाहिए कि आप इसके लिए कुछ उपाय कर सकते हैं। जिसकी मदद से आप गौहत्या के पास से मुक्त हो सकते हैं। यहां पर हम इसके लिए कुछ उपाय बता रहे हैं। आप उन उपायों को आजमा सकते हैं।
यदि किसी से गौहत्या हो जाती है। तो उसको गायों की सेवा करनी चाहिए । जिससे कि उसको अपने पापों से मुक्ति मिल सकती है ।
गौ हत्या के पास से मुक्त होने के लिए 7 गायों को गुड़ और मटर खिलाना चाहिए । इससे काफी अधिक फायदा होगा ।
गौपाष्टमी के दिन आपको गायों की पूजा करनी चाहिए । ऐसा करने से भी आप गौ हत्या के पाप से मुक्त हो सकते हैं।
आप गौ माता को चारा खिला सकते हैं। और उसकी परिक्रमा करनी चाहिए । ऐसा करने से भी आप गौ हत्या के पाप से मुक्त हो सकते हैं।
इसके अलावा यह भी कहा गया है कि 8 गांवों के अंदर घूम घूमकर यदि आप भीख मांगते हैं। तो इससे भी आपका पाप दूर हो सकता है।
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