himalaya pilex tablet use in hindi , himalaya pilex tablet side effects in hindi , himalaya pilex tablets benefits in hindi ,Himalaya Pilex Tablet एक प्रकार की दवा होती है। इस दवा को डॉक्टर की अनुमति से ही प्रयोग मे लेना चाहिए । इस दवा का उपयोग मुख्य रूप से बवासीर के लिए किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और उम्र और बीमारी की गम्भीरता के आधार पर इसका उपयोग किया जाता है। इसकी खुराक के बारे मे डॉक्टर ही आपको बताने का काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।यदि दवा लेने के बाद किसी तरह का साइड इफेक्ट होता है तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना बहुत ही जरूरी होता है। और आपका डॉक्टर आपको जो भी निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।
दोस्तों कब्ज के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं कब्ज एक प्रकार की समस्या होती है। जब कोई इंसान कम से कम दिन मे एक बार मल को पास नहीं करता है तो उसको कब्ज माना जाता है। और कई बार तो कब्ज होने पर इंसान कई दिनों तक मल को पास नहीं कर पाता है।कब्ज की वजह से पेट सही तरह से साफ नहीं हो पाता है। इसकी वजह से मल पेट के अंदर ही रहता है। आपको बतादें कि कब्ज कई लोगों के लिए एक आम समस्या होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और सबसे बड़ी बात यह है कि कब्ज पर हम लोग उतना अधिक ध्यान नहीं देते हैं। जिसके चलते यह बाद मे एक मे एक भारी समस्या के रूप मे बदल जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । यदि किसी को कब्ज की समस्या है तो जल्दी से जल्दी इसकी दवा का सेवन किया जाना चाहिए ।आजकल मार्केट के अंदर कई तरह की दवाएं आती हैं जिनकी मदद से कब्ज का आसानी से इलाज किया जा सकता है।
आमतौर पर जब भोजन के अंदर से काफी अधिक पानी अवशोषित हो जाता है तो उसकी वजह से भी कब्ज हो सकती है।और यदि आप इस प्रकार का खाना खा रहे हैं जो सही तरह से पच नहीं रहा है तो इसकी वजह से भी कब्ज हो सकती है।कुछ लोगों के अंदर कब्ज बस थोड़े समय के लिए होती है तो यह कोई परेशानी पैदा नहीं करता है।
लेकिन यदि आपको कब्ज काफी अधिक समय से है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । क्योंकि अधिक समय से कब्ज होना कई तरह की परेशानी पैदा कर सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
कब्ज के लक्षण की यदि हम बात करें तो इसके कई सारे लक्षण होते हैं। तो आइए जानते हैं इसके लक्षणों के बारे मे जिनकी मदद से आप कब्ज को बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं
यदि हम कब्ज के कारणों की बात करें तो इसके पीछे कई सारे कारण हो सकते हैं जिसकी वजह से कब्ज हो सकती है तो आइए एक बार इन कारणों की चर्चा भी विस्तार से कर लेते हैं। तो आइए जानते हैं इन कारणों के बारे मे ।
लार्ज इंटेस्टाइन के अंदर मल के अंदर से पानी को अवशोषित कर लिया जाता है। लेकिन यदि यहां पर मल काफी अधिक समय तक रहता है तो इसकी वजह से मल काफी सख्त हो जाता है। यह कम पानी पीने या कम फाइबर युक्त खाना खाने की वजह से भी हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
आपको बतादें कि फाइबर मल के अंदर आसानी से घुल जाता है और यह मल को नरम बनाने का काम करता है। जिसकी वजह से मल सख्त नहीं होता है। जोकि आपके लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
तनाव, दिनचर्या में बदलाव, और ऐसी स्वास्थ्य समस्याएं जो बृहदान्त्र की मांसपेशियों के संकुचन को धीमा कर देती हैं या मलत्याग की इच्छा को कम कर देती हैं
