गुलाब जल से वशीकरण करने के 9 शानदार तरीके
गुलाब जल से वशीकरण कैसे वशीकरण करें ? आइए जानते हैं इसके तरीकों के बारे मे ,
दोस्तों गुलाब जल का प्रयोग कई कामों के अंदर किया जाता है।गुलाब जल को गुलाब के फूलों की पंखूड़ियों से निकाला जाता है। और इसको अनेक तरीकों से तैयार किया जा सकता है। मुझे पता है कि अधिकांश लोगों के घरों के अंदर गुलाब जल आसानी से मिल जाएगा । गुलाब जल का प्रयेाग कई प्रकार के शरबत और मिठाइयों को बनाने मे किया जाता है।आंखों मे डालने और चेहरे की सुंदरता को बढ़ाने के लिए गुलाब जल का प्रयोग किया जाता है।
गुलाब जल का प्रयोग चेहरे को साफ करने का काम करता है। इसको रोजाना चेहरे पर लगाने से मुहासे और दूसरी प्रकार की बिमारियां नहीं होता है।
और गुलाब जल का प्रयोग तंत्र के अंदर भी कई प्रकार से किया जाता है।
- जैसे पान के अंदर गुलाब के फूल की 7 पंखूडियों को मिलाकर दुर्गादेवी को चढ़ाने से घर के अंदर धनलाभ होता है।
- इसी तरीके से हनुमानजी को नंगे पैर जाकर गुलाब का फूल चढ़ाने से रोजगार की प्राप्ति होती है।
- हर शाम आपको गुलाब के फूल के अंदर एक कपूर का टुकड़ा रखें और उसको जला दें । उसके बाद उस फूल को देवी को चढ़ाने से धन की प्राप्ति होती है।
1.गुलाब के फूल से वशीकरण
यदि आप किसी को वश मे करना चाहते हो तो गुलाब जल आपके लिए बहुत ही उपयोगी चीज है।इसके लिए आपको करना यह है कि कौवे और उल्लू की विष्ठा लेनी है। और उसके बाद उसके अंदर थोड़ा सा गुलाब जल मिलाना है।
फिर इसका तिलक करके आप जिसके भी सामने जाओगे वह आपके वश मे हो जाएगा । इस वशीकरण प्रयोग को करने से पहले आपको अपने भगवान के सामने प्रार्थना करनी है। आपको यह भी ध्यान देना चाहिए कि यदि कोई आपको परेशान कर रहा है तो यह काम करेगा । कोई भी गलत इरादे से किया गया वशीकरण काम नहीं करेगा ।
सबसे पहले आपको स्नान करना है और किसी भी एकांत स्थान पर आसन लगाकर बैठ जाना है। और उसके बाद आपको एक कोरा कागज लेना है और उसके उपर उस व्यक्ति का नाम लिखना है जिसको आप वश मे करना चाहते हो । फिर उस कागज के उपर श्मसान की राख डाल देनी होगी ।अब दाहिने हाथ के अंदर चावल के दानों को लेकर नीचे दिये गए मंत्र का 108 बार जप करना होगा ।अब चावल के उपर फूंक मारें । इन चावल को श्मशान की राख के अंदर मिलादें और कागज को लपेट लें । अब इन सबको एक गुलाब जल की शीशी के अंदर डालदें । ध्यानदें उसके अंदर गुलाब जल होना चाहिए ।उसके बाद इस शीशी को किसी भी एकांत स्थान के अंदर पीपल के पेड़ की जड़ों के अंदर गहरा गढा खोद कर छिपादें और बस उसे भूल जाएं । कुछ ही दिनों के अंदर आपका यह काम पूरा हो जाएगा ।
ॐ हीँ कात्यायन्य स्वाह:
ह्ण श्री कात्यायन्य स्वाहा।।
3.गुलाब जल से पति को वश मे करना
यदि किसी महिला का पति उसके हाथों से बाहर निकल गया है तो वह महिला इस उपाय को कर सकती है। निश्चिय ही उसको इसमे बहुत अधिक फायदा होगा । आप इस वशीकरण प्रयोग को सोमवार की रात को 9 बजे कर सकते हैं। सबसे पहले एक आसन लगाकर बैठ जाएं और अपने सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं ।
उसके बाद आपको एक कागज का टूकड़ा लेना है और उसके उपर सिंदूर रखें और गुलाब जल मिलाकर इसको लिखने के योग्य बनालें । अब इसी कागज के उपर या किसी दूसरे कागज के उपर अपनी अंगूली से उस व्यक्ति नाम लिखें जिसको आप वश मे करना चाहते हैं। उसके बाद इस कागज को अपने हाथ मे लेकर मंत्र का 111 बार जप करें और उसके बाद इस कागज को जलादें । फिर 11 बार गायत्री मंत्र का जाप भी करें ।
उसके बाद आपका काम बन जाएगा ।
ऊँ श्री नाज्य घृते छत्र ( नाम) कुरु कुरु नमो स्वः
4.गुलाब जल से प्रेमी का वशीकरण
