m2 tone syrup benefits in hindi m2 tone syrup uses in hindi m2 tone syrup ke fayde एक तरह की दवा होती है जोकि महिलाओं के लिए खास तौर पर बनाई गई है। इसका सेवन पुरूष नहीं कर सकते हैं। यह महिलओं के पिरियड के दौरान पेट मे दर्द और ऐंठन को काम करने का काम करती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । m2 tone syrup का यदि कोई महिला सेवन करते हैं तो पहले डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए और उसके बाद ही इस दवा का सेवन करना चाहिए नहीं तो नुकसान हो सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
m2 tone syrup एक प्रकार की हर्बल दवा है जिसका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । और यह दवा काफी कारगर दवा होती है। तो आइए जानते हैं इस दवा के उपयोग के बारे मे पूरे विस्तार से ।
दोस्तों पेट के सूजन के बारे मे आप जानते ही होंगे । पेट का सूजन आमतौर पर एक समस्या होती है इसके अंदर भी इस दवा का उपयोग किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।गेस्ट्राइटिस के नाम से पेट के सूजन को जाना जाता है। पेट के अंदर जो सूजन होता है वह अल्सर पैदा करने वाले बैक्टिरिया की वजह से होता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।इसके अलावा यदि आप अधिक मात्रा मे शराब पीते हैं और कोई दवा का सेवन करते हैं तो उसकी वजह से भी पेट मे सूजन हो जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।वैसे आपको बतादें कि पेट के अल्सर की वजह से ही सूजन होता है। और अल्सर का यदि समय पर ईलाज नहीं करवाया जाता है तो उसके बाद यह कैंसर का रूप ले सकता है। और बाद मे काफी बड़ी समस्या हो सकती है।
दोस्तों यदि हम पेट मे सूजन के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं। जिनकी मदद से आप यह आसानी से पहचान सकते हैं कि पेट के अंदर सूजन हो चुका है तो आइए जानते हैं। इन लक्षणों के बारे मे पूरे विस्तार से ।
दोस्तों इतनी जल्दी तो पेट मे अल्सर नहीं होता है। लेकिन यदि लंबे समय से आपको इस तरह के उपर दिये गए लक्षण महसूस हो रहे हैं तो आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए । आपके डॉक्टर आपको कुछ दवाएं दे सकते हैं। और यदि आप समय पर दिखाते हैं तो आप काफी जल्दी ठीक हो सकते हैं। लेकिन यदि आप समय पर नहीं दिखाते हैं तो समस्या काफी बड़ी हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
दोस्तों अब यदि हम पेट मे सूजन के कारणों की बात करें तो इसके कई सारे कारण हो सकते हैं जिसके बारेद मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।गेस्ट्रोइंटेस्टिनल बेक्टीरियल संक्रमण की वजह से भी पेट के अंदर सूजन आ जाता है और यह एक प्रकार का जीवाणू होता है जोकि पेट की परत को संक्रमित कर देता है।
पेट में सूजन (गेस्ट्राइटिस) से बचाव के लिए आप कुछ उपाय कर सकते हैं। जिससे कि आप पेट के सूजन से बच सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि आप क्या कुछ कर सकते हैं जिससे कि आप इससे बच सकते हैं ।
पेट में सूजन (गेस्ट्राइटिस) का परीक्षण की बात करें तो यदि आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो डॉक्टर आपको कुछ परीक्षण करने के लिए कह सकता है। जिसकी मदद से बैक्टिरिया का पता लगाया जा सकता है। और उसके बाद आपका डॉक्टर आपको कुछ दवाएं दे सकता है।
पेट में सूजन है तो आपको क्या नहीं खाना चाहिए जिससे कि आपकी समस्या बढ़ सकती है। कुछ ऐसे पदार्थ हैं जोकि आपकी पेट की सूजन की समस्या को और अधिक बढ़ा सकते हैं। तो यदि आपके पेट के अंदर सूजन है तो आपको निम्न लिखित पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए ।
