माता का पर्यायवाची शब्द या माता का समानार्थी शब्द ( mata ka paryayvachi shabd ya matha ka samanarthi shabd) के बारे में आज हम इस लेख में काफी विस्तार से जानने वाले है । तो आप सभी इस लेख को पूरा जरूर देखे ।
शब्द (shabd) | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd / samanarthi shabd) |
माता | मा, मातृ, जननी, जनयित्री, माई, अंबा, अम्मा, मोम, मम्मी, प्रसू, अम्बिका, महतारी, मातु, जन्मदात्री, वालिदा, धात्री, मैया । |
माता in Hindi | ma, maatr, jananee, janayitree, maee, amba, amma, mom, mammee, prasoo, ambika, mahataaree, maatu, janmadaatree, vaalida, dhaatree, maiya . |
माता in English | mother, mummy, mama, mamma, momma, ma. |
दोस्तो माता का अर्थ होता है जिसने जन्म दिया है । अगर किसी महिला ने किसी संतान को जन्म दिया है तो वह मां होती है । हालाकी वह केवल उसी संतान की मां होती है ।
स्त्री अपने गर्भ में 9 महिनो तक संतान का पालन करती है और उसकी हिफाजत करती है और 9 महिनो के बाद में संतान को जन्म देती है । तो इस तरह से 9 महिनो तक पेट में पालन करने के बाद में जो महिला संतान को जन्म देती है वह महिला संतान की मां होती है ।
मां के अर्थ की बात की जाए तो इसे अनेक तरह से संक्षिप्त मे समझाया जा सकता है जो है –
दोस्तो माता वह होती है जिसने हमे जन्म दिया है । जैसे की कोई स्त्री है जिसके गर्भ से अभी अभी किसी संतान ने जन्म लिया है । तो वह स्त्री उस संतान की माता होती है ।
आपकी माता वह होगी जिसने आपको जन्म दिया है । यानि आपके पिता की पत्नी आपकी माता होती है ।
जैसे की बात की जाए की एक व्यक्ति है जिसका विवाह किसी स्त्री के साथ होता है और समय के साथ उस स्त्री के गर्भ से किसी संतान का जन्म होता है तो वह जो संतान होती है उसकी वह व्यक्ति पिता होता है और वह स्त्री उसकी मां होती है ।
इस तरह से मां वह होती है जो जन्म देती है । केवल मनुष्यो में ही नही बल्की जानवरो में भी जो जन्म देती है वही माता हाती है । अगर हम गाय की बात करे तो वह अपने बछड़े को जन्म देती है तो वह जो बछड़ा होता है उसकी मांता वह गाय होती है ।
हालाकी इसके अलावा भी संसार में कुछ और ऐसी स्त्री होती है जो की माता का दर्जा हासिल किए हुए है । जैसे की पिता की दूसरी पत्नी, पालन करने वाली स्त्री, धर्म की देवी जैसे माता दुर्जा आदी । तो यह सभी माता होती है ।
दोस्तो आपको पता है की माता का काम होता है की वहअपनी संतान का पालन पौषण कर कर उसे बड़ा करे । यानि जो पालन पौषण करती है वह माता होती है । इसी तरह से माता एक शिशु का पालन पोषण अपने पेट में करती है । तो जब शिशु का जन्म हो जाता है तो भी माता अपने शिशु का पालन पोषण तो करेगी ही ।
और इस तहर से जो पालन पोषण करती है वह माता होती है ।
वैस ही भगवान श्री कृष्ण जी का पालन पौष्ण माता यशोदा ने किया था जिसके बारे में आपको पता है । तो माता यशोदा को भी तो भगवन कृष्ण जी की माता कहा जाता है ।
इस तरह से माता वह होती है जो पालन करती है । आपने देखा होगा की संसार का पिता भगवान विष्णु को कहते है । तो इसका सिधा साधा मतलब यह है की विष्णु जी ही सभी का पालनहार करते है और यही कारण है की उन्हे पिता कहा जाता है ।
और उसी तरह से अगर किसी संतान का पालन जन्म देने वाली मां नही करती है और अन्य कोई करती है तो वह स्त्री भी माता होती है । इसे धात्री,धाय,दाई भी कहा जाता है ।
