mala kitne prakar ke hote hain ,जब हम माला की बात करते हैं तो आपको बतादें कि माला कई तरह की होती है जिसके अंदर बीज फूल और धातू की मालाएं हो सकती हैं। और जड़ की माला भी हो सकती है। और कुछ मालाएं इस तरह की होती है जिनको गले के अंदर धारण किया जाता है। और कुछ मालाएं इस तरह की होती हैं जिनको गले के अंदर नहीं जपने के लिए या फिर साधना करने के लिए प्रयोग मे लिया जाता है। यहां पर हम आपको माला के अलग अलग प्रकार के बारे मे बताने जा रहे हैं।
और जप की जो माला होती है वह किसी भी मंत्र के लिए अलग अलग हो सकती है। इसके पीछे भी एक तरह का विज्ञान होता है। इसके बारे मे हम नहीं जानते हैं लेकिन तंत्र के जो लोग हैं वे इसके बारे मे अच्छी तरह से जानते ही हैं।
स्फटिक की माला एक प्रकार की माला होती है।स्फटिक पंचमुखी ब्रह्मा का स्वरूप है और इसे पंचमुखी शिव भी कहा जाता है। इसके पाँच मुख अलग-अलग दिशाओं को दर्शाते हैं कालाग्नि को इनका देवता माना जाता है।स्फटिक की माला आमतौर पर देवी सरस्वती और लक्ष्मी के लिए प्रयोग किया जाता है। इस माला से मंत्र का जाप करने से इन दोनों देवियों का आशिर्वाद मिलता है। इसके अलावा आपको बतादें कि यह माला का जो मंत्र है वह कुछ इस प्रकार से है। “पंचवक्त्र: स्वयं रुद्र: कालाग्निर्नाम नामत:”
जब आप इस माला की मदद से मंत्र का जाप करते हैं तो फिर आपके अंदर समग्र शक्ति के अदंर बढ़ोतरी होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
स्फटिक की माला के फायदे के बारे मे बात करें तो आपको बतादें कि यह मन और तन की शांति के लिए काफी अधिक फायदेमंद होती है। खास तौर पर यह आपके मन को शांत करने मे मदद करती है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
वैसे आपको बतादें कि इस माला से आप कई तरह के मंत्रों का जाप कर सकते हैं। और यदि आप इस माला से मंत्र का जाप करते हैं
तो मंत्र जल्दी सिद्ध हो जाता है। माता लक्ष्मी प्रसन्न होने से घर के अंदर दरिद्रता और कष्ट भी दूर हो जाते हैं। और यदि भूत प्रेत की बाधा है तो इस माला से मां दुर्गा का मंत्र जाप किया जाता है जिससे कि भूत प्रेत की बाधा दूर हो जाती है। आप इस बात को समझ सकते हैं और यही आपके लिए सही होगा ।
कमल गट्टे की माला की यदि हम बात करें तो आपको बतादें कि यह माला काफी अधिक प्रचलित है।इसको बनाने के लिए कमल के बीजों का प्रयोग किया जाता है और यह माला भी कई तरह की साधनाओं के अंदर प्रयोग मे लाई जाती है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
कमल गट्टे की जो माला है वह माता लक्ष्मी और विष्णु की उपासना के अंदर भी काफी अधिक प्रयोग मे ली जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं और यही आपके लिए सही होगा । कमलगट्टे से शुक्रवार के दिन प्रात: स्नान करने के बाद 108 बार ”ॐ श्रींश्रीं महालक्ष्म्यै’ का जाप करें । यदि आप ऐसा करते हैं तो यह काफी अधिक फायदेमंद होता है।ऐसा करने से धन की समस्या हल होती है। इसके अलावा कनकधारा का पाठ यदि आप करते हैं तो इससे भी धन लाभ होता है। खास कर दीपावली और अन्य शुभ अवसर पर ।
इसके अलावा कमल गट्टे की माला से आप मां काली के कुछ मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं। खास कर यदि आपको शत्रु काफी अधिक परेशान कर रहे हैं तो आपको यह उपाय करना चाहिए । और ऐसा करने के लिए आपको कमल गट्टे का प्रयोग करना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
कमल गट्टे की माला को हम कहां से खरीद सकते हैं ? की यदि हम बात करें तो आप इसके लिए दो तरह से माला को खरीद सकते हैं। पहली तो आप आनलाइन ही खरीद सकते हैं और दूसरी यदि आप किसी इस तरह के इंसान को जानते हैं जोकि कमल गट्टे की माला को बेचता है तो उससे भी आप माला को खरीद सकते हैं।
