khir ko english me kya kehte hai खीर से जुड़े कुछ तथ्य
क्या आपको पता
है कि khir ko english me kya kehte hai ? शायद
आपको नहीं पता
होगा । क्योंकि
बहुत से लोगों
को यह नहीं
पता है ।
क्या आपने कभी
इसके उपर सोचा
है? यदि आपको
नहीं पता है
कि khir ko english me kya
kehte hai ? तो हम आपको
इस लेख के
अंदर बताने वाले
हैं ।
है कि khir ko english me kya kehte hai ? शायद
आपको नहीं पता
होगा । क्योंकि
बहुत से लोगों
को यह नहीं
पता है ।
क्या आपने कभी
इसके उपर सोचा
है? यदि आपको
नहीं पता है
कि khir ko english me kya
kehte hai ? तो हम आपको
इस लेख के
अंदर बताने वाले
हैं ।
दोस्तों वैसे आपने
खीर तो खाई ही
होगी लेकिन बस आपने कभी यह सोचा नहीं कि खरी का भी कोई अंग्रेजी हो सकता । यही गलती
तो हम अंग्रेजी सीखते समय करते हैं । हम रोजमर्रा की चीजों के को पहले अंग्रेजी के
अंदर कन्वर्ट नहीं करते हैं। पहले
ही जटिल चीजों को अंग्रेजी मे कन्वर्ट करने लग जाते हैं।
खीर तो खाई ही
होगी लेकिन बस आपने कभी यह सोचा नहीं कि खरी का भी कोई अंग्रेजी हो सकता । यही गलती
तो हम अंग्रेजी सीखते समय करते हैं । हम रोजमर्रा की चीजों के को पहले अंग्रेजी के
अंदर कन्वर्ट नहीं करते हैं।
ही जटिल चीजों को अंग्रेजी मे कन्वर्ट करने लग जाते हैं।
khir ko
english me kya kehte hai खीर को इंग्लिश में क्या बोलते है
आपको बतादें कि खीर
को अंग्रेजी के
अंदर Rice Pudding कहते हैं।
कुछ देशों में
इसे Sweet Desert के नाम
से भी जाना
जाता है। Rice Pudding नाम
को अच्छी तरह
से याद करलें
। क्योंकि अगली
बार जब आप
से कोई पूछे
कि khir ko english me kya
kehte hai तो
आप आसानी से
जवाब दे सकें।
को अंग्रेजी के
अंदर Rice Pudding कहते हैं।
कुछ देशों में
इसे Sweet Desert के नाम
से भी जाना
जाता है। Rice Pudding नाम
को अच्छी तरह
से याद करलें
। क्योंकि अगली
बार जब आप
से कोई पूछे
कि khir ko english me kya
kehte hai तो
आप आसानी से
जवाब दे सकें।
खीर का इतिहास history of Rice Pudding
khir ko english me kya kehte hai ? यह तो आप जान ही चुके हैं।तो आइए जान लेते हैं
खीर के कुछ दिलचस्प इतिहास के बारे मे ।
खीर के कुछ दिलचस्प इतिहास के बारे मे ।
- ·
बौद्ध
सूत्र मे बताया गया है कि गौतम बुद्व के आत्मज्ञान से पहले उनको खीर Rice
Pudding खिलाई गई थी जो सुजाता नामक एक लड़की ने बनाई थी। - ·
विक्टोरियन
और एडवर्डियन युग के साहित्य में चावल से बनी खीर का कई बार उल्लेख किया गया है। - ·
खीर
के अन्य नामों के अंदर अरोज़ कॉन लेचे, क्रीमयुक्त चावल, रिज़ औ लाट, अरोज़-डोसे भी
आते हैं। - ·
सबसे
पहले खीर कहां पर बनाई गई ? इस बारे मे कुछ भी ज्ञात नहीं है। लेकिन प्राचीन चीन ,
बीजान्टिन साम्राज्य और प्राचीन भारत शामिल है , जहाँ चावल एक प्रमुख खाद्य स्रोत था। - ·
चावल
की खीर पूरी दुनिया के अंदर बनाई और खाई जाती है। - ·
हर जगह
पर खीर बनाने की विधि अलग अलग हो सकती है। - ·
राष्ट्रीय
चावल का हलवा दिन 9 अगस्त को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। - ·
चावल की
खीर का वजन 2,070 किलोग्राम (4,563.56lbs)
था और इसे परम पावन पद्मावती सेवा ट्रस्ट की ओर से परम पूजनीय डॉ.वसंत विजयजी महाराज
(भारत) ने 31 मई, 2015 को कृष्णागिरि, तमिलनाडु, भारत में प्राप्त किया।
Rice Pudding कैसे बनाई जाती है ?
