kanya rashi walon ki aayu kitni hoti hai – कन्या राशि वालों की आयु के बारे मे जानकारी राशि चक्र की छठी राशि कन्या दक्षिण दिशा की द्योतक है। इसका राशि चिह्न हाथ में फ़ूल की डाली लिए एक कन्या है। और कन्या राशि का स्वामी बुध है।आपको बतादें कि कन्या राशि धरती तत्व की राशि होती है। यदि आप कन्या राशि की आयु के बारे मे जानना चाहते हैं , तो आप सही जगह पर आएं हैं। यहां पर हम आपको कन्या राशि की आयु के बारे मे बताएंगे ।
दोस्तों आपको बतादें कि कन्या राशि की आयु कितनी होती है ? इसके बारे मे फिक्स तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। और राशि से आयु को जानना काफी अधिक कठिन होता है। लेकिन यदि आपको रेखा देखना आता है , तो उसके बाद आप यह पता लगा सकते हैं । यदि आपकी जीवन रेखा कम है , तो फिर हो सकता है , कि आपकी आयु भी कम होगी ।तो सबसे पहले किसी से अपनी जीवन रेखा को चैक करवाएं ।
दोस्तों आपको बतादें कि कन्या राशि के लोग 20 से 25 वर्ष की आयु के अंदर काफी सफल होते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।20 से 25 वर्ष की आयु के अंदर काफी बेहतर तरीके से काम करते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
25 से 35 वर्ष की आयु में कन्या राशि के लोगों के पास स्वयं का मकान होता है। यदि आपके पास खुद का मकान नहीं है , तो अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। सही समय आने के बाद आपके पास अपना मकान हो जाएगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। इसलिए आपको चिंता करने की जरूरत नहीं होगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यही आपके लिए सही होगा ।
यदि हम 36 से 48 वर्ष की बात करें , तो आपको बतादें कि यह वर्ष कन्या राशि वालों के लिए काफी कष्ट प्रदत होते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। इस उम्र के अंदर इनको कई तरह के रोग घेर सकते हैं। इसलिए सावधान रहने की जरूरत हो सकती है।
49 से 62 वर्ष सौभाग्यशाली होते हैं कन्या राशि वाले लोगों के लिए । इसलिए यह आपके लिए फायदेमंद होगा । और जो वर्ष अच्छे होते हैं। उन वर्षों के अंदर आपको काफी अच्छा सब कुछ मिलेगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
दोस्तों कन्या राशि के लोग हो या फिर अन्य कोई राशि के हर राशी की अपनी समस्याएं होती हैं। और इन समस्याओं के चलते इनकी उम्र काफी कम हो जाती है। अब हम आपको कन्या राशि के बारे मे कुछ बताने वाले हैं। जिनकी मदद से इनकी उम्र काफी कम हो सकती है।
दोस्तों आपको बतादें कि कन्या राशि वालों को पेट से जुड़े रोग होने के चांस काफी अधिक होते हैं।इसलिए आपको अपने खान पान को ठीक तरह से करना चाहिए । और यदि किसी पेट से जुड़े रोग का लक्षण दिखाई देता है , तो जल्दी से जल्दी डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।
पेट से जुड़े रोगों के अंदर पेट का दर्द और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
आपको बतादें कि कन्या राशि के लोगों की एक और समस्या होती है। इनको चर्म रोग होने का चांस काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत हो सकती है।
यदि हम चर्म रोग के नाम के बारे मे बात करें तो कुछ चर्म रोग होते हैं , जोकि इस प्रकार से हो सकते हैं।
दाद (Fungal Infections)
खुजली (Pruritus)
एक्जिमा (Eczema)
सोराइयासिस (Psoriasis)
स्कैबीज (Scabies)
विटिलिगो (Vitiligo)