मासिक धर्म के दर्द के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं मासिक धर्म के दर्द से हर महिला को गुजरना होता है। और कई बार यह दर्द अधिक होता है तो कई बार यह दर्द काफी कम भी होता है। कई बार तो इतना अधिक दर्द होता है कि महिलाओं के लिए उठना बैठना भी काफी कठिन हो जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
मासिक धर्म के दौरान निचले पेल्विक हिस्से में दर्द महसूस होता है। ये दर्द जांघों, पैरों, पीठ और कभी-कभी सीने में भी हो सकता है और अधिकतर केस मे जब पहली बार मासिक धर्म आता है तो बहुत ही तेज दर्द होता है। हालांकि इस दर्द को कुछ दवाओं की मदद से कम कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
प्राथमिक डिसमेनोरिया (Primary Dysmenorrhea) एक प्रकार का दर्द होता है जोकि मासिक धर्म के शूरू होने के पहले ही होता है। हालांकि यह एक आम प्रकार का दर्द होता है और इसका किसी भी बीमारी से कोई संबंध नहीं होता है।इस प्रकार का जो दर्द होता है उसका महावारी से कोई संबंध नहीं होता है। वरन यह बाद मे अपने आप ही ठीक हो जाता है। यह एक आम प्रकार का दर्द होता है जोकि कई महिलाओं के अंदर देखने को मिलता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
सेकेंडरी डिसमेनोरिया (Secondary Dysmenorrhea) जो होता है वह मासिक धर्म के बीच से ही शूरू हो जाता है। और मासिक धर्म आने का जब समय होता है तो यह दर्द काफी अधिक बढ़ जाता है। यदि ऐसा है तो आपको एक बार अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए ।
यदि हम इस महावारी के दर्द के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं जिसकी मदद से इसको बहुत ही आसानी से पहचाना जा सकता है तो आइए जानते हैं इसके लक्षणों के बारे मे पूरे विस्तार से ।
प्रोस्टाग्लैंडीन एक प्रकार का रसायन होता है जोकि महिलाओं के शरीर के अंदर बनता है जिसकी वजह से महिलाओं को काफी अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।प्रोस्टाग्लैंडीन गर्भाशय की मांसपेशियों में संकुचन को बढ़ाता है और इसकी वजह से कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती हैं। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
मासिक धर्म के दर्द के उपचार की बात करें तो यदि आपको सामान्य प्रकार का दर्द होता है तो आपको किसी भी तरह के डॉक्टर के पास जाने की कोई भी आवश्यकता नहीं है। लेकिन यदि दर्द अधिक होता है तो आप डॉक्टर के पास जा सकते हैं और अपने दर्द का उपचार करवा सकते हैं। डॉक्टर आपको कुछ दवाएं लिखकर दे सकता है। जिससे कि आपकी समस्या का समाधान हो जाता है। हालांकि मासिक धर्म के दर्द को कम करने के लिए कई तरह के घरेलू उपचार भी मौजूद हैं। यदि आप दर्द को कम करना चाहते हैं तो आप उन घरेलू उपायों को भी आजमा सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
दोस्तों कमर दर्द एक आम प्रकार की समस्या है। यह आमतौर पर आजकल कई लोगों के अंदर देखने को मिलती है। और खास कर बड़ी उम्र के लोगों के अंदर कमरदर्द की समस्या काफी अधिक होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । हालांकि कमरदर्द आम समस्या है और यह किसी तरह का नुकसान पैदा नहीं करती है। आपको इसके बारे मे अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
