मछली का पर्यायवाची शब्द या मछली का समानार्थी शब्द (machhali ka paryayvachi shabd / machhali ka samanarthi shabd) के बारे में आज हम इस लेख में बडे ही विस्तार से जानेगे । साथ ही मछली के जीवन से जुडे बहुत से महत्वपूर्ण रोचक तथ्यो के बारे में विस्तार से बात करेगे तो लेख को देखे ।
शब्द | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd samanarthi shabd) |
मछली | मत्स्य, मच्छ, माछ, मच्छो, पृथुरोमा, शफर, शकुली, अण्डज, झख, वैतारिणी, मीन, तिमि, गण्डक, जलचर, जलजीवन, झष, विसार, मच्छी, अण्डभव, मकर, मगरी, शष्कुली । |
मछली in Hindi | Matsya, Mach, Mach, Machho, Prithuroma, Shafar, Shakuli, Andaj, Jhakh, Vaitarini, Pisces, Timi, Gandak, Jalchar, Jaljeevan, Jhasha, Visar, Machi, Andabhava, Makar, Magri, Shashkuli. |
मछली in English | fish, muscle. |
हिंद भाषा में मछली उसे कहा जाता है, जो एक प्रकार का ऐसा जीव हो जो गलफड़े से साँस लेता हो और मनुष्य उसका उपयोग करते हुए अपना पेट भरता है । दूसरा की यह जीवन हमेशा ही पानी में जीवित रहता हो और पानी के बाहर आते ही मर जाता हो मछली कहलाती है ।
मछली को अनेक नामो से जाना जाता है जो की इसके अर्थ के रूप में है यह कह सकते है जैसे –
एक ऐसा जलचल जो की समुद्रो और मिठे पानी में पाई जाती है और उनके शरीर पर शल्कों का आवरण होता है । इसके साथ ही उनके पंखो के जोडे पाए जाते है जिसकी सहायता से समुद्रो के पानी में तेर सके मछली होती है ।
इसे इस तरह से भी समझा जा सकता है की एक ऐसा जीव जोकी पानी में तैरता हो और पानी ही उसका जीवन होता है अगर वह पानी से कभी बहार आ जाती है और कुछ समय तक बहार ही रहती है तो उसकी मोत हो सकती है क्योकी मछली का जीवन पानी में ही चल पाता है ।
अपने भोजन के लिए किसी भी प्रकार के जीव को खा सकती है क्योकी कुछ मछली ऐसी होती है जो की शाकाहारी भोजन करती है तो कुछ मछली ऐसी भी होती है जो की मासाहारी भोजन करती है ।
आपको बता दे की इस तरह से पानी में रहने वाले जीवो में से केवल मछलियो की 28,500 प्रजातियाँ पाई जाती है । और इन जातियो को एक अलग नाम दिया जाता है और सभी को अलग अलग नाम से जाना जाता है ।
आपको बता दे की मछलीयो के कारण से बहुत से लोगो का पेट भर भरता है क्योकी इसका मानव भोजन के रूप में भी उपयोग करता रहता है । जिसके कारण से यह भी कहा जा सकता है की पानी में पाए जाने वाला जीवन जीसका मानव भोजन के रूप में उपयोग करता रहता है मछली है ।
दोस्तो आपने देखा होगा की सांप जब चलता है तो वह कभी दाए तो कभी बाए दिशा में चलता रहता है । इसी गति के आधार पर मछली पानी में गति करती है । आपको बता दे की मछली की गति इसके पूरे के पूरे शरीर पर निर्भर करती है क्योकी मछलियों का शरीर एक लचिला होता है जिसके कारण यह आसानी से आगे की ओर बढ सकती है ।
दूसरा की इसका शरीर इस तरह से बना होता है की यह अधिक पानी के बाहव में भी आगे की और बढ सकती है । मछली के शरीर को हम तीन भागो में बाट सकते है और यह समझ सकते है की मछली कैसे गति करती है जैसे –
मुंख, धड और तीसरा पुंछ
दोस्तो आपने अपने जीवन में कभी न कभी मछली को देखा होगा की उसका शरीर कैसा है और जब इस मछली के मुख को देखा जाता है । तो यह पतला व चपटा होता है । जिसके कारण से यह आसानी से पानी के बहाव को दूर हटा देती है और आगे की और गति प्राप्त कर लेती है ।
