जग का पर्यायवाची शब्द या जग का समानार्थी शब्द (jag ka paryayvachi shabd ya jag ka samanarthi shabd) के बारे में आज हम इस लेख में जानने वाले है । तो अगर आप भी यह जानना चाहते है की जग का पर्यायवाची क्या है और जग क्या होता है और इसका मतलब क्या होता है तो आपको बता दे की इतनी अच्छी जानकारी इस लेख में आपको मिलेगी जो की आपको काफी पसंद भी आएगी ।
शब्द (shabd) | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd ya samanarthi shabd) |
जग | जगत, दुनिया, विश्व, संसार, लोक, मृत्युलोक, लोक, भुवन, भू, पृथ्वी । |
जग in Hindi | jagat, vishv, vishv, sansaar, lok, mrtyulok, lok, bhuvan, bhoo, prthvee. |
जग in English | world, earth, outside |
दोस्तो जग का अर्थ होता है संसार, जगत्। यानि एक ऐसा लोक जिसमें मानव का जन्म हुआ और मानव अपना जीवन जीता है और इसी लोक में मानव की मृत्यु हो जाती है ऐसा लोक जग होता है । जग शब्द की उत्पत्ति जगत से हुई है जिसका अर्थ संसार से होता है।
यानि इसे इस तरह से भी समझा सकते है की वह लोक जिसमें हम सभी रहते है और अपना जीवन जीते है जग होता है । इस तरह से जग के अर्थ को अनेक तरह से समझाया जा सकता है जो कुछ इस तरह से है –
तो इस तरह से पृथ्वी, जगत, संसार, लोक, मृत्युलोक, भू, दुनिया, विश्व आदी सभी जग शब्द के अर्थ होते है ।
दोस्तो जग जो शब्द होता है वह जगत से निकलर बना होता है।आपको भले ही जग के बारे में कुछ पता न हो मगर जगत के बारे में आप जानते होगे । जगत को संसार या विश्व के रूप में जान जाता है और यही कारण होता है की जग का अर्थ संसार या विश्व से होता है ।
मतलब साफ है की जग ही पूरा संसार है । अब हम जिस स्थान पर रहते है यानि पृथ्वी तो यह भी जग होता है। अनेक तरह की कविताओ और कहानियो में जग शब्द का प्रयोग हुआ है और जग का अर्थ इस संसार से बताया गया है ।
जग वह है जहां पर मनुष्य रहता है यानि मनुष्य का घर जग के अंदर होते है ।आपको बता दे की जग में ही हम पैदा हुए थे और इसी जंग में हमारी मृत्यु होगी और यह आपको पता होना जरूरी है । दोस्तो आपको बता दे की यह जो जग होता है वह दुनिया के नाम से जाना जाता है । मतलब पृथ्वी का पूरा भाग जग है और यह बात हम कह सकते है ।
जग वह है जहां पर समय समय पर नई नई चीजे जन्म लेती है यानि पैदा होती है और वही जो पूरानी चीजे होती है उनका खातमा भी इसी जग में होता है ।
दोस्तो जग जो होता है वह हमेशा खुद को बेहतर बनाने के लिए बदलता रहता है और इस बदलते जग में जो कोई अपेन आपको भी बदल लेता है वही आज के इस संसार में जीवित रह सकता है और यह आपको पता होना जरूरी है । दोस्तो आपको बता दे की जग जो हो वह एक तरह से मजबूत बंधन है जहां पर सभी रहते है । यहां पर मानव भी है और जानवर भी है यानि सभी इसी जग में है ।
दोस्तो इस जंग में अनेक तरह के जुंतु रहते है जो की एक दूसरे से अलग अलग होते है । दोस्तो जीवो में एक अलग ही खासियत होती है जिसके कारण से वे एक दूसरे से अलग रूप में पहचाने जाते है और कुछ ऐसे होते है जो की तेरने में माहिर होते है तो कुछ ऐसे जंतु भी होते है जो की दोड़ने में माहिर होते है जैसे चिता । तो इस तरह से इस जंगल में जो जंतु रहते है वे एक दूसरे से अलग है ।
मगर मानव जो होता है वह सबसे खतरनाक होता है । क्योकी मानव सभी जंतु को मारने की ताक्त भी रखता है और उनकी आबादी को बढाने की ताक्त भी रखता है और यह आपको पता होना चाहिए । वैसे आपको बात दे की जग जो होता है वह सच में जीवो का घर है और बिना जीवो के यह जो जंग है वह सुना सुना ही लगेगा ।
आपको बता दे की हम मानव है मगर इस जंग के लिए हमारा होना ही काफी नही है बल्की इसके लिए इन जीवो का होना भी जरूरी है । इसी कारण से कहा जाता है की मानव को इन जीवो का आभारी रहना चाहिए क्योकी सच में यह जो जीव होते है वे इस जग में अलग है ओर एक अलग महत्व रखते है और यह आपको पता होना चाहिए ।
हम सभी ” जग हमारा घर है” वाक्यांश सुनकर बड़े हुए हैं। मगर इसका मतलब यह नही है की जग ही मारा घर है बल्की जंग में जो कुद है वह सब हमारा है और उसकी हिफाजत करना और उसे बनाए रखने का काम भी हमारा है ।इस कारण से हमे ही इस जग की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए । भलाई का काम करना चाहिए और तभी हम एक नए जग का निर्माण कर सकते है जिसमें सभी एक दूसरे की मदद करते है ।
