Labh ka vilom shabd लाभ का विलोम शब्द ?
लाभ का विलोम शब्द, लाभ शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, लाभ का उल्टा Labh ka vilom shabd
शब्द (word) | विलोम (vilom) |
लाभ | हानि |
Labh | Hani, Kshati |
लाभ का विलोम शब्द और अर्थ
दोस्तों लाभ का विलोम शब्द होता है हानि । अब बात करें लाभ की तो लाभ कोई एक तरीके का नहीं होता है। यदि आप किसी धंधे के अंदर मुनाफा कमाते हैं तो वह भी लाभ ही होता है। इसी प्रकार यदि आप किसी इंसान का अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करते हैं तो वह भी लाभ ही होता है। अब यदि आप आजकल बिजली कंपनी की बात करें तो वह अच्छा लाभ कमा रही है। अभी बिजली कम्पनी को शिकायत दर्ज करवाए हुए 2 महिने हो चुके हैं और कार्यवाही नहीं हुई। लेकिन वे आपको लाभ लेने के लिए कनेक्सन काटने के लिए फटका से आ जाते हैं।
आप बस पैसा भरते रहो उसके अलावा उनको कुछ ज्यादा मतलब नहीं होता है।खैर यह भी एक अच्छा धंधा है कि सरकार मार्केट मे दूसरी बिजली कंपनी नहीं खड़ी कर रही है।
इसी प्रकार यदि बात बिजनेस की करें तो वहां पर कई लोग अच्छा लाभ कमाने मे लगे हैं। आपके शहर मे भी कुछ दुकानदार ऐसे मिल ही जाएंगे जोकि जमकर लूटने का काम करते हैं। कल एक व्यक्ति मेरे पास आया और बोला सर आजकल क्या करें कुछ लाभ नहीं मिल रहा है। दुकानदारी चल ही नहीं रही है। तो हमने कहा भाई आपको समझना चाहिए कि आप तो बस एक सामान बेचकर ही लखपति बनना चाहते हैं। ऐसा नहीं होता है।
यदि आप किसी कस्टमर को चूना लगा भी देंगे तो क्या होगा ।अधिक से अधिक आप यह सब एक बार कर पाएंगे । उसके बाद वह कस्टमर कभी भी आपके पास लौटकर नहीं आएगा । तो एक साथ ही कमाने की कोशिश ना करें । वरन धीरे धीरे कमाएं । तभी सही होगा ।
इतना सब कुछ समझाने के बाद भी आदत नहीं छूटती है। क्योंकि सब इस आदत से लाचार हो चुके हैं। वे बस एक साथ ही कमाने की कोशिश करते हैं। लेकिन ऐसा संभव नहीं है। आपको कस्टमर का विश्वास जितना होगा तभी आपके लिए कुछ अच्छा होगा । उसके बाद मैंने उनको बताया कि आपको मेहनत भी अधिक करनी होगी । आप यदि बैग की सिलाई करते हैं तो स्कूल के आगे अपने बिजनेस का प्रचार करें । आप वहां पर एक ठैला लगा सकते हैं जिसके अंदर तरह तरह के बैग होते हों । और आप सीधे वहीं से ऑर्डर बुक कर सकते हैं। अक्सर जब स्कूल से बच्चे बाहर निकलते हैं तो वे बैग वैगरह देखते ही हैं।
और बार बार जब स्टूडेंट की नजर आपके बैग पर जाती है तो फिर कामयाबी के चांस बढ़ जाते हैं। आप समझ सकते हैं कि आपको सफल होने के लिए कितनी मेहनत करनी होगी ? बिना मेहनत के कुछ हो नहीं सकता है।
यदि आप एक शहर की हर स्कूल को कुछ समय के लिए टारगेट करते हैं तो उसके बाद आपको इसके अंदर सफलता जरूर मिलेगी । क्योंकि एक बच्चा रोजाना स्कूल आता है तो वह आसानी से अपने लिए एक सुंदर सा बैग पसंद कर सकता है। लेकिन वह आपकी दुकान पर नहीं जाएगा । ऐसी स्थिति मे यह काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।इसके अलावा जो लोग बैग सिलते हैं वे तिरपाल सिलकर भी सस्ते मे बेच सकते हैं।उसके अंदर भी अच्छा मुनाफा हो जाता है।
