मंगेतर का पर्यायवाची शब्द या मंगेतर का समानार्थी शब्द (mangetar ka paryayvachi shabd ya mangetar ka samanarthi shabd ya fiance synonyms in hindi) के बारे में आज हम इस लेख में जानने वाले है । तो अगर आपको इस तरह की जानकारी चाहिए तो आपको बता दे की आपके लिए यह लेख काफी उपयोगी होने वाला है । क्योकी इस लेख में केवल हम मंगेतर के बारे में ही बात करने जा रहे है ।
शब्द (shabd) | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd ya samanarthi shabd) |
मंगेतर | मँगेतर, वाग्दत्त, fiancé. |
मंगेतर in Hindi | mangetar, vaagdatt, fianchai. |
मंगेतर in English | fiance, fiancee, betrothed. |
दोस्तो मेंगेतर का अर्थ होता है जिसकी मँगनी हो चुकी हो। यानि एक ऐसी रस्म जिसमें वर और कन्या का विवाह होना तय हो जाता है और जिसे हम सगाई कहते है वह मंगनी होती है । और जिसके साथ मंगनी हो जाती है यानि जिसके साथ विवाह होना तय हो जाता है वह मेंगेतर होता है । जैसे की किसी कन्या का विवाह किसी वर से होना तय हो जाता है तो वह वर कन्या का मंगेतर होता है ।
मंगेतर शब्द के अर्थ को और भी बेहतरी तरीके से समझाया जा सकता है –
तो इस तरह से मंगेतर वह होता है जिसके साथ विवाह होना तय हो जाता है या फिर जिसके साथ मंगनी हो चुकी है या संगाई हो चुकी है ।
दोस्तो मंगेतर वह होता है जिसके साथ किसी मंगनी हुई है । जैसे – कन्या की मंगनी वर के साथ हुई है तो वर कन्या का मंगेतर है । वही पर अगर वर की बात करे तो कन्या जो होगी वह वर की मंगेतर होगी । तो इस तरह से जिसका जिसके साथ मंगनी हो चुकी है वह मंगेतर है ।
मंगेतर एक ऐसा नाम है जो की होने वाले पति पत्नी के रिश्ते के बारे में बताते है । दरसल हम सिसे आज सगाई के नाम से जानते है उसे मंगनी भी कहा जाता है और इसी मंगनी शब्द से ही मंगेतर बना हुआ है । दरसल मंगेतर एक वर या कन्या होती है जो की एक दूसरे के लिए मंगेतर का प्रयोग कर सकते है ।
उसे परिवार होते है और उन दोनो में एक परिवार मे कन्या होती है और दूसरे में वर होता है तो दोनो परिवार के द्वारा सगाई या मैच की प्रक्रिया को पूरा किया जाता है । जिसे मंगनी भी कहा जाता है । यह एक ऐसा पल होता है जिसमें कन्या और वर के लिए खुशी लेकर आता है । आपको बात दे की जब यह प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो दोनो जो वर और कन्या है वे एक दूसरे के लिए मंगेतर बन जाते है ।
सगाई या मैचमेकिंग की प्रक्रिया वैसे तो काफी चुनौतिपूर्ण होती है । मगर आपको बता दे की फिर भी इस प्रक्रिया को पूरा किया जाता है ।
दो परिवार के द्वारा इस प्रक्रियाओ को पूरा करने के लिए पहले तो काफी तलास की जाती है और जब दोनो परिवार मिल जाते है तब सगाई या मैचमेकिंग की प्रक्रिया को पूरा किया जाता है और यह आपको पता होना चाहिए । आपको बता दे की यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही शादी की प्रक्रिया को पूरा किया जाता है । और यह आपको पता होना चाहिए ।
अनुकूलता, वित्त, जीवन शैली, और बहुत कुछ सहित ऐसे कारण होते है जो की यह बातते है की विवाह करना है की नही करना है । आपको बता दे की विवाह करने से पहले जो प्रक्रिया होती है उसी के द्वारा मंगेतर बना जाता है और यह आपको पता होना चाहिए ।
कुछ लोग ऐसे होते है जो की विवाह से पहले सगाई कर लेते है और इस सगाई के द्वारा ही यह मंगेतर बनते है और यह आपको पता होना जरूरी है ।