मांसपेशियों में तनाव, अनुचित आहार, शारीरिक गतिविधियों की कमी, गठिया, अत्यधिक शारीरिक कार्य आदि की वजह से भी कमर दर्द की समस्या हो सकती है। यदि कमर दर्द हो रहा है तो कुछ घरेलू उपाय से भी ठीक किया जा सकता है।
इस तरह से दोस्तों । यदि आपको कमर मे किसी तरह की चोट वैगरह लग गई है तो आप उसके लिए जितना जल्दी हो सके अपने डॉक्टर से संपर्क करें और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यह आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। डॉक्टर आपको कुछ दवाएं लिखकर दे सकता है जिससे कि आपको काफी अधिक आराम मिल जाएगा ।
दोस्तों कमजोरी एक आम समस्या है। जिसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।कमजोरी किसी भी समस्या की वजह से महसूस होती है। यदि आपके शरीर के अंदर कोई ना कोई समस्या होती है तभी कमजोरी महससू हो सकती है जिसका कारण बीमारी या फिर कूपोषण या अधिक दवाएं लेना हो सकता है।
इसके अलावा कुछ लोग इस तरह के होते हैं कि उनके शरीर के किसी खास हिस्से के अंदर कमजोरी महसूस होती है। इसके कई सारे कारण हो सकते हैं जैसे कि इन्फ्लूएंजा या हेपेटाइटिस जैसे बैक्टीरियल संक्रमण या वायरल इन्फेक्शन आदि । दोस्तों कमजोरी महसूस होना कुछ समय तक रह सकता है तो कई बार यह काफी लंबे समय तक भी हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
यदि हम कमजोरी के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं। जिससे आपको यह आसानी से पता चल जाता है कि शरीर मे कमजोरी महसूस हो रही है। तो आइए जाने हैं इनके लक्षणों के बारे मे विस्तार से । यदि शरीर के किसी हिस्से के अंदर कमजोरी महसूस हो रही है तो इसके अलग प्रकार के लक्षण हो सकते हैं और यह कमजोरी उस हिस्से मे होने वाली समस्या के बारे मे बताता है।
यदि पूरे शरीर के अंदर कमजोरी महसूस होती है। तो इसका मतलब यह है कि बुखार हो गया है या फिर शरीर के अंदर किसी तरह की बीमारी हो गई है। इसकी वजह से पूरे शरीर मे काफी कमजोरी महसूस होती है।
इसके भी कई सारे लक्षण हो सकते हैं जिसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । तो आइए जानते हैं। इनके लक्षणों के बारे मे
दोस्तों यदि आपको उपर दिये गए लक्षण दिखाई देते हैं तो फिर आपको डॉक्टर को परामर्श करना चाहिए और आपके डॉक्टर जो निर्देश देते हैं आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा । यदि आप डॉक्टर के पास जाएंगे तो आपको डॉक्टर कुछ दवाएं लिखकर देगा । यदि कमजोरी किसी बीमारी की वजह से है तो उस बीमारी का उपचार किया जाना बहुत ही जरूरी हो जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
दोस्तों यदि हम कमजोरी के कारणों की बात करें तो कमजोरी के कई सारे कारण हो सकते हैं। और जब आप डॉक्टर के पास जाते हैं और बताते है। कि आपको काफी अधिक कमजोरी महसूस हो रही है तो वह इसके कारणों की तलास करता है और उसके बाद ही कोई दवा देता है।
इस तरह से उपर दी गई वजहों से भी कमजोरी महसूस होने लग जाती है। यदि कमजोरी महसूस हो रही है तो आपको एक बार अपने डॉक्टर के पास जाना चाहिए । हो सकता है कि यह आपकी अंदरूनी समस्या हो सकती है। और डॉक्टर ही बता सकता है कि यह समस्या कहां तक गहरी हो सकती है और समय पर ईलाज करवाना जरूरी है।
यदि हम बात करें कमजोरी को दूर करने की तो इसके लिए आप कई उपाय कर सकते हैं। वैसे यदि आपको सामान्य कमजोरी है तो आप घरेलू उपायों से भी इसे ठीक कर सकते हैं। लेकिन यदि किसी बीमारी की वजह से कमजोरी है तो उसके बाद इसको घरेलू उपायों से ठीक नहीं किया जा सकता है। आपको डॉक्टर के पास जाना होगा ।
