जीभ का पर्यायवाची शब्द, jibh ka samanarthi shabd
जीभ का पर्यायवाची शब्द या जीभ का समानार्थी शब्द (jeebh ka paryayvachi shabd / jibh ka samanarthi shabd) के बारे में आज हम इस लेख में बडे ही विस्तार से जानने वाले है । जिसमें जीभ के पर्यायवाची शब्दो से लेकर इससे जुडी बहुत सी जानकारी है तो लेख देखे ।
जीभ का पर्यायवाची शब्द या जीभ का समानार्थी शब्द (jeebh ka paryayvachi shabd / jibh ka samanarthi shabd)
शब्द (shabd) | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd / samanarthi shabd) |
जीभ | जिह्वा, वाणी, रसना, गिरा, वाचा, रसज्ञा, टंग, जबान, बोली । |
जीभ | jihva, vaanee, rasana, gira, vaacha, rasagya, tang, jabaan, bolee . |
जीभ | tongue, end, edge And language, tongue, speech, idiom, accents, |
जीभ का अर्थ हिंदी में // tongue meaning in hindi
हिंदी भाषा में जीभ उस अंग को कहा जाता है जो मुंह में पाई जाने वाली लचीली पेशी होती है । क्योकी इसमें केवल माशपेशिया ही पाई जाती है । जिसमें से लार का स्रावण होता रहता है । वह जीभ होती है । इस तरह से जीभ के अनेक अर्थ हो सकते है जो है –
- मुंह का वह अंग जिसे जबान के नाम से जाना जाता है ।
- मुंह में पाई जाने वाली एक तरह की पेशी ।
- मुंह का वह अंग जो की लार को स्रावित करती है जिससे भोजन निगलना आसान बन जाता है ।
- वह अंग जो की किसी भी तरह का स्वाद का अहसास कराती है यानि जिह्वा ।
- मुंह में बना वह अंग जो बिना हड्डियो के बना है ।
- मुंह का वह अंग जो लचीला व बोलने में सहायक होता है ।
जीभ शब्द का वाक्य में प्रयोग // use of tongue in a sentence in Hindi
- आज एक ऐसा भिखारी देखा जो बोल नही सकता था क्योकी उसके मुंह में जीभ न थी ।
- किशोर को किसी तरह के भोजन का स्वांद नही आता है क्योकी उसके मुंह में जीभ नही है ।
- ज्यादा बोलने पर श्यामलाल ने अपने बेटे की जीभ काट दी ।
- कंचन के मुंह में जीभ तो है मगर वह जब भी बोलती है कुछ गलत ही बोलती है ।
जीभ के पर्यायवाची शब्दो का वाक्य में प्रयोग
- महेश ने सुसिला से कहा की तुम हर बार मुझे अपनी वाणी से गलत सुनाती रहती हो ।
- रिया के मुंह में तार चला जाने के कारण से उसकी जीह्वा कट गई ।
- आज दांतो तले जुबान आ जाने के कारण से काफी खुन बहने लगा ।
- तुम मेरे बारे में ऐसे कैसे बोल सकते हो जरा अपनी जुबान समभाल कर बोलो ।
जीभ से जुड़े रोचक तथ्य // interesting facts about tongue in Hindi
- यह तो सभी को मालूम है की जीभ का मुंख्य कार्य भोजन को अच्छी तरह से निगलने और चबाने में सहायक बनाना होता है ।
- जीभ भोजन के अलावा बोलने का काम करती है ।
- क्या आपको मालूम है की जीभ में लगे घाव अपने आप ठिक हो सकते है और वह भी कुल 4 घंटो में और ऐसा हमारे शरीर का कोई अंग नही होता है ।
- क्या आपको मालूम है की मनुष्य के मुंह में पाई जाने वाली जीभ 10 हजार स्वादो का ज्ञान कर सकती है ।
- क्या आपको मालूम है की दुनिया में सबसे लंबी जीभ 10.1 सेंटीमीटर है । और यह गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी सामिल हो चुकी है ।
- क्या आपको मालूम है की भारत में सबसे अधिक लंबी जीभ प्रवीण नामक एक युवक की है जिसकी कुल लंबाई 10.8 सेंटीमीटर है ।
- भले ही कहा जाता है की महीला अधिक बोलती है मगर पुरूषो में महिला के मुकाबले अधिक लंबी जीभ पाई जाती है।
- क्या आपको मालूम है की हमारे मुंह में पाई जाने वाली जीभ कुल आठ मांसपेशियों से मिलकर बनती होती है ।
- क्या आपको मालूम है की मुंह में लार का स्रावण जीभ ही करती है और लार की जीतनी अधिक मात्रा होती है व्यक्ति को स्वाद उतना ही अधिक आता है और इसी के विपरित जीतनी अधिक लार की मात्रा कम होने पर स्वाद का बहुत ही कम पता चलता है ।
जीभ क्या है