वैस जग में बहुत से जानवर ऐसे है जो की मदद नही कर सकते है जैसे की शेर क्योकी शेर जो होता है वह मांस खाता है और शिकार करना उसकी एक तरह की मजबूरी होती है तो अगर वह शिकार करता है तो यह गलत नही है क्योकी उसे जीवित रहने के लिए ऐसा करना होगा । मगर मानव के पास शिकार ही एक चारा नही है जिससे वह जीवित रह सके बल्की मानव के पास अन्य भी बहुत सारे रास्ते होते है इस कारण से मानव को शिकार नही करना चाहिए ।
दोस्तो आपको अभी तक यह बताया गया की यह जो जग होता है वह इस दुनिया या संसार को कहा जाता है । मगर आपको यह भी तो पता होगा की इसी दुनिया संसार के एक छोटे से हिस्से में हम रह रहे है । मतलब यह होता है की इसी जंग में आज मानव रहते आ रहे है और यह काफी अच्छी बात है क्योकी हम भी जग का एक हिस्सा होते है ।
वैसे आपको बता दे की मानव जो है वह सबसे बुद्धिमान होता है क्योकी आज ऐसा ऐसा इस संसार में बना चुका है जो की आसमान में लेकर उड़ भी सकता है और आसमान में विस्फोट भी कर सकता है । तो कही न कही अगर जग को नुकसान हो रहा है तो उसका जीम्मेदार भी मानव होता है और कुछ अच्छा हो रहा है तो वह भी मानव के का कारण से होता है ।
वैसे आज की इस बदलती दुनिया के अदर सच में जग में रह रहे सभी जीव जंतुओ को एक होने की जरूरत है क्योकी अगर इसी तरह से चलता रहा तो वह दिन दूर नही होगा जब इस जग में मानव रह रहे है वह नष्ट हो जाएगा । क्योकी आपको पता है की मानव जग में रहते है और इसी को नष्ट करने का काम कर रहे है जैसे की प्रदूषण, हानिकारक गैसे, विस्फोटक प्रदार्थ का बनाना आदी सभी इस जग को पहुंचने वाले नुकसानो का रास्ता होता है ।
आज का यह जग सच में काफी सुदर है और यह केवल कहने तक ही सिमित नही है बल्की यह सच भी होता है । क्योकी जग सच में सुंदर है । यहां पर आपको वह कुछ देखने को मिलेगा जिसके बारे में आपने सपनो में देखा होाग । यहां पर अलग अलग तरह की चीजे है जो की देखने में सुंदरता की मुर्ती के जैसी लगती है ।
यहां पर अने कतरह के पर्वत है जो की अपनी सुंदरता के कारण से जाने जाते है और अनेक तरह के पेड़ पौधे है जो की अलग अलग रूप में अपनी सुंदरता के लिए जाने जाते है । सच कहे तो यह जो जग होता है वह काफी अच्छा होता है और इस में रहने वाले जीवन भी अच्छे होते है ।
वैसे जग को सुदर बनाने की बात करे तो इसमें सभी जीव जंतुओ का योगदान होता है और मानव का भी योगदान है । क्योकी आज मानव ने भी अनेक कुछ ऐसा बना लिया है जो की इस जग को एक अलग ही सुंदरता प्रदान करने का काम करता है । मगर कुछ भी कहो प्राकृतिक जग की सुंदरता की बात ही अलग होती है ।
इस जग मे वह सब कुछ है जो की इसे सुंदर बनाने का काम करता है । आपने पानी के झरने देखे होगे । अगर असल जीवन में नही देखे है तो आपको बता दे की यह जहां पर होते है वहां का वातावरण काफी अधिक सुंदर लगता हे और आपको पता होगा की यह स्थान भी जंग का ही एक हिस्सा होता है औरइस बात का मतलब हुआ की जग सुंदर है ।
दोस्तो आपको बता दे की यह जो जग होता है वह सच में जंगल के इलाको के कारण से ही सुंदर नही बना है बल्की अनेक तरह के झरनो और नदियो के कारण से भी काफी अधिक सुंदर बना हुआ है । भारत की एक गंगा नदी है जो की इस जग को और भी सुंदर बनाने का काम करती है ।
क्योकी यह जो पानी होता है वह इतना अलग है की मानो जग में अमृत बह रहा हो । सच कहे तो जग का सुंदर होने के पीछे इस गंगा नदी का भी हाथ होता है । उसी तरह से अनेक तरह के जानवर भी होते है और पक्षी भी होते है जो भी कही न कही जग को सुदर बनाने का काम करते है ।
इस तरह से जग के पर्यायवाची शब्द या जग के समानार्थी शब्द होते है ।
धैर्य का विलोम शब्द या भलाई का विलोम , धैर्य का उल्टा क्या होता है…
भलाई का विलोम शब्द या भलाई का विलोम , भलाई का उल्टा क्या होता है…
चोर का विलोम शब्द, चोर शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, चोर का उल्टा Chor vilom shabd शब्द (word) विलोम (vilom)चोर पुलिसChor police …
सजीव का विलोम शब्द या सजीव का विलोम , सजीव का उल्टा क्या होता है…
सुगंध का विलोम शब्द, सुगंध शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, सुगंध का उल्टा Sugandh vilom shabd शब्द (word) विलोम (vilom)सुगंध दुर्गन्धSugandh Durgandh …
रोगी का विलोम शब्द, रोगी शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, रोगी का उल्टा Rogi ka…