कमल गट्टे की माला हो या फिर दूसरी कोई माला हो । आजकल नकली काफी अधिक बिकती हैं तो इनको खरीदने से पहले आपको अच्छी तरह से टेस्ट कर लेना चाहिए । और उसके बाद ही आपको खरीदना चाहिए नहीं तो नुकसान हो सकता है।
माला कितनी प्रकार की होती हैं तो इसके अंदर वैजयंती की माला भी आती है। यह माला आमतौर पर तीन प्रकार के बीजों से मिलकर बनी होती है रूद्राक्ष गुलाब के बीज और मूंगा की मदद से । इस माला का उपयोग जप तप और ध्यान आदि के अंदर किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
इस माला की मदद से आपको बतादें कि भगवान विष्णु और सूर्य देव के मंत्र का जाप किया जाता है और उसकी मदद से शक्ति का संचार होता है। यदि आप निरंतर मन लगाकर जाप करते हैं तो इससे काफी अधिक फायदा होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए। और आप इस बात को समझ सकते हैं।
वैसे आपको बतादें कि वैजयंति की माला यदि आप धारण करते हैं तो इसका फायदा यह होता है कि मन शांत रहता है।
यदि आप किसी तरह के असुरक्षित स्थानों की यात्रा करते हैं तो उसके अंदर भी वैजयंति की माला काफी अधिक मदद करती है आपकी सुरक्षा करने के लिए ।
संध्या और सूर्योदय जप: वैजयंती माला संध्या और सूर्योदय के समय जप करने के लिए उपयोगी
और यदि आप इस माला का जाप करते हैं तो सबसे बड़ा फायदा तो यह होता है कि यह आपके मन को नियंत्रित करने मे काफी मदद करती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और जब मन शांत रहता है तो सब कुछ सही हो जाता है।
तुलसी की माला की जब हम बात करते हैं तो आपको बतादें कि यह आमतौर पर दो प्रकार की होती है। एक रामा तुलसी और दूसरी श्यामा तुलसी । विष्णु, राम और कृष्ण आदि के जप के लिए इस माला का प्रयोग किया जाता है। और यह काफी साधानाओं के अंदर प्रयोग मे ली जाती है।
वैसे आपको बतादें कि तुलसी की माला को धारण करने से कई सारे लाभ होते हैं। इसकी वजह से भय दूर होता है और आपके मन की चिंता आदि भी दूर हो जाती है। इस माला को धारण करने से बुरे भाग्य दूर हो जाते हैं। मनुष्य को शुद्धता, सात्विकता और आत्मसंयम की प्राप्ति में यह माला काफी अधिक काम करती है और जीवन के अंदर सुख समृद्धि और सम्मान मिलता है।
इसके अलावा तुलसी की माला को धारण करने से मन को शांति मिलती है। इस तरह से इस माला के भी कई सारे फायदे होते हैं जिस तरह से अन्य मालाओं के फायदे होते हैं।
तुलसी की माला को भी आप आनलाइन खरीद सकते हैं और यह आपको बहुत ही आसानी से मिल जाएगी । आप इस बात को समझ सकते हैं।
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः (Om Namo Bhagavate Vasudevaya Namah)
श्री कृष्ण जी को याद करते हुए इस मंत्र का जप करने से मनुष्य को शांति मिलती है।
ॐ नमः शिवाय (Om Namah Shivaya)
भगवान शिव के नाम का जप करने से मनुष्य को स्वस्थ और सुखी जीवन को प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है।
ॐ श्री हनुमते नमः (Om Shri Hanumate Namah)
भगवान हनुमान के नाम का जप करने से इंसान को स्फलता मिलती है। और कई लोग इस मंत्र का जाप करते हैं।
ॐ नमो नारायण (Om Namo Narayanaya)
भगवान विष्णु के नाम का जप करने से मनुष्य को शुद्धि और सकारात्मक ऊर्जा इस मंत्र की मदद से मिलती है तो आप इसका जाप कर सकते हैं ।
ॐ नमो भगवते रामचंद्राय (Om Namo Bhagavate Ramachandraya)
भगवान राम के नाम का जप करने से मनुष्य को उसके भय और चिंताओं से मुक्ति को प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए ।
