गुंजा से वशीकरण टोटका ,गुंजा से वशीकरण मंत्र gunja se vashikaran के बारे मे हम बात करेंगे।लता जाती मे गुंजा नाम की एक वनस्पती पाई जाती है । गुंजा की फली पक जाने के शुष्क हो जाती है , और इसके फुल लता की तरह दिखाई देते है । गुंजा की फलीयो का आकार देखने मे बहुत छोटा होता । गुंजा सफेद और लाल दो प्रकार की होती है।गुंजा का प्रयोग कई प्रकार के रोगों के उपचार मे किया जाता है जैसे ज्वर, वात, पित्त, मुख शोष, श्वास, तृषा, आंखों के रोग, खुजली, पेट के कीड़े, कुष्ट आदि ।गुंजा का तांत्रिक दष्टि से भी बहुत अधिक महत्व होता है।
काली गुंजा बहुत ही कम मिलती है लेकिन इसका प्रयोग तांत्रिक क्रियाओं मे होता है।इसके अलावा सफेद गुंजा भी होती है जिसका प्रयोग आयुर्वेद और तंत्र जैसी विधाओं मे होता है। पीली गुंजा भी पाई जाती है लेकिन यह रियल नहीं होती है विक्रति की वजह से पैदा होती है।
विवाह के समय लाल गुंजा को वधु के कंगन से बांधा जाता है। इसके पीछे यह मान्यता है कि इससे नजर दोष नहीं लगता है और घर मे सुख शांति रहती है और विवाहित जीवन अच्छा चलता है।
गुंजा के बीच को किसी काली बकरी के दूध के अंदर पीसें और उसके बाद हथेली से रगड़े ऐसा करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। इसके अलावा दिमाग भी तेज होता है।
कारोबार मे बरकत के लिए भी गुंजा के बीजों का प्रयोग किया जा सकता है।शुक्ल पक्ष मे बुधवार के दिन एक तांबे का सिक्का और 6 लाल गुंजा के बीज और किसी लाल कपड़े के अंदर बांध लें फिर दिन को 11 बजे के बाद किसी सुनसान जगह पर जाएं और 11 बार अपने उपर से उतारें व 11 इंच गडडा खोद कर दबा दें । यह प्रयोग 11 बुधवार करें । ऐसा करने से फायदा होगा ।
गुंजा की जड़ का प्रयोग संतान प्राप्ति के लिए भी प्रयोग मे लिया जा सकता है।किसी भी शुभ महूर्त मे सफेंद गुंजा की जड़ लेकर आएं और उसके बाद उसे दूध से धोकर सफेद चंदन और पुष्प व धूप दीप से पूजा करें । उसके बाद ऐं क्षं यं दं को 11 हजार बार जप करें ।
यदि आपके नौकरी और व्यवसाय के अंदर कोई बाधा आ रही है तो लाल गंजा और सौंफ को किसी लाल वस्त्र मे बांधे उसके बाद उसे अपने कमरे के अंदर रखदें ।
गुंजा की जड़ का प्रयोग जहर को उतारने मे भी किया जाता है। यदि किसी व्यक्ति ने जहर पी लिया है तो गुंजा की जड़ को पानी मे घिंस कर पिलाएं इससे जहर का असर कम होता है।
यदि किसी गर्भवति के कमर मे गुंजा की जड़ को बांध दिया जाए तो प्रसव पीड़ा नहीं होगी ।
गुंजा की जड़ का प्रयोग भूत प्रेत देखने के लिए भी किया जा सकता है।रवियोग के अंदर या किसी भी मंगलवार के दिन गुंजा की जड़ को किसी शुद्ध शहद के अंदर घीसें और उसके बाद इसका आंखों मे अंजन करके देखेंगे तो आपको भूत प्रेत ही दिखाई देखेंगे ।
किसी भी गुंजा की जड़ को किसी स्त्री के रक्त के अंदर घीसें और उसके बाद उसका आंखों पर सुरमा की तरह लगाएं आपकी आंखों को देखने के बाद शत्रू भाग खड़े होंगे ।
दोस्तों गुंजा की माला से भी सर्वजन वशीकरण किया जा सकता है। इसके लिए आपको कहीं से भी गुंजा की एक अभिमंत्रित माला खरीद लेनी चाहिए उसके बाद उसको गले मे धारण करके आप जहां कहीं पर भी जाएंगे सब आपके वश मे हो जाएंगे ।