हानि का अर्थ और मतलब
दोस्तों हानि शब्द के बारे मे हम सभी बहुत ही अच्छे तरीके से जानते ही हैं।हानि का दूसरा अर्थ होता है घाटा । यदि आप किसी को पैसे उधार देते हैं और वह पैसों को उधार देने से मना कर देता है तो इसका मतलब यह है कि उसे घाटा हुआ है। खैर घाटा या हानि किसी को पसंद नहीं होती है।हर इंसान यही चाहता है कि उसे लाभ हो हानि नहीं होनी चाहिए ।अब आप खुद ही सोचिए की हानि कहां जाएगी ? खैर लाभ और हानि जीवन के दो पहलू हैं जोकि आते जाते रहते हैं। यदि आज आपको लाभ हो रहा है तो कल हानि भी होगी और इसके अंदर कोई शक भी नहीं है।
अब यदि हानि और लाभ की बात चल ही गई है तो मैं आपको एक दिलचस्प कहानी सुनाता हूं ।
एक ग्वाला था उसको एक ही बेटा था। दोनों बाप बेटे खेत के अंदर गायें चराया करते थे । एक दिन एक ज्योतिषी वहां से गुजरा । बाप ने ज्योतिषी को खाना पानी दिया । जिससे वह काफी खुश हो गया और ग्वाले के बेटे का भविष्य फ्री मे बताने के लिए तैयार हो गया। फिर क्या था ज्योतिषी ने ग्वाले को बताया कि उसका बेटा जिंदगी के अंदर कुछ भी नहीं कर पाएगा ।और ऐसे ही रहेगा । ग्वाला निराश हो गया क्योंकि यह उसके लिए हानि की बात थी।
उसके बाद ज्योतिषी वहां से चला गया और पास मे ही एक खेत मे कुआ था दिखाई नहीं देने पर कुए मे गिर गया और बचाओ बचाओ चिल्लाने लगा । अब जब ग्वाले ने आवाज सुनी तो वह दौड़कर गया और दोनों ने ज्योतिषी को किसी तरह से निकाला।
और उसके बाद ग्वाला बोला ……..जो इंसान अपने इतने पास के भविष्य को नहीं देख सकता है। वह इतने दूर भविष्य को कैसे देखेगा ? असल मे यह सब तो प्रपंच है। लाभ हानि का पता किसी को नहीं चलता है।
दोस्तों इस कहानी का मतलब यही है कि हानि का पता किसी को नहीं चल पाता है। कई बार क्या होता है कि हम लाभ के चक्कर मे हानि करते रहते हैं क्योंकि हमे पता ही नहीं होता है कि क्या हो रहा है।
जैसे कि जो इंसान दूसरे लोगों पर अत्याचार करते हैं।धर्म के नाम पर वे खुद भी कभी चैन से नहीं रह सकते हैं। आप अफगानिस्तान को देख सकते हैं। कभी वहां पर हिंदु रहा करते थे । और आज सारे मुस्लमान हो गए उसके बाद भी वहां की जनता शांति से नहीं रह सकती है। कारण यही है कि वहां पर हिंसा प्रमुख है और सब सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं।और सिरिया , इराक ,पाकिस्तान इन सबके अंदर यही हो रहा है। और आने वाले दिनों मे और अधिक दंगे होंगे । कारण यही है कि जब आप किसी चाकू की धार को बहुत अधिक तीखा करके अपने पास बिना किसी सावधानी के रखते हो तो एक दिन वही चाकू आपको भी काट लेता है। क्योंकि चाकू के पास दिमाग नहीं होता है।और यही इन देशों मे रहने वाले लोगों की हालत है।