कब्ज के इलाज की बात करें तो कब्ज का कई तरीकों से इलाज किया जाता है। आमतौर पर कब्ज का इलाज खान पान की मदद से ही किया जा सकता है। आमतौर पर खान पान से ही कब्ज का इलाज स्थाइ तौर पर होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । कब्ज की यदि समस्या आपको है तो आपको चाहिए कि आप इसके लिए कुछ समय के लिए दवा का सेवन कर सकते हैं। लेकिन दवा आपको कुछ समय के लिए ही कब्ज से ही राहत देती है। लेकिन आपको खान पान के अंदर बदलाव करना होगा । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
इस तरह से आप कब्ज का इलाज कर सकते हैं। लंबे समय तक कब्ज का होना काफी अधिक खतरा पैदा कर सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
यदि हम कब्ज के नुकसान की बात करें तो कब्ज की वजह से कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। इसलिए कब्ज का सही तरीके से और समय पर इलाज करना बहुत अधिक जरूरी होता है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। कब्ज की वजह से गुदा की नसों पर काफी अधिक दबाव पड़ता है। जिससे कि बवासीर होने के चांस काफी अधिक होते हैं। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । आप समझ सकते हैं।
इसके अलावा यदि मल काफी अधिक कठोर हो जाता है तो इसकी वजह से गुदा का एक भाग काफी अधिक फट सकता है इसको फिशर के नाम से जाना जाता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
इसके अलावा मलाशय पर अधिक दबाव डालते हैं तो इसकी वजह से मलाशय बाहर आ सकता है जोकि काफी अधिक समस्या को पैदा कर सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
खुजली एक प्रकार की समस्या होती है जोकि त्वचा को खरोंचने के लिए उकसाने का काम करती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं । यही आपके लिए सही होगा । वैसे खुजली बच्चों से लेकर व्यस्कों के बीच हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा । वैसे खुजली शरीर के एक हिस्से के अंदर हो सकती है या फिर एक खास जगह पर भी हो सकती है। जैसे शरीर के किसी हिस्से मे दाद वैगरह हो जाता है तो इसकी वजह से भी खुजली हो सकती है।
मॉइस्चराइजर व एंटी-खुजली क्रीम/ लोशन आदि का इस्तेमाल और ठंडे पानी की वजह से मदद मिल सकती है। यदि किसी को खुजली की समस्या है तो उसे एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । और डॉक्टर जोभी निर्देश देता है। उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।
खुजली के लक्षणों की बात करें तो खुजली के कई सारे लक्षण हो सकते हैं। जिसकी मदद से आप खुजली को आसानी से पहचान सकते हैं तो आइए जानते हैं खुजली के लक्षणों के बारे विस्तार से ।
दोस्तों आइए अब जानने का प्रयास करते हैं कि हम किस तरह से खुजली को रोक सकते हैं ? इसके बारे मे कुछ उपायों को हम बताने का काम करते हैं।
वैसे यदि हम खुजली के परीक्षण की बात करें तो यह पता लगाना कोई आसान काम नहीं है कि आपको किस वजह से खुजली हो रही है। आप जब डॉक्टर के पास जाते हैं तो वहां पर आपके लक्षणों को देखा जाता है और उसके बाद यह पता लगाया जाता है कि आपको किस वजह से खुजली हो रही है।
इसके अंदर आपका सबसे पहले ब्लड टेस्ट किया जा सकता है। यदि कोई समस्या है तो वह ब्लड टेस्ट के अंदर पकड़ी जा सकती है। यदि नहीं पकड़ी जाती है तो उसके बाद एक होता है त्वचा परीक्षण । इसकी मदद से भी पता लगाया जा सकता है कि त्वचा के अंदर किसी तरह की समस्या है या नहीं ? एक बार जब डॉक्टर को यह पता चल जाता है कि खुजली का कारण कोई बीमारी है तो उसके बाद डॉक्टर उस बीमारी को दूर करने के लिए दवा देते हैं। यदि आप समय पर सब दवा लेते हैं तो उसके बाद आपको किसी तरह की कोई भी समस्या नहीं होगी । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