मनुष्य के शरीर में अनेक तरह की क्रियाए होती है और अनेक तरह के अंग पाए जाते है । जिनमें से ही एक जीभ होती है । जो की मनुष्य कें मुंह में पाई जाती है । यह कुल 8 प्रकार की मासपेशियो से किलकर बनी एक तरह की पेशी होती है । जो की भोजन और वाणी पर कार्य करती है ।
यानि भोजन के रूप में जीभ का कार्य भोजन को चबाने और निगलने में आसान बनाना होता है । जिसके कारण से लार का स्रावण होता रहता है । इसी तरह से बोलने के लिए जीभ लचीली पाई जाती है जिसके कारण से आसानी से अच्छी ध्वनी निकाल दी जाती है ।
इस तरह से जीभ की परिभाषा हुई –
वह अंग जो की एक पेशी के रूप में होता है और भोजन की प्रक्रिया को सरल बनाना और किसी भी स्वर को बोलने में आसानी करने का काम करती है । जीभ कहलाती है ।
एक जीभ में रोचक बात यह होती है की इसमें किसी तरह की हड्डी नही पाई जाती है बल्की यह पुरी तरह से लचीली होती है । जिसके कारण से यह समय समय पर दांतो की सफाई करती रहती है और पुरे मुंह में इधर उधर घूमती रहती है ।
जीभ के कार्य
मानव के शरीर में जीभ मुंह में पाई जाती है और मुंह में होने वाले कार्यो को करने का योगदान देती है । मगर जीभ के मुख्य रूप से कार्य होते है जो है –
1. भोजन पर जीभ का कार्य
दोस्तो मनुष्य के मुंह में पाई जाने वाली जीभ कोई साधार अंग नही होता है बल्की यह बहुत ही महत्वपूर्ण होता है क्योकी इसमें अनेक तरह की क्रियाए पाई जाती है जिसके कारण से भोजन करने में बहुत ही अधिक सहायता प्राप्त हो जाती है । क्योकी भोजन को निगलने से पहले इसे अच्छी तरह से चबाना पडता है और निगलते समय भी आसानी हो इस तरह का भोजन बनाया जाता है । इन दोनो रूपो में हमारी जभी काम करती है जैसे –
भोजन को चबाने में जीभ का कार्य –
दोस्तो मनुष्य की जीभ भोजन को चबाने के लिए भोजन को बार बार दांत के निचे लेकर आती है । ताकी भोजन को अच्छी तरह से चबा लिया जाए और यह छोटे छोटे टुकडो में विभाजित हो जाए । मगर भोजन को चबाते समय भोजन बार बार दांतो से दूर जाता रहता है जिसे बार बार जीभ दांतो के पास छोडती रहती है । इस तरह से भोजन चबाया जाता है ।
निगलने में सरल बानाने में जीभ का कार्य
दोस्तो अगर भोजन को निकलने में सरल नही बनाया जाता है तो भोजन को निगलना आसान नही होता है । मगर जीभ भोजन को अच्छी तरह से इस लायक बना देती है की भोजन को आराम से निगला जा सके । इसके लिए भोजन में लार मिलाई जाती है और भोजन को लसलसा बना दिया जाता है।
क्योकी यह लार जीभ ही स्रावित करती रहती है जो की भोजन के साथ मिल कर भोजन को अच्छी तरह से लसलसा बनाने का काम करती है । जिसके कारण से भोजन को आसानी से निगला जा सके ।
2. स्वर नियंत्रित करने में जीभ का कार्य
दोस्तो जीभ का दूसरा कार्य किसी भी प्रकार के स्वर को नियंत्रित करने का होता है। क्योकी यह सभी को मालूम है की जीभ लचीली होती है जो की इधर उधर घूमती रहती है । और यही स्वर को नियंत्रित करते समय होता है । जैसे –
अगर कभी हमारे कंठो से किसी तरह की ध्वनी बाहर आ रही है तो उसका किसी तरह का स्वर नही होता है बल्की जब जीभ इधर उधर घूमती है तो इसे एक अच्छे स्वर में बदल देती है । जिसके कारण से यह समझ में आ जाता है की कोन क्या कह रहा है ।
आपने सुना होगा की जीन लोगो के जीभ नही होती है वे बोल नही सकते क्योकी उनके पास स्वर नियंत्रित करने वाली जीभ नही होती है । और यही कारण होता है की जीभ स्वर नियत्रित करती है ।
3. दांतो की सफाई करना
तीसरा जीभ का कार्य दांतो की सफाई का होता है । क्योकी हमारे मुंह में भोजन करते समय कुछ भोजन का अंस बच जाता है जिसे सही तरह से साफ करना होता है । और यह कार्य जीभ का ही होता है । क्योकी जीभ दांतो के बिच में फंसे भोजन के अंस को आसानी से दांतो से अलग कर देती है । जिसके कारण से दांतो की सफाई होती रहती है ।
4. लार का स्रावण
