kya vampire sach mein hote hain क्या वैम्पायर सच मे होते हैं ? हैरान करने वाले रहस्य। जब हम गूगल पर सर्च करते हैं कि वैम्पायर होते हैं ? तो गूगल की तरफ से एक जवाब मिलता है , कि यह बस एक काल्पनिक प्राणी होते हैं। जोकि जिंदा इंसानों का खून पीकर रहते हैं। हालांकि विकिपिडिया पर लिखने वालों मे से कोई भी तंत्र साधक नहीं है। तो उनको बिना तंत्र के ज्ञान के ही यह पता चल जाता है , कि पिशाच होते नहीं हैं। मुझे समझ नहीं आता है , कि ऐसे ज्ञानी लोग आते कहां से हैं। खैर छोड़िए हम आपको इस लेख के अंदर इसके बारे मे बताने वाले हैं। हम कोई तंत्र साधक नहीं हैं। लेकिन तंत्र साधकों के अनुभव को यहां पर बताने वाले हैं। हम अपनी तरफ से कुछ भी नहीं बता सकते हैं। क्योंकि यदि आप जिस जिस के बारे मे जानकारी नहीं रखते हें , आप उसके उपर यदि सही गलत करते हैं , तो यह आपकी मूर्खता ही होगी ।
हम आपको हर लेख के अंदर यह बताता हूं कि आपकी आंखें सिर्फ अपनी सीमाओं तक ही देख सकती हैं। इसलिए अपनी आंखों और कानों पर पूरी तरह से भरोशा नहीं किया जा सकता है। यदि आप यह सोच रहे हैं , कि आपने जो नहीं देखा वह झूठ है तो आप गलत सोच रहे हैं।
पिशाचों की मान्यता के बारे मे बात करें तो आपको बतादें कि यह मान्यताएं दुनियाभर के अंदर मौजूद हैं। दुनियाभर मे यह माना जाता है , कि बुरे कर्म करने वाली घटिया आत्माएं पिशाच बन जाती हैं। और वे इंसानों का खून पीने लग जाती हैं। उनके दांत बड़े बड़े होते हैं। उनका चेहरा लाल या फिर काला होता है। आपको पता है कि पिशाचों की तुलना चमगादड़ से की जाती है। इसका कारण यह है , कि वे चमगादड़ की तरह पेड़ों पर ही रहते हैं। और पिशाच किसी के शरीर के अंदर नहीं घुसते हैं , बस खून पी जाते हैं , और वापस अपने स्थान पर चले जाते हैं। पिशाच के बारे मे यह कहा जाता है , कि यह मरे हुए मनुष्यों को खा सकते हैं। यहां तक की जानवरों का खून पी सकते हैं। पिशाच नर और मादा दोनों ही तरह के हो सकते हैं।
ड्रैकुला का नाम तो आपने सुना ही होगा । ड्रैकुला वही जोकि जिंदा इंसानों का खून पीता था । हालांकि इस संबंध मे उपन्यास आया था । बाद मे इसके उपर कहानी भी बनाई गई थी ।
दोस्तों हमारे ही यहां की एक जानकार महिला ने बताया कि उसका एक बेटा था । और वह आमतौर पर 10 साल का था । पता नहीं उसको क्या हो गया वह सूखता ही जा रहा था । धीरे धीरे उसका वजन कम हो गया और ऐसा लग रहा था , कि वह जल्दी ही मर जाएगा । कई डॉक्टरों को दिखाया लेकिन कुछ भी फायदा नहीं हुआ । उसके बाद उस लड़के को एक तंत्र साधक के पास लेकर जाया गया , तो तंत्र साधक ने बताया कि उसको किसी पिशाच ने पकड़ रखा है , जो रात मे खून पीता है , और दिन मे पेड़ पर रहता है। अब इस लड़के का कुछ नहीं हो सकता है। बहुत देर हो चुकी है। और इसके कुछ ही दिनों बाद उस लड़के की मौत हो गई।
यह एक मात्र कहानी नहीं है। वरन यह एक तरह से रियल घटना है । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और इस रियल घटना के अलावा और भी बहुत सारी घटनाएं हो सकती हैं।
दोस्तों यूनानी कथाओं के अंदर भी पिशाच के बारे मे वर्णन मिलता है। और एक कथा के अनुसार एम्पुसा हिकेट देवी की कन्या थी और उसका वर्णन कांसे के पांवों वाली दुष्ट राक्षसी के रूप में किया गया था। और इसके बारे मे यह कहा जाता है , कि वह एक सुंदर युवती के अंदर बदल जाती थी । और पुरूषों को अपने रूप के जाल के अंदर फंसा लेती थी । और उसके बाद उनका खून पी जाती थी ।मिया की ही तरह स्ट्रिजेस भी बच्चों को खाती थीं लेकिन नवयुवकों को भी अपना शिकार बनाती थीं। आमतौर पर उनका वर्णन कौवों और पक्षियों के शरीर धारण करने वालों के रूप में किया गया था।