खुजली का इलाज के अंदर डॉक्टर आपको कई तरह की दवाएं दे सकते हैं जैसे कि डॉक्टर आपको खुजली को दूर करने के लिए कोई क्रीम दे सकते हैं। इसके अलावा वे आपको कुछ थेरेपी के बारे मे भी कह सकते हैं जोकि खुजली को दूर करने का काम करती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
कोर्टिकोस्टेरोइड क्रीम एक प्रकार की क्रीम होती है जोकि खुजली को दूर करने का काम करती है। इस क्रीम को आपको सही तरह से लगाना चाहिए । इसके लिए सबसे पहले खुजली वाली त्वचा को ठंडे पानी से साफ कर लेना चाहिए और उसके बाद उस त्वचा पर इस क्रीम को दिन मे दो बार लगाएं । ऐसा करने से खुजली से धीरे धीरे आपको आराम मिलने लग जाएगा । इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा और आप समझ सकते हैं।
अब रही बात खाने पीने की मतलब खुजली की यदि आपको समस्या है तो आपको किन चीजों को खाना चाहिए और किन चीजों को नहीं खाना चाहिए ? इस समस्या पर भी हम चर्चा कर लेते हैं तो आइए जानते हैं।
दोस्तों इस दवा का उपयोग दर्द मे भी किया जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।वैसे आपको बतादें कि दर्द एक परेशान करने वाली स्थिति होती है वैसे आपको बतादें कि दर्द की कोई भी परिभाषा नहीं होती है। आप और यह शरीर और दिमाग का एक बुरा अनुभव होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
इसको बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं। क्योंकि दर्द का अनुभव इस इंसानी जीवन के अंदर हर किसी ने किया है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
वैसे यदि हम दर्द के लक्षणों की बात करें तो यह शरीर के बाहरी और अंदरूनी समस्या का संकेत होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।दर्द आमतौर पर ऐसे ही हो सकता है। नस के अंदर समस्या होने पर सिरदर्द हो सकता है। और यदि आपको किसी तरह की चोट लग जाती है। तो उसकी वजह से भी दर्द हो सकता है। जैसे कि आपके पैर के अंदर चोट लग जाती है। तो सिग्नल पैर से होते हुए दिमाग तक पहुंच जाते हैं और तुरंत ही आप अपने शरीर को दर्द वाली जगहों से दूर कर लेते हैं। क्योंकि आपको यह एहसास हो जाता है कि यह दर्द देने वाली चीज है।
एसिटामिनोफेन, ओपिओइड्स और नॉनस्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं दर्द के इलाज के लिए आती हैं। हालांकि दर्द का उपचार कई तरीकों से किया जाता है। जैसे कि यदि शरीर की कोई हडडी टूट गई है तो इसके लिए उस हडडी को जोड़ा जाता है। और जब तक वह ठीक नहीं होती है तब तक इसका उपचार किया जाता है। इसके अलावा चोट लगने और सर्जरी आदि के होने की वजह से भी दर्द का अनुभव होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इन सभी का उपचार अलग अलग होता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
दर्द आपके तंत्रिका तंत्र का एक सिग्नल होता है जोकि हमारे शरीर के किसी हिस्से को खराब होने के बारे मे संकेत देता है। जैसे कहीं पर चोट लग जाती है तो इसका संकेत हमारे दिमाग तक पहुंचता है जिससे कि हमे दर्द का एहसास होता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
यदि हम दर्द के प्रकार की बात करें तो यह कई प्रकार का होता है। एक्यूट पेन भी एक प्रकार का दर्द ही होता है जोकि काफी गम्भीर होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।एक्यूट पेन आमतौर पर हड्डी टूटने, दांत में चोट लगने, किडनी स्टोन और ऑपरेशन करवाने के बाद महसूस हो सकता है। यह आमतौर पर अधिकतर केस के अंदर अपने आप ही ठीक हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
