mandir me ghanta daan karne ke fayde के बारे मे हम आपको बताने वाले हैं। जब आप किसी मंदिर के अंदर जाते हैं , तो आपको वहां पर घंटा लगा हुआ भी नजर आता है। लगभग हर बड़े मंदिर के अंदर यह घंटा होता है। और यदि कोई भग्तगण मंदिर के अंदर आता है , तो वह उस घंटे को बजाता है। और उसके बाद ही मंदिर के अंदर प्रवेश करता है। हालांकि मंदिर मे घंटा बजाना जरूरी नहीं होता है। आप चाहें तो बजा सकते हैं। या फिर नहीं भी बजा सकते हैं।आज हम बात करने वाले हैं , कि मंदिर मे घंटा दान करने के फायदे के बारे मे ।
दोस्तों यदि आप मंदिर मे घंटा दान करते हैं , तो इसका सबसे पहला फायदा यह होता है , कि भगवान प्रसन्न होते हैं। यदि आप भगवान को प्रसन्न करना चाहते हैं , तो भी आप अपने पास के मंदिर मे घंटा दान कर सकते हैं। इसको एक पवित्र कार्य माना जाता है। जैसा कि आपको पता ही होगा कि भगतगण भगवान को प्रसन्न करने के लिए कुछ ना कुछ करते रहते हैं , तो यह कार्य उनके लिए काफी सरल है।
दोस्तों मंदिर मे यदि आप घंटा दान करते हैं , तो इससे आपके मन के अंदर भक्ति भाव को जगाने मे काफी हद तक मदद मिलती है। इसके अलावा यदि मंदिर के अंदर घंटा लगा है , और कोई आकर जगाता है , तो इसकी वजह से भी दूसरे लोगों के अंदर भी भक्ति भाव पैदा होता है। कहने का मतलब यही है , कि घंटा दान करना आपको भगवान से जोड़े रखने मे भी काफी मदद करता है।
तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याएं आजकल काफी अधिक हो चुकी हैं। हर तीसरा इंसान इन मानसिक समस्याओं से काफी अधिक पिड़ित रहता है। तो तनाव और डिप्रेशन को कम करने के लिए भी मंदिर के अंदर घंटा दान करना चाहिए। ऐसा करने से आपका मन शांत होता है। और आपके दिमाग के अंदर जो समस्याएं चल रही हैं , उनका प्रभाव भी काफी कम हो जाता है।
दोस्तों ऐसा माना जाता है कि यदि आपकी कोई मनोकामना है , तो आपको मंदिर के अंदर जाना चाहिए । और वहां पर घंटा दान करना चाहिए । ऐसा करने से आपकी मनोकामना भगवान पूर्ण करते हैं। यदि आप भी बहुत समय से कुछ चाह रहे हैं। और आपको वह नहीं मिल रहा है , तो आप यह उपाय कर सकते हैं। संभव है कि आपकी कामना की पूर्ति भगवान करदें ।
मंदिर के अंदर घंटा चढ़ाना काफी अधिक शुभ माना जाता है। यदि आप कोई शुभ कार्य करना चाहते हैं , तो यह भी एक शुभ कार्य है। आप इसको कर सकते हैं। और आपको इसका अच्छा फल भी प्राप्त होगा ।आप मंदिर मे घंटा चढ़ाने से पहले भगवान से बोल सकते हैं कि यदि आपकी कोई कामना पूर्ण होती है , तो आप भगवान को घंटी या घंटा अर्पित करेंगे।
दोस्तों यह भी माना जाता है , कि यदि आप मंदिर के अंदर घंटी चढ़ाते हैं , तो हमारे कई जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं। असल मे हम लोग हर जन्म के अंदर पाप तो करते ही हैं। क्योंकि पाप को किये बिना जीवन को चलाना काफी अधिक कठिन होता है। और कल्याण के लिए पापों का नष्ट होना काफी अधिक जरूरी होता है।
जब आप किसी मंदिर के अंदर जाते हैं , और वहां पर घंटी चढ़ाते हैं , तो उसकी वजह से आपके अंदर की बुरी उर्जा भी दूर होती है। इसके अलावा यदि मंदिर के अंदर कोई घंटी को बजाता है , तो इसकी वजह से भी आस पास मौजूद नकारात्मकता दूर हो जाती है। इसलिए भी पूजा करने से पहले मंदिर का घंटा बजाने का प्रचलन होता है।
