मोर के इन सभी पर्यायवाची के बारे में इतनी सरल तरीके से कोई नही बताएगा

मोर का पर्यायवाची शब्द या मोर का सामनार्थी शब्द (mor ka paryayvachi shabd ya mor  ka samanarthi shabd) के बारे में आज हम इस लेख में जानने वाले है । तो अगर आप भी यह जानना चाहते है की मोर के पर्यायवाची शब्द क्या क्या होते है तो लेख को देख सकते है ।

मोर का पर्यायवाची शब्द या मोर के सामनार्थी शब्द (mor ka paryayvachi shabd ya mor  ka samanarthi shabd)

शब्दपर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd / samanarthi shabd)
मोरमयूर, मेहप्रिय, ध्वजीकलापी, शिखावल नीलकण्ठ, नर्तकप्रिय, शिखी, सारंग, सितापांग, केकी 
मोर in Hindimayoor, mehapriy,dhvanee, shikhaaval neelakanth, nartakapriy, shikhee, saarang, sitaapaang, kekee .
मोर in Englishpeacock, peafowl

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मोर का पर्यायवाची शब्द या mor ka paryayvachi shabd

मोर का अर्थ हिंदी में

दोस्तो मोर का अर्थ होता है मयूर । यानि वह पक्षी जो की देखने में काफी ही आकृषक लगता है और उसकी गर्दन लंबी पाई जाती है,शरीर काफी चमकीला होता है और रंग जो  है वह घरा नीला होता है ऐसे बड़े आकार वाले पक्षी को मोर कहा जाता है । दोस्तो मोर जो पक्षी होता है उसकी पूंछ भी ‌‌‌शरीर की तरह काफी बड़ी और लंबी होती है ।

इस तरह के मोर अक्षर वर्षां के समय देखे जाते है । आपकी जानकारी के लिए बता दे की मोर  भारत और श्रीलंका का राष्ट्रीय पक्षी के रूप में मोर को जाना जाता है मगर यह जो मोर होता है वह नीला मोर होता है ।

अगर बात करे मोर शब्द के अर्थ की तो इसे निम्न तरह से ‌‌‌समझाया जा सकता है –

 भारत और श्रीलंका का राष्ट्रीय पक्षी यानि नीला मोर ।

वह पक्षी जो की आकार में बड़ा होता है गर्दन लंबी, पूंछ लंबी होती है मोर होता है ।

वह जिसे मयूर के नाम से जाना जाता है मोर होता है ।

वह जिसे मेह सबसे अधिक प्रिय होता है यानि मेहप्रिय ।

एक ऐसा पक्षी जिसका कंठ नीला ‌‌‌होता है यानि निलकंठ ।

वह पक्षी जो अक्सर वर्षां के समय नजर आते है मोर होते है ।

‌‌‌इस तरह से दोस्तो संक्षिप्त में कहा जाए तो मोर का अर्थ मयूर से होता है । और मयूर वह होता है जो की अक्सर वर्षा के सम देखा जाता है ।

मोर शब्द का वाक्य में प्रयोग

आज तो काफी समय बित गया कोई मोर तक नजर नही आया ।

अगर वर्षां होगी तो मोर बोल जाएगे ।

आज तो मोर ने बहुत अधिक शोर मचा रखा है जरूर ‌‌‌भयकंर वर्षा आने वाली है ।

‌‌‌हमारे घर अक्सर मोर आता रहता है ।

मोर के पर्यायवाची शब्दो का वाक्य में प्रयोग

इस बार नीलकण्ठ ने सारी सब्जियां खराब कर दी ।

सुबह शाम को हमेशा ध्वजी आते है तो सब्जियो की फसल का जरा ध्यान रखना वरना सभी खराब कर देगे ।

आज कृष्ण जन्माष्टमी के दिन मयूर हमारे घर पधारे है मतलब भगवान श्री कृष्ण स्वयं ‌‌‌हमारे घर आए है ।

