levofloxacin tablet uses in hindi , levofloxacin 500 mg uses in hindi यूरिन इन्फेक्शन, प्रोस्टेटाइटिस, निमोनिया आदि के अंदर levofloxacin tablet का उपयोग किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और इस दवा की जो खुराक होती है वह आमतौर पर अलग अलग आयु और लिंग के आधार पर हो सकती है। जब डॉक्टर इस दवा को पर्ची के अंदर लिखकर देता है तो उसके बाद ही इस दवा का सेवन किया जाना चाहिए । यदि आप बिना डॉक्टर के इस दवा का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से काफी नुकसान हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
levofloxacin tablet के कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं लेकिन इस दवा के साइड इफेक्ट लंबे समय तक देखने को नहीं मिलते हैं। यदि दवा लेने के बाद किसी तरह के साइड इफेक्ट होते हैं तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
आपको बतादें कि मूत्र मार्ग के अंदर संक्रमण होना एक आम बात होती है। और यह आमतौर पर बैक्टीरिया और कवक की वजह से होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।और यह जो संक्रमण होता है वह मूत्र मार्ग के अंदर कहीं पर भी हो सकता है यह मूत्र मार्ग और गुर्दे को सबसे अधिक प्रभावित करता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
और यह जो संक्रमण होता है वह आमतौर पर पुरूष और महिलाओं के अंदर होता है लेकिन महिलाओं के अंदर यह संक्रमण काफी अधिक होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।
इस तरह के कुछ लक्षण यदि आपको दिखाई देते हैं तो फिर आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपके डॉक्टर आपको जो निर्देश देते हैं आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
अब यदि हम मूत्र संक्रमण के कारणों की बात करें तो इसके कई सारे कारण होते हैं। और यह कारण आपको पता होना चाहिए तो आइए जानते हैं इसके कुछ कारणों के बारे मे विस्तार से ।
यूटीआई (यूरिन इन्फेक्शन) से बचाव की यदि हम बात करें तो कुछ टिप्स हम आपको बताना चाहते हैं जिसकी मदद से आप यूरिन इन्फेक्सन से बच सकते हैं तो आइए जानते हैं उन टिप्स के बारे मे विस्तार से जिनको आप फोलों कर सकते हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
दोस्तों यदि आप अपने डॉक्टर के पास यूरिन इन्फेक्सन की समस्या को लेकर जाते हैं तो उसके बाद आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उनका पालन करें । और वह आपको कुछ परीक्षण करने के लिए कह सकता है। जिससे कि समस्या के बारे मे ठीक तरह से पता चल सके ।
मूत्र मार्ग संक्रमण (यूरिन इन्फेक्शन)यदि किसी मरीज को हो गया है और वह डॉक्टर के पास जाता है तो डॉक्टर उसे परीक्षण की सलाह दे सकते हैं। यूरीन इन्फेक्सन के परीक्षण के अंदर कई तरह के टेस्ट किया जा सकता है जिससे कि समस्या के बारे मे पता चल जाता है। यहां पर हम आपको कुछ टेस्ट के बारे मे बता रहे हैं।
