गोमती चक्र से वशीकरण (gomti chakra se vashikaran) करने के तरीके के बारे मे जानेंगे गोमती चक्र के बारे मे हम सभी जानते ही हैं।वैसे तांत्रिक प्रयोगों के अंदर गोमती चक्र का बहुत अधिक प्रयोग किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि गोमती पत्थर एक चमत्कारी पत्थर होता है जो समुद्र मंथन की वजह से पैदा हुआ था।विष्णू ने भयंकर तंरगों का प्रयोग किया और मंदराचल तेजी से घूमने लगा । इसी से गोमती चक्र उत्पन्न हुआ था।अगर आप गोमती चक्र के तांत्रिक प्रयोग से आपने कार्य की सिद्धि करना चाहते हैं तो आपको इससे शीघ्र से सफलता हासिल की जा सकती है। गोमती चक्र गोमती नदी में पाए जाने वाले अल्पमोली कैल्शियम मिश्रित पत्थर होते हैं। इन चंक्रों का प्रयोग कई प्रकार की तांत्रिक समस्यों के समाधान मे किया जाता है।
आपके व्यवसाय को नजर लग गई है तो आप 11 अभिमंत्रित गोमती चक्र ले आएं और उसके बाद तीन छोटे से नारियल के साथ पूजा करें और उन सभी को पीले कपड़े के अंदर लपेट कर दुकान या व्यवसाय के मुख्य दरवाजे के उपर बांध दें । इससे आपका बिजनेस अच्छा चलने लग जाएगा ।
यदि आपको धन की हानि होती है तो महिने के पहले सोमवार को 11 अभिमंत्रित करवाकर गोमती चक्र ले आएं और उसके बाद इनको हल्दी से तिलक करें । उसके बाद पहले कपड़ें मैं बांधे और भगवान शिव का ध्यान करके उनको अपने पूरे घर के अंदर घूमाएं उसके बाद जल मे बहादें । आपकी परेशानी दूर हो जाएगी ।
यदि बच्चा बार बार डरता है तो पहले मंगलवार को एक गोमती चक्र लें और उसके बाद हनुमानजी के मंदिर मे जाकर उनके दाये कंधे का सिंदूर लें और उसकेा गोमती चक्र पर लगाएं उसके बाद बच्चे के गले मे लाल कपड़े मे बांध कर पहना दें ।
यदि आपको कोई शत्रू परेशान कर रहा है।दीपावली की रात 12 बजे आपको 6 गोमती चक्र लेने हैं और उनकी पूजा करनी है।इनके उपर सिंदूर लगाना है और उसके बाद इनको किसी भी एकांत स्थान पर गाड़ देना है। ऐसा करने से शत्रू का वशीकरण हो जाता है।
यदि आप चाहते हैं कि शत्रु आपका मित्र बन जाए तो यह प्रयोग आप कर सकते हैं। इसमे आपको करना यह है कि होली के दिन गोमती चक्र के उपर सिंदूर लगाएं और फिर इनको होली की आग के अंदर शत्रू का नाम लेकर डालदें । इससे शत्रू आपके वश मे हो जाएगा ।
यदि आप वशीकरण करना चाहते हैं तो किसी भी जगह से कोई अभिमंत्रित गोमती चक्र लेकर आएं और उसके बाद उसे अपने गले के अंदर या फिर अंगूठी मे धारण करलें । ऐसा करने से वशीकरण होता है। आप जहां पर भी जाते हैं आपका दूसरों पर बहुत ही अच्छा प्रभाव पड़ता है।
यदि आपको पढ़ाई के अंदर मन नहीं लग रहा है तो गोमती चक्र का प्रयोग कर सकते हैं।एक अभिमंत्रित गोमती चक्र को अपने सर से सात बार उतारे और उसके बाद उसे दक्षिण दिसा की ओर फेंक दिया जाना चाहिए । आपको ऐसा करते हुए कोई देखना नहीं चाहिए । नहीं तो काम नहीं होगा ।
इस प्रयोग को आपको करने के लिए कामिया सिंदूर , रक्त चंदन ,कुमकुम और काली वैजयंति की माला लेनी है। उसके बाद आपको यह प्रयोग किसी भी शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को ही करना होगा ।सबसे पहले आपको कामिया सिंदूर और रक्त चंदन का घोल बना लेना है।अब इस घोल का लेप 5 गोमती चक्र पर लगा देना है। फिर माला से मंत्र का 108 बार जाप करें । माला को गले मे धारण करलें । और गोमती चक्र से लेप लेकर तिलक करें । और जिसका वशीकरण करना है उसके सामने जाएं ।
आग बांधो पाग बांधो उपर नीचे औसान बांधो
अग्नि वेताल बांधो सो खाल विकराल बांधो ।।
सौ लोहा लोहार बांधे वज्र अस हौवे
अमुक वश मे ना हो तो
महादेव पार्वती की दुहाई।।
सबसे पहले आपको एक कागज के उपर गोमती चक्र रखना है। उसके बाद नीचे दिये गए मंत्र को 11 बार बोलें और कागज पर 7 बार उस व्यक्ति का नाम लिखें जिसको आपको अपने वश मे करना है।