आजकल मेघप्रिय की आबादी कम होने लगी है ।

‌‌‌मोर क्या होते है बताइए

दोस्तो मोर के बारे में बात की जाए तो मोर एक तरह का पक्षी होता है । जो की आकार में बड़ा होता है । और शरीर बड़ा होने के कारण से पैर भी बड़े होते है और दूर से ही दिखाई देने लग जाते है । जो गर्दन होती है वह भी लंबी और नीली होती है । और यही कारण है की मोर को नीलकंठ कहा जाता ‌‌‌है । मोर का शरीर बड़ा और लंबा होता है । साथ ही शरीर गहरे रंग का होता है ।

आपकी जानकारी के लिए बता दे की मोर के अंतिम हिस्से में पूंछ पाई जाती है जो की पंखो के रूप में होती है । और यह पंख भी देखने में काफी आकृषक लगते है । दोस्तो आपको बता दे की मोर के पंख भी काफी लंबे होते है । तो इस तरह से कुल ‌‌‌मिलाकर कहा जाए तो मोर एक बड़ा पक्षी होता है ।

वैसे आज के समय में मोर लगभग सभी लोगो का देखा होगा । आपका तो मालूम नही मगर हम तो ऐसे स्थान पर रहते है जहां पर अक्सर मोर को देखते रहते है । मोर हमारे घरो के अंदर आते ही रहते है ।

वैसे दोस्तो आज के समय में वैसे मोरो की सख्या कम होने लगी है । ‌‌‌जिसके कारण से पहले के जीतने मोर दिखाई नही देते थे । पहले क्या होता था की मोरो का समुंह आता था मगर आज ऐसा नही है ।

बल्की जब मोर आते है तो मोर का समुंह नही आता था । मगर आत ऐसा नही है आज अकेला मोर ही देखने को मिल जाता है । इस तरह से कहा जा सकता है की मोर की सख्या कम हुई है । और इस बारे में ‌‌‌वेज्ञानिको के आकड़े भी यही बात कहते है ।

भगवान श्री कृष्ण से मोर जुड़ा है

दोस्तो अगर आपको नही मालूम है तो आपको बता दे की मोर भगवान श्री कृष्ण से भी जुड़ा है । आपने देखा होगा की भगवान श्री कृष्ण जी का जो मुकुट होता है उस पर मोर का पंख लगा होता है । और यही कारण होता है की धार्मिक कथाओं में ‌‌‌मोर को एक उच्च कोटी का पक्षी बताया गया है ।

अगर आपको नही मालूम तो बता देते है की कुछ महान पंडितो का कहना है की भगवान श्री कृष्ण जो थे उनके जीवन में कालसर्प दोष था । और इस दोष को दूर करने के लिए उन्हे मोर का पंख अपने सीर पर धारण करना होता है । और यही कारण होता है की भगवान श्री कृष्ण जी के ‌‌‌मुकुट पर मोर लगा होता है ।

 दोस्तो आपने अक्सर भगवान श्री कृष्ण जी के आस पास मोर को देखा है तो इससे पता चलता है की भगवान श्री कृष्ण जी के जीवन में मोर का एक अच्छा स्थान था । और आज हमार देश का राष्ट्रीय पक्षी मोर ही होता है ।

‌‌‌आज भी जब किसी तरह की पूजा पाठ होता है तो उसमें मोर का पंख लिया जाता है और इसके पीछे का कारण भगवान श्री कृष्ण ही होते है । दोस्तो इस तरह से मोर भगवान से जुड़ा है ।

‌‌‌मोर क्या खाता है

‌‌‌दोस्तो मोर जो होते है वे मांसभक्षी होते है । जिसके कारण से मांसाहारी भोजन करते है । आने सुना होगा की सांप जो होते है उन्हे मोर खाते है । तो इस बात से भी आप समझ सकतं है की मोर मांसभक्षी होते है । मगर इसका मतलब यह नही है की मोर केवल मांसहारी भोजन ही खाते है । बल्की बहुत से मोर ऐसे भी होते है जो ‌‌‌की अन्य तरह का भोजन भी करते है । जैसे की –