मंदिर मे घंटी भी हर कोई नहीं चढ़ा सकता है। मंदिर मे दान करना घंटी चढ़ाना और पूजा करना यह कभी भी कोई बुरा इंसान नहीं कर सकता है। याद रखें मंदिर के अंदर यदि आप दिल से कुछ करते हैं , वही मायेने रखता है। दिखावे के लिए किया गया कुछ भी मायेने नहीं रखता है। यदि आप मंदिर मे घंटी चढ़ाते हैं , तो इसका असर आपके मन पर भी पड़ता है। इससे आपके अंदर धार्मिक विचारों का विकास होता है। आप अधार्मिकता से धार्मिकता की तरफ जाते हैं। जोकि आपके जीवन को अच्छाई की ओर लेकर जाता है।
चीन के अंदर यह माना जाता है कि यदि कोई इंसान मंदिर के अंदर घंटी को दान करता है , तो उसकी वजह से उसका दुर्भाग्य दूर करने मे मदद मिलती है। यदि आपको लगता है कि आपका बुरा दौर चल रहा है , तो आपको मंदिर के अंदर जाना चाहिए । और एक घंटी का दान करना चाहिए ।फिर भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए । कि उनका बुरा समय दूर हो जाए । और अच्छा समय आ जाए ।
दोस्तों ऐसा माना जाता है , कि मंदिर के अंदर घंटा दान करने से सुख समृद्धि आती है। यदि आपके घर के अंदर बस दुख दर्द ही चलता रहता है। खुशी के पल भी आपको नसीब नहीं हो रहे हैं , तो आप यह उपाय कर सकते हैं। संभव हो कि भगवान आपके उपर प्रसन्न हो जाएं । और आपके जीवन के अंदर भी बहार आ जाए ।
कुछ जगहों पर यह भी माना जाता है , कि मंदिर मे घंटा दान करने से बीमारी दूर होती है। यदि आप किसी इस तरह के रोग से पिड़ित हैं , जोकि ठीक नहीं हो रहा है , तो भी आप यह उपाय कर सकते हैं। इसके अलावा कुछ लोगों का पीछा बीमारी नहीं छोड़ती है। उस स्थिति के अंदर भी मंदिर मे घंटा दान किया जा सकता है।
तो यह थे मंदिर मे घंटा दान करने के फायदे अब हम बात करने वाले हैं कि मंदिर मे घंटा लगाया क्यों जाता है। और इसके क्या क्या फायदे हो सकते हैं।
दोस्तों ऐसा माना जाता है , कि देवताओं को जगाने के लिए मंदिर मे घंटा होना चाहिए । इसलिए जब भी हम लोग मंदिर के अंदर जाते हैं , तो हम लोग देवताओं को जागृत रखने के लिए मंदिर का घंटी या घंटा बजा देते हैं। जोकि काफी अधिक शुभ माना जाता है।
दोस्तों मंदिर के अंदर घंटी इसलिए भी बांधी जाती है , जोकि आस पास की बुरी उर्जा को दूर भगाने का काम करती है। जब आप किसी मंदिर के अंदर जाते हैं , और वहां पर घंटी को बजाते हैं , तो इससे आस पास यदि कोई बुरी उर्जा होती है , तो उसे घंटी की आवाज पसंद नहीं आती है , और वह दूर भागने लग जाती है।
हर मंदिर के अंदर घंटी बजाने का एक उदेश्य यह भी होता है कि यह देवताओं को प्रसन्न करने के लिए होता है। माना जाता है कि मंदिर मे घंटी बजाने से देवता काफी अधिक प्रसन्न होते हैं। इसलिए मंदिर मे जाने वाले हर इंसान को घंटी जरूर ही बजानी चाहिए । और यह बहुत ही अधिक जरूरी है।यदि आप भगत हैं , तो फिर आपको यह जरूर ही करना चाहिए ।
यह भी माना जाता है कि यदि आप मंदिर के अंदर पूजा करने जाते हैं। देवता को प्रणाम करते हैं। उसके बाद घंटी बजाते हैं , तो यह एक बहुत ही अच्छा कार्य माना जाता है। इसकी वजह से इस बात के चांस काफी अधिक बढ़ जाते हैं , कि आपकी पूजा काफी अधिक सफल होगी । और उसका अधिक अच्छा प्रभाव हो सकता है।तो यदि आप भी अपनी पूजा के प्रभाव को अच्छा बनाना चाहते हैं , तो घंटी को जरूर ही बजाएं ।