ओम वं वश वषम नं ।।
उसके बाद कागज को 1 दिन अपनी जेब मे रखें और फिर इसको जलादें ।ऐसा करने से वशीकरण हो जाएगा ।
गोमती चक्र से वशीकरण करने के लिए आपको शनिवार की रात को 10 बजे पीपल के पेड़ के पास जाना होगा । और उसके बाद उसके बाद दोनो हाथ को जोड़ें और नीचे दिये गए मंत्र का जाप करते हुए गोमती चक्र पर उस व्यक्ति का नाम लिखे जिसको आप अपने वश मे करना चाहते हैं।और दूसरे पर अपना नाम और तीसरे पर प्लस का साइन बनाएं ।मंत्र का जाप करते हुए गोमती चक्र को रेत मे दबा देना होगा ।और प्लस वाले चक्र को अपने पास रख लेना है। 7 दिन तक लगातार यह प्रयोग करने से वशीकरण हो जाता है।
ओम कुंभनी स्वाहा।।
गोमती चक्र से वास्तु दोष नष्ट हो जाता है।यदि आपके घर के अंदर वास्तु दोष है तो 11 गोमती चक्र को लें और उसके बाद दक्षिण के अंदर आपको यह दबा देने हैं इमारत की नींव के अंदर ।
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यदि आप 11 गोमती चक्र को लाल कपड़े के अंदर लपेट कर गेंहू या चावल के अंदर रखदेते हैं। तो यह खराब नहीं होते हैं।
यदि 7 गोमती चक्र को लाल कपड़े के अंदर बांध कर धन की दराज के अंदर रख दिया जाता है तो धन की कमी नहीं होती है। यह गोमती चक्र की सबसे बड़ी खास बात है।
अभिमंत्रित गोमती चक्र को दिवाली के दिन मांता लक्ष्मी के साथ पूजा करें और उसके बाद उसको अपने घर के अंदर स्थापित करें । ऐसा करने से घर के अंदर धन की वर्षा होने लगती है।
यदि आपको आपको भय लगता है तो आप गोमती चक्र को एक हार की तरह पहन सकते हैं। जिसकी वजह से किसी को भय नहीं लगेगा और आप अधिक उर्जावान महसूस कर सकते हैं।
कुछ लोग गोमती चक्र को भाग्य से जोड़कर भी देखते हैं। और इसी वजह से वे इसको एक कपड़े के अंदर बांध कर दुकान के दरवाजे पर लटका देते हैं । इससे भाग्य खुल जाता है।
यदि किसी महिला का बार बार गर्भपात हो रहा है तो दो गोमती चक्र को लाल कपड़े मे बांधने के बाद उसे अपनी कमर को बांध लेना चाहिए ऐसा करने से गर्भपात रूक जाता है।
घर के अंदर सुख और शांति को बनाए रखने के लिए 11 गोमती चक्र को एक सिंदूर के बॉक्स के अंदर रख देने से अच्छा लाभ होता है।
व्यापार के अंदर बढ़ोतरी के लिए गोमती चक्र को शिलिंग पर चढ़ाकर आएं । ऐसा करने से पदोन्नति होगी और बिजनेस भी अच्छा चलने लगेगा ।
मुकदमे के सिलसिले में घर से निकलने के पूर्व घर के बाहर गोमती चक्र रखें और उसपर दायां पांव रखकर ही बाहर निकले । इससे आपके उपर चल रहे मुकदमे धीरे धीरे समाप्त हो जाएंगे ।
यदि घर के अंदर भूत प्रेत का साया हो तो गोमती चक्र को घर के मुख्या के सर से उतारकर आग के अंदर डालदें । जिससे फायदा होगा ।
धन के अंदर बढ़ोतरी के लिए 11 गोमती चक्र को पूजा स्थान पर रखें और रोजाना वहां पर बैठकर ॐ श्री नमः मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए ।
गोमती चक्र की भस्म बनाकर शहद के साथ लगाएं और इससे पैरों का दर्द दूर होता है और नेत्र ज्योति भी बढ़ जाती है।
अभिमंत्रित गोमती चक्र को चांदी के अंदर मढ़वा कर गले मे पहनाने से नजर दोष दूर हो जाता है।
दोस्तों गोमती चक्र का प्रयोग करने से पहले आपको उसे अभिमंत्रित करना बेहद ही आवश्यक होता है।होली, दीपावली, दशहरा जैसे अवसर पर अथवा किसी रवि पुष्य योग, सर्व सिद्धि, अमृत योग के अंदर आपको 21 या 11 गोमती चक्र लेने हैं और उनको पूजा स्थल पर स्थापित करना होगा उसके बाद इनकी विधिवत पूजा करनी होगी । ओम् श्रीं नमः की 21 माला का जाप करें। ऐसा करने से गोमती चक्र सिद्ध हो जाता है। बाद मे आप इसको पूजा स्थान पर ही पड़े रहने दे सकते हैं। और फिर जब इनका उपयोग करना हो तो यहां से हटा कर काम मे ले सकते हैं।
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