आज हम जिस समाज के अंदर रह रहे है वह एक ऐसा समाज है जो की काफी अधिक तेजी से आगे बढता जा रहा है और आपको बता दे की इस बढती दुनिया में तकनीक और विज्ञान का राज होता जा रहा है । और इसी तरह से दोस्तो बहुत से जो चीजे होती हे वे सक्षम होती हे ओर इस बढती दुनिया में कुछ ऐसा भी होता है जिसके कारण से हानि जैसी बाते होती है ।
मगर आपको बता दे की चाहे दुनिया कितनी भी अधिक बढ जाए इस दुनिया में विवाह होना नही रूकने वाला है । और जब तक विवाह होता रहेगा तब तक आपको और हमको मंगेतर देखने को मिलते रहेगे । दरसल मंगेतर एक तरह का रिश्ता होता है जिसमें दो लोगो को बांधा जाता है और वर और कन्या को इस रिश्ते में बाधा जाता है ।
दरसल पति पत्नी बनने से पहले इस रिश्ते में बंधना जरूरी है और इसका कई मतलब भी होता है । कहते है की इस रिश्ते में बंधना एक धर्म पर आधारित प्रक्रिया होती है और यह बात सत्य भी होती है ।
मगर आपको बता दे की इस रिश्ते के अंदर बंधने के बाद में ही दोनो के लिए मंगेतर का प्रयोग होता है । और समय के साथ जब उनका विवाह हो जाता है तो फिर उन्हे मंगेतर नही कहा जाता है क्योकी उकसे बाद में वे पति पत्नी बन जाते है ओर यह आपको पता होना जरूरी है ।
मंगेतर शब्द का तात्पर्य है कि संबंध स्थायी होगा या नहीं क्योकी मंगेतर बनने के बाद में संबंध जो होता है वह आगे बढता है और विवाह होता है । मगर आज की इस दुनिया को देखा जाए तो ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है ।
क्योकी बहुत से लोग ऐसे है जो की मंगेतर बन जाने के बाद भी जो उनका यह संबंध होता है वह अस्थाई हो जाती है यानि टूट जाता है ओर आगे नही बढ पाता है । मगर इसका मतलब यह नही है की मंगेतर नही बना जाए । बल्की मंगेतर तो बना जाए । मगर मेरी राय के अनुसार विवाह में फिर ज्यादा समय भी इंतजार नही करना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हो ।
मंगेतर एक शब्द ही नही बल्की इसके पीछे की अगर बात करे तो बहुत गहरी बात सामने आती है । अगर हिंदू धर्म में बात की जाए तो पहले क्या होता था की जब विवाह होता था तो इस विवाह को पक्का करने के लिए एक रश्म को पुरा किया जाता था मगर उस समय उसे क्या कहा जाता था उसके नाम के बारे में तो पता नही मगर आज के युग में इसे सगाई कहा जाता था ।
इस प्रक्रिया को बड़े बड़े राजाओ और देवो ने भी पूरा किया था । और इस प्रक्रिया के बाद में जो दो वर और कन्या थे वे एक रिश्ते के अंदर बंध जाते थे जिसके बादमें यह निश्चित हो जाता था की उन दोनो का विवाह होगा ।
और यही आज के समय की बात है मंगेतर को वैसे एक प्रक्रिया के रूप में पूरा किया जाता है जिसमें विवाह से पहले दोनो वर और कन्या के बिच में एक रिश्ता बना दिया जाता है ओर इसे मंगेतर कहा जाता है । और यह आपको पता होना चाहिए।
इसके बाद में दोनो एक दूसरे को समझने का प्रयास करते है और एक दूसरे के नजदीक आते है दोनो में प्रेम बढता है ओर इससे क्या होता है की दोनो को यह अहसास हो जाता है की वे दोनो एक संबंध में जुड़ने के लिए सही है । और इससे होता यह है की विवा होने के बाद में दोनो एक दूसरे के लिए अंजान नही रहते है बल्की दोनो एक दूसरे के अच्छे साथी बन जाते है और यह आपको पता होना जरूरी है ।