पेंडुलर डर्मेटाइटिस (Pendular Dermatitis)
अक्ने (Acne)
मेलास्मा (Melasma)
देरमाटाइटिस (Dermatitis)
कर्ण रोग होने के चांस अधिक होते हैं
आपको बतादें कि कन्या राशि के लोगों को कर्ण रोग होने के चांस काफी अधिक होते हैं। कर्ण रोग को कान के रोग के नाम से जाना जाता है।
कान का इन्फेक्शन (Ear Infection)
कान का दर्द (Earache)
ध्वनि संबंधी समस्याएं (Auditory Problems)
कर्णशूल (Earache)
कान का बहना (Ear Discharge)
कान की खुजली (Itching in the Ear)
कान की सुणन (Hearing Loss)
कान का सूजन (Ear Swelling)
कान का संक्रमण (Ear Inflammation)
कर्णरंजन (Tinnitus)
दोस्तों कन्या राशि के लोगों को जोड़ों का दर्द होने की समस्या हो सकती है।
जोड़ों का दर्द (Joint Pain) यह अधिकतर केस मे अधिक उम्र मे होता है पर , इसे किसी भी उम्र में हो सकता है। जोड़ों के दर्द का कोई एक कारण नहीं होता है वरन कई सारे कारण होते हैं , जैसे कि घाव, ऑस्टियोआर्थ्राइटिस, रेवाइटिस, गठिया आदि। य
ऑस्टियोआर्थ्राइटिस (Osteoarthritis): इसके अंदर जोड़ों मे दर्द होता है और सूजन आ जाती है।
रेवाइटिस (Rheumatoid Arthritis): इसमें शरीर के इम्यून सिस्टम ही आपके जोड़ों को नुकसान पहुंचाने लग जाता है।
गठिया (Gout): यह हाइपरयूरिकेमिया नामक आपदा के परिणामस्वरूप होता है, जिसमें आंत्र में हाइपरयूरिक एसिड के स्तर मे बढ़ोतरी होने की वजह से हो सकता है।
टेंडनाइटिस (Tendinitis): यह टेंडनों के संक्रमण या उठान या तनावकी वजह से होता हुआ देखा गया है।
दोस्तों कन्या राशि वालों को अक्सर सिरदर्द की समस्या सबसे आम होती है। कई बार इनको काफी भयंकर सिरदर्द होता है। तो यह समस्या भी इनकी प्रकृति से जुड़ी हुई है। जोकि इनके दिमाग को काफी अधिक प्रभावित करता है। आप इस बात को समझ सकते है। यदि आपको सिरदर्द हो रहा है। तो अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । उसके बाद यह अपने आप ही ठीक हो जाएगा ।
और सिरदर्द के कई सारे प्रकार होते हैं। उसके हिसाब से आपको इसका उपचार करवाना चाहिए । नहीं तो बाद मे यह भयंकर हो सकता है और दूसरी समस्याओं का कारण बन सकता है।
आपको बतादें कि कन्या राशिवालों को टायफायड होने की संभावनाएं काफी अधिक होती हैं। टायफायड एक प्रकार का आंत्रिक रोग है जो संक्रमण से होता है और आपके शरीर के पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। यह रोग मल से अधिक फैलता है। जब आप संक्रमित खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं जिनमें टाइफॉइड बैक्टीरिया मौजूद होता है।
टाइफॉइड के लक्षणों में बुखार, मतली, उलटी, पेट दर्द, सिरदर्द, थकान, थुक में कमी, त्वचा में सूखापन, गुस्सा, भूख की कमी, और वजन कमी हो सकती है। यदि आपको इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं , तो जल्दी से जल्छी डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।
आपको बतादें कि कन्याराशि वालों के अंदर पथरी रोग होने की संभावनाएं काफी अधिक होती हैं।कैल्शियम, ऑक्सालेट, यूरिक एसिड, फॉस्फेट जैसे पदार्थ पथरी के अंदर हो सकते हैं। गुर्दे की पत्थरी सबसे आम होती है। यदि आपको भी पथरी के लक्षण दिखाई देते हैं तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।
आपको बतादें कि पथरी के कुछ लक्षण होते हैं । जिसकी मदद से आप इनको पहचान सकते हैं। इन लक्षणों के अंदर जैसे कि
मूत्र में दर्द या तीव्र आंतरिक दर्द
मूत्र के साथ रक्त के होने की संभावना