यूरिन इन्फेक्शन (यूटीआई) के इलाज की बात करें तो इसका इलाज कई तरह से किया जाता है आपको डॉक्टर सबसे पहले यह देंखेंगे कि यूरिन इन्फेक्सन किस वजह से हुआ है और उसके बाद इलाज के बारे मे बात करेंगे इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । जैसे कि यदि यूरिन इन्फेक्सन कवक की वजह से हुआ है तो एंटिफंगल दवाओं की वजह से इसका इलाज किया जा सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । लेकिन कोई भी दवा आपको सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । इसके अलावा जिनको मूत्रपथ के अंदर संक्रमण होता है उनको अधिक तरल पदार्थ पीने की सलाह दी जाती है ताकि जो बैक्टिरिया होता है वह आसानी से बाहर निकल सके ।
वैसे यदि आप सही समय पर इलाज लेते हैं तो इसको कुछ ही समय के अंदर बहुत ही आसानी से ठीक किया जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यह आमतौर पर 2 से 3 दिन के अंदर ठीक हो जाता है और यदि लंबे समय तक इसका इलाज नहीं किया जाता है तो उसके बाद समस्या होती है। और यह काफी गम्भीर हो सकता है।
प्रोस्टेट की सूजन को प्रोस्टेटाइटिस के नाम से जाना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।प्रोस्टेटाइटिस की स्थिति में अक्सर तेज दर्द या पेशाब करने में कठिनाई होती है कमर दर्द और पेडूं के अंदर दर्द इसके लक्षण होते हैं जिसकी मदद से इसको आसानी से पहचाना जा सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।
प्रोस्टेट के जो सूजन की समस्या होती है वैसे तो यह किसी भी उम्र मे हो सकती है लेकिन आमतौर पर यह देखने मे आया है कि यह अधिकतर 50 साल से कम उम्र होने की दशा मे सबसे अधिक होती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और पुरूषों के अंदर यह समस्या सबसे आम होती है यह किसी तरह के जीवाणू संक्रमण की वजह से होता है लेकिन इसके सही कारण के बारे मे पता लगाना कोई आसान काम नहीं होता है आप इस बात को समझ सकते हैं।
आपको बतादें कि प्रोटेस्ट के अंदर सूजन होना आमतौर पर कई बार अचानक से हो जाती है और उसके बाद अचानक से ठीक भी हो जाती है। यदि यह ठीक नहीं होती है तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करना चाहिए ।
प्रोस्टेट में सूजन के लक्षण की यदि हम बात करें तो यह आमतौर पर प्रोस्टेट कैंसर के जैसे हो सकते हैं। लेकिन जरूरी नहीं है कि यह कैंसर ही हो तो सबसे पहले हम आपको कुछ लक्षण बता देते हैं जिससे कि आपको यह पता चल जाएगा कि आपको प्रोस्टेट की समस्या है।
यदि आपको उपर दिये गए लक्षण दिखाई देते हैं तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यह आपके लिए सबसे अधिक जरूरी हो जाता है आप इस बात को समझ सकते हैं।
प्रोस्टेट में सूजन के कारणों के बारे मे बात करें तो इसके कई सारे कारण हो सकते हैं जिसकी वजह से यह सूजन हो सकती है। लेकिन अधिकतर केस के अंदर यह किसी ना किसी तरह के संक्रमण की वजह से ही होता है।एक्यूट प्रोस्टेटाइटिस भी एक प्रकार का संक्रमण होता है। यदि किसी को यह समस्या है तो फिर उसे जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर को परामर्श करना चाहिए और आपके डॉक्टर आपको जो निर्देश देते हैं आपको उसका पालन करना चाहिए । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
प्रोस्टेट की सूजन के निदान के बारे मे बात करें तो आमतौर पर इसका निदान कई तरह से किया जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए। डॉक्टर सबसे पहले किसी तरह के टेस्ट का सुझाव दे सकते हैं। तो आइए जानते हैं इसके निदान के बारे मे ।