इस तरह से मुख भी मछली में गति प्रदान करने में सहायता करता है । क्योकी मुख का आकार चपटा होने के कारण से पानी का बहाव इसे प्रभावित नही कर पाता और गति करने से रोक नही पाता है बल्की यह पानी दूर बंट जाता है । यानि इसे रास्ता प्राप्त हो जाता है ।
दोस्तो आपको बता दे की मछली का जो धड होता है वह मुख और पूछ दोनो से मोटा होता है और इसमें वजन भी होता है । मगर शरीर लचीला होता है जिसके कारण से धड को आसानी से इधर उधर मोडा जा सकता है और यही कारण होता है की धड पूछ के साथ हिल झुल कर गति प्राप्त कर लेता है और आगे की और बढ जाता है ।
दोस्तो आपको बता दे की मछली की पुंछ बहुत ही चपटी होती है और इसमें इतनी अधिक ताक्त होती है की यह इसे हिला डुला कर अपने पूरे शरीर को नियंत्रित कर सकती है और ऐसा ही होती है ।
क्योकी पूछ का उपयोग कर कर मछली अपने शरीर को आगे की ओर धकेल देती है जिसके कारण से मछली का शरीर आगे की और धक्का खाता है और फिर मुंख पर आए पानी को इधर उधर कर दिया जाता है । जिसके कारण यह आगे की और बढ जाती है ।
इस तरह से मछली के ये अंग गति करने में सहायक होते है । मगर आपको बता दे की यह काफी नही होता है की मछली गति कर सके । बल्की इसमें पक्ष (fins) का भी काफी अधिक उपयोग होता है । जो की मछली के शरीर के अलग अलग भागो में लगे होते है । जैसे पूछं, धड, और धड व मुख के बिच में । इस तरह से इन पंखो का उपयोग कर कर मछली आस पास का पानी दूर की और धकेल देती है ।
जिसके कारण से मछली को गति प्राप्त हो जाती है । इसके साथ ही मछली जब गति करती है तो यह साप की तरह लहराती हुई चतली है और एक S के आकार की लहर के समान हिलती डूतली हुई आगे बढजाती है । और आगे बढने के लिए पूछ का उपयोग होता है जो की हमने पहले ही बता दिया था ।
इस तरह से मछली को अपने शरीर में गति प्राप्त होती है ।
मछली एक तरह का जीव होता है जिसका मास का उपयोग करते हुए मानव अपना पेट भर लेता है। इसी आधार पर यह मानव के लिए काफी अधिक फायदेमंद होती है और मानव को कई तरह की सहायता प्रदान करती है जैसे –
दोस्तो यह पहला कारण होता है की मानव मछली का उपयोग करता है क्योकी पेट भरने के लिए बहुत से लोग मछलियो का उपयोग करते है और बहुत से लोग इसे खरीद कर पका कर खाते है । क्योकी इसमें बहुत से ऐसे गुण होते है जो की मानव को रोग मुक्त करने में भी साहयत हो ।
दोस्तो आपको बता दे की जब लोग मछली को पकड कर बेचते है तो इसके बदले में उन्हे धन प्राप्त होता है । जिसके कारण से मछली से ही धन प्राप्त हुआ है यह कहना गलत नही होगा ।
दोस्तो यही कारण होता है की मानव मछली का उपयोग करता है और मछली पालन जैसे कार्यो को अपना कर मछलियो की सख्या को और अधिक बढता है । वर्तमान में इतनी अधिक मछलिया है की इनकी कुल 28,500 प्रजातियाँ ही पाई जाती है । और जब मानव मछली पालन करने लगा है तो मछलियो की संख्या बढती है रहती है मगर इसे खाने के कारण से सख्या कम हो जाती है ।
इस तरह से कहा जा सकता है की मछली का मानव जीवन में महत्व है ।
दोस्तो इस तरह से हमने मछली के पर्यायवाची शब्द या मछली के समानार्थी शब्द के बारे में जानकारी हासिल कर ली है ।
अगर आपने भी अपने जीवन में कभी न कभी किसी प्रकार की मछली को देखा है तो हमें बताना न भूले ।
क्या कभी आपने अपने जीवन में मोती देखा है या मोती की खेती देखी है बताना न भूले ।
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