मंदिर के अंदर जाकर घंटी बजाने की एक वजह यह भी हो सकती है कि यह मंदिर के वातावरण को पवित्र करने के लिए होता है। माना जाता है , कि जिस जिस स्थान तक मंदिर की घंटी की आवाज जाती है। उस उस स्थान पर बीमारी पैदा करने वाले जीवाणू और वायरस नष्ट हो जाते हैं। क्योंकि इससे एक ,खास प्रकार की पवित्र ध्वनी निकलती है।
दोस्तों यदि आप मंदिर के अंदर गए और बिना घंटी बजाए ही वापस आ गए तो समझो आपने कुछ भी नहीं किया । कहा जाता है कि यदि आप मंदिर के अंदर घंटी को बजाते हैं , तो इसकी वजह से आपके पाप नष्ट हो जाते हैं।
आपको पता ही है कि आजकल पता नहीं हर कोई कहां कहां पर खोये रहते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर जब हम मंदिर जाते हैं , तो हमे होश ही नहीं रहता है , कि हम मंदिर के अंदर खड़े हुए हैं। असल मे हमें होश मे लाने के लिए मंदिर के अंदर घंटी का होना काफी अधिक जरूरी होता है।यह हमे सचेत कर देता है कि यह मंदिर है , और हमें यहां पर फालतू चीजों के बारे मे नहीं सोचना चाहिए। वरन भगवान की भक्ति और पूजा पर अधिक ध्यान देना चाहिए ।और यदि आपको यकीन नहीं आता है , तो आप यह रियल मे देख सकते हैं। और इसका अनुभव कर सकते हैं।
मंदिर की घंटी का बजना खुशहाली का संकेत है। जीवंतता का भी संकेत माना जाता है। क्योंकि प्राचीन काल के अंदर मंदिर मे आज की तरह कोई माइक नहीं हुआ करते थे । पहले जब हर शाम को आरती होती थी , तो मंदिर के अंदर एक घंटी होती थी , और उसको काफी तेजी से बजाया जाता था , जिससे कि आस पास उसकी आवाज सुनती थी । जिससे कि यह पता चल पाता था , कि आस पास कोई ना कोई मंदिर है , और घंटी की आवाज वहीं से आ रही है।
स्कंद पुराण के अंदर इस बात का उल्लेख मिलता है कि घंटी की ध्वनी को ओम की ध्वनी माना जाता है। जब घंटी बजाई जाती है , तो उससे ॐ की ध्वनी निकलती है। और इस ध्वनी को काफी अधिक पवित्र माना जाता है। यही वह ध्वनी है , जोकि इस दुनिया के अंदर हमेशा गूंजती रहती है।
मंदिर के अंदर घंटी का बजाना इसलिए भी काफी अधिक फायदेमंद माना जाता है , क्योंकि यह मारे 7 चक्रों को सक्रिय करने का काम करता है। हालांकि इससे आपके चक्रों पर उर्जा वितरित होती है। पूरी तरह से चक्र को जागृत करने के लिए आपको खुद मेहनत करनी होगी। तभी आप अपने 7 चक्र को जगाने मे सक्षम हो पाएंगे।
इस तरह से इस लेख के अंदर हमने यह जाना कि मंदिर मे घंटी बजाने के क्या क्या फायदे होते हैं । और मंदिर मे घंटी को दान करने के मतलब के बारे मे भी हमने जाना । उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आएगा । यदि आपके मन मे इससे जुड़ा कोई सवाल है , तो आप हमसे पूछ सकते हैं।
सांड को रोटी खिलाने से क्या होता है हिंदु धर्म के अंदर गाय को माता…
धैर्य का विलोम शब्द या भलाई का विलोम , धैर्य का उल्टा क्या होता है…
भलाई का विलोम शब्द या भलाई का विलोम , भलाई का उल्टा क्या होता है…
चोर का विलोम शब्द, चोर शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, चोर का उल्टा Chor vilom shabd शब्द (word) विलोम (vilom)चोर पुलिसChor police …
सजीव का विलोम शब्द या सजीव का विलोम , सजीव का उल्टा क्या होता है…
सुगंध का विलोम शब्द, सुगंध शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, सुगंध का उल्टा Sugandh vilom shabd शब्द (word) विलोम (vilom)सुगंध दुर्गन्धSugandh Durgandh …