डिजिटल रेक्टल एग्जामिनेशन के अंदर पेट के नीचले हिस्से की जांच की जाती है और उसके बाद यह पता लगाया जाता है कि क्या समस्या है ? और समस्या कितनी गम्भीर हो सकती है।
इसके अलावा आपके यूरिन का टेस्ट किया जा सकता है। जिसकी मदद से यह पता लगाने की कोशिश की जाती है कि आपके शरीर के अंदर किसी तरह का कोई बैक्टिरिया तो नहीं है।
इसके अलावा ट्रांसरेक्टल अल्ट्रासाउंड टेस्ट भी किया जा सकता है। इसके लिए आपको अस्पताल के अंदर भर्ती होना पड़ सकता है।
साइनसाइटिस एक प्रकार की गम्भीर के अंदर आता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।साइनसाइटिस के कई अलग-अलग प्रकार हैं, और प्रत्येक के लिए एक विशिष्ट उपचार योजना की आवश्यकता होती है। साइनसाइटिस का सबसे आम प्रकार तीव्र साइनसाइटिस है, जो एक संक्रमण है जो बुखार और सिरदर्द का कारण बनता है। अन्य प्रकार के साइनसाइटिस में क्रोनिक साइनसिसिस शामिल है, जो एक संक्रमण है जो तीन सप्ताह से अधिक समय तक रहता है, और संक्रामक साइनसाइटिस के बाद, जो एक संक्रमण है जो सर्दी या फ्लू के बाद होता है। साइनसाइटिस के सभी प्रकार के लिए उपचार अंतर्निहित कारण पर निर्भर करता है। यदि कारण की पहचान की जाती है और जल्दी इलाज किया जाता है, तो रोगी के पास दीर्घकालिक जटिलताओं के बिना ठीक होने का अच्छा मौका होता है।
साइनस के लक्षण की यदि हम बात करते हैं तो इसके कई सारे लक्षण होते हैं और यदि आप इसके बारे मे जानना चाहते हैं तो इसके कुछ लक्षण के बारे मे हम आपको बता रहे हैं। जिसकी मदद से आप साइनस को पहचान सकते हैं।
क्रोनिक साइनसाइटिस और एक्यूट साइनसाइटिस के लक्षण समान से ही दिखते हैं यदि आपको उपर दिये गए लक्षण दिखाई देते हैं तो फिर आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अधिक सही हो सकता है।
साइनसाइटिस की समस्या यदि आपको बार बार हो रही है तो आपको अपने डॉक्टर को दिखाना बहुत अधिक जरूरी हो जाता है आप इस बात को समझ सकते हैं।यदि इसके लक्षण आपको लंबे समय तक चलते हैं तो फिर आपको अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए ।आंखों के आस पास चकते का बनना और लझन आदि समस्याएं होती हैं तो फिर आपको अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।
साइनसाइटिस के कारण की यदि हम बात करें तो इसके कई सारे कारण हो सकते हैं। इसके अंदर होता यह है कि नाक के अंदर तरल पदार्थ एकत्रित हो जाते हैं जिसकी वजह से नाक के अंदर रोगाणु पैदा हो जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
साइनस से बचाव की यदि हम बात करें तो आप काफी कुछ इसके अंदर कर सकते हैं। कुछ उपाय हैं जिसकी मदद से आप साइनस मे खुद को बचा सकते हैं। तो आइए जानते हैं इन उपायों के बारे मे विस्तार से ।
साइनस संक्रमण यदि किसी को हो चुका है तो इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । जब आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो उसके बाद डॉक्टर आपसे पूछते हैं कि आपको क्या समस्या है तो आपने जो लक्षण देखे हैं आपको उसके बारे मे बताना चाहिए ।