दोस्तो इन सभी कार्यो के अलावा जीभ का काम लार का भी स्रावण करने का होता है । मगर लार का स्रावण करने के लिए लार ग्रंथी होती है जो की जीभ के साथ जुडी होती है और यही कारण होता है की जीभ लार का स्रावण करती है कहा जाता है ।
लार का भी अनेक महत्व होता है क्योकी यह भोजन के स्वाष्ठि होने का अहसास दिलाती है। इसके साथ ही भोजन को लसलसा बनाने का काम भी लार का होता है । और लार दांतो में उपिस्थत बेक्टीरिया को भी नष्ट करती है ।
5. स्वाद के रूप में जीभ का कार्य
दोस्तो जैसा की आपको मालूम है की मुंह में लार बनती है और यह भी मालूम है की हमारे मुंह में केवल जीभ है जिसके कारण से ही हमें किसी तरह के स्वाद का अहसास होता है। तो कह सकते है की जीभ स्वाद के अहसास कराने के रूप में भी कार्य करती है ।
जीभ से जुडे रोग
दोस्तो आज मनुष्य के शरीर का हर भाग रोग का शिकार हो रहा है तो ऐसे में हमारे मुंह मे उपस्थित जीभ कैसे बची रह सकती है । यानि जीभ में भी अनेक तरह के रोग देखने को मिल सकते है जो है –
1. जीभ पर छाले होना
दोस्तो यह एक आम बीमारी होती है जो की बहुत से लोगो में देखने को मिल जाती है । मगर यह बीमारी इतनी भी आम नही होती है क्योकी अगर इस बीमारी का सही समय पर इलाज नही होता है तो यह आगे जाकर कैंसर का कारण बन सकती है ।
इस बीमारी में रोगी के मुंह की जीभ में कुछ लाल सफेद रंग के धब्बे देखने को मिलते है । जिन्हे छाले कहा जाता है । इस रोग का मुख्य लक्षण यही होता है की जीभ सही तरह से हिल नही पाती है अगर जीभ को हिलाने की कोशिश की जाती है तो तेज दर्द होने लग जाता है ।
इसके साथ ही जीभ पर कुछ धब्बे देखने को मिल सकते है । अगर जीभ में केवल धब्बे नजर आते है तो इन्हे छाला कहा जाता है जो की आम बात है और यह बहुत से लोगो मे देखने को मिल जाते है । मगर यह कुछ समय के बाद में ठिक भी हो जाते है ।
2. जीभ का कैंसर
जीभ की बीमारियो में से कैंसर एक सबसे अधिक घातक बिमारी होती है । हालाकी यह छालो का ही रूप होता है । मगर इस बीमारी में जीभ के छालो से खुन निकलते हुए देखा जा सकता है । जबडो व जीभ में दर्द होता है अगर कुछ शब्द बोले जाते है तो बोलने में परेशानी होती है । थोडा बहुत जीभ पर दबाव पडने पर जीभ में से रक्त निकलने लग जाता है ।
इस तरह से जीभ में से जब रक्त निकलने लग जाता है तो यह समझ जाना चाहिए की अब यह छाले कोई साधारण छाले नही है । बल्की इनका इलाज कराने का समय आ गया है । हालाकी यह नही कह सकते की कैंसर हो गया है क्योकी यह कैंसर की शुरूआत हो सकती है । जिसके कारण से तुरन्त डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए ।
3. जीभ में गांठ का रोग
दोस्तो यह रोग भी कोई साधारण रोग नही होता है अगर इसका भी सही समय पर इलाज नही होता है तो गंभीर रूप ले सकती है ।
हालाकी इस बीमारी में गांठ जीभ के निचे की ओर बनती है । पहले तो यह गांठ छोटी होती है मगर समय के साथ साथ इसके आकार को बढता हुआ देखा जा सकता है । इस रोग में जीभ से कुछ बोलने में कठिनाई आने लग जाती है । अगर हम पानी पीते है या भोजन निगलते है तो निगलने में काफी अधिक कठिनाईयो का सामना करना पडता है । इसके साथ ही आवाज में भी फर्क देखने को मिल सकता है । अगर इस तरह के लक्षण होते है तो इस गांठ को तुरन्त डॉक्टर से दिखवाना चाहिए ताकी सही समय पर इलाज हो सके ।
डॉक्ट्रस का कहना है की हमारे मुंह में कुछ ऐसा चला जाता है जो की कैंसर का कारण होता है और इसी कारण से यह रोग हो जाता है । हालाकी इस बारे में अभी तक सटिक अवधारणा नही है । अगर इस बीमारी का इलाज की बात करे तो पहले तो डॉक्टर कुछ दवाईया देते है अगर बीमारी अधिक बढ जाती है तो इसकी सर्जरी करनी होती है । जिसके कारण से यह बीमारी जड से खत्म हो जाती है ।
इस तरह से हमने जीभ का पर्यायवाची शब्द या जीभ का समानार्थी शब्द के बारे में जान लिया है अगर आपको हमारा लेख पसंद आया तो कमेंट में बताए ।