जीभ का पर्यायवाची शब्द या जीभ का समानार्थी शब्द (jeebh ka paryayvachi shabd / jibh ka samanarthi shabd) के बारे में आज हम इस लेख में बडे ही विस्तार से जानने वाले है । जिसमें जीभ के पर्यायवाची शब्दो से लेकर इससे जुडी बहुत सी जानकारी है तो लेख देखे ।
शब्द (shabd) | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd / samanarthi shabd) |
जीभ | जिह्वा, वाणी, रसना, गिरा, वाचा, रसज्ञा, टंग, जबान, बोली । |
जीभ | jihva, vaanee, rasana, gira, vaacha, rasagya, tang, jabaan, bolee . |
जीभ | tongue, end, edge And language, tongue, speech, idiom, accents, |
हिंदी भाषा में जीभ उस अंग को कहा जाता है जो मुंह में पाई जाने वाली लचीली पेशी होती है । क्योकी इसमें केवल माशपेशिया ही पाई जाती है । जिसमें से लार का स्रावण होता रहता है । वह जीभ होती है । इस तरह से जीभ के अनेक अर्थ हो सकते है जो है –
मनुष्य के शरीर में अनेक तरह की क्रियाए होती है और अनेक तरह के अंग पाए जाते है । जिनमें से ही एक जीभ होती है । जो की मनुष्य कें मुंह में पाई जाती है । यह कुल 8 प्रकार की मासपेशियो से किलकर बनी एक तरह की पेशी होती है । जो की भोजन और वाणी पर कार्य करती है ।
यानि भोजन के रूप में जीभ का कार्य भोजन को चबाने और निगलने में आसान बनाना होता है । जिसके कारण से लार का स्रावण होता रहता है । इसी तरह से बोलने के लिए जीभ लचीली पाई जाती है जिसके कारण से आसानी से अच्छी ध्वनी निकाल दी जाती है ।
वह अंग जो की एक पेशी के रूप में होता है और भोजन की प्रक्रिया को सरल बनाना और किसी भी स्वर को बोलने में आसानी करने का काम करती है । जीभ कहलाती है ।
एक जीभ में रोचक बात यह होती है की इसमें किसी तरह की हड्डी नही पाई जाती है बल्की यह पुरी तरह से लचीली होती है । जिसके कारण से यह समय समय पर दांतो की सफाई करती रहती है और पुरे मुंह में इधर उधर घूमती रहती है ।
मानव के शरीर में जीभ मुंह में पाई जाती है और मुंह में होने वाले कार्यो को करने का योगदान देती है । मगर जीभ के मुख्य रूप से कार्य होते है जो है –
दोस्तो मनुष्य के मुंह में पाई जाने वाली जीभ कोई साधार अंग नही होता है बल्की यह बहुत ही महत्वपूर्ण होता है क्योकी इसमें अनेक तरह की क्रियाए पाई जाती है जिसके कारण से भोजन करने में बहुत ही अधिक सहायता प्राप्त हो जाती है । क्योकी भोजन को निगलने से पहले इसे अच्छी तरह से चबाना पडता है और निगलते समय भी आसानी हो इस तरह का भोजन बनाया जाता है । इन दोनो रूपो में हमारी जभी काम करती है जैसे –
दोस्तो मनुष्य की जीभ भोजन को चबाने के लिए भोजन को बार बार दांत के निचे लेकर आती है । ताकी भोजन को अच्छी तरह से चबा लिया जाए और यह छोटे छोटे टुकडो में विभाजित हो जाए । मगर भोजन को चबाते समय भोजन बार बार दांतो से दूर जाता रहता है जिसे बार बार जीभ दांतो के पास छोडती रहती है । इस तरह से भोजन चबाया जाता है ।
दोस्तो अगर भोजन को निकलने में सरल नही बनाया जाता है तो भोजन को निगलना आसान नही होता है । मगर जीभ भोजन को अच्छी तरह से इस लायक बना देती है की भोजन को आराम से निगला जा सके । इसके लिए भोजन में लार मिलाई जाती है और भोजन को लसलसा बना दिया जाता है।
क्योकी यह लार जीभ ही स्रावित करती रहती है जो की भोजन के साथ मिल कर भोजन को अच्छी तरह से लसलसा बनाने का काम करती है । जिसके कारण से भोजन को आसानी से निगला जा सके ।
दोस्तो जीभ का दूसरा कार्य किसी भी प्रकार के स्वर को नियंत्रित करने का होता है। क्योकी यह सभी को मालूम है की जीभ लचीली होती है जो की इधर उधर घूमती रहती है । और यही स्वर को नियंत्रित करते समय होता है । जैसे –
अगर कभी हमारे कंठो से किसी तरह की ध्वनी बाहर आ रही है तो उसका किसी तरह का स्वर नही होता है बल्की जब जीभ इधर उधर घूमती है तो इसे एक अच्छे स्वर में बदल देती है । जिसके कारण से यह समझ में आ जाता है की कोन क्या कह रहा है ।
आपने सुना होगा की जीन लोगो के जीभ नही होती है वे बोल नही सकते क्योकी उनके पास स्वर नियंत्रित करने वाली जीभ नही होती है । और यही कारण होता है की जीभ स्वर नियत्रित करती है ।