क्रोनिक पेन वह दर्द होता है जोकि काफी लंबे समय तक रहता है। यह 3 महीने या फिर अधिक समय तक हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यह जो दर्द होता है वह अधिकतर केस मे बूढ़े लोगों के अंदर होता है। यह चोट लगने या फिर गठिया की वजह से हो सकता है।
दोस्तों यदि हम दर्द के लक्षणों की बात करें तो इसके अंदर आपको तीव्र जलन चुभन और सनसनी हो सकती है।मानसिक रूप से महसूस होने वाले दर्द में भय, तनाव, चिंता और यहां तक कि डिप्रेशन हो सकता है। दर्द के कुछ लक्षण हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं उन लक्षणों के बारे मे विस्तार से ।
यदि आपको किसी चोट के बाद काफी गम्भीर दर्द हो रहा है तो फिर आपको चाहिए कि आप जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर को संपर्क करें डॉक्टर को दिखाएं और इसके लिए डॉक्टर आपको कुछ दवाएं लिखकर दे सकता है ताकि आपका दर्द सही हो जाए ।
यदि आपके दर्द की वजह से आपको सामान्य जीवन के काम करने मे काफी परेशानी हो रही है तो आपको अपने दर्द को डॉक्टर को दिखाना बहुत ही जरूरी हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
यदि सीने में दर्द महसूस हो रहा है, क्योंकि यह हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।
यदि आपको कहीं पर चोट लगी हो और इन्फेक्सन हो गया हो तोभी डॉक्टर को दिखाना काफी जरूरी हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
दर्द के यदि हम कारणों की बात करें तो ऐसे कई सारे कारण हो सकते हैं जोकि शरीर के अंदर दर्द पैदा कर सकती हैं। लगभग सभी प्रकार की बीमारियां भी शरीर मे दर्द पैदा कर सकती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
अब यदि हम दर्द के बचाव की बात करें तो हम कई टिप्स को अपना सकते हैं जिसकी मदद से दर्द से बच सकते हैं।यदि शरीर के अंदर कहीं पर भी दर्द की समस्या है तो इसके लिए आपको किसी तरह का वेट नहीं करना चाहिए आपको शूरूआत के अंदर ही अपने डॉक्टर के पास चले जाना चाहिए । यदि दर्द काफी गम्भीर हो जाता है तो उसके बाद इसका इलाज करना काफी कठिन हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
इस दवा का उपयोग गुदा मे रक्त स्त्राव के लिए किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।कई बाद कुछ लोगों के मल मे खून आने की समस्या मिलती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यह खून मल मे मिक्स होकर आ सकता है या टायलेट सीट पर या फिर टॉयलेट पेपर पर दिखाई दे सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।गुदा मे से यदि रक्त निकलता है तो उसके बाद आपको सावधान हो जाना चाहिए क्योंकि यह किसी बड़ी बीमारी की वजह से हो सकता है। सबसे आम कारणों मते बवासीर की समस्या हो सकती है जिसके अंदर मल मे खून आता है। इसके अलावा किसी तरह की पेट की समस्या भी हो सकती है। जिसकी वजह से मल मे खून आ सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।और यदि मल के अंदर निरंतर खून आता है तो फिर इसके लिए आपको अपने डॉक्टर के पास जाना चाहिए । अधिक खून आने की वजह से काफी कमजोरी महससू हो सकती है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
रेक्टल ब्लीडिंग भी हो सकती है। तो आपको इसको लेकर अधिक सीरियस होने की आवश्यकता और एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही सबसे अधिक सही होगा और आप समझ सकते हैं।
गुदा के अंदर यदि रक्त स्त्राव होता है तो कई बार यह सामान्य समस्यओं की वजह से हो सकता है। और यदि इसका समय पर इलाज नहीं किया जाता है तो समस्या काफी बढ़ जाती है। कोलोरेक्टल कैंसर होने पर भी गुदा से खून आने लग जाता है। यदि आपको गुदा से खून आने के लक्षण दिखाई देते हैं तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो भी निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यह बहुत ही अधिक जरूरी है।
