हंस का पर्यायवाची शब्द या हंस का समानार्थी शब्द
हंस का पर्यायवाची शब्द या हंस का समानार्थी शब्द (hans ka paryayvachi shabd ya hans ka samanarthi shabd) के बारे में आज हम इस लेख में जानने वाले है । तो अगर आप भी यह जानना चाहते है की हंस के पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द क्या होते है तो आपके लिए लेख काफी उपयोगी होने वाला है ।
हंस का पर्यायवाची शब्द या हंस का समानार्थी शब्द (hans ka paryayvachi shabd ya hans ka samanarthi shabd)
शब्द (shabd) | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd ya samanarthi shabd) |
हंस | मानसौक, मराल, सिपपक्ष, कलकंठ, सरस्वतिवाहन, सिपपक्ष, चक्रांग, कारंडव, मानसौक, मुक्तभुक, कलहंस । |
हंस in Hindi | Mansouk, Maral, Sippaksha, Kalkanth, Sarasvativahan, Sippaksha, Chakrang, Karandav, Mansouk, Muktabhuk, Kalhans. |
हंस in English | swan, gander. |
हंस का अर्थ हिंदी में ( swan meaning in hindi)
दोस्तो हंस का अर्थ होता है बत्तख के आकार का एक सफ़ेद जल पक्षी । यानि एक ऐसा पक्षी जो की बत्तख और कलहंस से जीववैज्ञानिक सम्बन्ध के द्वारा बने हुए है । और उनका आकार इन दोनो से ही बड़ा होता है मगर रंग सफेद होता है वह हंस होता है । तो इस तरह से कहा जा सकता है की हंस एक तरह का पक्षी होता है ।
दोस्तो अगर बात करे हंस शब्द के अर्थ की तो इसके अर्थ को कुछ इस तरह से समझाया जा सकता है –
- वह पक्षी जो बत्तख और कलहंस से जीववैज्ञानिक सम्बन्ध है ।
- बत्तख के आकार का एक सफ़ेद जल पक्षी ।
- बत्तख और कलहंस से बड़े और लंबी गर्दन वाले पक्षी ।
- वह पक्षी जिसे मराल कहा जाता है ।
- माता सरस्वती का वाहन यानि सरस्वतिवाहन ।
- एक ऐसा पक्षी जिस पर माता सरस्वती विराजमान होती है यानि सरस्वतिवाहन ।
- एक ऐसा पक्षी जो की पानी में रहता है और मधुर और कोमल आवाज़वाला होता है यानि कलकंठ ।
इस तरह से सभी अर्थ एक पक्षी की और इशारा करते है ।मतलब यह हुआ की हंस एक पक्षी होता है । मगर दोस्तो अगर हंस के दूसरे अर्थ की बात करे तो इसका अर्थ सूर्य से होता है। और यह सूर्य वही है जिसे हम सुरज के नाम से जानते है ।
मगर आपको पता होना चाहिए की हम यहां पर हंस पक्षी की बात कर रहे है ।
हंस शब्द का वाक्य में प्रयोग (use the word swan in a sentence in Hindi )
- हंस को देखना जीवन में अच्छे भाग्य से कम नही होता है ।
- बहुत से लोग तो ऐसे भी है जो की अपने जीवन में कभी हंस के दर्शन तक नही कर पाते है ।
- आज के समय में हंस देखने को कहा मिलते है ।
- महेश ने अपने घर में एक हंस का जोड़ रखा हुआ है ।
हंस के पर्यायवाची शब्दो का वाक्य में प्रयोग
- कल रात को मेरे स्वप्न में सरस्वतिवाहन आया था ।
- माता सरस्वति की पूजा करने के बाद में अगर मराल को भोग दिया जाए तो अच्छा रहता है ।
- हमारे पास की नदी में हमेशा कलहंस देखने को मिल जाते है ।
- जब से मैंने मानसौक को देखा है मेरे जीवन में सब अच्छा हो रहा है ।
हंस कौन होता है समझाए
दोस्तो बहुत से लोगो को पता नही है की हंस कौनसा पक्षी होता है । वे समझते है की हंस जो होता है वह बतक ही होता है । मगर आपको बता दे की हंस अलग होता है और बतक अलग होता है ।
विज्ञान के आधार पर कहा जाता है की हंस जो है वह बत्तख और कलहंस से जीववैज्ञानिक सम्बन्ध है । और देखने में भी दोनो से अलग दिखाई देते है । जहां पर बत्तख और कलहंस का आकार छोटा होता है वही पर उनसे हंस का आकार बड़ा होता है । कहने का मतलब हुआ की हंस बड़े होते है। शरीर के बड़े होने के साथ साथ हंस की जो गर्दन होती हैवह भी बड़ी देखी जाती है ।
अगर आपने जीवन में कभी हंस को नही देखा है तो किताबो में पढा होगा । क्योकी आजकल हंस के बारे में हमारे विद्यालय की किताबो में दिया होता है । हम आपको बता देते है की नर और मादा हंस जो होते है वे कभी अकेले नही रहते है । बल्की दोनो जोड़ो के रूप में जीवन भर एक साथ रहते है । आप बत्तख को अकेला देख सकते हो मगर हंस आपको अकेला नही देखने को मिलेगा ।
बहुत से लोगो का कहना है की हंस जो होते है वे केवल सफेद रंग के होते है । मगर ऐसा नही है । क्योकी हंस के भी प्रकार है और वे भी अलग अलग रंग के देखने को मिल सकते है । मगर सभी में जो कोमन होता है वह सफेद रंग ही होता है । और इस बारे में आपको पता होना जरूरी होता है ।