दोस्तों चंदन की जो माला होती है वह दो प्रकार की होती है। एक को रक्त चंदन और दूसरे को श्वेत चंदन के नाम से जाना जाता है। जैसे मां दुर्गा आदि की उपासना करनी है तो इसके लिए रक्त चंदन की माला का प्रयोग किया जाता है। और मंगल दोष के लिए भी प्रयोग मे ली जाती है। विष्णु, राम और कृष्ण आदि के जाप करने के लिए भी इस माला का प्रयोग किया जाता है।
यदि आप चंदन की माला को धारण करते हैं तो इसके कई सारे फायदे आपको देखने को मिलते हैं
जैसे कि आपकी नौकरी या पैशा के अंदर तरक्की नहीं हो रही है तो फिर आपको यह माला धारण करनी चाहिए ।
इसके अलावा माता लक्ष्मी की कृपा को यदि आप प्राप्त करना चाहते हैं तो भी आपको यह माला धारण करना चाहिए ।
एंटीबैक्टीरियल गुण बैक्टीरिया को मारने मे भी यह माला मदद करती है।
इसके अलावा मानसिक शांति के लिए इस माला का प्रयोग किया जा सकता है।
वैसे यदि हम आपको बताएं कि तुलसी की माला के बारे मे तो इसकी मदद से कई तरह के मंत्रों का जाप किया जाता है। तो आइए जानते हैं इसके बारे मे
रुद्राक्ष की माला की माला के बारे मे तो आप अच्छी तरह से जानते ही हैं ।रूद्राक्ष को भगवान शिव से जोड़कर देखा जाता है और शिव के मंत्रों का जाप करने के लिए रूद्राक्ष की माला का प्रयोग किया जाता है। रूद्राक्ष को गले के अंदर भी धारण किया जाता है। इस माला के इतने अधिक फायदे हैं कि हम आपको यहां पर सभी के बारे मे बता नहीं सकते हैं।
अब यदि हम रूद्राक्ष की माला के प्रकार की बात करें तो यह बहुत सारी प्रकार की होती हैं ।यहां पर हम आपको कुछ प्रकार के बारे मे बता रहे हैं।
एक मुखी रूद्राक्ष माला: इस माले में एक ही मुख होता है और यह बहुत ही शक्तिशाली माला के रूप मे मानी जाती है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
दो मुखी रूद्राक्ष माला: इस माले में दो मुख होते हैं और इसका प्रयोग संतान प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
तीन मुखी रूद्राक्ष माला: इस माले में तीन मुख होते हैं और इसकी मदद से बुराई का नाश होता है और सफलता मिलती है।
चार मुखी रूद्राक्ष माला: इस माले में चार मुख होते हैं और इसका प्रयोग हर तरफ से सफलता हाशिल करने के लिए होता है।
पंच मुखी रूद्राक्ष माला: इस माले में पांच मुख होते हैं रोगों को दूर करने और संतुलन मे इसका प्रयोग होता है।
छह मुखी रूद्राक्ष माला: इस माले में छह मुख होते हैं और इसे धारण करने से छठीं संसारिक सिद्धि को हाशिल करने मे मदद मिलती है।
दोस्तो हल्दी की माला भी होती है। और इसका प्रयोग पीताम्बरा देवी मां बगलामुखी, भगवान गणेश और बृहस्पति देव आदि के मंत्रों का जाप करने के लिए किया जाता है। जैसे कि बगलामुखी का जाप शत्रुबाधा के लिए और बृहस्पति देव के मंत्रों का जाप सुख शांति के लिए किया जाता है। जो जातक धनु और मीन राशि के होते हैं उनके लिए हल्दी की माला काफी अधिक उपयोगी मानी जाती है।
इसके अलावा आपको बतादें कि यदि कोई जातक पीलिया से पिड़ित है और यदि हल्दी की माला उसको पहना दी जाती है तो पीलिया ठीक हो जाता है। इस तरह से देखा जाए तो हल्दी की माला काफी अधिक फायदेमंद होती है।
मोती की माला जो होती है वह मोती या शीप से जुड़ी होती है और इसको पहनने से सभी तरह के चंद्रमा से जुड़े दोषों को दूर किया जाता है।और यदि आपकी राशि कर्क है तो फिर यह माला आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगी ।और आपको बतादें कि चंद्रदेव और शिवजी की आराधना करने के लिए आप इस माला का प्रयोग कर सकते हैं।
यदि हम मोती की माला से जपे जाने वाले मंत्रों की बात करें तो आपको बतादें कि कुछ इस प्रकार से हैं