यदि गुदा के अंदर रक्त बह रहा है तो इसके कुछ लक्षण भी आपको दिखाई दे सकते हैं तो आइए जानते हैं उन लक्षणों के बारे मे विस्तार से ।
अब यदि हम गुदा मे खून आने के कारणों की बात करें तो इसके कई सारे कारण हो सकते हैं जिसकी वजह से गुदा मे खून आ सकता है तो आइए इसके बारे मे हम आपको विस्तार से बताने का प्रयास करते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
यदि आपको इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो उसको बाद आपको इसको इग्नोर नहीं करना चाहिए और जितना जल्दी हो सके अपने डॉक्टर को संपर्क किया जाना चाहिए आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।
यदि हम गुदा मे खून आने के उपचार की बात करें तो डॉक्टर सबसे पहले आपके मल की जांच करता है जिससे कि यह पता चल जाता है कि किस वजह से खून आ रहा है ? इसके अलावा आपका डॉक्टर यह पूछ सकता है। कि गुदा मे खून कितने दिनों से आ रहा है। इसके अलावा कुछ जांचे होती हैं जिसकी मदद से भी इस समस्या के बारे मे पता लगाया जा सकता है।एंडोस्कोपिक के अंदर मलाशय के अंदर एक कैमरा डाला जाता है जिसकी मदद से अंदर की तस्वीर को लिया जाता है और यह पता किया जाता है कि अंदर क्या समस्या हो सकती है ?
यदि गुदा मे खून बवासीर की वजह से आता है तो डॉक्टर आपको क्रीम दे सकता है जिससे की समस्या से काफी हद तक राहत मिल सकती है। इसके अलावा कुछ दवाएं भी दे सकता है जोकि बवासीर मे आराम दिलाने का काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।इसके अलावा यदि बवासीर आखरी स्टेज के अंदर पहुंच चुका है तो इसके लिए सर्जरी की जा सकती है। जिसके अंदर बवासीर के मस्सों को निकाल दिया जाता है।इसके अलावा गुदा मे यदि दरार आ गई है तो इसके लिए डॉक्टर मल को पतला करने की दवा दे देते हैं जिससे कि घाव काफी आसानी से भर जाता है और समस्या ठीक हो सकती है।एंटीबायोटिक थेरेपी आमतौर पर तब प्रभावी होती है जब गुदा के अंदर बैक्टिरिया की वजह से खून आ रह
इसके अलावा यदि यह पता चलता है कि गुदा के अंदर खून कोलन कैंसर की वजह से आ रहा है तो इसके लिए कीमोथेरेपी का यूज किया जाता है जिससे कि कैंसर को हटाया जाता है जिससे कि खून आना बंद हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
बवासीर के अंदर भी इस दवा का उपयोग किया जाता है। इसके बारे मे पता होना चाहिए ।बवासीर की समस्या के अंदर पाइल्स होता है जिसके अंदर होता यह है कि गुदा के द्धार पर जो नसे होती हैं उनके अंदर सूजन आ जाता है। यह सूजन मलद्धार के बाहरी हिस्से या फिर अंदर के हिस्से के अंदर हो सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
वैसे आपको बतादें कि बवासीर के सटीक कारणों के बारे मे अभी तक पता नहीं चल पाया है लेकिन यह कब्ज और दूसरी किसी तरह की समस्याओं से होता है जिसके अंदर की मल को त्याग करने पर जोर लगाना पड़ता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
और आपको बतादें कि बवासीर के जो लक्षण होते हैं वे अलग अलग हो सकते हैं जैसे कि गुदा के अंदर खुजली हो सकती है इसके अलावा मल के साथ खून भी आ सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए। यह लक्षण बवासीर की गम्भीरता के उपर निर्भर करते हैं।
और यदि बवासीर को लंबे समय तक अनुपचारित छोड़ दिया जाता है तो धीरे धीरे यह समस्या काफी अधिक बढ़ जाती है और उसके बाद अंत मे अल्सर हो सकता है। और बाद मे यदि मस्से काफी बड़े हो जाते हैं तो ऑपरेशन की जरूरत भी महससू हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