मूत्रमार्ग में अव्यवस्था या बंदिश की भावना
मूत्र संक्रमण के लक्षण
आपको बतादें कि कन्या राशिवालों को टीबी होने की संभावनाएं भी काफी अधिक होती हैं। टीबी (Tuberculosis) एक संक्रामक रोग है जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस (Mycobacterium tuberculosis) नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। आपको बतादें यह यह रोग फेफड़ों में होता है, लेकिन शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है, जैसे कि किडनी, ऊतक और मस्तिष्क।
यदि आपको किसी तरह के टीबी के लक्षण दिखाई देते हैं , तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है। उसका पालन करें । तभी आपके लिए फायदा होगा ।
दोस्तों यदि आप कन्या राशि वाले हैं , तो आपको क्या नहीं करना चाहिए ? और आपको क्या करना चाहिए ? इसके बारे मे भी हम आपको बताने जा रहे हैं , तो आइए जानते हैं , इसके बारे मे की इनको क्या नहीं करना चाहिए ।
कन्या राशि वालों को आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए मंगलवार और शनिवार को हनुमानजी को सिंदूर और चमेली का तेल आप चढ़ा सकते हैं। और शनिदेव को खुश करने के लिए शनि से युक्त वस्तुओं का दान कर सकते हैं। ऐसा करने से काफी अधिक फायदा होगा । और आपके जीवन की जो समस्याएं हैं। वे भी दूर हो जाएंगी ।
दोस्तों रोजाना सूर्य की पूजा करनी चाहिए । यदि आप रोजाना सूर्य की पूजा करते हैं , तो इससे काफी अधिक फायदा होगा ।प्रतिदिन भगवान सूर्य को अर्घ्य दें। सूर्य को जल धीमे-धीमे इस तरह चढ़ाएं और यह आपके आसन पर गिरना चाहिए ।और इनको रविवार के दिन व्रत रखना चाहिए । और भगवान विष्णू की उपासना भी करनी चाहिए ।
यदि आप कन्या राशि के हैं और कर्ज के बोझ के अंदर दबे हुए हैं , तो फिर आपको यह उपाय करना चाहिए । इसके अंदर आप यह कर सकते हैं। कि रोजाना मंगल स्त्रोत का पाठ करें । और भगवान हनुमान के आगे एक घी का दीपक जलाएं ।और यह 7 से 9 बार करें । और 11 हनुमान चालिसा का दान करें ।
दोस्तों शाम के समय आटे का दीपक लेकर हनुमान मंदिर के अंदर जाएं और कलावे की बत्ती बनाएं । दीपक के अंदर चमेली का तेल डालें ।और दीपक जला दें । ऐसा करने से आपके घर मे सुख और समृद्धि आती है। यह एक अच्छा उपाय है , जोकि आपके लिए काफी फायदेमंद होगा ।
दोस्तों यदि आपके जीवन के अंदर काफी अधिक परेशानियां आ रही हैं। तो कन्या राशि के पुरूष मंगलवार को चमेली के तेल मे सिंदूर डालें और उसके बाद हनुमानजी को लेप करें । यदि आप ऐसा करते हैं , तो आपके जीवन के अंदर जो दुख होता है। वह दूर हो जाता है। यह एक अच्छा उपाय है। जिसको आप कर सकते हैं। यह आपके लिए काफी फायदेमंद होगा ।
दोस्तों यदि आपके जीवन के अंदर सुख शांति नहीं है। तो आप यह उपाय कर सकते हैं। इसके अंदर आपको करना यह है , कि अपने परिवार के साथ बैठ जाएं । और फिर सुंदरकांड का पाठ करें । यदि आप ऐसा करते हैं , तो आपके जीवन की सारी परेशानियां खत्म हो जाती हैं।
इस तरह से दोस्तों इस लेख के अंदर हमने यह जाना कि कन्या राशि के लिए आप क्या क्या उपाय कर सकते हैं ? और इन उपायों की मदद से आप अपने जीवन को किस तरह से सुखमय बना सकते हैं उम्मीद करते हैं , कि आपको यह पसंद आया होगा । यदि आपका कोई सवाल है , तो आप हमें बता सकते हैं । हम आपके सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे।
इस तरह से लेख पूर्ण हुआ ।
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