विज्ञान की भाषा में सभी पक्षी और जीवो को एक कुल में सामिल किया जाता है और इस तरह से हंस अनैटिडाए नामक कुल में सामिल होते है । और इनका जो वंश होता है वह सिग्नस होता है । तो अगर आपसे कोई पूछे की हंस क्या है तो कहना की हंस अनैटिडाए नामक कुल और सिग्नस वंश के पक्षी होते है । इसके साथ ही आप विश्तार से बताना चाहते है तो इस लेख को याद कर सकते है ।
हंस का भोजन क्या होता है
वैसे आज के समय में जो भी जीव होते है वे भोजन करे बिना नही रहते है ओर यह सभी को मालूम होता है । मगर आपको पता होना चाहिए की हंस जो होता है वह शाकाहारी भोजन होता है। अब रही बात यह की समुद्र और पानी में तो केवल मछलिया देखने को मिलती है और उनको खाया जाए तो हंस कैसे शाकाहारी रह सकता है । मगर दोस्तो आपको बता दे की हंस जो है वह सत्य में शाकाहारी है । क्योकी पानी में मछलियो के अलावा शाकाहारी भोजन भी मिलता है जैसे छोटे बड़े पौधे, हरी घास तो यह सभी शाकाहारी होते है । ओर इनमे से ही कुछ शाकाहारी भोजन हंस ग्रहण करता है ।
हंस अपने जीवन में पानी से ही भोजन ग्रहण कर लेता है । वैसे आपको यह पता होगा की पानी में जो पौधे होते है वे पानी अंदर होते है । तो जब उनको खाने की बारी आती है तो हंस कोपानी में जाना जाता है । ओर पानी में जैसे ही हंस डुबकी लगाते है दूसरे ही पानी पौधे के साथ बाहर आ जाते है । तो इस तरह से हंस भोजन करता है ।
अब आपको यह तो पता चल गया की हंस पौधो को खाता है मगर पौधे के किस भाग को खाता है अगर इस बारे में बात की जाए तो जड़ें, कंद, तना और पत्तियां सभी ऐसे पौधे के भाग होते है जिन्हे हंस अपने भोजन के रूप में खाता है ।
इसके अलावा हंस के भोजन की बात करे तो वह घास के बिजो ओर अनाज को खाते हुए भी देखे जा सकते है ।
मगर दोस्तो यहां पर एक बात रोचक होती है और वह यह है की जहां हंस शाकाहारी भोजन ग्रहण करते है वही पर हंस के जो बच्चे होते है वे ऐसा नही करते है क्योकी वे मांसाहारी होते है । मगर यह ज्यादा समय तक नही होता है बल्की चार से छ सप्ताह तक ही देखने को मिलता है । उसके बाद में हंस के बच्चे भी शाकाहारी भोजन करने लग जाते है ।
अब रही बात यह की हंस के बच्चे चार से छ सप्ताहो से पहले क्या क्या खाते है । तो आपको बता दे की उस समय हंस के बच्चे छोटे मोटे जलिय किड़ो का पकड़ते है और उन्हे खा जाते है । मगर इस बात का मतलब यह नही होगा की हंस मांसाहारी होते है । अगर आपसे कभी पूछा जाए की हंस शाकाहारी होता है या मांसाहारी होता है तो आपको जबाब में मांसाहारी नही लिखना है बल्की शाकाहारी ही लिखना होगा ।
हंस का सांस्कृतिक महत्व के बारे में बताए
दोस्तो हंस के बारे में यह तो सभी को मालूम है की यह दूध और पानी की तरह होते है । यानि हंस का जो आकार होता है वह दूध की तरह सफेद होता है । जो की पवित्रता को दर्शाता है । ओर यह पानी से अलग रहता है तो यह भी और पवित्रता को दर्शाता है । अगर आप पानी में देखते हो और वहां पर हंस होता है तो आप पानी में कम और हंस की और ज्यादा देख पाओगे और यह सुंदरता को दर्शाता है । इसके अलावा हंस को लम्बी यात्राओं के रूप में भी संस्कृतियों में महत्व दिया गया है ।
आपको यह बताने की जरूरत नही है की हमारे भारत में विद्या की देवी माता सरस्वती होती है । और माता सरस्वती की प्रतिमा में आपने यह देखा होगा की उनके पास हंस का एक जोड़ा भी होता है । तो इसका मतलब यह होता है की हंस जो होता है वह माता लक्ष्मी का वाहन होता है। और इस बारे में अनेक पूराणो ओर ग्रंथो में लिखा गया है ।
और यह एक कारण होता है की हंस का संस्कृतियों में महत्व बढ जाता है । अगर आपने एक बात की और जरा ध्यान दिया होगा तो आपने देखा होगा की हंस जो होते है वे हमेशा जोड़ो में रहते है । तो इस बात का मतलब यह होता है की वे पवित्र प्रेम संबंधोको भी दर्शाते है । आज के समय में महिला और पुरूष का जब विवाह हो जाता है तो वह एक हंस के जोड़े के सामन ही रहते है । तो इसका मतलब यह होता है की हंस विवाह के भी प्रतिक होते है । तो इतने सारे सांस्कृतिक कार्यो में महत्व होने के कारण से हंस का काफी अच्छा और पवित्र माना जाता है ।
इस तरह से दोस्तो हमने इस लेख में हंस के पर्यायवाची शब्द या हंस के सामनार्थी शब्द के बारे में जान लिया है । अगर आपको लेख अच्छा लगा तो हमे बताए ।