आपको बतादें कि बवासीर का इलाज इसके होने वाले कारण पर निर्भर करता है। यदि आपको कब्ज की वजह से बवासीर होता है तो फिर आपको अपने जीवन शेली के अंदर बदलाव करना पड़ता है। इसके अलावा यदि गर्भावस्था के अंदर बवासीर हो जाता है तो उसके बाद आपको चिंता करने की जरूरत नहीं होती है यह अपने आप ही ठीक हो जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए ठीक होगा ।
यदि हम बवासीर के प्रकार की बात करें तो यह कई प्रकार का हो सकता है। इसका इलाज भी इनके प्रकार के आधार पर होता है। यदि हम बात करें अंदरूनी बवासीर की तो अंदरूनी बवासीर के अंदर मस्से मलाशय के अंदर होते हैं। और यह समय के साथ कई बार अपने आप ही ठीक हो जाते हैं। तो कई बार इलाज करवाने की आवश्यकता होती है।
बाहरी बवासीर आमतौर पर मलद्धार के उपर विकसित होता है और इसको बाहर से आसानी से देखा जा सकता है। यह मल द्धार पर गांठ के रूप मे दिखाई देता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं ।यदि इस गांठ का समय पर ईलाज कर लिया जाता है तो यह ठीक हो सकती है। यदि समय पर ईलाज नहीं किया जाता है तो उसके बाद आगे चलकर यह एक बड़ी समस्या के रूप मे विकसित हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।इसको दवाओं से ठीक किया जा सकता है।
प्रोलेप्सड बवासीर भी एक अंदरूनी बवासीर का प्रकार होता है। इसके अंदर क्या होता है कि अंदरूनी बवासीर के अंदर सूजन आ जाती है और यह गांठ मल के साथ बाहर आ जाती है। और समय के साथ बढ़ती जाती है। इस वजह से इसका समय पर इलाज करना बहुत ही जरूरी होता है। यदि इसका इलाज समय पर नहीं किया जाता है तो यह काफी गम्भीर रूप को धारण कर लेता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
खूनी बवासीर (Thrombosed hemorrhoids) के अंदर मस्सों से खून बहता है। इस बवासीर का यदि जल्दी ही ईलाज नहीं किया जाता है तो उसके बाद यह समस्या काफी अधिक बढ़ सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा ।
वैसे आपको बतादें कि बवासीर की स्टेज होती है। और यदि बवासीर अंतिम स्टेज के अंदर पहुंच जाता है तो उसके बाद इसका इलाज दवाओं से संभव नहीं होता है। इसका इलाज करने के लिए ऑपरेशन करना पड़ता है। इसलिए यदि आपको बवासीर दिखाई देता है तो जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क करें ।
बवासीर (पाइल्स) के लक्षण
दोस्तों यदि हम पाइल्स के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं। जिनकी मदद से आप पाइल्स को पहचान सकते हैं इन लक्षणों को आपको नजर अंदाज नहीं करना चाहिए । नहीं तो समस्या काफी अधिक बढ़ सकती है।
यदि हम बवासीर होने के कारणों की बात करें तो इसके कई सारे कारण होते हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
himalaya pilex tablet गर्भवति महिला के लिए क्या नुकसान कर सकती है ? इसके बारे मे जानकारी नहीं है। इसके उपर रिसर्च नहीं हुआ है। यदि आप एक गर्भवति महिला हैं तो इस दवा का सेवन कर रहे हैं तो एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें और डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा । और आप इसके बारे मे समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
himalaya pilex tablet का यदि आप सेवन करते हैं और आप एक महिला हैं व स्तनपान करवाती हैं तो आपको चाहिए कि आप इस दवा का सेवन करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर सेक परामर्श करें और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
himalaya pilex tablet को लेने के बाद आपको कोई समस्या होती है तो आपको इस दवा को लेना बंद कर देना चाहिए । जिससे कि समस्या ठीक हो जाएगी । और यदि आप कोई और तरह की दवा ले रहे हैं तो भी इस बारे मे अपने डॉक्टर से बात करें । और डॉक्टर जो निर्देश देता है उसका पालन करें ।