साइनस की समस्या के अंदर डॉक्टर आपको सीटी स्कैन एमआरआई आदि करवाने की सलाह दे सकते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर आपको चाहिए कि आप इन जांच को करवाएं । इसके अलावा लक्षणों की मदद से इसकी पहचान की जा सकती है आप इस बात को समझ सकते हैं।
दोस्तों आप किडनी के बारे मे जानते ही हैं आपको बतादें कि किडनी हमारे शरीर मे दो होती हैं और उनकी मदद से ही खून को साफ किया जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि किडनी खराब हो जाती है तो फिर मरीज की स्थिति काफी अधिक नाजुक हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
जब किडनी के नेफ्रोन और आस-पास के ऊतकों में सूजन व लालिमा विकसित हो जाती है, तो उसे नेफ्राइटिस के नाम से जाना जाता है और यदि इसका समय पर इलाज नहीं किया जाता है तो इसकी वजह से आपकी किडनी खराब हो सकती है।और वैसे भी यदि किडनी का सूजन है तो फिर आसानी से इसके बारे मे पता नहीं चल पाएगा आप इस बात को समझ सकते हैं और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
जब आपकी किडनी ठीक से काम कर रही होती है तो इसकी मदद से शरीर के अंगों को लगातार ऑक्सीजन प्राप्त होता रहता है और खून की सप्लाई संभव हो पाती है।और किडनी जब खून को फिल्टर नहीं कर पाती है तो उसके बाद काफी बड़ी समस्या पैदा हो जाती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । किडनी की समस्या होने पर पेशाब में खून आना, बुखार, मतली और उल्टी जैसे लक्षण पैदा हो सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
यदि आप किडनी के सूजन से बचना चाहते हैं तो आपको मीठे पदार्थों की खपत को कम करना होगा और इसकी मदद से आपको शराब आदि का सेवन करते हैं तो उसे भी कम करना होता है। जो लोग शराब आदि का सेवन करते हैं उनकों किडनी खराब होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
एंटीबायोटिक और कोर्टिकोस्टेरॉयड दवाएं ऐसी होती हैं जोकि किडनी के सूजन को दूर करने का काम करती है। और यदि किडनी के सूजन को समय पर इलाज नहीं किया जाता है तो उसकी वजह से किडनी पूरी तरह से फैल हो सकती है और उसके बाद रोगी की मौत तय होती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
किडनी में सूजन के प्रकार के बारे मे बात करें तो आपको बतादें कि किडनी का जो सूजन होता है वह कई प्रकार का होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
अब हम बात करें किडनी के सूजन के लक्षणों की तो इस तरह के कई सारे लक्षण होते हैं जिसकी मदद से आप किडनी सूजन की पहचान कर सकते हैं और इसकी वजह से आप यह पता लगा सकते हैं कि आपके किडनी मे सूजन है और उसके बाद आप अपने डॉक्टर को दिखा सकते हैं।
दोस्तों आइए अब हम यह जानने का प्रयास करते हैं कि किडनी के अंदर सूजन किन वजहों से होता है ? तो आइए जानते हैं। इसके कारणों के बारे मे और कौनसी चीजें हैं जोकि किडनी के अंदर जोखिम को बढ़ा सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
अब दोस्तों हम आपको किडनी के परीक्षण के बारे मे बताने वाले हैं। मतलब यही है कि यदि आपको किसी तरह की किडनी की समस्या है तो आप अपने डॉक्टर के पास जाएंगे तो वह आपके कई सारे परीक्षण कर सकता है जिससे कि पता चल सके कि आपको सचमुच किडनी की ही समस्या है या फिर कोई और समस्या है ?