सर्बिया में रहने वाले पीटर प्लोगोजोवित्ज़ और आर्नोल्ड पाओल जब पिशाच बनकर वापस आए
दोस्तों यह घटना है सर्बिया की । इस घटना के अनुसार प्लोगोजोवित्ज़ की उम्र 62 साल थी । और तब उनकी मौत हो गई । मौत के बाद कहा जाता है , कि वे फिर से अपने बेटे से खाना मांगने के लिए आ गए ।उसके बाद जब उसने भोजन देने से इंकार कर दिया , तो दूसरे दिन वह मरा हुआ मिला ।प्लोगोजोवित्ज़ के पिशाच ने फिर अपने पड़ोसियों पर हमला कर दिया , जिनकी मौत भी खून बहने की वजह से हुई थी।
आर्नोल्ड पाओल के बारे मे यह कहा जाता है , कि जब वह खेत के अंदर घास काट रहा था , तो उसके उपर एक पिशाच ने हमला किया और उसका खून पी गया जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई।और उसकी मौत के बाद आस पास के लोग भी मरने लगे थे ।
दोस्तों अफ्रिका के अंदर भी पिशाचों की मान्यताएं मौजूद हैं। वहां पर लोगों का विश्वास है कि पेड़ों पर वास करने वाले पिशाच जुगनू का आकार धारण करके आते हैं , और बच्चों का खून पीते हैं। इसके अलावा यह माना जाता है , कि बड़े नाखून और पंजों के साथ होते हैं , जोकि इंसानों का खून पीते हैं।
दोस्तों आपको बतादें कि मलेशिया के अंदर भी पिशाच की मान्यताएं मौजूद हैं। इस मान्यता के अनुसार पिशाच एक सुंदर स्त्री होती है। वह अपने विषदंत की मदद से वह काटती है। किसी गर्भवती स्त्री के खून की तलाश मे रातभर उड़ती रहती है।इसके अलावा ऐसा भी वर्णन मिलता है , कि जब कोई गर्भवती स्त्री मर जाती है , तो वह पिशाच बन जाती है। उसकी गर्दन के पीछे एक छेद होता है , जिसकी मदद से वह खून चूसती है। वह बच्चों तक का खून पी जाती है।
दोस्तों यह एक बहुत बड़ा सवाल है। और हम आपकी तरह ज्ञानी नहीं हैं। लेकिन तर्क यह कहता है , कि जीवन के अंदर जिस किसी इंसान को जिस चीज का शौक होता है , वह आमतौर पर उसी तरह का बन जाता है। जैसे कि जीवित अवस्था के अंदर इंसान को खाने पीने का शौक होता है , तो वह मरने के बाद भूत प्रेत बन जाता है। फिर उसको वही खाने पीने की चीजें पसंद आती हैं। उसी तरह से पिशाच भी हो सकता है। यह थ्योरी यह कहती है , कि इस दुनिया के अंदर कुछ इस तरह के लोग हैं ,जिनको इंसानों का या जानवरों का खून पीना बेहद ही पसंद होता है। तो वे जीवत रहते हैं , तो हो सकता है इंसानों का खून ना पी पाएं लेकिन जानवरों का खून पीना उनकी आदत होती है।
29 वर्षीय मीशैल नामक एक महिला के बारे मे एक दिन मे न्यूज के अंदर देख रही थी । इस महिला को अलग अलग इंसानों और जानवरों का खून पीने की आदत होती है। हालांकि वैज्ञानिक इसको एक बीमारी के नाम से जानते हैं। लेकिन सूक्ष्मजगत के अंदर यह पिशाच के रूप मे बदल सकती है। जिस तरह की वासना होती है , उसी तरह का इंसान मरने के बाद बन जाता है। इसके बारे मे आपको बार बार बताने की जरूरत नहीं है। इस महिला ने कहा कि हर इंसान के खून के अंदर अलग अलग तरह का टेस्ट होता है ,
मुझे लगता है , कि जब आप कहते हें , कि कोई इंसान मर जाता है , तो उसकी वासनाएं तय करती हें , कि वह पिशाच बनेगा या फिर चुड़ैल या फिर कुछ और तो यह ठीक इसी तरह से होता है। जैसे कि इस दुनिया के अंदर इस तरह के कई सारे लोग हैं , जिनको जानवरों और इंसानों का खून पीने की आदत है , तो वे मरने के बाद भी उस आदत को कैसे छोड़ सकते हैं ऐसी स्थिति के अंदर यह लोग पिशाच बन जाते हैं , और उसके बाद दूसरे लोगों का खून पीना शूरू कर देते हैं।