यदि आप किसी से प्रेम करती हैं । लेकिन आपको गल रहा है कि आपका प्रेमी आपको भाव नहीं दे रहा है तो आप वशीकरण टोटका कर सकती हैं। इसके लिए यह बहुत ही सिंपल टोटका है। आपको करना यह है कि सबसे पहले भगवान के सामने जाएं और गुलाब जल अर्पित करें ।
और अपनी प्रार्थना के बारे मे बोलें ।अब सहज और विश्वास के साथ शाम को एक रोटी बनाएं और उस रोटी के उपर केवल काले पैन से अपने प्रेमी का नाम लिखें फिर इसको काले कुत्ते को खिलादें । यदि काला कुत्ता उस रोटी को तुरन्त खा लेता है तो इसका मतलब यह है कि आपका प्रेमी आपके पास वापस आ जाएगा ।
5.गले पर गुलाब जल लगाकर वशीकरण
इस प्रयोग को आपको शुक्रवार को करना है। आपको रात को सोते समय काजल लगाएं और अपने गले के उपर गुलाब जल भी लगाना है। और आपको गुलाब जल राइट हाथ के अंगूठे से लगाना होगा । और अपने साथी की फोटो को तकिये के नीचे दबाकर सोना है। यदि फोटो नहीं है तो आप शहद की मदद कागज से पर उसका नाम लिखकर तकिये के नीचे दबाकर सो सकते हैं। आपको यह प्रयोग 7 दिन तक करना है। उसके बाद वह व्यक्ति अपने आप ही आपके वश मे हो जाएगा । जब काम पूरा हो जाए तो नाम लिखे हुए कागज को जलादें ।
6.गुलाब जल से करें खतरनाख वशीकरण
इस प्रयोग को आपको करने के लिए आपको गुलाब जल , सफेद कागज ,रूई और 2 ईलाइची व लाल धागा । अब अब किसी भी बारिक लकड़ी पर एक कोटन लपेटे और सफेद कागज पर अपने और अपने प्यार का नाम गुलाब जल से लिखें । और 2 ईलाइची इसके बीच मे रखदें । फिर इसको पुड़िया की तरह बनालें और फिर लाल धागे को इस पूड़िया के उपर लपेट दें ।अब इसको किसी भी गुलाब जल के अंदर डालदें और यह पूरी तरह से डूबनी चाहिए । अब नीचे दिये गए मंत्र की 3 माला जप करें । इस उपाय को आप सोमवार को ही करें ।
ओम कलीम क्रष्णाय मम प्रेम नाम बालें प्राप्ति वश्य करिष्ये ।।
7.गुलाब जल और पत्ती से वशीकरण
दोस्तों सबसे पहले आपको गुलाब जल का नया बोतल लाना है।अब एक आम के पत्ते के उपर उस व्यक्ति का नाम लिखना होगा जिसका आप वशीकरण करना चाहते हो । अब उस पत्ते को उस गुलाब जल की बोतल के अंदर डाल देना है।अब इसको अपने सिहराने रखना है।लेकिन इस गुलाब जल का प्रयोग किसी को ना करनें दें । यह काफी प्रभावशील तरीका है। और आपको एक बार यह उपाय करके जरूर देखें ।
8.गुलाब जल और मंत्र से वशीकरण
इस विधि को मंगलवार को रात 8 से 10 बजे के बीच करनी होगी और इसको करने के लिए आपको गुलाब जल और गूलाब का फूल चाहिए होगा ।और गूलाब का जल अपने हाथ मे लेकर नीचे दिये गए मंत्र का 51 बार जप करना है। फिर गुलाब के जल को आप जिस व्यक्ति को वस मे करना चाहते हैं उसकी फोटो मे डाल देना है। और उसके बाद गुलाब के फूल को बहते हुए जल के अंदर बहा देना होगा ।
ओम काम कामरूपिणी ओम हूं फट
इस प्रयोग के अंदर आपको तुलसी की माला लेनी है ।
9.गुलाब जल की बोतल से वशीकरण
इस वशीकरण का प्रयोग आप केवल नवरात्रों के अंदर ही कर सकते हैं। इसके लिए आपको लेना होगा ,गुलाब जल की बोतल और उसके अंदर कुछ गुलाब जल होना चाहिए । एक सफेद कागज ,लाल पैन , लौंग दो , 2 इलाइची । उसके बाद पहले या अंतिम नवरात्रों के अंदर कागज पर उस व्यक्ति का नाम लिखें जिसको आप वश मे करना चाहते हों ।
ओम कलीम कुलुम मम इंसान का नाम वषयं कुरूम भवंति स्वाहा ।।
उस कागज पर उपरोक्त मंत्र लिखना है। अब इसको गुलाब जल की शीशी के अंदर डालदें । और लौंग व इलाइची भी डालदें और फिर इस बोतल को कहीं पर छुपाकर रखदें और 9 दिन बात इन सब चीजों को किसी बहते हुए पानी के अंदर बहादें । यह बहुत उपयोगी टोटका है।
गुलाब जल से वशीकरण लेख के अंदर हमने यह जाना कि आप किस प्रकार से गुलाब जल का उपयोग करके वशीकरण कर सकते हैं।
मेंढक से वशीकरण कैसे होता है ? सम्पूर्ण विधि और प्रयोग