भारी पीरियड्स(भारी मासिक) को मीनोरेजिया(menorrhagia) भी कहा जाता है, जब एक महिला को लगातार पीरियड्स (मासिक) के दौरान बहुत ज्यादा खून आता है ।यह जो समस्या होती है वह एक महिला को सामाजिक और भावनात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
वैसे तो यह बताना कठिन है कि मासिक धर्म के दौरान कितना रक्तप्रवाह होता है। लेकिन यह आमतौर पर 20 से 30 मिलीटिर तक हो सकता है। लेकिन यदि यह 80 मिली लिटर तक जाता है। तो इसका मतलब यह है कि अधिक रक्त प्रवाह हो रहा है। आपको इसके बारे मे अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
यदि आपको इस तरह की भारी महावारी आती है तो उसके बाद आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत हो सकती है। और इसके अलावा आपको कुछ जांचे करवाने की आवश्यकता हो सकती है। जिससे कि समस्या काफी हद तक सुलझ सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
वैसे आपको बतादें कि आपको अधिकतर मामलों मे किसी भी तरह का ईलाज करवाने की कोई भी आवश्यकता नहीं होती है। यह समस्या धीरे धीरे अपने आप ही कम हो जाती है। लेकिन यदि आप ईलाज करवाना चाहते हैं तो उसके बाद आप डॉक्टर के पास जा सकते हैं और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए।
यदि आप इस समस्या के ईलाज के लिए जाते हैं तो डॉक्टर आपको कई तरह की जांच लिख सकता है। और इसके अंदर आपका डॉक्टर आपको एंटीकोएगुलांट दवाएं लिखकर दे सकता है। इसके अलावा कैंसर को भी चैक कर सकता है कई बार क्या होता है कि कैंसर की वजह से भी इस तरह की समस्या हो सकती है जोकि गर्भाशय के अंदर विकसित हो रही है। यह तो सिर्फ जांच से ही पता चल सकता है कि कैंसर है या फिर किसी और तरह की समस्या की वजह से ऐसा हो रहा है।
यदि आपको हैवी पिरियड की समस्या हो रही है तो उसके बाद आप डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं और आपका डॉक्टर आपको कुछ निर्देश दे सकता है। जिसके अंदर कई सारी चीजें हो सकती हैं। वह आपकी मेडिकल हिस्ट्री को चेक कर सकता है और उसके बाद आपकी परेशानी को जान सकता है।
अब यदि आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो उसके बाद डॉक्टर आपसे कई सारे सवाल कर सकता है। जैसे कि आपको कितनी बार पेड बदलने की जरूरत पड़ सकती है। और समय कितना होता है। कितना ब्लड निकलता है। आदि के बारे मे आपका डॉक्टर आपको बताने की कोशिश कर सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।इसके अलावा आपके डॉक्टर आपसे यह पूछ सकते हैं कि आपने गर्भनिरोधक का कब इस्तेमाल किया था। क्या आपकी आगे बच्चा करने की कोई योजना है आदि के बारे मे आपका डॉक्टर आपसे विस्तार से बात कर सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
आपकी मेडिकल हिस्ट्री और जांच से ही यह पता चलता है कि आपको किस तरह का ईलाज करवाने की आवश्यकता है।आपका डॉक्टर आपकी जांच कर सकता है। और जांच करने के बाद डॉक्टर को यदि कोई समस्या नजर आती है तो उसके बाद डॉक्टर आपको कुछ दवाएं देने के लिए कह सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
बायोप्सी के लिए भी आपका डॉक्टर आपको कह सकता है इसके अंदर गर्भाश्य का एक टुकड़ा लिया जाता है और उसको जांच के लिए भेजा जाता है। जिससे कि समस्या के बारे मे पता लगाया जा सके । तो जांच जब आती है तो यदि कोई समस्या होती है। तो उसके बारे मे आसानी से पता चल जाता है।
खून की जांच(Blood tests) के लिए भी आपका डॉक्टर आपको कह सकता है। ब्लड टेस्ट के अंदर इस बात का पता चलता है कि आपको किसी तरह के खून की कमी तो नहीं है। यदि खून की कमी है तो खून को बढ़ाने वाली दवाएं आपको दी जा सकती हैं। और इसके लिए आपको पूरा कोर्स करना पड़ सकता है।