अब यदि हम किडनी के अंदर सूजन के इलाज की बात करें तो आप किडनी के अंदर सूजन का इलाज कई तरह से कर सकते हैं। कुछ दवाएं आती हैं जोकि किडनी के सूजन को कम करने मे काफी मदद करती है। लेकिन उन दवाओं को आपको अपने डॉक्टरों की मदद से ही लेना चाहिए ।
आपको बतादें कि लाल बुखार आमतौर पर काफी तेजी से फैलने वाला रोग होता है। इसकी वजह से आपके पूरे शरीर पर लाल चकते बन जाते हैं और गले के अंदर भी काफी अधिक दर्द होता रहता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।यह आमतौर पर 15 साल तक के बच्चों को काफी अधिक होता है। और आपको बतादें कि यह काफी डेंजर रोग होता है। यदि इस रोग का समय पर इलाज नहीं किया जाता है तो यह बच्चों के किडनी और हर्ट के लिए बहुत ही बड़ा खतरा पैदा कर सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
यदि हम लाल बुखार के लक्षणों की बात करें तो इसके कुछ लक्षण होते हैं जिसकी मदद से आप इसको बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं आइए जानते हैं इसके कुछ लक्षणों के बारे मे विस्तार से ।
दोस्तों यदि आपको लाल बुखार से जुड़ा हुआ कोई भी लक्षण दिखाई देता है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए । संभव हो सकता है कि यदि आप समय पर इसका उपचार कर पाते हैं तो यह अधिक बेहतर होगा । नहीं तो आपकी समस्या कम होने की बजाय और अधिक बढ़ सकती है। समय पर यदि इलाज नहीं होता है तो इस रोग की वजह से मौत भी हो सकती है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।
लाल बुखार के कारणों की बात करें तो आपको बतादें कि एस पियोजीन्स नामक एक बैक्टिरिया होता है जोकि लाल बुखार को फैलने के लिए जिम्मेदार होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यह एस पियोजीन्स आपके शरीर के अंदर विषाक्त पदार्थों को छोड़ने का काम करता है जिसकी वजह से काफी अधिक परेशानी होती है और शरीर पर लाल चकते बन जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।
अब यदि हम लाल बुखार के फैलने के बारे मे बात करें तो आपको बतादें कि यह मरीज के खांसने और छींकने की वजह से फैलता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यदि आप इस तरह के मरीज के साथ खाना वैगरह खाते हैं तो उसकी वजह से भी लाल बुखार आपको हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।
यदि अब हम लाल बुखार रोग से बचाव के बारे मे बात करें तो आपको बतादें कि यह काफी तेजी से फैलने वाला एक प्रकार का संक्रामक रोग होता है और इसका टीका अभी उपलब्ध नहीं है। लेकिन कुछ उपाय हैं जिसकी मदद से आप इस रोग को फैलने से रोक सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
दोस्तों यदि आपके बच्चे को लाल बुखार हो चुका है तो आपको उसको एक बार अपने डॉक्टर के पास लेकर जाने की जरूरत होती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए आपके बच्चे को डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाएं लिखकर दे सकते हैं। यह सबसे अधिक जरूरी हो जाता है । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा । वैसे एंटिबायोटिक दवाएं आमतौर पर इस बुखार का सीधा इलाज नहीं करती हैं लेकिन यह संक्रमण को आगे फैलने से रोकने का काम करती हैं। आपको इन दवाओं को डॉक्टर के परामर्श के बाद ही लेना चाहिए नहीं तो यह आपके लिए नुकसान कर सकती हैं।
दोस्तों आंख आना भी एक प्रकार की समस्या होती है। इसके अंदर आंखों मे खुजली होती है और फिर दर्द होता है ,सूजन होता है और आंख लाल होती है इसके अलावा आंख को खोलने मे काफी अधिक परेशानी होती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
आपको बतादें कि आंख आने के तीन चरण होते हैं और इसकी वजह से इतन तीनों चरणों के अंदर अलग अलग तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो आइए जानते हैं इन चरणों के बारे मे विस्तार से आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