दोस्तो आपको पता है की जब किसी पुरुष की पहली पत्नी के साथ रिश्ता टूट जाता है या फिर पहली पत्नी का देहांत हो जाता है तो फिर पुरुष दूसरी शादी कर लेता है । और उसकी दूसरी पत्नी बन जाती है ।
अगर पहली पत्नी की कोई संतान होती है तो वह अपने पिता की दूसरी पत्नी को माता कहेगा । क्योकी आपको पता है की माता वह होती है जो की पिता की पत्नी होती है । और पिता की पत्नी अगर कोई दूसरी औरत होती है और संतान की मां दूसरी होती है तो भी पिता की पत्नी माता होती है ।
इसका कारण केवल यही होता है की वह संतान के पिता की पत्नी है । आज हमारे भारत देश में दूसरा विवाह नही किया जा कसता है । मगर जब पहली पत्नी का देहांत हो जाता है या पहली पत्नी के साथ तलाक हो जाता है तो दूसरा विवाह हो सकता है । ओर इस तरह से जो दूसरी पत्नी होती है वह पहली पत्नी की संतान की माता ही होती है ।
दोस्तो गाय को माता कहने के पिछे धार्मिक महत्व होता है । क्योकी आपको पता होगा की गाय में भगवान ब्रह्मा शिव और विष्णु के अलावा भी अनेक देवी देवताओ का वास होता है ।
अनेक देवी देवता के पास गाय होती है जैसे की भगवान कृष्ण जी स्वयं गाय की सेवा करते है उनके पास गाय होती है । भगवान इंद्र के पास गाय होती है जो कमधेनु के नाम से जानी जाती है । भगवान शिव का वाहन नंदी है । इस कारण से गाय को के साथ यही धार्मिक महत्व है जीसके कारण से गाय को माता कहा जाता है ।
इसके अलावा माता अपना दूध पिला कर बच्चो को पालती है और उसी तरह से गाय भी दूध देती है और अपने बच्चो के साथ साथ संसार भर में अपना दूध फैलाती है । आपको पता नही है तो पता होना चाहिए की संसार भर में गाय का सबसे अधिक दूध फैला हुआ है । और इसी दूध के कारण से बहुत सेलोग आज जीवित है । तो जिसके कारण से पालन हो रहा है वह माता होती है ।
आज संसार भर में जीव जंतु गाय का ही दूध पीते है । क्या नही है जो गाय के दूध से नही बन रहा है । बहुत कुछ ऐसा है जो की गाय के दुध से बन रहा है । और उन्हे खा कर मनुष्य जीवित है । तो भला क्यो गाय को माता नही कहा जाएगा ।
और दूसरा अगर धर्म के अनुसार कहा जाए तो इसमें देवी देवताओ का वास रहता है । तो एक यह भी कारण होता है की गाय को माता कहा जाता है । कामधेनु भी एक गाय होती है जो की मनुष्य इच्छा पूरी कर सकती है । और उसे भी माता कहा जाता है ।
और हिंदू धर्म में कहा जाता है की गाय की पुजा करनी चाहिए वह माता है और गाय की हत्या करना महापाप है ।
माता और संतान का जो रिश्ता होता है वह काफी अलग होता है । उनके जैसा रिश्ता किसी का नही होता है । अगर मां की उम्र भी हो जाती है तो वह अपनी संतान के लिए उसी तरह से फिकर करती है । और यह आपको बताने की कोई जरूरत नही है । क्योकी इस बारे में आपको पता है ।
अगर आपको किसी चिज की जरूरत होती है तो पिता के मना करने पर भी मां आपको लाकर देती है । अगर आप किसी मुसीबत में होते तो आपको मुसीबत से निकालने लिए माता किसी का भी सामना कर जाती है । तो यही सब है जिससे पता चलता है की एक संतान के लिए माता से बढकर कुछ नही होता है ।
इस तरह से दोस्तो माता के पर्यायवाची शब्द या माता के सामनार्थी शब्दो के बारे मे हमने जान लिया है । अगर लेख पसंद आया तो हमे कमेंट में बताना न भूले ।
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