अल्ट्रासाउंड स्कैन की भी इसके अंदर जरूरत हो सकती है। कई बार क्या होता है कि गर्भ के अंदर कई तरह की कोशिकाओं का विकास हो सकता है। और यह कोशिकाएं आपके लिए काफी अधिक घातक साबित हो सकती हैं। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।
हैवी पीरियड्स के ईलाज की बात करें तो इसका दो तरीको से ईलाज किया जा सकता है। सबसे पहला ईलाज तो आपको आपका डॉक्टर कुछ दवाएं दे सकता है। और उसके बाद वह इसके रियेक्सन का इंतजार कर सकते हैं। इसके अलावा यदि दवा कारगर नहीं होती है तो उसके बाद वह आपको सर्जरी के लिए कह सकता है जिससे कि समस्या का समाधान हो जाए । आपको इसके बारे मे अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
जिन महिलाओं को ईलाज के लिए दवाएं दी जाती हैं वे कई तरह की हो सकती हैं। यह पिरियड के दर्द को हल्का कर सकती हैं। इसके अलावा कुछ जो दवाएं होती हैं वे आमतौर पर आपके पिरियड को पूरी तरह से रोक सकती हैं। इसके अलावा कुछ दवाएं ऐसी होती है। जोकि गर्भनिरोधक भी हो सकती हैं। डॉक्टर दवाओं के साइड इफेक्ट के आधार पर यह तय करते हैं कि आपको इन दवाओं को दिया जाना चाहिए या फिर इन दवाओं को नहीं दिया जाना चाहिए ।
इस तरह से यदि आपको भारी महावारी की समस्या है तो डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं। और डॉक्टर आपसे कुछ सवाल करेगा । और यदि आप उन सवाल का सही से उत्तर देते हैं एक आम समस्या खून के जमने से है तो डॉक्टर कुछ दवाएं दे सकता है। या फिर आपको डॉक्टर के बारे मे कुछ बता सकता है कि समस्या कितनी गम्भीर है ? कुल मिलाकर आप समझ सकते हैं कि आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए या फिर नहीं करना चाहिए । यदि आपको यह काफी बड़ी समस्या लग रही है तो आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं नहीं तो संपर्क करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
हां इसके बारे मे कुछ जानकारी नहीं है। यदि आप एक गर्भवति महिला हैं और इसका सेवन कर रही हैं तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें और उसके बाद ही इसका सेवन करें। तभी कुछ फायदेमंद हो सकता है।यदि आप किसी तरह की दवा वैगरह ले रही हैं तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करने की आवश्यकता है। आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है। आपको उसका पालन करना चाहिए । यदि दवा लेने के बाद किसी भी तरह का साइड इफेक्ट होता है तो भी आप डॉक्टर को संपर्क कर सकते हैं।
इसके बारे मे भी हमें कोई जानकारी नहीं है। यदि आप एक स्तन पान करने वाली महिला हैं और इस दवा का सेवन कर रही हैं तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए और उसके बाद आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है। उसका पालन आपको करना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक सही चीज होगी । यदि आप पहले से कोई दवा ले रही हैं तो भी आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । आपके लिए यह सबसे अधिक सही चीज होगी । आपको इसके बारे मे अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
दोस्तों इस दवा का पेट पर किसी भी तरह का असर नहीं होता है। आपको इसके बारे मे अच्छी तरह से पता होना चाहिए । यदि आप यह दवा लेते हैं और खास तौर पर अपने डॉक्टर की सलाह पर तो आपके पेट पर इसका कोई भी बुरा असर नहीं होता है। हालांकि यदि आपको किसी तरह के मामूली लक्षण दिखाई देते हैं तो फिर डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए। तभी कुछ फायदेमंद हो सकता है।
