मोल का विलोम शब्द क्या है mol ka vilom shabd kya hai ?
मोल का विलोम शब्द या मोल का विलोम , मोल का उल्टा क्या होता है ? mol ka vilom shabd
शब्द | विलोम शब्द |
मोल | अनमोल |
mol | Anmol |
मोल का विलोम शब्द क्या है mol ka vilom shabd kya hai
मोल का विलोम शब्द होता है अनमोल । मोल के मतलब की बात करें तो इसका मतलब होता है मोल भाव करना या भाव होना । मोल का मतलब किसी चीज का भाव होना । जैसे कि आप बाजार जाते हैं और उसके बाद वहां पर चीजों का मोल भाव करते हैं। और उसके बाद चीजों को खरीदते हैं।
मोल हर चीज का उठता है। हालांकि कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिनका मोल नहीं उठ पाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।इसके अलावा कई चीजें ऐसी होती हैं जिसका मोल काफी अधिक उठता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
मोल एक तरह से भाव होता है और आपको पता ही होता है कि भाव बदलता रहता है। कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिनका भाव कभी भी स्थिर नहीं होता है। आजकल सबसे अधिक डॉलर का भाव काफी तेजी से बढ़ रहा है और रूपये का भाव काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसके बारे मे आपको पाता होना चाहिए । इसके बारे मे आपको पता होना ।
दोस्तों मोल भाव तय करना बहुत ही जरूरी है। जब भी हम किसान किसी चीज को बेचने के लिए जाते हैं तो उसके बाद अच्छी तरह से मोल भाव करते हैं और उसके बाद ही चीजों को बेचते हैं। कई बार तो अच्छा मोल भाव लग जाता है। लेकिन कई बार अच्छा मोल भाव नहीं होता है।
लेकिन सबसे बड़ी विडंबना यही है कि मोल भाव कभी भी किसानों को अच्छा नहीं मिल पाता है। आप मार्केट से सब्जी तो रोज ही खरीदते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और किसान 9 रूपये किलो के अंदर तरिया को बेचते हैं। जबकि मार्केट के अंदर इतनी कम प्राइस पर तरिया मिलता ही नहीं है। उसी 9 रूपये के अंदर खरीदे हुए तरिया को यह बिचौले लोग उसको 20 रूपये किलो के अंदर बेचते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । दोस्तों यही कारण है कि किसानों को इसकी वजह से सबसे अधिक घाटा होता है । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
अब आप सोच सकते हैं कि तरिया उगाने वाले किसान को कितना कम पैसा मिलता है जबकि उगाने और बाजार तक पहुंचाने मे उसे कितना खर्चो वहन करना पड़ता है और बिचोले कितना पैसा खाते हैं ? दोस्तों इन्ही बिचौलियों की वजह से हर चीज काफी अधिक महंगी हो चुकी है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
जब तक यह बिलोलिया रहेंगे तब तक कुछ नहीं हो सकता है। किसान कभी भी अच्छा पैसा नहीं कमा पाएंगे । सरकार भी किसानों के लिए कुछ भी नहीं कर रही है। क्योंकि यह बिचौलिया इतने अधिक पैसा कमाते हैं कि मत पूछों । यदि सरकार इनको रोक भी देती है तो फिर यह बड़ा आंदोलन करेंगे और उसके अंदर विदेशों से पैसा आएगा । और सरकार को यह झुका देंगे । इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
इस तरह से आप समझ सकते हैं कि कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिनका मोल भाव तय करना होता हैं । लेकिन कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिनका मोल भाव तय करना संभव नहीं है।
अनमोल का अर्थ और मतलब
दोस्तों अनमोल के नाम के बारे मे तो आपने सुना ही होगा अनमोल का मतलब होता है जिसका कोई मोल नहीं है। या जिसका मोल भाव करना संभव नहीं है या जिसका मोल भाव नहीं हो सकता है वह सब कुछ अनमोल होता है। जैसे कि हम चांद की बात करलें तो चांद का मोल भाव नहीं हो सकता है। क्योंकि उसे खरीदा नहीं जा सकता है।
और यदि कोई खरीदता भी है तो वह किसी एक व्यक्ति की चीज नहीं है। इसी प्रकार से ऐसी कोई चीज जिसको आप बेचना ही नहीं चाहते हैं। जैसे कि पत्नी पत्नी का आप मोलभाव नहीं कर सकते हैं यदि आप एक सभ्य इंसान हैं तो क्योंकि यह कोई मोलभाव करने की चीज नहीं है। हालांकि कलयुग है तो इसके अंदर इसी तरह के काम होते हैं लेकिन कुछ लोग अपनी पत्नी को भी बेच देते हैं और शराब पी जाते हैं। इस तरह के लोग गलत किस्म के होते हैं। आप प्यार का मोलभाव नहीं कर सकते हैं। आप किसी का प्यार पैसा देकर नहीं खरीद सकते हैं। मतलब यही है कि कुछ चीजें ऐसी होती हैं जोकि अनमोल होती हैं। उनका कोई मोल नहीं उठ पाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। इसी तरह से मोलभाव करना संभव नहीं है । लेकिन जिन चीजों का मोलभाव करना संभव नहीं है। उसके बाद भी यदि आप उन चीजों का मोल लगाते हैं तो आप इंसान नहीं हो सकते हैं।
इसी प्रकार से आत्मा का तो आपने नाम सुना ही होगा । उसके बारे मे यह कहा जाता है कि आत्मा से ही शरीर चलता है और यदि आत्मा नहीं होगी तो शरीर एक रेत का टुकड़ा से अधिक नहीं होगा । जब इंसान मर जाता है तो उसकी आत्मा निकल जाती है। और उसके बाद शरीर बच जाता है। इस तरह के शरीर को जल्दी से जल्दी जलाना होता है। यदि आप उस शरीर को जल्दी से जल्दी नहीं जला पाते हैं तो फिर वह बांस मारने लग जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । लेकिन यह जो आत्मा होती है। इसका मोलभाव नहीं किया जा सकता है। क्योंकि यह इंसानों की औकात से बाहर की बात होती है।
आप किसी की आत्मा को बेच नहीं सकते हैं। आप अपने जमीर को बेच सकते हैं। पैसों के लिए लेकिन आत्मा अलग चीज है आप उसे देख ही नहीं सकते हैं तो बेचना तो बहुत ही दूर की बात है। इस तरह की चीजों का मोल नहीं हो सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
तो दोस्तों अनमोल वह है जिसका कोई भी मोल नहीं होता है। जिसका मोल होता है उसे हम अनमोल नहीं कह सकते हैं इस तरह से देखा जाए तो आत्मा एक तरह से अनमोल चीज होती है। सिर्फ इतना ही नहीं है। और भी बहुत सारी चीजें होती हैं जिनका कोई मोल नहीं होता है।