यदि परिवार के सदस्य आपस मे लड़ते हैं तो आप यह प्रयोग कर सकते हैं। शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को सफेद गुंजा को एक कपड़े के अंदर बांधे और पूजा स्थान पर स्थापित करें । ऐसा करने से घर मे शांति बनी रहेगी ।
5 गुंजा के बीज को शहद के अंदर भीगोकर रख देना है। उसके बाद 5 दिन तक उसे देखकर जिसको वश मे करना चाहते हैं उसका ध्यान करें । उसके बाद उस गुंजा को और शहद को किसी सुनसान स्थान पर ले जाकर दबादें । ऐसा करने से वशीकरण होता है।
सबसे पहले आपको गुंजा के कुछ दाने लेने हैं। उसके बाद उनको अभिमंत्रित करना होगा ।उन दानों को किसी दूध के अंदर डालें और अच्छी तरह से रखें । फिर दूध से निकालें और शुद्ध जल से साफ करलें । उसके बाद दानों पर रोली से तिलक करें । फिर इसके उपर पुष्प और चावल चढ़ाएं ।ओम् उडामरेश्चाय सर्व जगमेहनाय अं आ इं ई उं ऊं ऋं ऋं फट स्वाहा मंत्र का जाप करें ।
शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के दिन सफेद गुंजा को अभिमंत्रित करने का समय चुनें । गुंजा को हाथ मे लें और मंत्र का 108 बार जाप करें और हर गुंजा पर फूंक मारते जाएं ।
लाल या काली गुंजा को अभिमंत्रित करने के लिए आप अमावस्या, ग्रहण काल, होली, दीपावली, दशहरा या पूर्णिमा के दिन को चुने और काले आसन पर बैठें व मंत्र का 108 बार जाप करें । इन अभिमंत्रित दानों को जिस व्यक्ति को आप अपने वश मे करना चाहते हैं उसके कपड़ों मे रखदें ।जब तक दाने कपड़ों मे बंधे रहेंगे वशीकरण होगा ।
जिस व्यक्ति को आप अपने वश मे करना चाहते हैं उसके घर के अंदर शनिवार के दिन काली गुंजा के मंत्रित किये हुए दानें फेंक दे वह आपके वश मे हो जाएगा ।
गुंजा के दानों को रात मे किसी गंगाजल के अंदर बिगो कर रखदें और उसके बाद सुबह उनका तिलक करें । ऐसा रोजाना करने से सर्वजन वशीकरण होता है।
दोस्तों किसी भी शनिवार के दिन यह प्रयोग करना होता है। इसमे आपको सबसे पहले एक गुंजा की जड़ को गंगाजल मे घींसकर माथे पर तिलक लगाना है। उसके बाद सफेद चंदन और मछली का पित दोनों को मिलाएं और बाएं हाथ की अंगुली से जिस स्त्री को छींटा मारेंगे वही आपके वश मे हो जाएगा ।
आद्र नक्षत्र के दिन सबसे पहले अपने भगवान से प्रार्थना करें और नदी या तालाब के अंदर एक ही डूबी के अंदर नीचे की रेत निकाल कर ले आएं । उसके बाद उसके बाद मांथे पर गूंजा का और दूध का तिलक करें और उस रेत को जिसको वश मे करना हो उसके उपर डालकर बात करेंगे तो वह वश मे हो जाएगा ।
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किसी भी शुक्ल पक्ष के दिन से चतुर्दशी तक रोजाना इस मंत्र का 108 बार जाप करें । उसके बाद यह मंत्र सिद्ध हो जाएगा । फिर गुंजा की जड़ को पीसे और चंदन मिलाएं और अपने माथे पर तिलक लगाकर जिस स्त्री के सामने जाकर इस मंत्र का 108 बार बोलेंगे वही आपके वश मे हो जाएगी ।
ओम ह्रीं श्रीं
क्लीं सर्वपुरूष
सर्वस्त्री मम वश्यं
कुरू वषद ह्रीं ।।
गुंजा से वशीकरण टोटका लेख के अंदर हमने गुंजा से वशीकरण करने वाले अनेक प्रकार के तरीकों के बारे मे जाना यदि आपको यह लेख पसंद आया हो तो नीचें कमेंट करें ।
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