1. मोर का भोजन छोटे सांप

दोस्तोर आपने देखा होगा की लोग कहते है की मोर ने सांप को मार दिया या सांप को खा गया । ऐसा अक्सर टीवी या विडियो में देखने को भी मिलता है । हालाकी असल जीवन में ऐसा देखना बहुत ही कम नसीब होता है । तो इस बात को बताने का मतलब यह है ‌‌‌की मोर असल में छोटे सांपो को खाते है ।

मगर इसका मतलब यह नही है की मोर बड़े सांप को भी खाने के लिए चले जाए । नही ऐसा वे नही करते है क्योकी ऐसा करने पर उन्हे भी खरते का सामना करना पड़ सकता है । जो बड़े सांप होते है वे मोर को नुकसान पहुंचा देते है । क्योकी वे शक्तिशाली होते है । और यही कारण ‌‌‌होता  ‌‌‌है की मोर केवल छोटे सांप को खाते है ।

‌‌‌2. मोर का भोजन कीड़े

आपको बता दे की कीड़े वे होते है जो की छोटे आकार के जीव होते है । ये अक्सर पेड़ पौधो के आस पास देखे जा सकते है । इसके अलावा कीड़े किसी सड़े गले फलो में भी देखे जा सकते है । तो इस तरह के किड़ो को भी मोर खाता है । जिका मतलब है की मोर का भोजन कीड़े भी होते है ।

‌‌‌3. मोर का भोजन फल

दोस्तो फल उन्हे कहते है जो की पेड़ पर लगते है और मानव उन्हे खाता है । जैसे की सेव, केला, अनार आदी तरह के फल होते है । तो जो फल पक जाते है वे जमीन पर गिरने लग जाते है और उन फलो को भी मोर खाता है ।

अक्सर जंगलो में कई तरह के फल देखे जाते है और उन फलो को जानवर ही खाने में उपयोग ‌‌‌लेते है । वैसे आज कल किसान भी अपने खेतो में फलो को उगाने लगा है । जिसका मतलब यह है की किसान जो फल उगा रहा है उसे भी मोर खाते है । अक्सर मोर किसान की फसल को नष्ट करते हुए पाए गए है ।

‌‌‌इस तरह से कहा जा सकता है की मोर का भोजन फल होता है ।

4. मोर का भोजन टमाटर

दोस्तो टमाटर एक तरह की सब्जी होती है । जो की किसान अपने खेतो में उगाता है और उसे बेच कर भारी कमाई करता है । वैस ही अन्य तरह की सब्जिया होती है । जैसे की हमने आपको बताया की हमारे आस पास भी मोर आते है । तो यह कहने का एक ‌‌‌कारण यह भी है की हमारे पास कुछ किसान है जो की सब्जिया उंगाने का काम करते है उनमे से टमाटर भी एक होता है । तो जो मोर होते है वे सब्जिया खाने के लिए यहां पर आते रहते है । और हमे मोर देखने को मिल जाते है ।

‌‌‌5. मोर का भोजन सब्जिया

वैसे दोस्तो टमाटर भी एक सब्जि होती है । मरग मोर इसके अलावा भी अनेक तरह की सब्जियो को खाता है । जैसे की ‘- मीर्ची, गोभी, टमाटर आदी । दोस्तो इस तरह से कहा जाता है की मोर का एक भोज तरह तरह की सब्जिया भी होती हैं और जहां पर किसान होता है और आस पास मोर की सख्या अधिक होती ‌‌‌है तो उसे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है  । इसका कारण यह होता है की किसान जो सब्जिया अपने खते मे उगाता है वह मोर आकार खा जाता है ।

क्योकी आपको मालूम है की फल, और सब्जिया एक तरह की शाकाहारी भोजन होता है तो इसका मतलब यह हुआ की मोर मांसाहारी और शाकाहारी दोनो तरह का भोजन करता है ।

इस तरह ‌‌‌से दोस्तो मोर के पर्यायवाची शब्द या मोर के सामनार्थी शब्द होते है ।

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