खीर की बात
करें तो यह
पूरे भारत के
अंदर सबसे ज्यादा
लोक प्रिय है।
और इसको बनाना
भी बहुत ही
आसान होता है।
इसकी सबसे बड़ी
खास बात तो
यह है कि
इसके अंदर बनाने
का जो सामान
लगता है वह
हर घर की
रसोई के अंदर
आसानी से मिल
जाता है। जबकि
दूसरी मिठाइयों को
बनाने का सामान
बाजार से खरीद
कर लाना पड़ता
है। Rice Pudding या खीर बनाने के लिए आपको दूध , चावल और चीनी की आवश्यकता
होती है जो हर घर मे आपको मिल ही जाएगी।
करें तो यह
पूरे भारत के
अंदर सबसे ज्यादा
लोक प्रिय है।
और इसको बनाना
भी बहुत ही
आसान होता है।
इसकी सबसे बड़ी
खास बात तो
यह है कि
इसके अंदर बनाने
का जो सामान
लगता है वह
हर घर की
रसोई के अंदर
आसानी से मिल
जाता है। जबकि
दूसरी मिठाइयों को
बनाने का सामान
बाजार से खरीद
कर लाना पड़ता
है। Rice Pudding या खीर बनाने के लिए आपको दूध , चावल और चीनी की आवश्यकता
होती है जो हर घर मे आपको मिल ही जाएगी।
Basamati Rice-70 ग्राम
( 1/2 कप)
( 1/2 कप)
दूध – 1 किग्रा.
देशी घी-1 टेबल स्पून
काजू – 1 टेबल स्पून
किशमिश – एक टेबल स्पून
मखाने – कटे हुये आधा
कप
कप
इलाइची – 4-5
चीनी- 100 ग्राम
खीर बनाने की सबसे
सामान्य विधि यह
है कि चावल
को सबसे पहले
अच्छे तरीके से
धो ले और
उसके बाद इनको
पानी के अंदर
कुछ देर भीगने
दें और एक
अन्य बर्तन के
अंदर दूध को
गर्म करें ।
दूध गर्म हो
जाने के बाद
आप इसके अंदर
चावल को डाल
देंवे और फिर
गैस की आंच
को कम करदें
। अब दूध
को उबलने देंवे
। बीच बीच मे दूध को चमच से हिलाते रहें । जब चावल एकदम से उबल
जाएं तो आप इस खीर के अंदर कांजू और अन्य सामान डाल सकते हैं। खीर बनाने का एक तरीका
यह भी है कि आप चावल को घी के अंदर भून लें और फिर उपर से दूध डालें । आप चाहें जिस
तरीके से खीर बना सकते हैं।
सामान्य विधि यह
है कि चावल
को सबसे पहले
अच्छे तरीके से
धो ले और
उसके बाद इनको
पानी के अंदर
कुछ देर भीगने
दें और एक
अन्य बर्तन के
अंदर दूध को
गर्म करें ।
दूध गर्म हो
जाने के बाद
आप इसके अंदर
चावल को डाल
देंवे और फिर
गैस की आंच
को कम करदें
। अब दूध
को उबलने देंवे
। बीच बीच मे दूध को चमच से हिलाते रहें । जब चावल एकदम से उबल
जाएं तो आप इस खीर के अंदर कांजू और अन्य सामान डाल सकते हैं। खीर बनाने का एक तरीका
यह भी है कि आप चावल को घी के अंदर भून लें और फिर उपर से दूध डालें । आप चाहें जिस
तरीके से खीर बना सकते हैं।
हिंदू धर्म के
अंदर खीर का
बहुत अधिक महत्व
है ।श्राद्ध से
लेकर शरद पूर्णिमा
तक खीर का
भोजन हम लोग
करते हैं। इसके
भी अपने वैज्ञानिक
फायदे होते हैं।
खीर मलेरिया जैसे
रोगों से बचाने
का काम करती
है।एक वर्ष के
अंदर बहुत बार
हमे मच्छर काट
लेते हैं। लेकिन
अधिकतर केसों के अंदर
मलेरिया नहीं होता
है।
अंदर खीर का
बहुत अधिक महत्व
है ।श्राद्ध से
लेकर शरद पूर्णिमा
तक खीर का
भोजन हम लोग
करते हैं। इसके
भी अपने वैज्ञानिक
फायदे होते हैं।
खीर मलेरिया जैसे
रोगों से बचाने
का काम करती