यदि हम आंख आने के लक्षणों के बारे मे बात करें तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं जिसकी मदद से आप इसको पहचान सकते हैं तो आइए जानते हैं इसके लक्षणों के बारे मे
यदि आपको उपर दिये गए किसी तरह के लक्षण अपनी आंखों के अंदर दिखाई देते हैं तो आपको सबसे पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। क्योंकि यदि आप जल्दी उपचार लेलेत हैं तो परेशानी काफी कम हो जाएगी ।
दोस्तों जब हम प्लेग की बात करते हैं तो आपको बतादें कि यह एक प्रकार का इन्फेक्सन होता है जोकि येर्सिनिया पेस्टिस बैक्टिरिया की वजह से होता है। यह आमतौर पर चूहों को जब पिसू काट लेते हैं तो उनके अंदर हो जाता है।एक समय ऐसा था जब प्लेग सबसे अधिक परेशान करने वाला रोग बन चुका था लेकिन आजकल यह काफी कम ही दिखाई देता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । क्योंकि कई तरह की एंटिबायोटिक दवाएं हैं जिसकी मदद से प्लेग पर आसानी से काबू पाया जा सकता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।और यह रोग आमतौर पर चूहों से ही फैलता है। यदि आपको यह लगता है कि आपको प्लेग हो गया है तो डॉक्टर आपके थूक वैगरह के सैंपल लेते हैं और उसके बाद लेब के अंदर भेज देते हैं जिससे कि यह पता चल जाता है कि आपको प्लेग ही है या फिर और किसी तरह की बीमारी है।
वैसे आपको बतादें कि यदि प्लेग का समय पर इलाज किया जाता है तो इसका इलाज संभव हो सकता है । लेकिन यदि इसका इलाज समय पर नहीं किया जाता है तो उसके बाद इसका इलाज संभव नहीं हो सकता है। इसलिए प्लेग का पता चलने पर जल्दी से जल्दी इलाज करवाना जरूरी होता है।
प्लेग आमतौर पर तीन प्रकार के होते हैं इसके बारे मे भी हम आपको बता देते हैं।
अब यदि किसी को प्लेग हो गया है तो इसके लक्षण के बारे मे भी बात कर लेते हैं। प्लेग होने पर कुछ लक्षण प्रकट हो जाते हैं जिसकी मदद से आप यह आसानी से पहचान सकते हैं कि आपको प्लेग हो गया और आप अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं तो आइए जानते हैं इन लक्षणों के बारे मे विस्तार से ।
यदि आपको इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो उसके बाद आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपके डॉक्टर आपको जो निर्देश देते हैं आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।
प्लेग के कारण के कारण की बात करें तो इसके कई सारे कारण हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं इसके बारे मे विस्तार से
यदि आपको चूहे गिलहरी आदि काट लेती है तो उसकी वजह से आपको प्लेग हो सकता है आमतौर पर चूहे गिलहरी के अंदर प्लेग पिस्सू के काटने से फैलता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।इसलिए इन जानवरों से दूरी बनाई जानी चाहिए ।
इसके अलावा यदि आप प्लेग से संक्रमित इंसान या जानवर के संपर्क मे आ जाते हैं या फिर आप किसी संक्रमित जानवर का मीट वैगरह खाते हैं तो आपको प्लेग होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
यदि किसी व्यक्ति या जानवर को न्यूमोनिक प्लेग है, तो उसके खांसने या सांस लेने से संक्रमित बूंदे हवा में मिल जाती हैं और यदि कोई दूसरा इंसान उन हवा के अंदर सांस लेता है तो उसकी वजह से उसको भी प्लेग होने का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।
अब हम आपको कुछ उपायों के बारे मे बताने वाले हैं जिसकी मदद से आप प्लेग से बच सकते हैं। कुछ सावधानियों के बारे मे हम आपको बताने वाले हैं जिसकी मदद से प्लेग से आप बच सकते हैं। तो आइए जानते हैं।
दोस्तों जैसा कि आपको पता ही होग कि हर टेबले ट के फायदे और नुकसान होते हैं। इसी प्रकार से इस दवा के भी अपने फायदे और नुकसान हैं तो आइए इसके बारे मे भी जान लेते हैं। हालांकि levofloxacin tablet के नुकसान हर किसी के अंदर देखने को नहीं मिलते हैं। और अधिक समय तक नहीं रहते हैं। यदि दवा खाने के बाद आपको किसी तरह के नुकसान का अनुभव हो रहा है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।
