इच्छाधारी नाग नागिन कहां रहते हैं ? इसके बारे मे हम आपको बताने वाले हैं। आइए जानते हैं विस्तार से । इच्छाधारी नाग और नागिन के बारे मे आपने सुना ही होगा । असल मे बहुत से लोगों के मन मे यह सवाल होता है कि इच्छा धारी नाग और नागिन कहां पर रहते हैं ? और उनसे कैसे मिला जा सकता है। इच्छाधारी नाग और नागिन से जुड़े रहस्यों के बारे मे हम आपको यहां पर बताने वाले हैं। दोस्तों भले ही कुछ लोगों को लगता है कि यह सब कपोल कल्पना है लेकिन असल मे यह कल्पना नहीं है। हकीकत मे इच्छाधारी नाग और नागिन होते हैं। भले ही रियल मे आपने और हमने उनको कभी नहीं देखा होगा । पर वो होते जरूर हैं।
इच्छाधारी नाग और नागिन का मतलब यही होता है कि वे अपनी इच्छा से नाग बन सकते हैं और इच्छा से इंसान बन सकते है।। फिल्मों और कहानियों के अंदर आपने इनके बारे मे बहुत कुछ सुना होगा । लेकिन आज हम इनके बारे मे सच की पड़ताल करते हैं। और जानने का प्रयास करते हैं कि क्यों इच्छाधारी नागिन होते हैं
माना जाता है , कि इच्छाधारी नाग नागिन के पास अपार शक्ति होती है , और भारत के अंदर तो नाग को देवता माना जाता है। भगवान शिव के गले मे भी एक नाग दिखाया जाता है। इसके अलावा यहां पर नाग देवता के अनेक मंदिर भी बने हुए हैं।
इच्छाधारी नाग नागिन कहां पर रहते हैं। आपके मन मे यह बहुत ही बड़ा सवाल है। तो हम आपको यहां पर बताने वाले हैं कि इच्छा धारी नाग और नागिन के पास हमारी तरह एक भौतिक शरीर नहीं होता है। यह आमतौर पर भौतिक ता से परे होते हैं। इनके पास सूक्ष्म शरीर होता है। और सूक्ष्म शरीर की अपनी अलग सीमाएं होती हैं। और भौतिक शरीर की अलग सीमाएं होती हैं। असल मे भौतिक शरीर रूप को नहीं बदल सकता है। लेकिन सूक्ष्म शरीर रूप को बदल सकता है। इसी तरह से 7 शरीरों के बारे मे चर्चा की गई है।
आपको बतादें कि इच्छाधारी नाग नागिन सूक्ष्म जगत की शक्तियां होती हैं। और वे अपने लोक नाग लोक के अंदर निवास करती हैं। नाग लोग कहां है ? इसके बारे मे हमे जानकारी नहीं है। लेकिन यह सब नाग लोक के अंदर रहते हैं। वहां पर हमारी तरह ही सब कुछ होता है। बस आप उनको साधारण आखों से देख नहीं सकते हैं। उनको देखने के लिए आपको विशेष प्रकार की शक्तियों की जरूरत होती है। आप इस बात को समझ सकते हैं। दोस्तों इच्छाधारी नाग और नागिन नाग लोक के अंदर निवास करती हैं इसका पता कुछ योगियों ने लगाया है। तो आपको पता चल गया होगा कि इच्छाधारी नाग और नागिन कहां पर रहते हैं।
हालांकि कुछ लोग यह भी कहते हैं कि लोक और लोकांतर हमारे बीच ही घुले मिले हुए हैं। वे हमसे अलग नहीं हैं। लेकिन हम उनको देख नहीं सकते हैं।
देखिए इच्छाधारी नाग नागिन होते हैं। इसको हम एक रियल घटना से समझने का प्रयास करते हैं एक डूंगर नामक इंसान की मौत हो गई । मरने के कुछ साल बाद वह एक पवित्र आत्मा बन गया । जिसको हम देवता कह सकते हैं। उसके बाद वह कई बार एक सुंदर सा सांप बनकर दिखाई दिया । लेकिन अचानक से वह गायब हो जाता था । इसी तरह से एक अन्य इंसान जिसका नाम रण था उसकी भी मौत हो गई और मरने के बाद वह भी पितर बन गया और वह एक सांप के रूप मे कई बार दिखाई दिया लेकिन अचानक से गायब हो जाता था ।
इस तरह की कोई एक घटना नहीं है। इसके अलावा कोई एक घटना नहीं है। इसके अलावा भी बहुत सारी ऐसी घटनाएं सामने आई हैं। जिसके अंदर मरने वाले का सूक्ष्म शरीर सांप के अंदर बदल जाता है और वह फिर गायब हो जाता था । तो इससे एक बात तो साबित होती है। कि इच्छाधारी नाग नागिन फिर क्यों नहीं हो सकते हैं। लेकिन आपको बतादें कि यह भौतिक कभी भी नहीं होते हैं आप सूक्ष्म जगत के अंदर कुछ समय तक एक रचना कर सकते हैं। लेकिन उसको अधिक समय तक बरकरार नहीं रख सकते हैं।