हां एक महिला पिशाच भी हो सकती है। असल मे पुराने जमाने के अंदर पिशाच होने का खतरा काफी अधिक था । इसका कारण यह था , कि पहले लोग आमतौर पर जानवरों और मनुष्यों के खून को निकाल लेते थे । और उसके बाद उनका खून पीने लग जाते थे । लेकिन अब यह सब काफी कम हो गया है। असल मे जो इंसान जीवन काल के अंदर जानवरों की हत्या करता है। और उनका खून पीता है , वह मरने के बाद पिशाच ही तो बनेगा । पिशाच बनने के लिए आपका तामसिक होना जरूरी है। यदि कोई जीवन काल मे तामसिक नहीं है , तो उसके बाद वह पिशाच नहीं बन सकता है।
देखिए यह पता लगाना इतना आसान नहीं है। फिर भी यह माना जाता है , कि जो पिशाच होते हैं , वे आमतौर पर किसी पेड़ पर रहना पसंद करते हैं। या वे अधिकतर सुनसान इलाकों के अंदर रहना पसंद करते हैं। और यह निशाचर होते हैं। रात के अंदर सफर करने का काम करते हैं। रात हो जाती है , तो उसके बाद यह किसी मनुष्य या फिर जानवर के खून की तलास करते हैं , और उसके बाद उसका खून पीकर अपनी भूख को शांत करते हैं।
देखिए पिशाच कोई विज्ञान का विषय नहीं है। पिशाच एक पूरी तरह से अलग चीज है। और हर चीज को आप वैज्ञानिक उपकरणों से सिद्ध करने का प्रयास ना करें । विज्ञान के मानने या ना मानने से हकीकत नहीं बदल जाती है। असल मे योगियों ने इस चीज का अनुभव किया है , यदि आप एक योगी हैं , तो आपको पता ही है कि पिशाच होते हैं , क्योंकि आपके पास योगबल है , आपके पास अदभुत ताकते हो सकती हैं।यदि पिशाच को जानना है , तो आपको खुद योगी होना पड़ेगा , ऐसी के अंदर बैठकर ठंडी हवा खाने से आप पिशाच जैसी चीजों को नहीं जान सकते हैं।
देखिए नेचर का नियम होता है , कि आप जो चाहते हैं , वही आपके साथ करती है। चाहने का मतलब यही है , कि आप जिस चीज को आप तीव्रता से चाहते हैं , आपकी वह इच्छा पूरी होती है। अब यदि कोई इंसान तीव्रता से अपने जीवन मे खून पीने को पसंद करता है , तो फिर नेचर उसकी भी इच्छा का समान करेगी । और वह पिशाच बन जाएगा । इसी तरह से यदि कोई इंसान अच्छाई को पसंद करता है , तो वह एक पवित्र आत्मा के अंदर बदल जाएगा । नेचर को सही और गलत से फर्क नहीं पड़ता है। आप क्या चाहते हैं ? उसके आधार पर ही वह आपको बनाने का प्रयास करती है।
नहीं मरने के बाद हर इंसान पिशाच नहीं बनता है , जिस प्रकार से एक अच्छा और बुरा कर्म करने वाला तांत्रिक ब्रह्रम राक्षस बन जाता है। उसी तरह से अपने जीवन काल के अंदर इंसानों का खून पीने वाला इंसान या जानवरों का खून पीने वाला पिशाच बन जाता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
नहीं वे पहले ही मर चुके हुए लोग होते हैं। उनको जिंदा रहने के लिए खून पीने की जरूरत नहीं होती है। वे आमतौर पर अपनी इच्छा को पूरा करने के लिए खून पीना पसंद करते हैं। लेकिन इस तरीके से उनकी इच्छा कभी भी पूरी नहीं होती है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
क्योंकि एक पिशाच के पास हमारी तरह से शरीर नहीं होता है। इसकी वजह से वे अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए हमेशा ही भटकते रहते हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं।
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