है।एक वर्ष के
अंदर बहुत बार
हमे मच्छर काट
लेते हैं। लेकिन
अधिकतर केसों के अंदर
मलेरिया नहीं होता
है।
आपको बतादें कि मलेरिया
मच्छर काटने के
बाद तभी होता
है जब उनको
उपयुक्त वातावरण मिलता है।
यदि आप खीर
का सेवन करते
हैं तो पित्त
सही रहता है
और आप मलेरिया
जैसे रोग से
बचे रहते हैं।
मच्छर काटने के
बाद तभी होता
है जब उनको
उपयुक्त वातावरण मिलता है।
यदि आप खीर
का सेवन करते
हैं तो पित्त
सही रहता है
और आप मलेरिया
जैसे रोग से
बचे रहते हैं।
वैसे तो खीर
खाने के अनेक
फायदे भी होते
हैं। यदि आप
बॉडी बनाना चाहते
हैं तो कम
मीठी खीर का
सेवन कर सकते
हैं। खीर के
अंदर चावल होते
हैं और चावल
के अंदर कार्बोहाइट्रेट
होता है।आप दिन
के अंदर कई
बार खीर का
सेवन कर सकते
हैं यह आपके
शरीर को उर्जा
देने का काम
करती है।
खाने के अनेक
फायदे भी होते
हैं। यदि आप
बॉडी बनाना चाहते
हैं तो कम
मीठी खीर का
सेवन कर सकते
हैं। खीर के
अंदर चावल होते
हैं और चावल
के अंदर कार्बोहाइट्रेट
होता है।आप दिन
के अंदर कई
बार खीर का
सेवन कर सकते
हैं यह आपके
शरीर को उर्जा
देने का काम
करती है।
कब्ज की समस्या
से राहत देने
मे भी खीर
अच्छी होती है।
खीर मे पड़े
चावलों के अंदर
रेसिसटेंट स्टार्च होता है।और
खीर हल्की होने
की वजह से
आसानी से पच
जाती है ।
यदि किसी को
कब्ज की शिकायत
ज्यादा होती है
तो उसे खीर
का सेवन करना
चाहिए । यह
कब्ज को आसानी
से दूर कर
सकता है।
से राहत देने
मे भी खीर
अच्छी होती है।
खीर मे पड़े
चावलों के अंदर
रेसिसटेंट स्टार्च होता है।और
खीर हल्की होने
की वजह से
आसानी से पच
जाती है ।
यदि किसी को
कब्ज की शिकायत
ज्यादा होती है
तो उसे खीर
का सेवन करना
चाहिए । यह
कब्ज को आसानी
से दूर कर
सकता है।
इन सबके अलावा
यदि किसी को
दस्त लगने की
समस्या होती है
तो उसे खीर
का सेवन करना
चाहिए । खीर
के अंदर फाइबर
की कम मात्रा
होती है जो
आसानी से पचाने
योग्य होता है।इसके
अलावा यह अधिक
उर्जा देने मे
भी काफी उपयोगी
है।खीर के अंदर
आयरन और इसके
अलावा बहुत सारे
पोषक तत्व पाये
जाते हैं।
यदि किसी को
दस्त लगने की
समस्या होती है
तो उसे खीर
का सेवन करना
चाहिए । खीर
के अंदर फाइबर
की कम मात्रा
होती है जो
आसानी से पचाने
योग्य होता है।इसके
अलावा यह अधिक
उर्जा देने मे
भी काफी उपयोगी
है।खीर के अंदर
आयरन और इसके
अलावा बहुत सारे
पोषक तत्व पाये
जाते हैं।
हालांकि
खीर खाने के
जहां अनेक फायदे
हैं। वहीं इसके
नुकसान भी कम
नहीं हैं। यदि
आप अधिक मात्रा
के अंदर खीर
का सेवन करते
हैं तो आपको
डायबिटिज का खतरा
बहुत अधिक बढ़
जाता है।इसके अलावा
अधिक खीर खाने
की वजह से
मॉटाबॉलिक सिंड्रोम का खतरा
भी बढ़ जाता
है।
खीर खाने के
जहां अनेक फायदे
हैं। वहीं इसके
नुकसान भी कम
नहीं हैं। यदि
आप अधिक मात्रा
के अंदर खीर
का सेवन करते
हैं तो आपको
डायबिटिज का खतरा
बहुत अधिक बढ़
जाता है।इसके अलावा
अधिक खीर खाने
की वजह से
मॉटाबॉलिक सिंड्रोम का खतरा
भी बढ़ जाता
है।