मतलब आप कुछ समय के लिए नाग का रूप ले सकते हैं , लेकिन अधिक समय तक आप ऐसा नहीं कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। तो दोस्तों इच्छाधारी नाग और नागिन होते हैं।
देखिए इसके बारे मे हमे जानकारी नहीं है। लेकिन यह सच है कि सूक्ष्म जगत के अंदर भी वासनाएं होती हैं। और वासनाएं होने की वजह से प्रेम कहानियां ना हो ऐसा नहीं हो सकता है। लेकिन क्योंकि उनके पास भौतिक शरीर नहीं होता है , तो वे हमारी तरह संबंध नहीं बना सकते हैं। और आनन्द नहीं ले सकते हैं।
जैसे कि आपके पास भौतिक शरी नहीं है , और आपको प्यास लगती है , तो आप पानी नहीं पी सकते हैं। क्योंकि आपके पास भौतिक शरीर नहीं है। ऐसी स्थिति के अंदर आपको संतुष्ठ करना काफी अधिक कठिन हो जाता है।
यदि आपके पास शरीर नहीं है , तो आप कोई भी भौतिक काम नहीं कर सकते हैं , जोकि एक इंसान करना चाहता है। आपको अपने जीने का ढंग बदलना होगा तभी यह सही हो सकता है। तो सूक्ष्म जगत के अंदर उड़ने वाले प्रेत होते हैं , तो इच्छाधारी नाग नागिन कैसे नहीं होंगे ?
देखिए किसी के मानने या ना मानने से सच नहीं बदल जाता है। एक और एक दो होते हैं। आप नहीं मानेंगे तो क्या यह 3 हो जाएंगे । तो इस तरह के लोगों के मानने या ना मानने से सच पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। और जो नहीं मानते हैं , उनको इस तरह के लेख को बस काल्पनिक मानकर ही पढ़ना चाहिए । और वैसे भी इस तरह के लोगों से बहस करने का कोई फायदा नहीं होता है। कुतर्क करने वाले से आप कभी भी जीत नहीं सकते हैं।
दोस्तों आपको वैसे तो कई जगह पर इच्छाधारी नाग और नागिन की कहानी मिल जाएगी । लेकिन हम आपको बतादें कि इच्छाधारी नाग और नागिन की कहानी आमतौर पर महाभारत के अंदर मिलती है। तो उस कहानी के बारे मे हम आपको यहां पर बता दें । वैसे इच्छाधारी नाग और नागिन का करेक्टर पौराणिक कथा और कहानियों से ही लिया गया है।
भीम के बेटे घटोत्कच की शादी एक नागकन्या से हुई थी । महाभारत में एक और जगह वर्णन मिलता है कि जब अर्जुन इंद्रप्रस्थ से 12 साल के वनवास के लिए गए तो जब अर्जुन नदी के अंदर स्नान कर रहे थे तो एक नागिन ने उनका पैर पकड़ कर पानी के अंदर खींच लिया और नाग लोक के अंदर लेकर चली गई । उसके बाद उस नाग कन्या का नाम उलूपी था । वह अर्जुन को शादी करने का पछताव देती है। तो अर्जुन मना कर देते हैं। कि वे अभी वनवास पर हैं और उनको ब्रह्रमचर्य का पालन करना होगा । उसके बाद क्या था । उलूपी ने बहुत अधिक विनती की तो अर्जुन ने उससे शादी करली । उसके बाद उलूपी काफी अधिक खुश हो गई और फिर अर्जुन को वरदान दिया कि आज से सारे जल के जीवन तुम्हारी बात मानेंगे । और पानी के अंदर तुम को कोई हरा नहीं सकेगा ।
दोस्तों आपने शिव की तस्वीर के अंदर देखा होगा कि एक नाग उनके गले के अंदर रहता है। और यह नाग आमतौर पर वासुकी नाम से जाना जाता है। इसके अलावा इस नाग के बारे मे यह भी कहा जाता है , कि यह नाग इच्छाधारी होता है। अपना बदल सकता है। वासुकी नागों के राजा हैं।यह भगवान के पर भगत हैं।
तो दोस्तों इस तरह से आप समझ ही गए होंगे कि पुराणों के अंदर इच्छाधारी नाग और नागिन का उल्लेख मिलता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और इच्छाधारी नाग और नागिन का रियल मे होना संभव है।