ॐ नमः शिवाय।
ॐ श्री गणेशाय नमः।
ॐ श्री हनुमते नमः।
ॐ राम रामाय नमः।
ॐ हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे। हरे रामा हरे रामा, रामा रामा हरे हरे।
ॐ नमो नारायणाय।
यदि आप मोती की माला से मंत्र का जाप करते हैं तो इसके कई सारे फायदे भी होते हैं जिसके अंदर कुछ इस प्रकार से हैं ।
घर मे सुख और शांति मोती की माला से आती है।
यदि घर के अंदर धन और समृद्धि भी मोती की माला से आती है आप इस बात को समझ सकते हैं।
और यदि आप जीवन के अंदर अधिक उंचाई तक पहुंचना चाहते हैं तो फिर मोती की माला का प्रयोग करना आपको सीखना होगा ।
यदि आप मोती की माला को खरीदना चाहते हैं तो फिर आपको सावधानी बरतनी होगी क्योंकि आजकल बाजार के अंदर नकली मोती की माला भी बिकती है। इस तरह की माला से कोई भी प्रभाव नहीं होता है।
मूंगे की माला भी एक तरह से काफी अधिक महत्वपूर्ण माला होती है। आपको बतादें कि मूंगे की जो माला है वह मंगल ग्रह के लिए प्रयोग की जाती है। इसकी शांति के लिए इसका यूज होता है। इसके अलावा यदि आपकी राशि मेष और वृश्चिक तो भी मूंगे की माला का प्रयोग करना आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होता है।
इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। मूंगे की माला से मंगलदेव या हनुमानजी के मंत्र का जाप किया जा सकता है।
और यदि हम मूंगे की माला से जपे जाने वाले मंत्र की बात करें तो इसके अंदर कई तरह के मंत्र आते हैं। जैसे कि
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।
ॐ नमः शिवाय।
ॐ श्री गणेशाय नमः।
ॐ श्री हनुमते नमः।
ॐ राम रामाय नमः।
ॐ हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे। हरे रामा हरे रामा, रामा रामा हरे हरे।
मूंगे की माला जाप के फायदे भी कम नहीं होते हैं तो यहां पर हम आपको मूंगे की माला जाप के फायदे के बारे मे भी कुछ बता देते हैं ।
सबसे पहली बात तो यदि आप मूंगे की माला का जाप करते हैं तो आपके मन को शांति मिलती है।
यदि आप अपने अध्यात्मिक क्षेत्र के अंदर प्रगति करना चाहते हैं तो फिर आपको मूंगे की माला का जाप करना चाहिए । यह आपके लिए काफी उपयोगी होगा ।
यदि आपको तनाव और चिंता जैसी समस्याएं हैं तो फिर आपके लिए मूंगे की माला और अधिक फायदेमंद हो सकती है। आप इस बात को समझ सकते हैं और यही आपके लिए सही होगा ।
मूंगे की माला से जाप करने से शरीर में चैतन्य ऊर्जा का विस्तार होता है जो शरीर के अंगों को सक्रिय रखती है। मतलब आपके शरीर को हेल्दी बनाने मे काफी मदद करती है।
भूत प्रेत आदि की समस्या हो या फिर जादू टोने की समस्याएं हो । इन सभी के अंदर मूंगे की माला का प्रयोग किया जा सकता है।
हालांकि इसके बारे मे आपको अपने गुरू से परामर्श करना चाहिए कि कौनसे मंत्र का जाप किस माला से करना चाहिए ?
बेल की लकड़ी की माला काफी अधिक फायदेमंद होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।इस माला का उपयोग भगवान सूर्य के मंत्रों का जाप करने के लिए किया जाता है। इसकी मदद से पितर दोष से मुक्ति मिलती है और जीवन के अंदर शांति आती है। आप इस माला की मदद से सूर्य देव की जल्दी ही कृपा प्राप्त कर सकते हैं। इस माला से जाप के कुछ फायदे इस प्रकार से हैं।
जीवन मे खुशहाली को प्राप्त करने के लिए इस माला से जाप किया जाता है।
यदि घर के अंदर धन की कमी है तो वह भी इससे दूर हो जाती है।
और यदि किसी के विवाह के अंदर समस्या हो रही है तो वह भी इससे दूर हो जाती है।
इसके अलावा समाज के अंदर मान और सम्मान भी इससे प्राप्त किया जा सकता है।
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