अभी तक आपने यह तो समझ लिया है की मंगेतर क्या होता है । मगर अब प्रशन ऐसा आ जाता है कीआखिर मंगेतर बनने के लिए क्या करना होता है । तो आपको बात दे की आज की इस दुनिया में बहुत से ऐसे भाई है जो की मंगेतर बनना चाहते है ।
मगर यह इतना आसान नही होता है । क्योकी आपको बता दे की मंगेतर बनने के लिए बहुत सी प्रक्रियाओ को पार करना पड़ता है और हमारे समाज में इसे एक चुनौति के रूप में जाना जाता है ।
आपको बता दे की इसमें क्या होता है की एक अगर कोई वर है तो उसके लिए एक कन्या की तलास की जाती है और उसके मिलान के अनुसार एक कन्या की खोज की जाती है ओर जब कन्या मिल जाती है तो उसे पसंद किया जाता है अगर पसंद आ जाती है तो फिर कन्या वाले वर को देखते है और वर को पसंद करते है ।
तो इस तरह से दोनो एक दूसरे की तलास करते हुए दोनो एक दूसरे को पसंद करते है । इतना ही नही बल्की दोनो परिवार तक को देखा जाता है की परिवार कैसा है । ओर जब दोनो को एक दूसरे का परिवार और वर और कन्या पसंद आ जाते है तो सगाई की प्रक्रिया को पूरा कर दिया जाता है ।
दरसल सगाई इस कारण से की जाती है की यह जो रिश्ता बन रहा है उसे पक्का कर दिया जाता है और इसके बाद में विवाह होना पूरी तरह से मुमकिन हो जाता है । और यह आपको पता होना चाहिए ।
यह सगाई की जो प्रक्रिया होती है वह भी काफी चुनौतिपूर्ण होती है ओर जब सगाई हो जाती है तो फिर वर और कन्या एक दूसरे के मंगेतर बन जाते है । इस तरह से कुल मिलाकर बात यह है की मंगेतर बनाने के लिए सगाई या मंगनी करनी होती है ।
जब वर और कन्या मंगेतर बन जाते है तो उनके मन में एक प्रशन आने लग जाता है की विवाह कितने समय बाद होगा । मगर आपको बात दे की मंगेतर बनने के बाद में विवाह करने का कोई निश्चित समय नही है ।
क्योकी बहुत से लोग ऐसे होते है जो की 10 दिन के अंदर विवाह कर लेते है तो कुछ ऐसे भी लोग होते है जो की 2 से 3 वर्षों तक विवाह नही करते है । तो कुल मिलाकर यह सामने आता है की जब मंगेतर बन जाते है तो उसके बाद में जो विवाह होना होता है उसका कोई निश्चित समय नही होता है और इसी निश्चित समय न होने के कारण से सभी को विवाह की फिकर रहती है ।
मगर आपकेा बता दे की विवाह कितने समय के बाद में होगा यह भी निर्धारित करना होता है और यह दोनो परिवार ही तय करते है । यानि जब वर और कन्या का संबंध बनता है तो वे जो दो परिवार जुड़ते है तो वे तय करते है की विवाह कितने समय के बाद में होगा और उसकी के अनुसार आगे बढा जाता है और यह आपको पता होना जरूरी है ।
कुछ लोग कहते है की शादी करने का फैसला सोच-समझकर ही लेना चाहिए हालाकी इसके पीछे बात जो है वह सत्य भी होती है ओर इसका कारण यह है की विवाह होने से दो लोग ही नही बल्की दो परिवार जुड़ते है और इसका मतलब है की जो यह रिश्ता बन जाता है उसे उम्र भर पूरा निभाना होता है । चाहे फिर रिश्ते में कितनी भी परेशानिया क्यो न आ जाए इसी तरह से इसे आगे बढाते रहना होगा ।
क्योकी आपको पता है की रिश्ता सही है की नही इस बारे में पहले ही काफी अधिक तलास कर लेनी चाहिए । और यही एक कारण होता है की लोगो के द्वारा कहा जाता है की जब भी विवाह होना तय होता है तो इस बारे में जो फैसला होता है वह सोच समझ कर लेना चाहिए और यह बात पूरी तरह से सत्य होती है और यह आप भी समझ सकते है ।
इस तरह से दोस्तो हमने इस लेख में मंगेतर के पर्यायवाची शब्द या मंगेतर का समानार्थी शब्द के बारे में जान लिया है ।
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