दोस्तों प्राप्त जानकारी के अनुसार कानपुर के अंदर यह मंदिर पड़ता है। और माना जाता है कि सावन के अंदर इच्छाधारी नाग पूजा करने के लिए आते हैं। हालांकि यह मंदिर लगभग 200 साल पुराना है। और अपने आप मे अनेक रहस्यों से भरा हुआ है। इसके बारे मे ठीक से कोई भी नहीं जानता है।
इस मंदिर के अंदर कई सालों से नाग और नागिन का मेला लगता है। और इस मेले के अंदर कई तरह के विषैले सांपों को लाया जाता है। और उनके दांत तोड़े नहीं जाते हैं। लेकिन आज तक किसी भी सांप ने किसी को भी काटा नहीं है। जोकि एक बहुत ही बड़ी अजीब बात हो सकती है। इस मंदिर के परिसर के आस पास भी किसी को सांप नहीं नहीं काटा था ।
200 साल पहले दैत्य गुरु शुकराचार्य ने अपनी बेटी दैव्यानी की शादी जाजमऊ के राजा आदित्य के साथ की थी। एक दिन बेटी से मिलने के लिए शुकराचार्य अपने महल से निकले। खेरपति मंदिर के आस पास आराम किया उनकी आंख लग गई तो उनके सपने मे शेषनाग ने दर्शन दिया कि उनका यहां पर मंदिर बनाया जाए । फिर जब शुकराचार्य ने मंदिर नहीं बनाया तो शेष नाग खुद यहां आकार स्थापित हो गए ।
दोस्तों हम यहां पर हर चीज को विज्ञान की द्रष्टि से सोचने पर जोर नहीं देते हैं। हम उन लोगों मे से नहीं हैं कि जो हमारे गले ना उतरे उसको अंधविश्वास कहदें । यहां कुछ भी हो सकता है। तो इसी तरह की एक घटना है ।यूपी के एक छोटे से गांव के अंदर रहने वाली लड़की ने यह दावा किया है कि वह पूर्व जन्म मे एक नागिन थी।
फिर यहां पर दिमागी डॉक्टर आ जाते हैं। जैसे कि अमेरिका के अंदर ब्रेटेन के अंदर भूत प्रेत पर कोई बात नहीं करता है। वहां भूत प्रेत का नाम आते ही सब कुछ विज्ञान हो जाता है। आपको अमेरिका लेखकों की अनेक ऐसी किताबें मिल जाएंगी जो इन सब चीजों के बारे मे हैं। और वो मानते हैं लेकिन जैसे ही आप और हम पढ़ेंगे बिकाउ मिडिया अंधविश्वास कह कर चिल्लाना शूरू कर देगा । खैर जो भी हो भोपाल के गुना जिले के मृगवास से 6 किमी दूर स्थित जोहरीपुरा गांव की रहनेवाली 19 वर्षीय रचना अहिरवार को वहां के लोग नागिन के रूप मे जानते हैं। और कुछ दिन पूर्व उसकी शादी हुई थी। और अब उसके पति उसको फिर उसको मायके के अंदर छोड़कर जा चुके हैं।
उसके बाद रचना बताती है कि वह पीछले जन्म मे नागिन थी । और कुछ चरवाहों ने उसको मार दिया था । लेकिन उसका नाग अभी भी जिंदा था ।और इसकी वजह से कभी कभी उसके व्यवहार के अंदर बदलाव आने लग जाता है। और रचना के पिता अपनी बेटी को ठीक करना चाहते हैं। और इसके लिए वे उनको कई डॉक्टरों के पास लेकर जाते हैं। लेकिन कोई भी फायदा नहीं हो रहा है।
इसके अलावा मिली जानकारी के अनुसार गांव के लोग रचना को नागिन ही मानते हैं। और उनकी पूजा करते हैं।इसके अलावा एक तांत्रिक को भी बुलाया गया था लेकिन उससे भी कोई फायदा नहीं हुआ था ।
इस तरह से दोस्तों आप चाहें माने या ना मानें । लेकिन असल मे नाग और नागिन होते हैं । इसके अंदर कोई भी शक नहीं है। आप भले ही इसको कभी भी देखा नहीं हो । परंतु इनको देखना आसान भी नहीं होता है।
इस तरह से इस लेख के अंदर हमने यह जाना नाग और नागिन कहां पर मिलेंगे ? और हम उम्मीद करते हैं , कि आपको यह लेख पसंद आया होगा । यदि आपका कोई सवाल है , तो आप हमें बता सकते हैं। हम आपके सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे ।
आपको बतादें कि यह लेख बस जानकारी मात्र के लिए है। आपको इसका किसी भी तरह से गलत उपयोग नहीं करना चाहिए । वरना आपको भी नुकसान होगा ।
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