यदि आपको उपर दिये गए नुकसान दिखाई देते हैं तो आपको दवा को लेना बंद कर देना चाहिए और उसके बाद आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।
levofloxacin tablet का उपयोग गर्भवती महिलाएं वैसे तो कर सकती हैं। लेकिन इसके लिए आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। यदि आप पहले से कोई दवा ले रही हैं तो फिर आपको इस दवा का उपयोग नहीं करना चाहिए ।
levofloxacin tablet का उपयोग वैसे तो स्तनपान करने वाली महिलाएं कर सकती हैं। लेकिन आपको इसके बारे मे एक बार डॉक्टर से सलाह लेनी जरूरी होगी । और बिना डॉक्टर की अनुमति के इस दवा का उपयोग आपको नहीं करना चाहिए ।
levofloxacin tablet का सेवन करने से गुर्दे पर किसी भी तरह का बुरा असर नहीं पड़ता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। लेकिन यदि आपको पहले से ही गुर्दे की समस्या है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।
दोस्तों levofloxacin tablet का सेवन करने से लिवर पर किसी भी तरह का बुरा असर नहीं होता है लेकिन यदि आप पहले से ही लिवर से जुड़ी हुई कोई दवा का सेवन कर रहे हैं तो आपको इस दवा को लेने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
दोस्तों levofloxacin tablet का हर्ट पर कोई भी बुरा असर नहीं पड़ता है। यदि आप इसका सेवन करना चाहते हैं तो डॉक्टर की सलाह पर करें । यदि आपको किसी तरह की हर्ट की बीमारी है तो इस दवा का इस्तेमाल डॉक्टर पूछ कर ही करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।
नहीं levofloxacin tablet कोई नशा करने की दवा नहीं है। इसका सेवन करने से आपको किसी भी तरह की आदत नहीं लग सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो आप इसको डॉक्टर के परामर्श के बाद आसानी से छोड़ सकते हैं।
levofloxacin tablet आपके दिमाग को प्रभावित करती है। यदि आपने अभी दवा ली है तो फिर आपको कुछ समय के लिए आराम करना चाहिए । और उसके बाद ही आपको गाड़ी वैगरह चलानी चाहिए । नहीं तो नुकसान हो सकता है। इसके अलावा आपको भारी मशीनरी पर भी काम नहीं करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।
levofloxacin tablet का उपयोग मानसिक समस्याओं के अंदर नहीं किया जा सकता है। कारण यह है कि यह मानसिक समस्यओं का इलाज करने की दवा नहीं है आप इस बात को समझ सकते हैं। इसलिए यदि आपको किसी तरह की मानसिक समस्या है तो फिर आपको उससे संबंधित डॉक्टर से परामर्श करना होगा तभी आपके लिए कुछ फायदेमंद हो सकता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
levofloxacin tablet का सेवन करने के बाद आप शराब नहीं पी सकते हैं क्योंकि शराब इस दवा के साथ क्रिया कर सकती है। इस दवा लेने के कई घंटों बाद आप शराब का सेवन कर सकते हैं तभी आपके लिए काफी अधिक फायदा हो सकता है आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
दोस्तों यदि आप levofloxacin tablet का डोज लेना भूल गए हैं तो अगली डोज लें और पहले वाली डोज को आपको छोड़ देना चाहिए आप इस बात को समझ सकते है। भूलकर भी आपको दो डोज एक साथ नहीं लेनी चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।
दोस्तों levofloxacin tablet को सही तरह से स्टोर करना काफी अधिक जरूरी हो जाता है आपको इस दवा को धूप के अंदर नहीं रखना चाहिए । यदि आप दवा को धूप के अंदर रखते हैं तो यह दवा बहुत ही आसानी से खराब हो जाएगी । इसके अलावा आपको इस दवा को फ्रीज के अंदर भी नहीं रखना चाहिए । यह भी काफी अधिक जरूरी हो जाता है। क्योंकि यदि आप इसको फ्रीज के अंदर रखते हैं तो भी यह दवा खराब हो सकती है। आप इसको कमरे के ताप पर रख सकते हैं। लेकिन बच्चों की पहुंच से दूर रखना जरूरी होता है।
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