तीसरा जीभ का कार्य दांतो की सफाई का होता है । क्योकी हमारे मुंह में भोजन करते समय कुछ भोजन का अंस बच जाता है जिसे सही तरह से साफ करना होता है । और यह कार्य जीभ का ही होता है । क्योकी जीभ दांतो के बिच में फंसे भोजन के अंस को आसानी से दांतो से अलग कर देती है । जिसके कारण से दांतो की सफाई होती रहती है ।
दोस्तो इन सभी कार्यो के अलावा जीभ का काम लार का भी स्रावण करने का होता है । मगर लार का स्रावण करने के लिए लार ग्रंथी होती है जो की जीभ के साथ जुडी होती है और यही कारण होता है की जीभ लार का स्रावण करती है कहा जाता है ।
लार का भी अनेक महत्व होता है क्योकी यह भोजन के स्वाष्ठि होने का अहसास दिलाती है। इसके साथ ही भोजन को लसलसा बनाने का काम भी लार का होता है । और लार दांतो में उपिस्थत बेक्टीरिया को भी नष्ट करती है ।
दोस्तो जैसा की आपको मालूम है की मुंह में लार बनती है और यह भी मालूम है की हमारे मुंह में केवल जीभ है जिसके कारण से ही हमें किसी तरह के स्वाद का अहसास होता है। तो कह सकते है की जीभ स्वाद के अहसास कराने के रूप में भी कार्य करती है ।
दोस्तो आज मनुष्य के शरीर का हर भाग रोग का शिकार हो रहा है तो ऐसे में हमारे मुंह मे उपस्थित जीभ कैसे बची रह सकती है । यानि जीभ में भी अनेक तरह के रोग देखने को मिल सकते है जो है –
दोस्तो यह एक आम बीमारी होती है जो की बहुत से लोगो में देखने को मिल जाती है । मगर यह बीमारी इतनी भी आम नही होती है क्योकी अगर इस बीमारी का सही समय पर इलाज नही होता है तो यह आगे जाकर कैंसर का कारण बन सकती है ।
इस बीमारी में रोगी के मुंह की जीभ में कुछ लाल सफेद रंग के धब्बे देखने को मिलते है । जिन्हे छाले कहा जाता है । इस रोग का मुख्य लक्षण यही होता है की जीभ सही तरह से हिल नही पाती है अगर जीभ को हिलाने की कोशिश की जाती है तो तेज दर्द होने लग जाता है ।
इसके साथ ही जीभ पर कुछ धब्बे देखने को मिल सकते है । अगर जीभ में केवल धब्बे नजर आते है तो इन्हे छाला कहा जाता है जो की आम बात है और यह बहुत से लोगो मे देखने को मिल जाते है । मगर यह कुछ समय के बाद में ठिक भी हो जाते है ।
जीभ की बीमारियो में से कैंसर एक सबसे अधिक घातक बिमारी होती है । हालाकी यह छालो का ही रूप होता है । मगर इस बीमारी में जीभ के छालो से खुन निकलते हुए देखा जा सकता है । जबडो व जीभ में दर्द होता है अगर कुछ शब्द बोले जाते है तो बोलने में परेशानी होती है । थोडा बहुत जीभ पर दबाव पडने पर जीभ में से रक्त निकलने लग जाता है ।
इस तरह से जीभ में से जब रक्त निकलने लग जाता है तो यह समझ जाना चाहिए की अब यह छाले कोई साधारण छाले नही है । बल्की इनका इलाज कराने का समय आ गया है । हालाकी यह नही कह सकते की कैंसर हो गया है क्योकी यह कैंसर की शुरूआत हो सकती है । जिसके कारण से तुरन्त डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए ।
दोस्तो यह रोग भी कोई साधारण रोग नही होता है अगर इसका भी सही समय पर इलाज नही होता है तो गंभीर रूप ले सकती है ।
हालाकी इस बीमारी में गांठ जीभ के निचे की ओर बनती है । पहले तो यह गांठ छोटी होती है मगर समय के साथ साथ इसके आकार को बढता हुआ देखा जा सकता है । इस रोग में जीभ से कुछ बोलने में कठिनाई आने लग जाती है । अगर हम पानी पीते है या भोजन निगलते है तो निगलने में काफी अधिक कठिनाईयो का सामना करना पडता है । इसके साथ ही आवाज में भी फर्क देखने को मिल सकता है । अगर इस तरह के लक्षण होते है तो इस गांठ को तुरन्त डॉक्टर से दिखवाना चाहिए ताकी सही समय पर इलाज हो सके ।
डॉक्ट्रस का कहना है की हमारे मुंह में कुछ ऐसा चला जाता है जो की कैंसर का कारण होता है और इसी कारण से यह रोग हो जाता है । हालाकी इस बारे में अभी तक सटिक अवधारणा नही है । अगर इस बीमारी का इलाज की बात करे तो पहले तो डॉक्टर कुछ दवाईया देते है अगर बीमारी अधिक बढ जाती है तो इसकी सर्जरी करनी होती है । जिसके कारण से यह बीमारी जड से खत्म हो जाती है ।
इस तरह से हमने जीभ का पर्यायवाची शब्द या जीभ का समानार्थी शब्द के बारे में जान लिया है अगर आपको हमारा लेख पसंद आया तो कमेंट में बताए ।
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