दोस्तों m2 tone syrup का उपयोग बच्चों के लिए ठीक नहीं रहता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । आमतौर पर यदि आप यह दवा बच्चों को देते हैं तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । क्योंकि यह 18 साल के उपर की महिलाओं के लिए खास तौर पर बनाई गई है जिनको कि पिरियड के दौरान काफी अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
दोस्तों यदि आप m2 tone syrup का सेवन करते हैं तो इससे आपकी किडनी पर किसी भी तरह का बुरा असर नहीं पड़ता है। बाकि यदि आप किड़नी से जुड़ी कोई दवा का सेवन कर रहे हैं तो फिर इस दवा को ले सकते हैं। लेकिन इसके बारे मे आपको एक बार अपने डॉक्टर को बताना होगा । आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका आपको पालन करना होगा तभी आपके लिए कुछ फायदेमंद हो सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
दोस्तों यह दवा पिरियड की समस्याओं को कम करने का काम करती है। यदि आप यह दवा लेते हैं तो यह आपकी पिरियड की समस्यओं से आराम दिलाने का काम करती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। लेकिन दवा का उपयोग करने से पहले आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए । यही आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
यदि आप m2 tone syrup का सेवन कर रहे हैं तो उसके बाद आप शराब नहीं पी सकते हैं। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । कारण यह है कि यह आपके लिए काफी नुकसानदायी हो सकता है। तो यदि आप दवा लेते हैं तो उसके बाद आपको कुछ समय के लिए रूकना चाहिए । और फिर आप शराब पी सकते हैं। बाकि आप एक बार अपने डॉक्टर से बात करें तभी यह आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
नहीं m2 tone syrup का सेवन करने के बाद किसी भी तरह की सुस्ती नहीं आती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । और आप इस दवा को लेने के बाद किसी भी तरह की समस्या का अनुभव नहीं कर रहे हैं तो फिर आप ड्राइव कर सकते हैं।
दोस्तों यदि आप m2 tone syrup का सेवन करते हैं तो आपको इसको खाने के बाद ही लेना चाहिए । खाने के पहले आपको इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए । इसलिए आपको चाहिए कि आप इस दवा का सेवन खाने के बाद ही करें। वैसे अधिकतर दवाएं खाने के बाद ही ली जाती हैं।
वैसे तो आपको m2 tone syrup का अधिक डोज नहीं लेना चाहिए । यदि आप उसके बाद भी गलती से ओवर डोज लेलेते हैं तो फिर समस्या हो सकती है। और इसके साइड इफेक्ट देखने को मिल सकते हैं। m2 tone syrup के ओवर डोज होने पर यदि आपको साइड इफेक्ट नजर आते हैं तो उसके बाद आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक फायदेमंद चीज है और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करें ।
दोस्तों यदि आप m2 tone syrup का सेवन कर रही हैं तो आपको इसका सेवन तब तक करना चाहिए । जब तक कि आपका डॉक्टर आपको मना नहीं कर देता है। इसलिए बेहतर यही होगा कि आप इस दवा का सेवन डॉक्टर के परामर्श के बाद ही करें तभी सही होगा ।
दोस्तों यदि आप m2 tone syrup का डोज यदि भूल जाते हैं तो चिंता की बात नहीं है आपको अगला डोज लेलेना चाहिए। और इसके लिए अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं है। लेकिन आपको ध्यान रखना होगा कि दो डोज एक साथ ना ही लें ।
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