himalaya pilex tablet का सेवन करने से पेट मे कोई भी समस्या नहीं होती है। यह पेट के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपको पेट से जुड़ी कोई समस्या है तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करें और आपको डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए ।
नहीं himalaya pilex tablet बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है। बाकि आप एक बार अपने डॉक्टर से बात कर सकते हैं और आपको डॉक्टर आपको जोभी निर्देश देते हैं आप उनका पालन कर सकते हैं यही आपके लिए सही होगा और आप इस बात को समझ सकते हैं। जोकि आपके लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यही आप समझ सकते हैं।
नहीं यदि आप Himalaya Pilex Tablet लेते हैं तो इससे पहले या बाद मे आपको शराब का सेवन नहीं करना चाहिए । हालांकि इसके बारे मे कोई जानकारी नहीं है। लेकिन यदि आप डॉक्टर से इस बारे मे बात करेंगे तो फिर आपके लिए सही होगा वह जो निर्देश आपको देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा और आप बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
आमतौर पर Himalaya Pilex Tablet के सेवन करने से किसी भी तरह की लत नहीं लग सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए। यदि Himalaya Pilex Tablet एक नशे की तरह नहीं होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए। बाकि आप एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आप उसका पालन कर सकते हैं यही आपके लिए सही होगा और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
दोस्तों आप Himalaya Pilex Tablet को आसानी से किसी भी मेडिकल स्टोर से खरीद सकते हैं वहां पर यह दवा आपको आसानी से मिल जाएगी । इसके अलावा यदि आपको यह वहां पर नहीं मिलती है तो उसके बाद आप इसको ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। ऑनलाइन आपको यह बहुत ही आसानी से मिल जाएगी । इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
दोस्तों यदि आप Himalaya Pilex Tablet की कोई डोज भूल जाते हैं और दूसरी डोज का समय हो चुका है तो फिर आपको दूसरी डोज को ही लेना चाहिए। पहले वाली डोज को आपको नहीं लेना चाहिए नहीं तो नुकसान हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आपको चाहिए कि आप भूलकर भी दो डोज एक साथ नहीं लें नहीं तो फायदे की बजाय नुकसान हो जाएगा । जैसे आपको डोज के बारे मे बताया गया है उसी प्रकार से आपको डोज लेते रहना चाहिए आप समझ ही गए होंगे ।
दोस्तों Himalaya Pilex Tablet को आपको सही तरह से स्टोर करना जरूरी होता है वरना नुकसान हो सकता है। जैसे कि आप को चाहिए कि आप इसको धूप के अंदर स्टोर ना करें। यदि आप धूप के अंदर इसको रखते हैं तो यह खराब हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसके अलावा आप इसको कमरे के ताप पर रख सकते हैं। यह खराब नहीं होगी । इसके अलावा इस दवा को फ्रीज मे भी नहीं रखना चाहिए । फ्रीज के अंदर रखने से भी यह दवा खराब हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
इसके अलावा खासतौर पर इस बात का ध्यान रखें की दवा को कभी भी बच्चों की पहुंच मे ना रखें । वरना बच्चे इस दवा को उठा सकते हैं और उसके बाद उसे निगल सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
दोस्तों यदि Himalaya Pilex Tablet एक्सपायरी हो जाती है तो आपको चाहिए कि आप इस दवा को घर के अंदर ना रखें वरन इसको घर के बाहर फेंक दें । क्योंकि एक्सपायरी दवा को कई बार हम लोग गलती से ले लेते हैं जिससे नुकसान हो सकता है।
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